सिनेमाघरों में फिल्में तो आपने बहुत देखी होंगी लेकिन अगर आपको फिल्म बाहर खुले क्षेत्र में दिखाई जाये तो सोचिए कैसा लगेगा. ऐसे ही दुनिया में कुछ सिनेमाघर हैं जहां खुले आसमान में शाम ढलते ही फिल्म दिखाई जाती है. जर्मनी में ऐसे कई शहर हैं जहाँ इस तरह के फिल्म समारोह होते हैं. वहां यूनिवर्सिटी के मैदान में या फिर खुले बगीचे में फिल्म समारोह होता है और लोगों क बड़े पर्दे पर फिल्म दिखाई जाती है

हमारे साथ आप यहां जान सकते हैं, विदेश के कई ऐसे शहरों के बारे में जहां आप खुले आसमान के नीचे आराम से फिल्म देख कर मजा ले सकते हैं.

बर्लिन

यहां फिल्म देखने के साथ पिकनिक भी मना सकते हैं. यहां पर लोग बेंचों पर बैठकर या कॉफीहाउस की टेबलों पर बैठकर फिल्म का मजा ले सकते हैं, अगर आप चाहे तो फिल्म का मजा लेटकर भी ले सकते हैं.

म्यूनिख

म्यूनिख में किनो, मोंड उंड श्टैर्ने नाम की जगह अपना 20वां साल बना रही है. एम्फीथियेटर में 13 सीढ़ियों पर बेठे दर्शक एकदम अच्छे से फिल्म का मजा ले सकते हैं और फिल्म देखने के बाद कोई घर न जाना चाहे तो पास के मैदान पर बार्बेक्यू कर ले.

म्यूनिख में साल 1972 के ओलंपिक के लिए बनी जगह खिलाड़ियों और घूमने वालों के काम आती है. यहां कुछ ऐसे सिनेमाघर हैं, जो 3D फिल्में भी दिखाते हैं. यहां मई से सितंबर के बीच खुले आसमान में भी फिल्म दिखाते हैं.

ड्रेसडेन

ड्रेसडेन में एल्बे नदी के किनारे खुले आसमान में फिल्म देखना एक रोमांटिक अनुभव है. यहां जून से सितंबर के बीच में हर दिन 3,000 लोग फिल्म देख सकते हैं.

बाडेन व्युर्टेम्बर्ग

यहां पुराने मठों के बीच कड़ी दीवारों पर बाडेन व्युर्टेम्बर्ग के आल्पिर्सबाख में फिल्में दिखाई जाती हैं. यहां बगीचे में लगभग 300 लोग कुर्सियों पर बैठकर फिल्म का मजा ले सकते हैं और मठ की परंपरा के हिसाब से ताजा बीयर भी बीच बीच में मिलती है.

डुइसबुर्ग

डुइसबुर्ग के समर फिल्म फेस्टिवल के दौरान फिल्मों का मजा लेने के साथ-साथ वहां आप आस-पास के इंडस्ट्रियल एरिया में रंग बिरंगी रौशनी का मजा और भी ज्यादा देखने लायक होता है.

बॉन

बॉन की यूनिवर्सिटी में हर साल मूक फिल्म समारोह होता है और वो भी खुले आसमान के नीचे. मार्लेने डीटरिष, चार्ली चैप्लिन फिल्मों का छोटा सा हिस्सा हैं. मुफ्त फेस्टिवल पियानो संगीत के साथ होता है.

हैम्बर्ग

हैम्बर्ग में शांसेनपार्क में फिल्मों का समारोह होता है किसी जमाने में यह तस्करों का अड्डा हुआ करता था लेकिन ये जगह अब सांस्कृतिक केंद्र है. हॉलीवुड की मशहूर फिल्में तो दिखाई जाती हैं लेकिन आप यहां डॉक्युमेंट्री फिल्में भी देख सकते हैं.

लुडविग्सबुर्ग

ऐतिहासिक लुडविग्सबुर्ग में 20वीं सदी में यहां कार्ल बैरेक्स बनाई गई. पहले इस जगह अस्तबल और परेड ग्राउंड थे लेकिन अब यहां सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं. इनमें कासेर्नेकिनो यानि फिल्में भी शामिल हैं.

श्टुटगार्ट

अगस्त में श्टुटगार्ट का मर्सिडीज बेंज वर्ल्ड शाम को ओपन एयर इवेंट की जगह बन जाता है. कार के म्यूजियम के एरिना में 700 दर्शक आ सकते हैं. 16 रातों में यहां ब्लॉकबस्टर और क्लासिक फिल्में दिखाई जाती हैं.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...