Wedding Special: शादी से पहले कुछ इस तरह निखारें अपनी सुंदरता

अपनी शादी का दिन हर किसी के लिए खास होता है और इस मौके पर हर दुलहन सुंदर दिखना चाहती है. लेकिन हमारे देश में शादी के दौरान होने वाली पारंपरिक रस्मों को व्यवस्थित ढंग से निभाना टेढ़ी खीर है, इसलिए इस दौरान दुलहन और सही ढंग से अपना खयाल नहीं रख पाती. हालांकि शादी तो 1 दिन की होती है परंतु उस की यादें हमेशा के लिए होती हैं, इसलिए कपड़े और स्थल वगैरह पहले ही तय कर लिए जाते हैं. लेकिन इन सब के बीच दुलहन अपनी त्वचा और स्वास्थ्य का खयाल आमतौर पर नहीं रख पाती.

जब कि आप अच्छी दिखती हैं तो बेहतर महसूस करती हैं और ऐसा होने से आप का आत्मविश्वास भी बढ़ जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि लंबे समय तक लोगों की याददाशत में बने रहने का एकमात्र रास्ता है कि उस दिन आप सब से अलग दिखें. इस के लिए आजकल शरीर की रूपरेखा संवारना (बौडी कंटूरिंग), त्वचा का जीर्णोद्धार (स्किन रिजुविनेशन), दागधब्बे हटाना (स्कार रिमूविंग), चेहरे को आकर्षक बनाना (फेस लिफटिंग), लेजर चिकित्सा और डर्मल फिलर्स आदि विभिन्न प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं, जो आप की त्वचा तथा शरीर में फिर से जान भरते हैं. इन उपचारों का सब से बड़ा फायदा यह है कि ये मुंहासे, बालों का गिरना, ब्लैकहैड्स, पिगमैंटेशन, झुर्रियों व दागधब्बों को रोकते हैं और आप के चेहरे की खोई रंगत आप को वापस दिलाते हैं.

ये सभी उपचार एक ब्राइडल पैकेज में आते हैं और वह पैकेज कैसा हो यह आप की त्वचा पर निर्भर करता है. उस में वह सब मौजूद होता है, जो आप की त्वचा को शादी जैसे मौके के लिए सुंदर बनाने के लिए चाहिए. मेडलिंक्स के डा. गौरंग के अनुसार, अगर आप स्किन ट्रीटमैंट की योजना बना रही हैं, तो आप को शादी के दिन के 6 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.अगर शादी की तैयारी के लिए आप फिलर्स (भराव) व बोटोक्स की सोच रही हैं तो आप को इसे समय रहते करवाना होता है. बोटोक्स की प्रक्रिया पूरी होने में 3 से 4 महीने का वक्त लगता है, इसलिए इस के अनुसार योजना बनाएं. झुर्रियां व शिकन को हटाने में यह अद्भुत ढंग से काम करता है और आप के चेहरे की मांसपेशियों को चिकना बना कर उन में जान फूंक देता है. अंतत: इस का असर आप की मुसकराहट पर भी दिखता है.

  • अगर आप के चेहरे पर काले धब्बे हैं, तो इस के उपचार के लिए किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ की सलाह लें. लेजर उपचार, फोटो फेशियल्स तथा पैड्स व क्रीम जैसे उत्पाद आप की त्वचा में चमक ला सकते हैं.
  • अगर आप के चेहरे व शरीर पर बहुत अधिक बाल हैं और आप लेजर हेयर रिमूवल चिकित्सा की योजना बना रही हैं, तो इसे भी 6 महीने पहले कराने की जरूरत है. स्थिति के अनुरूप इस उपचार के कई सत्र की आवश्यकता पड़ सकती है.
  • बौडी कंटूरिंग के अंतर्गत आप के शरीर के वजन और चरबी को कम किया जाता है ताकि आप के शरीर को सुडौल बनाया जा सके. इस के लिए शादी के 3-4 महीने पहले योजना बनाएं ताकि आप इस की अभ्यस्त हो सकें.
  • इस के अलावा आप रोज अपनी त्वचा को क्लीन, ऐक्सफोलिएट और मौइश्चराइज करना सुनिश्चित करें. आज के समय में जब हर तरफ प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, दिनप्रतिदिन हमारी त्वचा अपनी प्राकृतिक चमक खोती जा रही है और ऐसे में प्री ब्राइडल प्रक्रिया वास्तव में बहुत जरूरी हो चुकी है.

क्या है प्री ब्राइडल प्रक्रिया

मूल रूप से यह शादी के पहले की जाने वाली त्वचा की पूरी देखभाल प्रक्रिया का समूह है. जिसे 1 पूरा दिन स्पा में बिता कर या फिर 4 महीने की पूरी दिनचर्या को अपना कर पूरा किया जा सकता है. मूल बात यह है कि ये अपनाने योग्य प्रक्रियाएं हैं और यदि शादी के कुछ दिन पूर्व आप यह सब 1 दिन में पूरा करना चाह रही हैं तो ये प्रक्रियाएं हैं:

  • मैनिक्योर.
  • पैडिक्योर.
  • फैशियल (यह प्रक्रिया आप के चेहरे को दुलहन वाली चमक देती है).
  • वैक्सिंग.
  • थ्रेडिंग.
  • हेयर स्पा.
  • बौडी पौलिश.
  • बौडी मसाज.

इन सब के बाद अगर संभव हो तो आप प्री ब्राइडल बाथ चुन सकती हैं, जो प्राचीन समय का उपचार है. इस में गुलाब की पंखुडि़यों आदि का इस्तेमाल किया जाता है, जो बौडी सिस्टम को सुकून देने वाला होता है. इन सब के अलावा अगर आप 2 या 3 या 4 महीने के प्री ब्राइडल की पूरी प्रक्रिया कराती हैं, तो हर महीने आप को इन प्रक्रियाओं को दोहराना चाहिए:

  • मैनिक्योर.
  • पैडिक्योर.
  • फेशियल क्लीनअप (त्वचा की स्थिति के अनुसार).
  • वैक्सिंग.
  • हेयर केयर.

