अमिताभ बच्चन ने इस साल ‘कौन बनेगा करोड़पति’ केबीसी में प्रतिभागियों और देश में कल्याण का काम कर रहे कई नामचीन हस्तियों को अपने शो का हिस्सा बनाया. केबीसी के ग्रांड फिनाले एपिसोड में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी अपनी पत्नी सुमेधा के साथ पहुंचे. केबीसी की हौट सीट पर बैठकर कैलाश सत्यार्थी ने अपनी व्यक्तिगत जिंदगी के कई किस्से सुनाए. दिलचस्प बात यह है कि सिर्फ कैलाश ही नहीं अमिताभ बच्चन ने भी अपनी निजी जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प किस्से साझा किये.

शो के इस सीजन में अमिताभ प्रतिभागियों से और शो में आयीं हस्तियों से खूब खुल कर बातें भी करते नजर आयें. इसी दौरान अमिताभ ने स्वीकारा कि उनका सरनेम श्रीवास्तव होता है लेकिन उनके पिता हरिवंश राय बच्चन जात-पात में भेदभाव देखना पसंद नहीं करते थे इसलिए उन्होंने तय किया कि वह अपने नाम के साथ कोई भी सरनेम नहीं लगायेंगे. फिर आखिर उनके जेहन में बच्चन ही सरनेम के रूप में क्यों आया?

इस बारे में अमिताभ कहते हैं कि उनके बाबूजी हरिवंश राय को लोग घर में बच्चा बच्चन कह कर प्यार से पुकारते थे, इसलिए उन्होंने इसे ही अपना सरनेम बना लिया और फिर इसके बाद उनकी आगे आने वाली सारी जेनरेशन ने इसी सरनेम के साथ खुद को आगे बढ़ाया. बता दें कि अमिताभ ने केबीसी के दौरान ही एक एपिसोड में यह भी स्वीकारा की उनकी बचपन में बेंत की छड़ी से खूब पिटाई होती थी.

बिग बी इन दिनों आमिर खान के साथ फिल्म ठग्स औफ हिंदोस्तान में काम कर रहे हैं और बाद में रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ ब्रह्मास्त्र में काम करेंगे.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...