जब लेना हो कार लोन

लेखक- पारुल

हर किसी का सपना होता है कि उस की अपनी कार हो. आज के दौर में यह न सिर्फ स्टेटस सिंबल बन गई है, बल्कि सुविधा के लिहाज से भी अहम है. सुबह औफिस जाने के लिए घंटों बस के इंतजार में खड़े रहना भला किसे पसंद होता है. फिर अपना वाहन हो तो वीकैंड पर कहीं भी घूमने का प्रोग्राम भी झट बन जाता है. ऐसे में इस सुविधा को कौन नहीं अपना बनाना चाहेगा और आज इसे अपना बनाना भी काफी आसान हो गया है. एचडीएफसी बैंक में औटो लोन के क्षेत्र में कार्यरत मुसकान मेवाती से बात हुई, जिन्होंने इस संबंध में विस्तार से बताया:

1. छोटी किस्त में हो रहे हैं सपने पूरे

पहले जब हम गाड़ी खरीदने के बारे में सोचते थे तो यह हमारे लिए बहुत ही मुश्किल टास्क होता था, क्योंकि हमें पूरा पैसा अपनी जेब से भरना पड़ता था. मगर अब बैंकों से ईजी ईएमआई पर लोन मिलने की सुविधा के कारण गाड़ी का सपना पूरा करना बहुत आसान हो गया है. ईएमआई का मतलब इक्वैटेड मंथली इंस्टौलमैंट, जिस के द्वारा ग्राहक लोन की राशि चुकाता है. छोटी किस्त होने के कारण इसे चुकाना आसान होता है.

ये भी पढ़ें- कैशलैस ट्रांजैक्शन है बड़े काम की चीज

2. लोन के लिए डौक्यूमैंटेशन

बैंक व नौनबैंकिंग फाइनैंस कंपनियां आसानी से घर बैठे लोन की सुविधा दे रही हैं. बस इस के लिए आप को कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करवाने होंगे, क्योंकि इन के बिना आगे की कार्यवाही नहीं की जाती है. जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, 2-3 फोटोग्राफ, 6 महीने की बैंक स्टेटमैंट, जौब करते हैं या बिजनैस. अगर जौब करते हैं तो 3 महीने की सैलरी स्लिप, बिजली या पानी का बिल.

इस बात का भी खास ध्यान रखा जाता है कि अगर बिजली या पानी का बिल फादर या मदर में से किसी के नाम है तो उन का आधार, पैन कार्ड व फोटो लगाना अनिवार्य होता है.

अगर लोन लेने वाला व्यक्ति किराए पर रहता है तो रैंट ऐग्रीमैंट की कौपी के साथ बिजली के बिल की भी कौपी लगानी होती है. यदि लोन लेने वाला व्यक्ति बिजनैस करता है तो उसे 2 साल का आईटीआर लगाना जरूरी होता है. उसी के आधार पर उस का लोन पास किया जाता है.

3. लोन की दरें

नई कार पर 9.25% के इंटरैस्ट रेट पर लोन मिलता है, जबकि पुरानी कार पर 13% के हिसाब से. ब्याज दर खरीदने वाले के व्यवसाय, ऋण राशि व ऋण की अवधि पर निर्भर करती है. हर बैंक की अपनीअपनी दर होती है.

4. कम से कम कितनी सैलरी होनी जरूरी है

अगर आप की मासिक आय ₹20-21 हजार महीना है तो आप को आसानी से औटो लोन मिल जाएगा. कैसे मिलता है लोन? अगर नई कार की कीमत ₹9 लाख है तो आप को इस हिसाब से लोन मिलेगा:

₹9 लाख × 85% = ₹7,65,000 यानी आप को इतनी रकम लोन के रूप में मिलेगी और जो रकम बची है उसे आप को डाउन पेमैंट के रूप में देना पड़ेगा.

इसी तरह अगर पुरानी कार है और उस कार की कीमत ₹5 लाख है तो जो इंश्योरैंस पेपर में जो वैल्यू होगी उसी के हिसाब से लोन मिलेगा.

जैसे ₹5 लाख × 150% = ₹7 लाख 50 हजार लोन मिलेगा. इस स्थिति में लोन की लिमिट कम या इतनी ही होगी, बढ़ेगी नहीं.

ये भी पढ़ें- इन 6 चीजों का इस्तेमाल कर घर को दें फेस्टिव लुक

5. माने रखता है सिबिल स्कोर

अगर आप किसी भी बैंक से लोन लेते हैं तो आप का सिबिल स्कोर बहुत महत्त्व रखता है, जिस में आप का क्रैडिट कार्ड का पेमैंट रिकौर्ड वगैरह चैक किया जाता है. लोन के लिए 700 स्कोर जरूरी है. वैसे सिबिल एक थोपा हुआ नियम है, जिसे बैंकों ने आवश्यक नियम बना दिया है.

6. कितनी अवधि के लिए मिलता है लोन

लोन मिलने की अवधि अलगअलग कारणों पर निर्भर करती है. जैसे अगर लोन लेने वाले की उम्र ज्यादा है तो उसे कम अवधि में ज्यादा लोन की रकम अदा करनी होती है. वैसे अधिकतर बैंकों में औटो लोन 1 से ले कर 7-8 सालों के लिए दिया जाता है. यह अवधि हर बैंक की अलगअलग होती है.

7. कब होती है गारंटर की जरूरत

अगर आप नई कार खरीदते हैं तो आप को ₹4-5 हजार फाइल चार्ज के रूप में देने होते हैं, साथ ही आरसी ट्रांसफर के लिए भी ₹6-7 हजार का भुगतान करना होता है, जिस में आरसी पर एचपी चढ़ाते हैं जो यह बताती है कि इस गाड़ी पर लोन चढ़ा है. यानी कुल ₹10-12 हजार का खर्च, जो लोन अमाउंट से ही कटता है. साथ ही अगर आप पुरानी कार लेते हैं तो वैल्यूएशन चार्ज के रूप में आप को ₹1000 तक का भुगतान करना होता है.

ये भी पढ़ें- त्यौहारों में घर का मेकओवर करें कुछ ऐसे

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें