ये जानकारी एक अध्ययन में सामने आयी है कि हो सकता है आप पूरी तरह से स्वस्थ्य हों, पर नींद सही तरीके से नहीं होना इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको आग चलकर अल्जाइमर की बीमारी होने का खतरा हो सकता है.

क्या है कारण

इस संबंध में अनुसंधानकर्ताओं और विशेषज्ञों को नींद की समस्याओं और रीढ़ की हड्डी के तरल द्रव में पाये जाने वाले अल्जाइमर रोग के जैविक संकेतक मार्कर के बीच एक कड़ी नजर आई.

नींद कई तरह से अल्जाइमर रोग के पनपने या विकसित होने का कारण बन सकती है. उदाहरण के तौर पर, नींद नहीं आने या नींद में कमी के कारण आपके शरीरील में एक एमीलोयड पट्टिका का निर्माण होने लगता है क्योंकि सोने के दौरान मस्तिष्क की निकासी प्रणाली काम करना शुरू करती है.

कई सारे अध्ययन में ना केवल एमीलोयड पर नजर रखी गयी बल्कि रीढ़ की हड्डी में तरल द्रव में अन्य जैविक मार्कर की भी पड़ताल की गयी. एमीलोयड एक प्रोटीन है. टाउ एक प्रोटीन है जो उलझ जाता है. शोधकर्ताओं ने 101 लोगों पर अध्ययन किया जिनकी औसत उम्र 63 वर्ष थी. इन लोगों की सोच सामान्य और याद्दाश्त कौशल सही थे. इस संबंध में समय समय पर कई लेख कई पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं.

डॉक्टर से सलाह

तो अगर आपको रातों को अच्छे से नींद नहीं आ रही है तो आपको रुरंत ड़क्टर से मिलना चाहिए इससे पहले कि ये समस्या और बढ़ जाए.

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