हम सब अपने स्किन के साथ ही जीते और मरते है, तो क्यों ना इसका ज्यादा से ज्यादा ख्याल रखा जाए. अपने स्किन में ही खुद को खुबसूरत समझे और खुद को प्यार करें, चाहे वो गोरी हो या काली. उसमें कमियां ढूढने की बजाय जैसी है उसे स्वीकार करें. हमें पता होना चाहिए कि यहाँ कोई भी परफेक्ट नहीं है. हम सभी को स्ट्रेचमार्क, बर्थमार्क, चोट के निशान होते है. ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिनकी स्किन बेदाग है. इसलिए आपको अपने स्किन को लेकर हमेशा खुबसूरत और आत्मविश्वास महसूस करना चाहिए.

आपने कई बार स्किन टोन के बारे में सुना होगा, जैसे फेयर, मीडियम, डार्क. स्किन टाइप में औयली, ड्राई, या दोनों हो सकते है. उसी तरह हमारे स्किन का अंडरटोन भी होता है. इस बारे में ब्यूटी एवं फैशन ब्लागर रिद्धी ज़ाला बताती है कि स्किन टोन और स्किन टाइप पता हो तो हम उसके अनुसार कपड़े, ज्वेलरी और मेकअप का चुनाव कर खुद को आकर्षक बना सकते है. तो आईये जानते है कैसे अपना स्किन टाइप और स्किन टोन का पता लगाये.

स्किन टोन

रिद्धी बताती है कि स्किन टोन हमारी स्किन की बाहरी लेयर के रंग से निर्धारित होती है, जो हमारे अन्दर मेलेनिन की मात्रा पर निर्भर करती है. इसके अलावा यह ज्यादातर जेनेटिक और अन्य बातों पर निर्भर करती है. इसे कभी बदला नहीं जा सकता है. ऐसे में यदि आप अपनी स्किन को गोरा करने वाले किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर रही है तो यह समय की बर्बादी होगी, जब तक कि आप कौस्मेटिक या प्लास्टिक सर्जरी नहीं कराती है. ये प्रोडक्ट केवल आपके स्किन से सन टैन हटाने में मदद करते है. स्किन टोन भी कई प्रकार के होते है. जैसे- व्हिटीस, फेयर, मीडियम, ब्राउन एवं डार्क. हम भारतीयों का स्किन टोन ज्यादातर मीडियम और ब्राउन होता है. इसलिए आपको अपने स्किन टोन की जानकारी होना चाहिए, ताकि आप इसके अनुसार कपड़ों और मेकअप का चुनाव कर सके.

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