22 साल की रीमा को कालेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद एक एमएनसी में अच्छी नौकरी मिली. नौकरी मिलने की खुशी तो उसे बहुत रही, लेकिन हमेशा इस बात की चिंता उसे सताती रही कि पहला दिन औफिस में कैसा होगा. वह अपने वर्किंग फ्रैंड्स से पूछती रही कि उन्होंने कैसे पहले दिन को फेस किया है?
सभी की मिलीजुली प्रतिक्रिया उसे सुनने को मिली. सही जानकारी के लिए रीमा ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया, लेकिन नर्वसनैस उस के मन में लगातार आती रही कि वह किस तरह औफिस में पहला दिन फेस करे.
यह सही है कि औफिस का पहला दिन हर व्यक्ति के लिए खास होता है. कुछ लोग पहले दिन नर्वस होते हैं, तो कुछ ऐक्साइटेड भी हो जाते हैं. ऐसे व्यक्ति पढ़ाई खत्म करने के बाद औफिस के प्रोफैशनल लाइफ से पूरी तरह से अनजान रहते हैं और मन में कई प्रकार के प्रश्न उठते रहते हैं, जिस से निकल पाना उन के लिए मुश्किल होता है. कुछ सुझाव निम्न हैं :
आउटफिट पर दें ध्यान
आउटफिट के साथ औफिस में पहले दिन प्रवेश करना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि आउटफिट से ही पहला इंप्रैशन बनता है। सही आउटफिट के द्वारा औफिस में इसे बनाना संभव भी होता है. अगर औफिस में किसी प्रकार का ड्रैस कोड है, तो उसे अपने पर्सनैलिटी के हिसाब से सही और फिट हो, इस का ध्यान रखना चाहिए.
अगर किसी प्रकार के हलके मेकअप की जरूरत हो, तो उसे भी करने से पीछे न हटें. अगर आप परफ्यूम की शौकीन हैं, तो माइल्ड खुशबू की परफ्यूम का व्यवहार करें. अधिक मेकअप और अधिक खुशबू वाले परफ्यूम कभी भी औफिस में जाते समय व्यवहार न करें.
जौब प्रोफाइल को जानें
औफिस में जाने के बाद सब से पहले अपने सीनियर से बातचीत कर अपनी जौब को जान लें, ताकि आप को आगे बढ़ने में आसानी हो.
कंपनी के लक्ष्यों के अनुरूप कार्य करने की योजना बनाएं। वर्क कल्चर को समझें। पहली बार औफिस जौइन करते वक्त वहां के वर्क कल्चर को जानना आवश्यक होता है। हर औफिस का एक डेकोरम होता है, उसे जान लेना जरूरी है. इस के अलावा वहां की पौलिसी, टर्म्स ऐंड कंडिशंस के बारे में भी जानकारी ले लेनी चाहिए, ताकि आप खुद को उन के अनुसार ढाल सकें. आप मेहनती हो सकती हैं, लेकिन औफिस में काम करने के तरीकों को जान लें और उस के अनुसार ही काम की शुरुआत करें. इस के अलावा अपने कौन्फिडेंस को हमेशा बनाए रखें.
गौसिप से रहें दूर
औफिस गौसिप और पौलिटिक्स से हमेशा दूर रहें, क्योंकि इस से कई बार आप के व्यक्तित्व की पहचान बिगड़ती है. हां, इतना अवश्य है कि जहां आप को अपनी बात रखनी है वहां अपनी बात रखने से हिचकिचाएं नहीं. औफिस के गौसिप से दूर रहना ही हमेशा बेहतर होता है, इसलिए सब की सुनें, लेकिन
किसी के बहकावे में न आएं.
मदद मांगने से पीछे न हटें
अगर आप को औफिस के पहले दिन कुछ समझ नहीं आ रहा है, तो किसी से मदद मांगने से पीछे न हटें और जिस व्यक्ति ने आप की मदद की है, उसे क्रैडिट देना भी न भूलें.
सही औबजर्वर बनें
शुरू के कुछ दिनों में हर किसी को औबजर्व करें और सब की सुनें. किसी के द्वारा पूछे या मांगे जाने पर ही अपना सुझाव दें. अपनी राय व्यक्त करते समय विनम्र रहें. यह बात ध्यान में रखें कि कंपनी को पता है कि आप फ्रेशर हैं व आप चीजों को जानने, समझने और सीखने में समय ले सकते हैं, लेकिन आप से यह हमेशा अपेक्षा की जाती है कि आप चीजों को सही तरीके से समझते हुए बदलावों के अनुकूल कार्य करें और हमेशा अपने काम को ले कर एलर्ट रहें.
समय पर करें काम
हर कंपनी चाहती है कि उस के कर्मचारी समय पर काम को पूरा करें, ऐसे मैं आप को टाइम मैनेजमेंट करने आना चाहिए। इस में वर्क कल्चर को भी ध्यान में रखना होगा. अगर समय पर आप काम को अच्छी तरह से पूरा कर देंगे, तो आपका इंप्रैशन औफिस में बना रहेगा. काम में बैस्ट परफौर्मेंस देने के साथसाथ आप का स्वभाव भी विनम्र हो, ताकि आपका पौजिटिव ऐटीट्यूड भी शो होगा.
इस तरह इन छोटीछोटी बातों का ध्यान रख कर आप औफिस के पहले दिन को बेहतर बना सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं. इस में हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आप की पर्सनैलिटी और धीरज ही आप को किसी बड़े ओहदे पर पहुंचाने में मदद करती है, जिस कामयाबी का सपना आप ने देखा है.