यवा दिखने के लिए सब से आवश्यक है आप की लाइफस्टाइल और खानपान, सोने और जागने के समय में बदलाव एवं कुछ व्यायाम जैसे टहलना, दौड़ लगाना, आदि.

यदि हम अपनी दिनचर्या में बदलाव कर ये सब आदत डाल लें तो यकीन मानिए, आप हमेशा स्वस्थ और ऊर्जा से भरे रहेंगे और खुद को यंग महसूस करेंगे.

आइए, जानते हैं इन आदतों को अपना कर कैसे आप खुद को लंबे समय तक स्वस्थ एवं यंग रख सकते हैं:

रूटीन लाइफ जरूरी: बदलती लाइफस्टाइल और तकनीकी के युग में नींद पूरी न होना एक समस्या बनता जा रहा है. आजकल हम सभी को दिनभर की भागदौड़ के बाद रात का समय ही फ्री मिलता है और बस हम अपना मोबाइल ले कर बैठ जाते हैं या अपना खानापीना, सभी काम टीवी को देखते हुए करते हैं और कई बार अनावश्यक और जंक फूड आदि ज्यादा ही खा लेते हैं. ऐसे में समय कब निकल जाता है हमें पता ही नहीं चलता और हमे सोने में देर हो जाती है और फिर सुबह जल्दी उठने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिस कारण हम खुद को ऊर्जा से भरा हुआ महसूस नहीं करते. इस का प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है इसलिए खुद को हमेशा चुस्त और दुरुस्त रखने के लिए समय से सोने और जागने की आदत डाल लें.

यदि आप इस दिनचर्या को अपनाएंगे तो शरीर पर अनुकूल फायदे दिखते हैं:

-अच्छी नींद के कारण इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जिस से हमारा शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम हो पाता है और हम जल्दी बीमार नहीं पड़ते.

– अध्ययन में यह भी पाया गया है कि अच्छी नींद शरीर को रिपेयर, रिजेनरैट और रिकवर करने में बहुत मदद करती है.

– 7-8 घंटे की नींद हमारे दिमाग को तरोताजा रखती है, जिस से हमारी स्मरण और सोचनेसम झने की शक्ति बढ़ती है. हम कामों को सही ढंग से कर पाते हैं.

– इस से हमारी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ती है यानी हम कामों को तेजी से कर सकते हैं.

– मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है.

– कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद हमें कई गंभीर बीमारियों जैसे मोटापा, मधुमेह, हृदयरोग, उक्त रक्तचाप से दूर रखती है.

नियमित शारीरिक व्यायाम: नियमित व्यायाम हमारी बढ़ती उम्र की गति को धीमा कर के आप को अधिक समय तक जवान बनाए रखने में मदद करता है. अच्छे स्वास्थ्य और यंग बने रहने के लिए हमें रोज सुबह आधा या 1 घंटा शारीरिक व्यायाम की आवश्यकता होती है, इस के लिए आप अपने लिए वह ऐक्सरसाइज या व्यायाम चुनें जिसे करने में आप को मजा आए.

आप अपने नियमित व्यायाम जैसे तेज चलना, दौड़ लगाना आदि कर सकते हैं. यदि आप को यह करना बोरिंग लगता है तो आप जुंबा या ऐरोबिक्स या डांस को भी शामिल कर सकते हैं. आप जिम या फिर किसी अन्य फिटनैस क्लास का हिस्सा भी बन सकते हैं.

नियमित रूप से व्यायाम करने के फायदे

– नियमित रूप से व्यायाम करने से मेटाबौलिज्म बढ़ता है एवं हमारी कैलोरी तेजी से बर्न होती है, जिस से वजन नियंत्रण में रहता है.

– नियमित व्यायाम हमारी मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है और शरीर में खून के बहाव को भी बेहतर बनाता है, जिस से आप स्वस्थ तो रहते ही हैं साथ ही दिमाग को ब्लड की सही सप्लाई मिलने से यह भी सक्रिय रूप से कार्य करता है एवं नई ब्रैन सेल्स बनने में भी मदद मिलती है.

– नियमित व्यायाम तनाव को कम करता है एवं ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है.

– नियमित व्यायाम करने से शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रौल की मात्रा घट जाती है और अच्छे कोलेस्ट्रौल की मात्रा बढ़ती है. इस से दिल दुरुस्त रहता है और हम अधिक मात्रा में औक्सीजन ले पाते हैं. इस वजह से व्यक्ति को हार्ट अटैक और दिल से संबंधित अन्य बीमारियां होने का खतरा काफी कम हो जाता है.

संतुलित भोजन ही क्यों

यह जानना आवश्यक है कि न केवल जीवित रहने के लिए बल्कि स्वस्थ और सक्रिय जीवन बिताने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना जरूरी होता है क्योंकि संतुलित भोजन में शामिल पौष्टिक तत्व हमारे शरीर में पोषण स्तर को बनाए रखता है ताकि आप स्वस्थ रहें.