अगर ये सारी प्रक्रियाएं आप के बजट से बाहर हो रही हैं, तो शादी के पहले कम से कम एक बार प्री ब्राइडल जरूर कराएं.

दमकती त्वचा हासिल करें

अगर आप आनुवंशिक तौर पर बहुत अच्छी त्वचा की मालकिन नहीं हैं, तो दोषरहित और दमकती त्वचा हासिल करने के लिए आप को प्रयास की जरूरत है. हालांकि तमाम तरह के लोशन व फेशियल इस में सहायक हैं, परंतु उस स्वस्थ चमक का कोई विकल्प नहीं है, जो प्राकृतिक तौर पर हासिल की जाती है. इस के नुसखे निम्नलिखित हैं:हर रोज 2 लिटर पानी पीएं यह शरीर से जहरीले तत्त्वों को बाहर करने में सहायक होता है. पानी की मात्रा का ध्यान रखने के लिए आप अपने लिए एक पानी की बोतल अलग रख लें. इस से आप को सहज ही पता लग जाएगा कि आप ने 2 लिटर पानी पीया या नहीं.

हर रोज नारियल पानी पीएं

अपनी त्वचा को स्वस्थ बनाने का यह ऐसा नुसखा है जिस से आप की त्वचा सचमुच अंदर से चमक उठेगी. अगर रोज एक नारियल खरीद पाना संभव न हो, तो आप एक बार में इकट्ठा उन्हें खरीद सकती हैं.

मल्टी विटामिन लें

वैसे कोई भी दवा लेने के पूर्व डाक्टर की सलाह लें, परंतु शादी के कुछ महीने पहले से मल्टी विटामिन लेना आप के शरीर व स्वास्थ्य को रौनक देता है, जिस से आप की त्वचा भी दमकती है.

व्यायाम करें और स्वस्थ आहार लें

जंक फूड से तोबा और व्यायाम आप के शरीर से जहरीले तत्त्वों को बाहर निकाल देता है, जिस का सीधा असर आप की त्वचा के स्वास्थ्य पर होता है और आप की त्वचा से आप का स्वस्थ शरीर प्रतिबिंबित होता है.

खुश रहें

एक स्वस्थ तन परंतु उस के साथ नाखुश मन, यह कभी सुंदर चेहरे का प्रतीक नहीं होता. हालांकि व्यायाम का आप की मनोदशा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि खुश रखने वाले सभी हारमोन व्यायाम के दौरान मुक्त होते हैं. फिर भी आप को स्वयं को भीतर से अच्छा महसूस करने के अन्य प्रयास भी करते रहना चाहिए. ऐसा करना तब और जरूरी हो जाता है जब आप की शादी होने वाली हो, क्योंकि अपनी नौकरी के साथसाथ शादी की तैयारी हेतु विभिन्न कार्यों को निबटाना आप के लिए गंभीर तनाव का कारण बन सकता है.

कुछ अन्य नुसखे

एक स्वस्थ दिनचर्या के अलावा अपनी त्वचा की देखभाल के लिए यह भी करें:

दिन में 2 बार चेहरा साफ करें

हमें मालूम है कि हम में से कई रात में आलस महसूस करते हैं, इसलिए कुछ करना नहीं चाहते. परंतु रात में बिस्तर पर जाने से पहले आप को अपना चेहरा निश्चित तौर पर धोना चाहिए. आप को अपना मेकअप हटा लेना चाहिए. मेकअप के साथ सोना नुकसानदेह है. यह भी सुनिश्चित करें कि मेकअप रिमूवर को भी धो कर चेहरे से पूरी तरह साफ कर दिया गया हो, क्योंकि कुछ रिमूवर आप की त्वचा पर तैलीय अवशेष छोड़ देते हैं, जो कई बार धोने से भी साफ नहीं होते. मेकअप हटाने के बाद वह बिलकुल साफ हो जाए, ऐसा सुनिश्चित करने के लिए गुलाबजल में भिगोए हुए कौटन पैड का इस्तेमाल करें.

मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करें

एक दुलहन के लिए रोज 2 बार मौइश्चराइजर का इस्तेमाल करने की सलाह के पीछे एक खास कारण यह है कि इस से उस का मेकअप उस खास दिन तक बिलकुल सटीक हो जाता है. यह छोटे हिस्सों में नहीं सिमटता और सहजता से फैलता है और कोई परत नहीं बनाता. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मौइश्चराइजर आप के चेहरे पर अतिरिक्त तेल उत्पादित करना बंद कर देता है. आप 1 महीने तक यह जारी रखें. आप को अंतर महसूस हो जाएगा.

सनस्क्रीन लोशन तत्परता से लगाएं

आप की उम्र 20 वर्ष से 40 वर्ष के बीच कुछ भी हो, धूप की वजह से होने वाली समस्याओं के लक्षण कभी भी दिख सकते हैं. इन लक्षणों में भूरे धब्बे व सूक्ष्म बदरंग निशान शामिल होते हैं, जो बिना किसी चेतावनी के दिखने शुरू हो जाते हैं तथा आप कुछ भी कर लें हटने का नाम नहीं लेते. दुलहन के तौर पर आप निश्चित तौर पर कंसीलर का पूरा पैक आजमाना चाहेंगी ताकि ये दागधब्बे गायब हो जाएं. परंतु क्या यह सही नहीं होगा कि जितना संभव हो इन समस्याओं को दूर ही रखा जाए? धूप के वक्त बाहर जाने से पहले 15-20 मिनट तक सनस्क्रीन लोशन लगाएं (30 से 50 एसपीएफ की मात्रा पर्याप्त होगी) और अगर आप को ज्यादा देर तक धूप में बाहर रहना हो तो 2 घंटे में इस प्रक्रिया को दोहराएं.

