शादी और कम खर्च ये शायद सभी को अजीब लगे, पर अब शादी पर कम खर्च का प्रचलन हो चला है, क्योंकि इससे समय और पैसा दोनों की ही बचत होती है. कुछ लोगों को ये सोच कंजूसी वाली लग सकती है, क्योंकि वे सोचते हैं कि लकड़ी के टेबल पर सफेद चादर बिछाकर, कैंडल लाइट जलाकर, कम लोगों को आमंत्रित कर ही शादी के खर्चे को कम किया जा सकता है. जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.

कम खर्च की शादी के लिए ये जरूरी नहीं कि आप सबकुछ त्याग दे या न करें, बल्कि जो चीजे शादी में जरूरी नहीं होती या केवल दिखावे के लिए होती हैं, उसे छोड़ प्रमुख चीजों पर ध्यान दें. इस प्रकार केवल थोड़ी सी समझदारी और सही प्लानिंग से ही आप एक शादी को यादगार और अपने मन मुताबिक बना सकते है.

इस बारें में वेडिंग प्लानर आशु गर्ग बताते है कि शादियां सबके लिए यादगार बने, इसके लिए मैं हमेशा कोशिश करता हूं, क्योंकि शादी का खर्च व्यक्ति के बजट के आधार पर होना चाहिए, ताकि किसी को भी बोझ न महसूस हो. वही मेरे लिए चुनौती होती है. यहां कुछ बातें निम्न है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.

डिटेलिंग पर दें ध्यान

पिच कलर के साथ रेड और गोल्डन का प्रचलन विवाह में सालों से है. वेडिंग में इसका खास महत्व होता है, लेकिन अब इसमें हल्के और प्राकृतिक रंगों के मिश्रण को अधिक महत्व दिया जाता है. इसमें वैसी ही कलाकृतियों वाले फ़र्निचर और पेड़-पौधे इसकी शोभा को बढ़ाते है.

बड़ी-बड़ी चीजों से बनावटी सजावट का समय अब नहीं है, अभी व्यक्ति अपनी पसंद से घर या विवाह मंडप को सजाते है, जिसमें सजाने वाले की व्यक्तित्व और पसंद पूरी तरह से दिखाई पड़ता है, ये उनके लिए एक चुनौती होती है, इसमें कपल्स अधिकतर बॉलीवुड की सजावट का सहारा लेते है,जिसमें डिटेलिंग पर अधिक जोर होती है, जो अधिकतर तरह-तरह के कलर कॉम्बिनेशन पर आधारित होती है,ताकि पिक्चर्स अच्छी निकले.

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