कलाकार को इज्जत और मान लेना आना चाहिए –अनीता राज

80 के दशक में हिंदी सिनेमा जगत में कामयाबी की कदम छूने वाली एक्ट्रेस अनीता राज के पिता जगदीश राज थे, जिन्होंने अधिकतर फिल्मों में पुलिस औफिसर की भूमिका निभाई और गिनिस वर्ल्ड रिकौर्ड में शामिल हुए. अनीता ने अपने कैरियर की शुरुआत फिल्म ‘प्रेमगीत’ से की. फिल्म की सफलता ने उन्हें रातोंरात एक्ट्रेस बना दिया. अनीता ने काम के बीच में कई बार ब्रेक लिया और सही भूमिका मिलने पर काम की तरफ रुख किया, फिल्मों के अलावा उन्होंने कई धारावाहिकों में भी काम किया है. अभी अनीता राज कलर्स टीवी पर धारावाहिक ‘छोटी सरदारनी’ में गांव की महिला सरपंच की भूमिका निभा रही है, जो एक महत्वाकांक्षी महिला है. पेश है उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश.

सवाल- इस शो की कौन सी बात आपको खास लगी?

इस शो का चरित्र मुझे बहुत अच्छा लगा. ये बहुत ही आत्मविश्वास से परिपूर्ण महिला का किरदार जो आजकल की अधिकतर महिलाएं है. मुझे याद आता है कि कुछ दिनों पहले मैं पटियाला गयी थी और मैंने वहां टोल टैक्स पर एक महिला को काम करते हुए देखा, जिसे देखकर मुझे बहुत खुशी हुई. मैंने बहुत ट्रेवल किया है, पर किसी भी जगह पर ऐसा नहीं देखा है. मेरी भूमिका भी वैसी ही है, जो बहुत पावरफुल सरपंच की है, जो काम के साथ-साथ अपने परिवार को भी प्रोटेक्ट करती है. ये किरदार मेरे लिए चुनौतीपूर्ण है.

सवाल- आप अभी फिल्मों या धारावाहिकों में कम नजर आ रही है, इसकी वजह क्या मानती है?

मैंने एक साल पहले एक धारावाहिक में काम खत्म किया है, इसके बाद दो फिल्में की. इसके बाद ये कहानी आई, इस तरह काम चलता रहता है.

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सवाल- आपने एक लम्बी जर्नी इंडस्ट्री में तय किया है, पहले और आज में कितना परिवर्तन पाती है?

मैं इस इंडस्ट्री की बहुत शुक्रगुजार हूं, क्योंकि मुझे हर तरह के निर्माता, निर्देशक, यूनिट और कलाकार के साथ काम करने का मौका मिला. इसके अलावा मेरे पिता जगदीश राज जिन्होंने हर फिल्म में इंस्पेक्टर की भूमिका निभाई. उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकौर्ड में शामिल है और मैं उनकी बेटी हूं. इसलिए मैं जब इंडस्ट्री में आई तो जरा सा भी संघर्ष नहीं करना पड़ा, क्योंकि सबको पता था कि मैं उनकी बेटी हूं. दौर में अन्तर बहुत आया है. अभी खाना वैनिटी वैन में खाते है, तब सेट पर खाते थे. ड्रेस बदलना होता था, तो ऐसी जगह की तलाश की जाती थी जहां लोगों का आना जाना नहीं था. तकनीक और काम करने के तरीके में भी बहुत बदलाव आया है. इससे आज काम करना बहुत आसान हो गया है. मेरे लिए अच्छा यह है कि मैंने वो दौर और इस दौर को भी देखा है. दोनों को मैं एन्जौय कर रही हूं.

सवाल- क्या अभी भी इंडस्ट्री में वही इज्ज़त और मान कलाकारों को मिलता है,जैसा पहले मिला करता था, क्योंकि आज कलाकारों की संख्या हर दिन बढ़ रही है, हर दिन नए-नए कलाकारों से दर्शको को परिचित होना पड़ रहा है?