हर हफ्ते फेसपैक लगाएं

सप्ताह में 1 बार घर पर फेसपैक लगाएं. तैलीय त्वचा वाली लड़कियों के लिए मुल्तानी मिट्टी का फेसपैक उपयुक्त होगा, जबकि जो लड़कियां शुष्क त्वचा से परेशान हैं, वे शहद आधारित पैक का इस्तेमाल करें, जो नमी बनाए रखने में कारगर होता है.

त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें

अगर आप त्वचा की किसी समस्या जैसे मुंहासे या त्वचा के रंग में परिवर्तन आदि का सामना कर रही हैं, तो शादी के 3 महीने पहले ही किसी त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें. उपचार के नजर आने वाले परिणाम के सामने आने में देरी होती है, इसलिए जितनी जल्दी हो समस्या के सामने आते ही डाक्टर के पास जाएं. यहां तक कि आप को त्वचा से संबंधित कोई समस्या न भी हो तो भी 1 से 2 बार त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास जरूर जाएं, क्योंकि ये डाक्टर आप को आप के लिए जरूरी प्री ब्राइडल व सामान्य स्किन केयर उपचार के बारे में बताते हैं. जैसे फेसपैक से ले कर फेशियल तक. ये सब आप की त्वचा के प्रकार व उस की जरूरत के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं.

कुछ फेशियल की मदद लें

क्या सभी दुलहनों को फेशियल की आवश्यकता होती है? शायद नहीं. परंतु क्या सभी दुलहनों को फेशियल करवाना चाहिए? अधिकतर मामलों में हां. जब तक आप के त्वचा रोग विशेषज्ञ इस के लिए बिलकुल मना नहीं कर देते, आप को कुछ तरह के फेशियल करा लेने चाहिए. सामान्यतया शादी से पहले 2-3 फेशियल काफी होते हैं और यह निश्चित करें कि लास्ट फेशियल शादी के पहले कार्यक्रम से कम से 48 घंटे पूर्व हो. ध्यान देने योग्य एक बात यह भी है कि अगर आप जीवन में पहली बार फेशियल कराने जा रही हैं, तो वह शादी के 1 माह पूर्व नहीं कराना चाहिए. इसे 2-3 महीने पूर्व ही कराएं ताकि पता लगे कि वह आप की त्वचा के अनुकूल है या नहीं.

अंतिम 30 दिनों में कुछ नया न अपनाएं

एक स्वस्थ दिनचर्या, आहार और 8 घंटे की नींद आप के लिए जरूरी है. लेकिन शादी के ठीक पहले कुछ नए उत्पाद को आजमाना अच्छा नहीं होगा. विभिन्न प्रकार के उत्पादों को ले कर अपनी त्वचा या बालों पर उन्हें न आजमाएं. यहां बताए गए नुसखों में से कम से कम 80 प्रतिशत नुसखों को जरूर आजमाएं ताकि आप के मेहमान आप की आकर्षक त्वचा के बारे में सोचने पर मजबूर हो जाएं.

-डा. अजय कश्यप
(चीफ कौस्मैटिक सर्जन, मेडस्पा)

Wedding special: शादी से पहले इन 8 टिप्स से पाएं ग्लोइंग स्किन

किसी भी युवती की जिंदगी में शादी का दिन सब से खास दिन होता है. इस दिन वह सब के आकर्षण का केंद्र होती है और सब की निगाहें उसी पर टिकी होती हैं, इसलिए इस खास दिन वह अपनी खूबसूरती को सब से अच्छा बनाने की चाहत रखती है.

त्वचा की कांति अचानक बनने वाली चीज नहीं है. आप के चेहरे पर जो कांति बनी होती है, वह अच्छी सेहत के साथसाथ अच्छी देखभाल से ही बनती है. इस में आप की बौद्धिक स्थिति, खानपान, त्वचा की बनावट, हाइड्रेशन (नमी), खुशी और अच्छी नींद सब का योगदान रहता है. इस के अलावा अच्छी खुराक और तनावरहित रहना भी इस सौंदर्यपूर्ण कांति की प्राथमिक जरूरत होती है.

तो बेदाग और चमकदार त्वचा पाने के लिए इन उपायों को जरूर आजमाएं:

1. चंदन का लेप

इस से आप की त्वचा में कसावट आती है और त्वचा में जितनी कसावट रहेगी उस के खुले रोमछिद्र भी उतने ही कम रहेंगे. इस से त्वचा चमकती रहेगी. इस से त्वचा के दागधब्बे भी गायब हो जाते हैं और त्वचा की कोमलता भी बरकरार रहती है. यदि आप चंदन का लेप नियमित रूप से इस्तेमाल करती हैं, तो त्वचा की खुजलाहट और दानेफुंसियां भी धीरेधीरे खत्म होने लगती हैं.

2. नीबू और शहद

त्वचा की चमक पाने के लिए आप नीबू और शहद का घोल भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इस मिश्रण को आप नियमित रूप से चेहरे पर लगाएं और फिर 10-15 मिनट के बाद ठंडे पानी से चेहरे को धो लें.

3. त्वचा की ऊपरी परत की सफाई

चीनी और नारंगी के गूदे का घोल चेहरे और हाथों की त्वचा की ऊपरी परत उतारने में उपयोगी हो सकता है. इस मिश्रण को हलके हाथों से शरीर पर लगाएं. आप की त्वचा की मृत कोशिकाएं हट जाएंगी और उस की कांति लौट आएगी.

