नया साल 2024 की शुरुआत होने वाली है, हर कोई अपने ढंग से इस साल को नए रूप में मनाने की कोशिश करने वाले है. होटलों, दुकानों और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ की कमी नहीं है, ऐसे में फिल्म हो या टीवी सेलेब्रिटी थोड़े सुकून की जिंदगी अपने परिवार के साथ बिताना पसंद कर रहे है और एक नई और ताजगी के साथ आगे आने वाले वर्ष का स्वागत भी करना चाहते है. इस बार उन सभी ने नए साल में नई सोच को प्राथमिकता दी है, जिससे हर तरफ लोग खुश रह सकें, जो आज के तनाव भरे माहौल के लिए बहुत जरुरी है. इस साल को वे खुशियों से भर देना चाहते है, जिसमे वे अपने साथ अपने परिवार और अपने आसपास के सभी को नई सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए कहते  है, क्या है उनके सुझाव, आइये जानते है.

रीवा अरोड़ा

‘उरीः द सर्जिकल स्ट्राइक’ और ‘मॉम’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री रीवा अरोड़ा कहती है कि मैं नए साल में हर बार कुछ नई सोच के साथ प्रवेश करना चाहती हूँ. इस बार मैं अपने परिवार के साथ वृन्दावन में हूँ और सर्दी के मौसम को महसूस कर रही हूँ, मुझे ये खिला – खिला मौसम बहुत पसंद है. इस बार मैं दर्शकों को आने वाली दो फिल्मों में काम कर उन्हें खुश करना चाहती हूँ. शारीरिक रूप से इस बार मुझे थोडा बैकपैन है, जो मुझे डांस और वर्कआउट के दौरान हुआ था, उसे ठीक करने में लगी हूँ और रेस्ट कर रही हूँ. मैं नए साल में फिट रहना चाहती हूँ, ताकि मुंबई जाकर शूटिंग शुरू कर सकूँ. आगे मैं पूरे साल भारत के विभिन्न स्थानों पर घूमकर एक्स्प्लोर करना चाहती हूँ, मुझे वृन्दावन बहुत पसंद है, क्योंकि यहाँ के लोगों की सादगी बहुत अच्छी लगती है. पर्यावरण की बात करें तो हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने आसपास और देश को स्वच्छ रखने की कोशिश करें. इधर – उधर न थूंके. इतनी सुन्दर वृन्दावन में भी हायजीन की कमी मुझे कई बार दुखी करती है.

सुमित राघवन

वागले की दुनिया फेम सुमित राघवन कहते है कि नए साल में सामाजिक रूप से मैं एक एलर्ट सिटीजन रहना चाहता हूँ, जिसमे अगर कोई राह चलते थूकता है तो मुझे उसे समझाना पड़ेगा कि ये गलत है, अगर कोई चलती हुई गाडी से खिड़की खोलकर कुछ बाहर फेंकता है, तो उसे रोकना पसंद करूँगा और यहाँ मैं अपने चेहरे का प्रयोग करूँगा, जिसे दर्शकों ने हमेशा चाहा है. शारीरिक रूप से नए साल में मैं फिट और हेल्दी रहना पसंद करूँगा. बीच – बीच में बड़ा पाँव, पिज़्ज़ा और चोकलेट केक भी खाऊंगा, लेकिन आधा घंटे की वर्कआउट मैं अवश्य करना चाहूँगा, जिससे मैं मानसिक रूप से स्वस्थ रहूँ. पर्यावरण की अगर मैं बात करूँ तो नए साल में जो लोग पर्यावरण को ख़राब अपनी गलत आदतों की वजह से कर रहे है, कचरा इधर – उधर फेंक रहे है, उन्हें बंद करने की कोशिश करूँगा. इसके अलावा मैंने अपनी स्टूडियों के आसपास प्लांट्स लगवाए है और आगे भी लगाता रहूँगा. मैंने अपने मेकअप रूम के आगे एक किचन गार्डेन भी बनाया है, ताकि क्लाइमेट चेंज को कम किया जा सकें.

इंद्राक्षी कांजीलाल

पुष्पा इम्पॉसिबल धारावाहिक में अभिनय कर रही कोलकाता की इंद्राक्षी कांजीलाल कहती है कि नए साल में सभी को अपने आसपास और परिवार से एक अच्छी बोन्डिंग बनाए रखने की जरुरत है, क्योंकि आजकल लोग बहुत अधिक सेल्फ सेंटर्ड होते जा रहे है. मैं भी यही कोशिश करूंगी, कि मैं अपनी उपस्थिति को समाज और परिवार में एक सम्मानजनक रूप में दर्ज करवा सकूं, गलत का समर्थन न करूँ. शारीरिक रूप से हेल्दी रहने की कोशिश करूँगी, क्योंकि स्वास्थ्य ही सबसे उत्तम धन है. पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाऊं, आसपास पेड़ लगाकर लोगों को प्रेरित करूँ, ताकि मौसम में आये इस अचानक बदलाव और पृथ्वी को गर्म होने से बचा सकूँ.

राकेश कौल

अभिनेता राकेश कौल कहते है कि आज विश्व में सभी लोगों पर काम का दबाव अधिक हो चुका है. हर स्माइल के पीछे एक संघर्ष की कहानी है, जिसे हम नहीं समझ पाते, इसलिए ऐसे लोगों के लिए मैं नए साल में दयावान रहना पसंद करूँगा और चारों तरफ खुशियाँ बिखेरना चाहूँगा. अगर किसी ने कुछ अच्छा काम मेहनत से किया है, तो उसे शाबासी देने में कंजूसी नहीं करूँगा. कोई अंजान अगर मुझे देखकर मुस्कुराये, तो एक स्माइल मैं भी करूँगा. एक मुस्कराहट हर किसी को एक सुकून देती है और इससे मैं नए साल में अधिक से अधिक बिखेरना चाहूँगा.

महेश ठाकुर

अभिनेता महेश ठाकुर का वर्ष 2024 के लिए सभी को नई सोच के साथ प्रवेश करने को कहते है, जिसमे अपने स्वास्थ्य, समाज और पर्यावरण प्रदूषण पर ध्यान देना जरुरी समझते है. वे कहते है कि आगे आने वाले साल में सभी को समवेत रूप से समाज को बदलने के लिए आगे आना पड़ेगा. तभी हमारे फ्यूचर जेनरेशन को आगे आने में मदद मिलेगी. जहाँ भष्टाचार है, अन्याय है, उसे दूर से नहीं, सामने आकर समन्वित रूप से दूर करें. जब तक सब साथ मिलकर आवाज नहीं उठायेंगे, बदलाव होना संभव नहीं हो सकता. पर्यावरण में बदलाव के लिए हर एक इंसान को एक या दो पौधे निश्चित स्थान पर लगाते रहना है, तभी जाकर जलवायु परिवर्तन की समस्या 20 साल में ख़त्म हो सकती है. ये मुश्किल नहीं, जहाँ आप रहते है, अपने पास एक प्लांट लगाकर उसकी सेवा कर बड़ा करें. 20 साल बाद पर्यावरण प्रदूषण में कमी अवश्य आएगी.

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