इज्जत और मान लेना किसी भी कलाकार को आना चाहिए. अगर आपने किसी की इज्जत नहीं की, तो आप किसी सम्मान के हकदार नहीं. कहानियों में बहुत परिवर्तन आया है. पहले पुरुष प्रधान फिल्में अधिक थी, जबकि अब कहानी रिलेट करने वाली होने से सफल होती है. ये बदलाव अच्छे के लिए हुआ है.

सवाल- आपने शादी की बच्चे की मां बनी इस दौरान आपने कई बार ब्रेक लिया और वापस काम से जुड़ी, क्या इसका प्रभाव आपके करियर पर पड़ा?

कभी भी नहीं, क्योंकि मुझे जो भी स्क्रिप्ट अच्छी लगी मैंने किया. हर काम के लिए आपकी स्वीकारोत्मक अप्रोच होने की जरुरत होती है. इस उम्र में आप हीरोइन की भूमिका नहीं कर सकते, ऐसे में आपको अपनी उम्र को समझना पड़ता है और अगर आपने उसे ग्रेसफुली स्वीकार कर लिया है, तो आप खुश रहते है और उसकी झलक आपके चहरे पर होती है.

सवाल- आपकी फिटनेस का राज क्या है?

मैं फिटनेस फ्रीक हूं और अपने डाइट पर बहुत ध्यान देती हूं. खाना भले ही न खाऊं, पर जिम अवश्य जाती हूं. असल में 90 प्रतिशत आपकी भोजन का होता है और 10 प्रतिशत केवल वर्कआउट होता है. वेट वर्कआउट मैं करती हूं. मेरा बेटा शिवम हिंगोरानी वेलनेस से जुड़ा हुआ है और प्लांट बेस्ड प्रोटीन शेक प्रोड्यूस करता है. इसलिए हम दोनों स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देते है.

सवाल- आपके बेटे ने कभी आपके क्षेत्र में आने की कोशिश नहीं की?

उसने कई फिल्मों में अस्सिस्टेंट डाइरेक्टर का काम किया है और आगे भी कर रहा है, लेकिन उसकी रूचि वेलनेस पर अधिक है.

सवाल- क्या अभिनय से इतर आप कुछ करने की इच्छा रखती है?

मेरे भाई की बेटी ड्रेस डिजाइनर है और उसके परिधान भी मैं पहनती हूं, लेकिन मैं अभिनय के अलावा कुछ सोचा नहीं है.

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सवाल- आज की महिला सशक्त होने के बावजूद भी प्रताड़ित होती है, इसकी वजह क्या मानती है?

आज की महिला जागरूक और सशक्त भी है. इसके अलावा उनके लिए बनाये गए कानून भी बहुत सख्त है, लेकिन कुछ महिलाएं इसका गलत प्रयोग भी करती है. मेरी उनसे गुजारिश है कि कोई भी समस्या अगर रियल है तो उसमें उस कानून का प्रयोग अवश्य करें, किसी को कष्ट देने के लिए उसका प्रयोग न करें.

सवाल- कोई ऐसा क्षेत्र जिसमें आप कुछ सामाजिक कार्य करना चाहे?

मैं सामाजिक कार्य समय समय पर करती रहती हूं. मुझे याद आता है कि मैं नागपुर के एक गाँव में गयी थी, जहां मैंने एक 50 साल के उम्र की महिला जो 80 साल की लग रही थी उसने महाराष्ट्रियन कास्टा साड़ी में बिना चप्पल के पहले 5 किलोमीटर और बाद में 10 किलोमीटर की मैराथन दौड़ पूरी की,क्योंकि उसके पास पति के इलाज के लिए पैसे नहीं थे. मैंने उसे सम्मानित किया था, उसे कुछ पैसे भी मिले, ऐसे जो लोग गुमनाम है, उनके लिए काम करने की जरुरत है.

सवाल- आप अपनी दौर की अभिनेत्रियों के साथ आजकल कितना मेलजोल रखती है?

मेरी बातचीत पद्मिनी कोल्हापूरे और पूनम ढिल्लों के साथ होती रहती है. मिलना कम होता है.

सवाल- कोई ऐसी फिल्म जिसे आप करना चाहती है?

कौमेडी फिल्म करने में मजा आता है, वो अगर फिर करने को मिले तो बहुत अच्छा रहेगा.

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