4. त्वचा चमकाने के आधुनिक उपाय

विज्ञान की तरक्की उस स्तर तक पहुंच चुकी है जहां हम झटपट सौंदर्य उपचारों से अपनी त्वचा की कांति पा सकते हैं. कुछ अच्छे पील्ज से त्वचा की मृत कोशिकाएं हटाई जा सकती हैं और आप के लुक को ताजगीपूर्ण एवं आकर्षक बनाया जा सकता है. लेजर टोनिंग भी त्वचा की बनावट और चमक में सुधार ला सकती है. हम किसी व्यक्ति को एक नया और ताजगी भरा आकर्षक लुक देने के लिए जुवेडर्म जैसे फिलर्स को आजमा कर अच्छा परिणाम पा सकते हैं. जुवेडर्म जैसे फिलर्स को आंखों के नीचे के गड्ढों को भरने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो काम के बोझ से दबी किसी नारी की चुगली करते हुए उस के सौंदर्य को थका हुआ और सुस्त बना देते हैं. इस नई पद्धति के आजमाने से आप तरोताजा और खुश नजर आएंगी.

आधुनिक दुलहनें बोटौक्स से ले कर डी टैनिंग और लिपोसक्शन तक हर प्रकार की आधुनिक सौंदर्य चिकित्सा को आजमा सकती हैं. आइए अब कुछ नौन इनवेसिव यानी चीरफाड़ रहित सौंदर्य उपचार पद्धतियों पर गौर करते हैं, जिन का जादुई असर होता है.

5. लिप औग्मैंटेशन

ह्यालुरोनिक ऐसिड आधारित फिलर्स के इंजैक्शन लगाए जाने से खूबसूरती के कई अलगअलग परिणाम मिलते हैं. इन्हें त्वचा में नई चमक लाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.

इस के इंजैक्शन से आप अपने गालों या होंठों को मांसल बना सकती हैं या ठुड्डी के आकार में बदलाव ला सकती हैं. बारीक झुर्रियों को भी मिटा सकती है. किसी हुनरमंद के हाथों से जुवेडर्म जैसे फिलर्स किसी व्यक्ति के रूपरंग में कायापलट कर सकते हैं. इस का इंजैक्शन होंठों को खूबसूरत आकार में ढालते हुए मांसल और रसीला बनाता है. जुवेडर्म फिलर्स के जरीए लिप औग्मैंटेशन के परिणाम कई महीनों तक असरकारक रहते हैं. इस के अलावा जुवेडर्म चेहरे के आसपास की झुर्रियों और ढीलेपन को भी भरते हैं और त्वचा को अधिक चमकदार तथा मुलायम बनाते हैं.

6. भौंह में सुधार और झुर्रियों में कमी

आजकल की युवतियां अपना ज्यादातर वक्त कैरियर बनाने और अपनी नौकरी में बिताने लगी हैं, इसलिए बहुत सारी युवतियां 30 वर्ष के आसपास या इस के बाद ही शादी करने का प्रयास कर रही हैं. इस के बावजूद वे 20 वर्ष की उम्र में जितनी खूबसूरत, जवां और आकर्षक दिखती थीं, उतनी ही आज भी बनी रह सकती हैं. बोटौक्स के इंजैक्शन आईब्रोज के बीच की बारीक रेखाएं और ऐसी झुर्रियों को मिटाने में कारगर हैं, जो हमारी आंखों के इर्दगिर्द हावी हो जाती हैं. इस से आप को तरोताजा व जवां होने का एहसास होता है, क्योंकि आप के चेहरे पर से तनाव के सारे लक्षण जो मिट जाते हैं. बोटौक्स के इंजैक्शन भौंहों को थोड़ा उठा हुआ और आकर्षक रूप प्रदान करने के लिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं.

7. डायमंड पौलिशिंग

यह एक ऐसी तकनीक है जिस में एक इलैक्ट्रौनिक डिवाइस की नोक पर डायमंड लगा कर इसे त्वचा पर फिराते हुए त्वचा की पौलिश की जाती है. मृत कोशिकाओं, दागधब्बों को मिटाने में यह बहुत कारगर होता है और त्वचा की चमक बढ़ाने तथा गोरापन निखारने में भी यह उपयोगी है.

8. लेजर हेयर रिडक्शन

लगातार वैक्सिंग, शेविंग और ब्लीचिंग से त्वचा प्रभावित हो सकती है और आप शादी के बाद इन के बिना रह भी नहीं सकतीं. कई युवतियां तो इन के बजाय अपनी शादी से पहले ही लेजर हेयर रिडक्शन अपना लेती हैं ताकि शरीर के अनचाहे बालों से उन्हें स्थायी रूप से छुटकारा मिल जाए और बारबार उन्हें सोचने की जरूरत ही न पड़े. होने वाली दुलहनें अकसर हाथों और पैरों, अंडरआर्म्स, बिकनी और नाभि एवं पिछले हिस्से तक के बालों को मिटाने के लिए लेजर ट्रीटमैंट कराना चाहती हैं और आजकल तो पुरुष भी अपने चेहरे और शरीर के अतिरिक्त बालों और दाढ़ी की सफाई के लिए लेजर ट्रीटमैंट कराना चाहते हैं.

