ब्रेकअप पार्टी की तरह अब तलाक की पार्टियां भी होने लगी हैं. पहले का समय नहीं रहा कि कोई औरत तलाक के बाद दुखी हो, किसी के साथ बदतर जिंदगी बिताने से बेहतर है अकेले खुलकर जिएं.
पाकिस्तानी महिला ने मनाया तलाक का जश्न
दरअसल, कुछ ही दिनों पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें दिखाया गया था कि पाकिस्तान में रहने वाली एक महिला का तलाक हुआ था और जिसके बाद उसने एक बड़ी पार्टी रखी. उस महिला ने लहंगा पहनकर जमकर डांस किया. उस पार्टी में दीवार पर लिखा था- Divorce Mubarak!
लोगों ने किया ट्रोल
इस वीडियो पर लोगों के कई तरह के कमेंट्स आए, किसी ने महिला को सपोर्ट किया तो कुछ लोगों ने खरीखोटी भी सुनाई. एक यूजर ने कमेंट किया, ” तलाक का जश्न बिल्कुल भी नहीं मनाया जाना चाहिए, भले यह आपको टौक्सिक रिश्ते से मुक्त करता है, आपके मानसिक सेहत के लिए भी अच्छा है, लेकिन अगर हम तालाक का जश्न मनाना शुरू कर दे, तो लोग शादी करने से डरेंगे, तो वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा है कि तलाक लेने की खुशी में महिला पार्टी कर रही है और नाच रही है. आखिर क्या हो रहा है इस ग्रह पर? कई लोगों ने उस महिला का समर्थन भी किया कि खुद की खुशी को प्राथमिकता देने के लिए उस महिला को स्ट्रौंग कहा.
क्या तलाक पार्टी करना गलत है?
अब सवाल ये उठता है कि तलाक पार्टी करना जायज है? किसी रिश्ते में घुटघुट कर जीने से बेहतर है कि आप उस रिश्ते से आजाद हो और अपनी आजादी को अपने हिसाब से एंजौय करें.
अपने हिसाब से जिएं अपनी जिंदगी
एक वक्त था जब समाज में एक पत्नी चाहें जितना प्रताड़ित हों, लेकिन उसे शादी को निभाना पड़ता था. अगर कोई औरत तलाकशुदा हो, तो समाज में उसका उठनाबैठना मुश्किल हो जाता था. लेकिन अब वो समय बदल चुका है. एक पुरुष के हाथों प्रताड़ित होने से बेहतर है कि अलग हो जाएं और अपनी जिंदगी को बेहतर बनाएं.
नहीं किया जाना चाहिए तलाक पर सवाल
पतिपत्नी के रिश्ते को निभाने के लिए आपसी समझदारी की बहुत जरूरत होती है. जब दो लोगों की आपस में नहीं बनती है, पत्नी की बातों को हमेशा काटना, उसे खुद से कम समझना… ये समस्याएं अक्सर कपल्स के बीच देखने को मिलती है, लेकिन इसमें भी पत्नी को ही एडजस्ट करने के लिए कहा जाता है. क्यों पत्नी हर बार एडजस्ट करें, रिश्ते को चलाने के लिए पतिपत्नी दोनों की जिम्मेदारी बनती है, न कि सिर्फ पत्नी की…अगर कोई पत्नी तलाक की पहल करती है और तलाक के बाद जश्न मनाती है, तो इसमें गलत क्या है?
महिलाओं को लोग क्यों करते हैं जज
समाज में ये लोग कहां से आते हैं, जो औरतों को जज करते हैं, कभी खुद के बारे में आंकलन किया है, आपकी महिलाओं के प्रति क्या सोच है… रिश्ता जोड़ने का काम सिर्फ महिलाएं ही क्यों करें… पुरुष भी रिश्ता जोड़ने और उसे कायम रखने के लिए पहल कर सकते हैं.
सिर्फ महिलाएं ही क्यों बचाएं शादी
शादी को बचाने के लिए पुरुष और महिला दोनों को बराबरी का प्रयास करना चाहिए. अगर शादी के टिकने की संभावना न हो तो इस रिश्ते को खत्म करने में कोई कुरेज नहीं होना चाहिए. खासकर महिलाओं को जरूर अपनी आजादी की खुशी मनानी चाहिए. आप अपनी लाइफ में निगैटिव लोगों से दूर रहें. जो आपकी इच्छा को दबाते हैं, हर वक्त आपको नीचा दिखाते हैं, उनसे दूरी बना कर रहें.
तलाक के बाद नई जिंदगी का करें स्वागत
आप खुद से प्यार करें, इंडिपैंडेंट बनें, बुरे दौर में किन लोगों ने आपका साथ दिया, उनकी पहचान करें. आप अपने इंट्रैस्ट के हिसाब से अपना करियर चुनें और बेशक पाकिस्तानी महिला की तरह आप भी डिवोर्स की खुशियां मनाएं, पार्टी करें और अपनी नई लाइफ खुलकर स्वागत करें.