खाना पकाने के लिए आज पाम औयल तेजी से अपनी पैठ बनाता जा रहा है. यह न सिर्फ कौलेस्ट्रौल फ्री है बल्कि हमारे शरीर को ऊर्जा भी देता है. हम भारतीयों के लिए तो यह और भी बेहतर विकल्प है, क्योंकि हमारे यहां के भोजन में तेल का बहुलता से प्रयोग होता है. आज चूंकि प्रत्येक व्यक्ति अपने खानपान को ले कर अधिक सजग हो गया है, ऐसे में किसी के भी मन को वही वस्तु लुभा सकती है, जो स्वास्थ्य के नजरिए से अधिक से अधिक लाभकारी विकल्प हो और पाम औयल इस कसौटी पर खरा उतरता है. प्रचुर मात्रा में व आसानी से उपलब्ध होने वाला पाम औयल सही माने में किसी भी आहार को संतुलित आहार बनाता है. आप को यह जान कर हैरानी होगी कि बाजार में कई चीजें, जो आप खाते हैं, पाम औयल से बनी होती हैं. जैसे, बेक्ड वस्तुएं, इंस्टैंट नूडल्स, बेबी फारमूला, केक मिक्स, ब्रेकफास्ट बार, पोटैटो चिप्स और ऐसे ही अन्य स्नैक्स. कुछ रेस्तरांओं में मिलने वाली फ्रैंच फ्राइस में भी पाम औयल का प्रयोग किया जाता है.

पूरे विश्व में मलेशिया पाम औयल का सब से बड़ा उत्पादक है. इस का उत्पादन 5,000 वर्ष पूर्व मिस्र में शुरू हो चुका था. आज यह 100 से अधिक देशों में अपनी अच्छी जगह बना चुका है विश्व के कुछ देशों में तो इसे बिना साफ किए (अनरिफाइंड) ही प्रयोग किया जाता है. यह व्यंजनों में सुनहरा लाल रंग और अनूठा स्वाद देता है.

पाम औयल के फायदे

यह ट्रांस फैट से मुक्त होता है.

पेस्ट्री, कुकीज, क्रैकर्स और लंबे समय तक स्टोर कर के रखे जाने वाले अन्य खाद्यपदार्थों के लिए आवश्यक ‘हार्ड या सौलिड’ फैट, इस में प्राकृतिक रूप से उपलब्ध होता है. बाकी खाद्य तेलों को इस के लिए विशेष प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.

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