– डा. सिमल सोइन, डर्मेटोलौजिस्ट, थ्री ग्रेसेज, नई दिल्ली

शादी से पहले, शादी के बाद

इनसान की जो कामना पूरी हो जाती है उस के प्रति वह कुछ समय बाद उदासीन सा हो जाता है और दूसरी कामनाओं के पीछे भागने लगता है. आजकल विवाहित जोड़े, विवाह की बात तय होने के बाद एकदूसरे के लिए बहुत ही उतावले रहने लगते हैं, एकसाथ घूमतेफिरते हैं, खातेपीते हैं, भावी जीवन को ले कर बातें करते हैं, एकदूसरे के घर होने वाले आयोजनों में, उत्सवों में साथसाथ नजर आते रहते हैं, एकदूसरे के घर भी रह आते हैं, एकदूसरे का परिचय भी बड़े गर्व से लोगों से करवाते हैं. उस दौरान उन का एकदूसरे के प्रति समर्पण आसमान छू रहा होता है. दोनों को अपनी भावी ससुराल की हर चीज बहुत अच्छी लगती है. अगर कुछ बुरा भी लगता है तो उसे चुनौती समझ कर स्वीकार करते हैं. लेकिन यही कपल विवाह के साल 2 साल बाद एकदूसरे से उदासीन से हो जाते हैं, उकता से जाते हैं. यानी उन के प्रेम का रंग फीका पड़ने लगता है. एकदूसरे की अच्छाइयां बुराइयों में बदलने लगती हैं. जो बातें चैलेंज के रूप में ली थीं, वे जी का जंजाल बन जाती हैं. विवाह के पहले एकदूसरे का जो पहननाओढ़ना मन को बहुत भाता था, विवाह के कुछ समय बाद वही पहनावा फूहड़पन और भद्देपन में बदलने लगता है. एकदूसरे की कमियां गिनातेगिनाते रातें बीत जाती हैं. देखते ही देखते दोनों एकदूसरे से बेजार से हो जाते हैं. अलगअलग शौक पाल कर रास्ते अलगअलग करने लगते हैं. अगर दोनों जौब में होते हैं तो अधिक व्यस्तता का बहाना बना कर एकदूसरे से दूरियां बनाने लगते हैं.

बौलीवुड के सितारे इन की प्रेरणा बन जाते हैं. 10 में से 5 कलाकारों की यही कहानी होती है. रणधीर कपूरबबीता, अमृतासिंहसैफ, आमिर खान, संजय दत्त, रितिक रोशन आदि इसी राह पर चले हैं.

विवाह बाद दूरियां क्यों

दरअसल, हमारा जीवन एक गाड़ी की तरह है. पतिपत्नी उस गाड़ी के 2 पहिए हैं. यदि उन का संतुलन बिगड़े तो परिवार बिखरने तक की नौबत आ जाती है.

3-4 दशक पहले तलाक के मामले बहुत कम थे. उस के पीछे भी कुछ अहम कारण थे. उस समय युवकयुवतियों को सगाई के बाद भी मिलनेजुलने की इतनी छूट नहीं होती थी. एक सीमा रेखा होती थी. फोन पर बात होती थी. किसी पारिवारिक आयोजन में मुलाकात हो जाती थी. उन का जीवन एक ऐसी किताब की तरह होता था, जिस का 1-1 अध्याय पढ़ने को मिलता था. अगला अध्याय पढ़ने की उत्सुकता बनी रहती थी. इस प्रकार एकदूसरे के जीवन का 1-1 नया अध्याय पढ़ने में उम्र में, स्वभाव में परिपक्वता आ जाती थी. एकदूसरे के घरपरिवार, शिक्षा, कालेज, शौक, पुराने मित्रों के बारे में पता करते, सोचतेसमझते विवाह की नींव इतनी मजबूत हो जाती थी कि टूटने का सवाल ही नहीं उठता था.

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मगर आजकल अति आधुनिकता के पीछे भागते युवकयुवतियां अपने जीवन की किताब विवाह तय होते ही एकदूसरे को सौंप देते हैं. विवाह होने से पहले ही वे एकदूसरे की जीवन की किताब पढ़ चुकते हैं. इस कारण एकदूसरे के प्रति उत्सुकता, बेचैनी, जानने की ललक समाप्त हो जाती है.

नीरस बन जाती है जिंदगी

मृणाल का ही उदाहरण लें. वह बहुत ही मेधावी छात्रा थी. बंगाली परिवार से थी. कालेज में यूनियन के प्रैसिडैंट सुमीर, जो एक कट्टर ब्राह्मण परिवार से था, को दिल दे बैठी. दोनों एकदूसरे के आकर्षण में ऐसे डूबे कि सब कुछ भुला बैठे. मृणाल हर समय सुमीर की बातें करती. अब वह पढ़ने में पिछड़ने लगी. कईकई बार रात को भी गायब रहने लगी. परीक्षा परिणाम आया तो कई विषयों में अनुत्तीर्ण रही.

दोनों परिवारों के घोर विरोध के बावजूद दोनों का विवाह हो गया. पर कुछ ही सालों में मृणाल, जिस की सुंदरता खिलते गुलाब जैसी थी, पूर्णतया मुरझा गई. शुष्क काले घेरे शृंगार के नाम पर एक छोटी सी बिंदी बस. पीहर की बड़ी हवेली में रहने वाली ससुराल के छोटे से घर में रहती. दालचावल बीनती दिखती रही थी.

एक दिन मृणाल को उस की एक सहेली मिल गई तो मृणाल ने उसे बताया कि वह पहले खुल कर जीती थी पर उस के कट्टर ब्राह्मण ससुराल वालों ने दिल से नहीं स्वीकारा. बस बेटे की जिद के आगे घुटने टेक दिए थे. मुझे रसोईघर में खाना बनाने की अनुमति नहीं थी. रोज अपना खाना रसोईघर से बाहर बनाती. सास बहुत छुआछूत करती. सुमीर बिलकुल बदल चुका है. कहता है यहां रहना है तो उस की मां के अनुसार चलना होगा. किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो गया है. सारासारा दिन घर से बाहर रहता है. खानेपीने का कोई समय तय नहीं. उस की भी शिक्षा अधूरी है वरना कोई नौकरी ही कर लेती.

उस का यह हाल सुन सहेली की आंखें भर आईं. भरे मन से वह वहां से घर वापस आ गई. कुछ महीनों बाद सुमीर से तलाक ले कर मृणाल मायके लौट गई. यह सुन कर सहेली का मन बहुत उदास हो उठा कि विवाह से पहले प्रेम का, साथसाथ घूमनेफिरने, एकदूसरे को समझने का तलाक के रूप में अंत?

