इस देश की मिट्टी ने न जाने कितनों को बनते और बिगड़ते देखा. कुछ तो इतिहास में दर्ज हो गए और कुछ बिना किसी नामो-निशां के ही वक्त के दरिया में बह गए. हिन्दुस्तान का दिल यानी मध्य प्रदेश में भी ऐसे कई झरोखें हैं जिनसे आप इतिहास में झांक सकती हैं. यहां यूनेस्को के कई हेरिटेज साइट भी हैं. आइए आज अजब गजब एमपी के बारे में जानते हैं.

1. खजुराहो

खजुराहो की मूर्तियों के बारे में तो आपने सुना ही होगा. यहां के मंदिरों की नक्काशी आपको बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर देगी. यहां की शांति भी आपको बहुत प्रभावित करेगी. गौरतलब है कि विश्व को प्रेम का पाठ पढ़ाने वाला अपना देश आज सबको ‘सेंसरशिप’ का पाठ पढ़ा रहा है.

2. सांची

बौद्ध नक्काशियों का सर्वोत्तम उदाहरण है सांची. भोपाल से 40 किलोमीटर की दूरी पर है अशोक द्वारा निर्मित सांची का स्तूप. यहां छोटे-बड़े अनेक स्तूप हैं. किसी समय बौद्ध धर्मिंयों की आस्था का केंद्र रह चुका सांची आज भी अपनी शांति के लिए प्रसिद्ध है.

3. भीमबेटिका

भीमबेटिका में आपको अपने पूर्वजों के पद चिह्न दिखेंगे. भोपाल से 46 किमी की दूरी पर स्थित भीमबेटिका में पूर्वजों द्वारा निर्मित केव पैंटिंग हैं. इतिहास के जानकारों के अनुसार कुछ चित्रकलायें 30,000 साल पुरानी हैं.

4. महेश्वर

श्रद्धालुओं और स्थापत्यकला में रूची रखने वालों के लिए महेश्वर आना अनिवार्य है. देवी अहिल्याबाई होल्कर के कालखंड में बनाए गए यहां के घाटों की अलग ही सुंदरता है. इंदौर से 90 किमी पर नर्मदा नदी के किनारे स्थित इस शहर की सांस्कृतिक विरासत 2500 साल से भी पुरानी है.

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