1975 से 1979 यानी केवल 4-5 वर्ष में कंबोडिया की कट्टर खामेर रूज सरकार ने लाखों को बेघर कर दिया और लाखों को मार डाला. उन की याद में जगहजगह अब स्मृतियां बची हैं जहां लोग अपने प्रियजनों को श्रद्धांजलि देने आते हैं. आश्चर्य की बात तो यह है कि अंगकोरवत्त मंदिरों के लिए प्रसिद्ध यह देश अब साफसुथरा भला सा लगता है, अपने देश जैसा बिखरा, गरीब, गंदा नहीं.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल
(1 साल)
USD48USD10
सब्सक्राइब करें
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन के फायदे
- गृहशोभा मैगजीन का सारा कंटेंट
- 2000+ फूड रेसिपीज
- 6000+ कहानियां
- 2000+ ब्यूटी, फैशन टिप्स
24 प्रिंट मैगजीन + डिजिटल
(1 साल)
USD100USD79
सब्सक्राइब करें
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन के फायदे
- 24 प्रिंट मैगजीन + मोबाइल पर पढ़ने की सुविधा
- डिजिटल सब्सक्रिप्शन के बेनिफिट्स
- गृहशोभा इवेंट्स का फ्री इन्विटेशन
(नाश्ता + लंच + ₹ 1 हजार तक का गिफ्ट हैम्पर + ₹ 2 हजार तक का बंपर प्राइज )
24 प्रिंट मैगजीन + डिजिटल
(1 साल - 30% Off)
₹ 1848₹ 1299
सब्सक्राइब करें
गृहशोभा सब्सक्रिप्शन के फायदे
- 24 प्रिंट मैगजीन + मोबाइल पर पढ़ने की सुविधा
- डिजिटल सब्सक्रिप्शन के बेनिफिट्स
- गृहशोभा इवेंट्स का फ्री इन्विटेशन
(नाश्ता + लंच + ₹ 1 हजार तक का गिफ्ट हैम्पर + ₹ 2 हजार तक का बंपर प्राइज )
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...
गृहशोभा से और