बढ़ती दूरियां

अर्थशास्त्री की नजर में किसी भी वस्तु का बाजार में भाव उस की भाग और पूर्ति के सिद्घांत पर टिका रहता है. जैसे बाजार में फल, सब्जी, दालें या अन्य किसी वस्तु की पूर्ति पर्याप्त मात्रा में है और मांग कम है तो बाजार भाव गिर जाता है. इस के विपरीत पूर्ति कम और मांग ज्यादा है, तो उस वस्तु के भाव एकदम बढ़ जाते हैं.

अर्थशास्त्र की मांग और पूर्ति का यही सिद्घांत वैवाहिक जीवन पर भी लागू होता है. यदि विवाह से पहले एकदूसरे की पूर्ति बहुत ज्यादा होती है अर्थात बहुत अधिक मिलनाजुलना रहता है तो विवाह के बाद मांग कम हो जाती है. दोनों आपस में छोटीबड़ी सभी बातें शेयर करते हैं. किसी बात पर कोई परदा नहीं है तो विवाह के बाद एकदूसरे के प्रति उत्सुकता समाप्त हो जाती है. जीवन में नीरसता सी आ जाती है. दूरियां बढ़ती हैं और फिर धीरेधीरे अलग होने के कगार पर आ खड़े होते हैं.

दूसरी ओर एक संतुलित तरीके से मिलनेजुलने पर आकर्षण बना रहता है. विवाह के बाद एकदूसरे को अच्छी तरह जानने की उत्सुकता बनी रहती है. विवाह के बाद दोनों एकदूसरे से अपनी बातें शेयर करते हैं तो जीवन में सरसता बनी रहती है. एकदूसरे को अधिक से अधिक जानने की कोशिश में आपस में बंधे रहते हैं.

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समय की मांग

समय की यह मांग है कि विवाह से पहले लड़का और लड़की एकदूसरे को अच्छी तरह समझपरख लें ताकि विवाह के बाद जीवन सही ढंग से गुजरे. पर कभीकभी युवा इस सुविधा का अनुचित फायदा उठाने लगते हैं. एकदूसरे को ज्यादा से ज्यादा प्र्रभावित करने के लिए अपनी आमदनी, परिवार, धनदौलत की बढ़ाचढ़ा कर तारीफ करते हैं. दोनों में से कोई एक या फिर दोनों ही एकदूसरे को सब्जबाग दिखाते हैं, जो भविष्य में जा कर घातक ही सिद्घ होता है.

गलतफहमी में न रहें

हमारे एक नजदीकी रिश्तेदारी में विवाह तय होने के बाद लड़कालड़की दोनों एकदूसरे का स्वभाव, आदतें समझने के बजाय एकदूसरे को प्रभावित करने के लिए झूठी शान बघारने लगे कि हमारे पास इतना धन है, इतना सोना है. खूब हवाई किले बनाने लगे. मगर जब विवाह हुआ तो पता चला कि दोनों ही साधारण परिवार से हैं. लड़की ने ससुराल में जा कर पाया कि लड़के द्वारा बघारी गई शेखियों में कुछ भी सच नहीं है. वह एक अति साधारण परिवार की बहू बन कर रह गई. असलियत खुलने पर बहुत झगड़ा हुआ. अपनी सारी उम्मीदों पर पानी फिरता देख 4 महीने में ही लड़की मायके लौट गई.

विवाह से पहले लड़केलड़कियों का आपस में मेलजोल सही है. इस दौरान दोनों को अपने स्वभाव, आदतें, जीवन स्तर की सही तसवीर पेश करनी चाहिए. अपने जीवन की पूरी किताब एकदूसरे को न सौंप दें. कुछ पाठ विवाहोपरांत पढ़ने में ही आनंद आता है.

अपने होने वाले जीवनसाथी को किसी गलतफहमी में न रहने दें. इसी में दोनों का फायदा है, क्योंकि झूठे हवामहल बनाने से विवाह की नींव कमजोर रहती है और विवाह का महल भरभरा कर गिर जाता है.

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शादी के लिए हां करने से पहले जाननी जरुरी हैं ये 5 बातें

‘शादी,’ यह शब्द सुनते ही किसी के चेहरे पर मुसकराहट आ जाती है तो किसी के चेहरे पर टैंशन. कई लोगों के साथ ये दोनों चीजें होती हैं. मतलब वे कभी खुश होते हैं तो कभी चिंता में पड़ जाते हैं. एक तरफ नए रिश्ते की एक्साइटमैंट होती है तो दूसरी तरफ जिम्मेदारियों का एहसास. कहते हैं न ‘शादी का लड्डू, जो खाए पछताए जो न खाए वह भी पछताए.’ भई, जब पछताना ही है तो क्यों न खा कर ही पछताया जाए. तो अब जब आप ने शादी करने का मन बना ही लिया है तो कुछ सवालों के जवाब जानना आप के लिए बेहद जरूरी हैं. चाहें आप लव मैरिज कर रही हों या फिर अरेंज.

शादी के बाद आप रोज कुछ न कुछ अपने पार्टनर के बारे में नई बातें जान सकती हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी हैं जो शादी से पहले ही आप दोनों को जानना जरूरी है. इन के जवाब जानने के बाद आप को यह पता चल जाता है कि आप उन से शादी कर सकती हैं या नहीं. साथ ही, इस बात का एहसास हो जाता है कि आप दोनों के लिए आने वाली लाइफ कैसी हो सकती है.

