मौजूदा समय में चाय की चाहत सभी के लिए आम बात हो गई है. देश में दूध की चाय पीने का रिवाज है. जो ज्यादा फायदेमंद नहीं है. अल्बत्ता फूलों और जड़ीबूटियों से बनी हुई चाय इस्तेमाल की जाए तो इसके अधिक फायदे होंगे. जैसेकि शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति जिन्हें पेचिश और टायफाइड के वजह से जोड़ो में दर्द से परेशान रहने वाले लोग सेब के छिल्कों की चाय पिया करें तो उनकी सोच से भी ज्यादा लाभ होगा. सेब के छिल्के अक्सर डस्टबिन में डाल दिए जाते हैं. जबकि इसमें भी ताकत स्वाद और बेशुमार फायदे हैं. सेब के छिल्के ताजे या उन्हें सुखाकर खौलते हुए पानी में डालकर चाय तैयार कर लें. अगर दूध और चीनी की जगह शहद और नींबू का रस मिलाकर प्रयोग में लाया जाए तो अधिक फायदेमंद होगा.

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