हिमालय की गोद में बसा दुनिया का खूबसूरत देश नेपाल सदियों से सैलानियों का ध्यान अपनी ओर खींचता रहा है. यह दक्षिण एशिया का एकमात्र देश है जो ब्रिटिश उपनिवेशवाद से बचा रहा. विदेशी मुद्रा और आमदनी का सबसे बड़ा जरिया यहां का पर्यटन विभाग है. हर साला लाखों की संख्या में पर्यटक इस खूबसूरत देश को देखने के लिए आते हैं.

खूबसूरती और भव्यता के लिए प्रसिद्ध प्राचीन मंदिरों का शहर काठमांडू कला और संस्कृति का केंद्र है. हिमालय की पहाड़ियों से घिरा हुआ काठमांडू नगर यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल है. यह नगर अपनी संस्कृति और परंपराओं के अतिरिक्त विशिष्ट शैली में बनेघर के लिए भी विश्व विख्यात है. यहां के मंदिरों की विश्व में अपनी अलग ही पहचान है जिसे देखने के लिए दुनियाभर के सैलानी यहां पहुंचते हैं. पशुपतिनाथ मंदिर उनमें से एक है. काठमांडू के पूर्वी हिस्से में बागमती नदी के तट पर स्थित यह मंदिर हिन्दू धर्म के आठ सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है. यह नेपाल में यह भगवान शिव का सबसे पवित्र और बड़ा मंदिर है.

पशुपतिनाथ मंदिर दुनियाभर के हिन्दूतीर्थ यात्रियों के अलावा गैर हिन्दू पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी रहा है. सावन के महीने में यहां श्राद्धालुओं की भीड़ देखते ही बनती है. हिन्दूतीर्थ यात्रियों के लिए इस मंदिर का ठीक उतना ही महत्व है जितना भारत में केदारनाथ मंदिर. अगर इस मंदिर की संरचना के बारे में बात की जाए तो इसे एक मीटर ऊंचे चबूतरे पर स्थापित किया गया है. चौकोर आकार के बनी इस मंदिर की चार दरवाजे हैं. दक्षिणी द्वार पर तांबे की परत पर स्वर्ण जल चढ़ाया हुआ है. बाकी तीन पर चांदी की परत है. ऐसी मान्यता है कि मुख्य मंदिर में महिष रूपधारी भगवान शिव का शिरोभाग है, जिसका पिछला हिस्सा केदारनाथ में है. जिस नगर में यह मंदिर है उसके चारों ओर पर्वत मालाएं हैं, जिनकी खूबसूरती देखते ही बनती है. समुद्रतल से 1300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित काठमांडू शहर में मंदिरों के अलावा देखने के लिए और भी बहुत कुछ है.

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