घर के काम की जिम्मेदारी

अब वह समय नहीं रहा कि किसी एक पर काम का पूरा बोझ दे दिया जाए. शादी के बाद ज्यादातर लड़ाई इसी बात की होती है कि झाड़ ूपोंछा, बरतन, कपड़े धोने और खाना बनाने का काम कौन करेगा. अगर होने वाला लाइफपार्टनर आप से यह कहता है कि वह तो पानी भी नहीं उबाल सकता, घर के काम करना तो दूर की बात है. फिर आप सोच लीजिए. अगर आप मैनेज कर सकती हैं तो इस रिश्ते को आगे बढ़ाने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन अगर आप को लगता है कि घर के कामों में उन्हें भी मदद करनी चाहिए तो यह बात उन को बता दें.

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अगर वे यह जवाब देते हैं कि वे इस के लिए तैयार हैं तब तो रिश्ते को आगे ले जाइए लेकिन अगर वे यह जताते हैं कि घर के काम की जिम्मेदारी सिर्फ औरत की है तो ऐसे रिश्ते में संभल जाना ही बेहतर है.

शादी के बाद का कैरियर

अपने कैरियर के बारे में अपने होने वाले लाइफपार्टनर से पहले ही बता दें. जैसे, आप कैरियर को ले कर काफी सीरियस और प्रोफैशनल हैं. इस के लिए आप काफी मेहनत भी कर रही हैं और शादी के बाद भी बाहर जा कर काम करना चाहती हैं. वहीं अगर शादी के बाद आप काम नहीं करना चाहतीं तो भी उन से साफसाफ बता दें. साथ ही, उन से यह भी पूछें कि आगे चल कर कैरियर प्लानिंग क्या है. अगर वे ट्रांसफर लेना चाहते हैं तो क्या आप के लिए यह पौसिबल है, यह शादी से पहले ही क्लीयर कर लेना चाहिए.

कर्ज तो नहीं

शादी के कई साल बाद अगर पता चलता है कि पार्टनर ने लाखों का कर्जा लिया है तो बसीबसाई गृहस्थी खराब हो जाती है. इसलिए उन से पहले ही पूछ लें कि क्या कोई उधार या क्रैडिट कार्ड का बड़ा बकाया बिल तो नहीं है. उन के जवाब के बाद सोचसमझ कर अगला कदम बढ़ाएं, क्योंकि आर्थिक वजह से भी बड़ेबड़े झगड़े होते हैं.

बच्चों के बारे में

आज के दौर में बहुत सारे कपल ऐसे हैं जो बच्चे पैदा नहीं करना चाहते. वे एडौप्शन या आईवीएफ को बेहतर मानते हैं. इसलिए शादी के पहले ही एकदूसरे के विचार जानना जरूरी है. क्या पता आप बच्चा चाहती हों और वे नहीं या यह भी हो सकता है कि वे बच्चा चाहते हों लेकिन आप नहीं. इसलिए इस पर खुल कर बात कर लें.

धार्मिक, राजनीतिक विचार और रिस्पैक्ट

आप दोनों एकदूसरे से अपने धार्मिक व राजनीतिक विचार शेयर करें. आजकल हर किसी की अपनी राजनीतिक विचारधारा और धार्मिक नजरिया होता है. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो धार्मिक या नास्तिक होते हुए भी किसी और पर अपनी सोच नहीं थोपते और कुछ ऐसे भी होते हैं जो दूसरे पर बहुत ज्यादा हावी हो जाते हैं. तो आप उन के सामने अपनी बात रखिए. हो सकता है कि आप दोनों की सोच एक हो और अगर एक न भी हो तो भी उन से पूछिए कि फ्यूचर में आप दोनों एकदूसरे की विचारधाराओं का सम्मान कर पाएंगे या नहीं. क्या एकदूसरे को इस की आजादी दे पाएंगे. कहीं यह आप के बीच दूरी की वजह तो नहीं बनेगी.

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हैल्थ प्रौब्लम

वैसे तो होने वाले पार्टनर से शादी करने से पहले कोई ऐसी बात नहीं छिपानी चाहिए जिस से आगे चल कर आप दोनों के रिश्ते में दरार पड़े लेकिन आज के दौर में एक अहम सवाल का जवाब जानना बेहद जरूरी हो गया है, वह है हैल्थ प्रौब्लम. जरूरी नहीं है कि बीमारी बड़ी हो. आप दोनों को अपनी स्वास्थ्य समस्याओं पर बात कर लेनी चाहिए, भले ही वह छोटी बीमारी क्यों न हो. आप दोनों अगर मैनेज कर सकते हैं तो रिश्ते को आगे बढ़ाने में कोई बुराई नहीं है.

बॉयफ्रेंड को शादी के लिए प्रपोज़ करने से पहले पेरेंट्स से क्या और कैसे बात करें

शादी किस से करनी है यह जिंदगी के सब से अहम फैसलों में एक है. जब आप अपनी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के प्रति इतने सीरियस हो जाते हैं कि उन के साथ अपना भविष्य देखने लगते हैं, पूरी जिंदगी साथ बिताने के सपने देखते हैं तो समझिए कि समय आ गया है जब आप उन्हें शादी के लिए प्रपोज करें. मगर जरुरी है कि उन्हें प्रपोज़ करने से पहले आप अपने पेरेंट्स से इस बारे में विस्तार से बात करें. वैसे पैरंट्स के आगे इस तरह की बातें करना सब के लिए उतना सहज नहीं होता. खासकर बच्चे अक्सर अपने पिता से हर बात नहीं कर पाते.

