आउटसाइडर का लर्निंग पीरियड लगातार चलता रहता है – अनुप्रिया गोयनका

मौडलिंग से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली एकअनुप्रिया गोयनका कानपुर की है. बचपन से ही अभिनय की इच्छा रखने वाली अनुप्रिया का साथ दिया उसके माता-पिता ने. विज्ञापनों में काम करते हुए उन्हें कई भूमिकाएं मिली, जिसमें फिल्म ‘टाइगर जिन्दा है, ‘पद्मावत’ और ‘वार’ में उसकी भूमिका को लोगों ने सराहा. विनम्र और हंसमुख स्वभाव की अनुप्रिया काम जो भी मिले उसे अच्छी तरह करना पसंद करती है. उसकी जर्नी शुरू हुई है और अभी उसे कई फिल्मों और वेब सीरीज के औफर भी मिल रहे है. फिल्मों का सफल होना और उसमें काम की सराहना होना कितना जरुरी है इस बारें में उसने बातचीत की. पेश है अंश.

सवाल-फिल्म वार की सफलता आपके लिए कितना माइने रखती है?

इसका फायदा मिलता है, क्योंकि ये एक बड़ी फिल्म है. इसे बहुत लोगों ने देखा और मेरी भूमिका बहुत अच्छी रही. बड़ा रोल दो हीरो के बीच में मिलना आसान नहीं होता. मेरे लिए एक एक्शन फिल्म में काम करना सबसे बड़ी उपलब्धि है. मेरे लिए एक एजेंट की भूमिका निभाना आसान नहीं था. लुक अलग था. मैंने इंटेंस रोल किया है. ये उससे अलग थी, जिससे मुझे काम करने में अच्छा लगा. मेरी भूमिका स्ट्रोंग थी, जो मेरे लिए बड़ी बात रही.

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सवाल-आपने अच्छे चरित्र निभाये है, उस हिसाब से आपके पास फिल्मों की संख्या कम है, इसकी वजह क्या है?

मैं हमेशा से थोड़ी क्वालिटी वर्क करने के पक्ष में हूं. भूमिका छोटी हो या बड़ी,  इस बात पर मैंने कभी अधिक जोर नहीं दिया. मेरे लिए चरित्र और जिनके साथ काम कर रही हूं वह अच्छा होना बहुत जरुरी है. जहां मुझे लगता है कि मैं कुछ उनसे सीखूंगी, नया चरित्र है, या काम करने में मज़ा आएगा, वहां मैं काम करना पसंद करती हूं. मैं रोमांटिक, ग्रामीण और कौमेडी फिल्म करना चाहती हूं. इसके अलावा मुझे पीरियड फिल्म बहुत पसंद है. अलग और क्वालिटी वर्क जो अलग हो उसे करना पसंद करती हूं. मेरे पास जो स्क्रिप्ट आती है, उसमें से मैं अच्छी भूमिका को खोजकर काम करती हूं.

सवाल-नयी भूमिका के लिए आप की मेहनत क्या होती है?

हर फिल्म की एक ख़ास जरुरत होती है जैसे फिल्म ‘वॉर’ के लिए शारीरिक रूप से फिट महिला चाहिए था, उसके लिए मैंने काफी वर्क आउट किया, कई क्लासेज भी किया था. अगर फिल्म एक्शन वाली हो, तो उसके लिए फिटनेस की जरुरत होती है. पद्मावत फिल्म में मैंने रानी नागमती की भूमिका के लिए बहुत रिसर्च किया. मैं खुद भी राजस्थान से हूं, इसलिए वहां की रीतिरिवाज से परिचित थी. फिर भी मैंने संवाद बोलने के तरीके को अच्छी तरह से सीखा. इस तरह से मैंने हर किरदार के साथ पूरी तरह से न्याय देने की कोशिश किया है और उसके लिए जो भी जरुरी हो उसे अवश्य करती हूं, ताकि भूमिका सजीव लगे.

सवाल-अभी किस तरह की संघर्ष आपके साथ रहती है?

मुझे यहां इंडस्ट्री में कोई जानने वाला नहीं है, ऐसे में मेरे लिए कोई कहानी लिखी नहीं जायेगी. मुझे काम ढूढना पड़ा और सब कुछ सीखना पड़ा.  टाइगर जिन्दा है और पद्मावत फिल्म के बाद औडिशन देने की संख्या कम हो गयी है. ये मेरे लिए सबसे अधिक राहत है. इसके अलावा अभी भी आगे काम के लिए निर्देशकों से मिलना पड़ता है, पर मैं फिल्मों के अलावा विज्ञापनों में भी काम करती हूं. आउटसाइडर के कलाकार का लर्निंग पीरियड हमेशा चलता ही रहता है.

सवाल-आगे क्या कर रही है?

अभी मैं निर्माता, निर्देशक प्रकाश झा के साथ एक वेब सीरीज कर रही हूं. उसका अनुभव बहुत अच्छा रहा है. इसके अलावा अरशद वारसी के साथ एक साइकोलोजिकल थ्रिलर वेब पर काम चल रहा है.

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सवाल-वेब सीरीज की आजादी को आप कैसे लेती है?

कोई भी चीज जब दबी हो और एकदम से उसे आज़ादी मिलने पर बहुत कुछ बाहर निकल कर आती है ,जो ठीक नहीं होता,लेकिन समय के साथ उसमें बदलाव होता है. आज कई नयी और अच्छी कहानियाँ वेब सीरीज के द्वारा कही जा रही है, जिसमें क्राइम, गैंग्स्टर जैसी कहानियां मुख्य नहीं है और वह आगे धीरे-धीरे दर्शकों की पसंद के अनुसार बदलने की उम्मीद है.

सवाल-अन्तरंग दृश्यों के लिए आप कितनी कौम्फोरटेबल है?

मैं बहुत सहज हूं, लेकिन सीन्स उस कहानी के साथ जाने की जरुरत होनी चाहिए. महिलाओं की कामुकता को उसकी गहराई को दिखाए बिना, छोटेपन के लिहाज़ से दिखाया जाय, तो उसमें मैं सहज नहीं और करना भी नहीं चाहूंगी. ऐसे दृश्य को बहुत ही मर्यादित तरीके से दिखाए जाने की जरुरत है, क्योंकि एक औरत में बहुत सारी चीजे होती है.

सवाल-किस तरह के सामाजिक कार्य आप करना पसंद करती है?

मैंने अभिनय से पहले गरीब बच्चों की शिक्षा को लेकर कुछ काम किया है, पर अब ह्यूमन ट्राफिकिंग पर काम करना चाहती हूं, जो हमारे देश में बहुत जरूरी है.

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सवाल-अभिनय के अलावा क्या करना पसंद करती है?

डांसिंग, सिंगिंग करती हूं. पेंटिंग और गाने सुनती हूं. इसके अलावा मैं अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हूं.

सवाल-गृहशोभा की महिलाओं के लिए क्या मेसेज देना चाहती है?

महिलाओं को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होने की जरुरत है. जिससे उनकी सोच और विचार को कहने की आज़ादी उन्हें मिले. तभी वे एक अच्छे भविष्य का निर्माण कर सकती है.

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