संतुलित आहार में रखें ध्यान

– सुबह का नाश्ता कभी भी न छोड़ें.

– सोने से लगभग 1 घंटा पहले भोजन करने की आदत डालें.

– रात में कम एवं हलका भोजन करें.

संतुलित आहार के फायदे

– रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.

– पाचनतंत्र को मजबूत बनाता एवं स्वस्थ रखता है.

– हमारी मांसपेशियों, दांतों, हड्डियों आदि को मजबूत बनाता है.

– व्यक्ति की कार्य क्षमता को बनाए रखने एवं उस के मूड को भी बेहतर बनाए रखता है.

– मस्तिष्क को स्वस्थ बनाता है.

– वजन बढ़ने से रोकता है.

खाएं सीजनल और लोकल फूड पर क्यों

लोकल और सीजनल फल एवं सब्जिया वहां की तापमान, जल और वायु के अनुसार एवं इस में कम से कम कीटनाशक एवं रासायनिक पदार्थों के उपयोग से उगाई जाती है और उसी के अनुसार हमारा शरीर ढल जाता है. इसलिए ये हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है. इस के साथसाथ यह सस्ती होती है. इसलिए कोशिश करें कि हमेशा सीजन की फल एवं सब्जियां ही अपने आहार में शामिल करें.

इस के साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अपने आहार में हलदी, लहसुन, नीबू, गिलोय, तुलसी, आंवला, विटामिन सी युक्त चीजें आदि को जरूर शामिल करें.

अपने लक्ष्य पर रहें अडिग

अकसर अधिकतर लोग शरीर को सुडौल व वजन कम करने के लिए शुरू में तो बहुत जोश से भरे हुए होते हैं. मगर कुछ दिनों बाद उन्हें यह करने में दिक्कत होने लगती है और धीरेधीरे उन का जोश थोड़ा ठंडा पड़ने लगता है और वे अपने लक्ष्य से भटकने लगते हैं.

इस से बचने के लिए इसलिए आवश्यक है थोड़ा धैर्य रखें. यदि जब हम किसी काम में बारबार असफल होते हैं और ज्यादा समय लग रहा होता है तो हम उस काम को बीच में ही छोड़ देते हैं जिस के लिए हमे धैर्य की आवश्यकता होती है.

– हमारा धैर्य हमारी एकाग्रता को बढ़ाता है. हमें लक्ष्य से भटकने नहीं देता.

– हमारे ऊपर निराशा को हावी नहीं होने देता.

-हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.

– हमारा धैर्य ही हमें काम को सही ढंग से और सही समय में करने के लिए प्रेरित करता है.

– धैर्य हम को सिखाता है सफल होने का पाठ क्योंकि इस से हर काम में सफलता मिलना मुमकीन है यंग बनना और बने रहना एक दिन का काम नहीं इस के लिए हमे निरंतर प्रयास करना पड़ता है और अपनेआप को कुछ नियमो में बांधना पड़ता है. इसलिए यदि आप को यंग बने रहना है तो अपनी दिनचर्या में बदलाव लाएं और उन्हें नियमित रूप से पालन करें. इस के परिणाम आप को कुछ महीनो में अवशय ही मिलेंगे क्योंकि बिना धैर्य के सफलता मिलना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.

डिटौक्सीफिकेशन

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक और संवेनशील होती है एवं पर्यावरण का इस पर सीधा प्रभाव पड़ता है. इसलिए इस को स्वस्थ, साफ और चमकदार और जवां बनाए रखने के लिए अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती है. इस के लिए हम न जाने क्याक्या उपचार, लोशन, क्रीम आदि का उपयोग करते हैं, लेकिन अपने खानेपीने की आदतों में बदलाव नहीं लाते जिस के कारण त्वचा को स्वस्थ और जवां रखने में कई बार पीछे रह जाते हैं और असमय ही हमारे त्वचा पर  झुर्रियां आ जाती हैं.

इन परेशानियों से बचने के लिए त्वचा को डिटौक्सीफाई करना जरूरी है. स्वस्थ रहने और दिखने के लिए शरीर को सिर्फ बाहर से ही नहीं अंदर की गंदगी को दूर करना भी जरूरी है.

शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त कराना, पोषण देना और आराम पहुंचाना डिटौक्सीफिकेशन कहलाता है.

यदि आप हमेशा सुस्ती का अनुभव करते हैं या अचानक आप के चेहरे पर मुहांसे और त्वचा पर फुंसी निकल आती हैं या आप अपने पाचनतंत्र में कुछ गड़बड़ी महसूस कर रहे हैं, तो आप का शरीर विषाक्त हो चुका है. आप के शरीर को जरूरत है डिटौक्सीफिकेशन की ताकि आप अपने शरीर को स्वस्थ और जवां रख सकें और शरीर को सिर्फ बाहर से ही नहीं अंदर की गंदगियोें को भी दूर कर सकें. यंग रहने और दिखने के लिए आप के चेहरे पर चमक की आवश्यकता होती है. बस इस के लिए आप को उस के देखभाल की जरूरत है.

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