ऐसे में पेरेंट्स तक अपने जीवन का यह खूबसूरत सीक्रेट शेयर करने और उन की अनुमति पाने के लिए कुछ इस तरह के कदम उठाएं ;

1. घर के सब से करीबी को बनाएं राजदार

जब आप को लगे कि अपना यह सीक्रेट घरवालों से शेयर करना है तो इस के लिए सब से पहले घर के उस सदस्य से बात करें जो आप के सब से करीब है. जिस पर आप को सब से ज्यादा यकीन है और जो आप की हर तरह से मदद करने को हमेशा तैयार रहता है. ज्यादातर लोग अपनी मां के सब से करीब होते हैं और उन से खुले हुए भी होते हैं. संभव है कि कुछ लोगों के लिए मां से ज्यादा करीब उन के भाईबहन, बुआ, भाभी या चाचा आदि हो सकते हैं. इन में से जिसे भी आप सही समझें पहले उन्हें अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के बारे में विस्तार से सारी जानकारी दें. जैसे वह संपर्क में कैसे आया, आप का रिश्ता कहाँ तक पहुंचा है, उस की क्या खूबियां हैं, आप उसे ही जीवनसाथी क्यों बनाना चाहते हैं आदि. इस के अलावा व्यक्तिगत विवरण भी दें जैसे कि वह किस जातिधर्म का है, कहां रहता है, क्या करता है आदि. यह सारी जानकारियां शेयर करने के बाद आप बाकी का काम उन पर छोड़ दें. उन्हें अपना संदेशवाहक बना कर पेरेंट्स के पास भेजें ताकि वे आप के आगे की बात के लिए पहले से रास्ता तैयार कर दें.

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2. समर्थकों की टीम करें तैयार

आप यह कोशिश करें कि घर के कुछ सदस्यों को पहले से सब बता कर अपनी एक टीम बना लें और उन्हें अपने समर्थन में खड़ा कर लें. इस टीम में भाईबहन, भाभी, चाची, दोस्त वगैरह हो सकते हैं. पैरंट्स के आगे जब आप अपनी बात रखें और गर्लफ्रेंड /बॉयफ्रेंड से शादी की इच्छा जाहिर करें तो आप की टीम के लोग पीछे से आप का समर्थन करते रहेंगे और आप की बात को ज्यादा मजबूत तरीके से पेरेंट्स के आगे रखने में आप की मदद करेंगे.

3 . लिख कर बताएं दिल की ख्वाहिश

कई बार बच्चे अपने पैरंट्स से शादीब्याह की बातें करने में हिचकते हैं. वे उन के आगे यह सब बोलने में सहज नहीं रह पाते. यदि आप के साथ भी ऐसा है तो परेशान न हों. आप के पास एक बहुत आसान रास्ता यह है कि आप अपने मन की सारी बात और बॉयफ्रैंड/गर्लफ्रैंड के बारे में सबकुछ एक कागज पर लिख कर और साथ में गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड की तस्वीर रख कर पेरेंट्स को दें और सामने भोला सा चेहरा बना कर खड़े हो जाएं. आप का यह अंदाज देख कर पेरेंट्स भी आप की बात टाल नहीं सकेंगे.

4 . समझाने का प्रयास करें

अपने पैरंट्स से गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के बारे में विस्तार से हर बात सहीसही बताएं. सब सुनने के बाद यदि वे नाराज होते हैं या दूर हो जाने की सलाह देते हैं तो उन्हें समझाने का काम आप का है. बहुत ठंडे दिमाग और नम्र लब्जों में अपनी बात मनवाने का प्रयास करें. जिद या बहस करने के बजाये आप को अपने बॉयफ्रेंड /गर्लफ्रेंड की खूबियों को सामने लाना होगा. तर्कों और प्रमाणों के द्वारा साबित करना होगा की वह ही आप का सब से बेहतर जीवनसाथी क्यों हो सकता है. अपने और उस के रिश्ते की खूबसूरती और मजबूती का यकीन दिलाना होगा ताकि पेरेंट्स न नहीं कर सकें.

5 . अपने पेरेंट्स को गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड से मिलवाएं

जब आप पैरंट्स को गर्लफ्रेंड/ बॉयफ्रेंड के बारे में सब कुछ बताना बताना चाहें या शादी की बात छेड़ने का फैसला करें तो उस से पहले कोशिश कीजिए कि आप पेरेंट्स से उन्हें किसी तरह मिलवा दें. यह मीटिंग किसी पारिवारिक समारोह में करा सकते हैं या फिर पिकनिक, वॉक, आउटिंग वगैरह के नाम पर यह मुलाकात करवा दें. इस से आप के गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड को भी मौका मिल जाएगा कि वह आप के पैरेंट्स के आगे खुल सके और उन की नजरों के आगे अपने व्यक्तित्व के अच्छे पक्ष रखने में कामयाब हो सके. अपनी खूबियों और व्यवहार से उन का दिल जीत सके.

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6. उन की खूबियों से परिचित कराएं

पैरेंट्स हामी भरें इस के लिए उन के आगे अपने बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड की खूबियां रखनी जरूरी हैं. इस से इम्प्रैशन अच्छा जमता है. इस के लिए आप नएनए तरीके अपना सकते हैं. यदि आप के बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड के अंदर कोई आर्ट है जैसे वह गायक, लेखक, डांसर या पेंटर आदि है तो यह कला किसी न किसी बहाने उन के सामने लाएं. और कुछ नहीं तो सोशल मीडिया में किए गए उन के पोस्ट और अपडेट्स दिखाएं. कुछ अचीवमेंट्स वगैरह है तो उन के बारे में बताएं. बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड के एजुकेशनल अचीवमेंट्स की चर्चा करें. यदि वह जॉब कर रहा है तो उस से जुड़ी जानकारियां दें. फोन पर बात करवाएं और जब पेरेंट्स मिलने स्वीकृति दे दें तो मिलवा भी दें. पेरेंट्स को अपने भावी पार्टनर की व्यवहार कुशलता से जुड़ी बातें भी बताएं. ऐसी घटनाओं का जिक्र करें जिन में उन की कुछ खूबी या व्यवहार कुशलता उभर कर आती हो. वह कभी आप के काम आया है या दूसरों का ख्याल रखता है तो ऐसी बातें भी विस्तार से पेरेंट्स को सुनाएं.

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