बच्चा होने के बाद महिलाओं के शरीर में भी कई तरह के बदलाव आते हैं. कई बार त्वचा पर लकीरों या धारियों के निशान पड़ने लगते हैं, जिन्हें स्ट्रेच मार्क्स कहते हैं. यह गर्भवस्था का एक हिस्सा हैं. गर्भवस्था के दौरान आपके पेट की त्वचा खिचती है जिसकी वजह से ये निशान पड़ जाते हैं. यह शरीर के किसी भी अंग जैसे पेट, हाथ,पैर की पिंडलिया या जांघ आदि पर हो सकते हैं. ये लाल धारियों के रूप में शुरू होते हैं और फिर समय के साथ सफेद या चांदी जैसे रंग के दिखते है. यह निशान इसलिए बनते हैं क्योंकि आपका गर्भाशय आपकी त्वचा के मुकाबले तेजी से बढ़ता है खासकर के छटवे या सातवे महीने में. एक सर्वे के अनुसार लगभग 75 से 90% महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं. बहुत सी महिलाएं इनसे घबराती हैं. लेकिन अगर गर्भवस्था की शुरुवात से ही त्वचा पर ध्यान दिया जाए, तो स्ट्रेच मार्क्स से बचा जा सकता है. यहां हमने कुछ सुझाव दिये हैं:

त्वचा के लिए पौष्टिक आहार

एक स्वस्थ त्वचा के लिए अच्छे खाद्य पदार्थों को शामिल करना आपकी त्वचा के लचीलेपन को सुधार सकता है. इसलिए ताजे फल और सब्जियां (ब्रोकोली, पालक, गाजर आदी), मछली, अखरोट और अंडे खाने से विटामिन ई और ए, ओमेगा 3 एस और एंटीआक्सिडेंट खाने से आपकी त्वचा को फायदा होगा. ऐसी सब्जियां और फल खाएं जिनमें ज्यादा पानी होता है.

पानी आपकी त्वचा को स्वस्थ रखता है और इसके नवीकरण में मदद करता है. रोजाना सात से आठ गिलास पानी पीने की कोशिश करें.

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