9 Tips: बिजली की कम करें खपत तो होगी पैसों की बचत

मौजूदा दौर में हर घर में विजली से चलने वाले घरेलू उपकरणों की तादाद इतनी बढ़ गई है कि विजली की खपत भी बढ़ने लगी है. बिजली के बढ़ते बिलों से घरों का बजट भी बिगड़ने लगा है. यदि आप भी बढ़ते विजली बिलों से परेशान हैं तो आपको थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है. अपने बिजली के बिल को कम करने के लिए परिवार के सदस्य अपनी आदतों में सुधार कर ये 9 आसान तरीके अपना सकते हैं.

1—: कमरे में जब कोई मौजूद न हो तो बल्व को जलता हुआ कभी न छोड़ें. आम तौर पर घरों के कमरे में लाइट जलते रहते हैं,भले ही वहां कोई न हो. यैसे में ध्यान रखें जब कभी कमरे से बाहर जाएं तो पंखे और लाइट का स्विच बंद करके ही निकलें. रात को सोते समय ज्यादातर लाइट बंद कर दें. इससे विजली की काफी बचत होगी. दिन के समय खिड़कियाँ खुली रखें और अगर परदे लगे हो तो उन्हें हटा दे ताकि सूरज कि रौशनी भीतर आ सके.

2—: बिजली बचाने के सबसे आसान तरीकों में से एक है सामान्य बल्ब की जगह एल ई डी बलव का इस्तेमाल . 60 वाट के सामान्य वल्व के बराबर रोशनी 9 वाट्स का एल ई डी बल्ब देता है.एल ई डी बल्व 70 से 75 फीसदी बिजली की बचत करता है और 10 से 15 गुना ज्यादा सर्विस भी देता है. आजकल मार्केट में एक से दो साल की वारंटी वाले एल ई डी बल्व उपलब्ध हैं.नाईट बल्ब में 15 वाट की जगह 2 वाट का एल.ई.डी बल्ब लगायें.40 वाट ट्यूब कि जगह 36 वाट कि पतली ट्यूब लगायें.
इलेक्ट्रोनिक चोक वाली ट्यूब लाईट इस्तेमाल करे, इससे ट्यूब तुरंत जलेगी, स्टार्टर कि जरूरत नहीं होगी कम वोल्टेज में भी काम करेगी और बिजली की बचत भी होगी.

3—: यदि आप पानी गर्म करने के लिए वॉटर हीटर का इस्तेमाल करते हैं तो अपने वॉटर हीटर या गीजर का तापमान 48 डिग्री पर ही सेट करके रखें.ज्यादा वाट्स की इमर्सन राड के इस्तेमाल से बचें.आई एस आई मार्क वाले कंपनी के उत्पाद टिकाऊ होने के साथ विजली की खपत भी कम करते हैं.

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4—: कभी भी अपने रेफ्रीजिरेटर को खाली न छोड़ें. फ्रीजर में ताजी सब्जियां और सामान रखें और फ्रीज को नॉर्मल मॉड पर ही चलाएं. बार- बार फ्रीज खोलने से बचें, जो चीजे निकालनी हों या रखनी हों एक साथ ही निकाल ले.
गरम चीजे फ्रीज में ना रखें पहले उन्हें सामान्य तापमान में आने दे.
फ्रीज के साल की जांच समय समय पर करते रहे और देखे कही साल ढीली या कही से कटी तो नहीं है.फ्रिज को वार वार खोलने से भी बचना चाहिए,क्योंकि इससे कम्प्रेशर को ज्यादा वर्क करना पड़ता है और विजली की खपत बढ़ती है.फ्रिज की प्लेसिंग भी सही होनी चाहिए और दीवार और फ्रिज के बीच में 2 इंच का गैप रखें. एयर सर्कुलेशन की वजह से इसे फंक्शन के लिए कुछ कम पावर की जरूरत होती है.

5:- वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने के लिए डालते समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि वॉशिंग मशीन की क्षमता के हिसाब से ही उसमें कपड़े हों. यानी वार वार कम कपड़े धोने के बजाय एकमुश्त ही कपड़े डालकर धुलाई करें. इससे कम विजली में अधिकांश कपड़े धुल जाते हैं.हो सके तो कपड़े धूप में ही सुखाएं और यदि वाशिंग मशीन में ही सुखाना पड़ें तो टाइमर को कम से कम समय के लिए सेट करें.

6:- घर में सभी प्रकार के इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों को पावर एक्स्टेंशन कार्ड से जोड़कर इस्तेमाल में लाएं. हां ध्यान रखें कि रात को सोते समय उसे बंद करके ही सोएं नहीं तो कंप्यूटर, प्रिंटर, टीवी, डीवीडी प्लेयर आपकी बिजली के बिल को बढ़ा सकते हैं.देंगे.स्क्रीन सेवर कंप्यूटर कि स्क्रीन को सेव करते है, बिजली कि बचत नहीं करते इसलिए स्क्रीन सेवर कि जगह ब्लैंक (blank) पर सेट करे इससे बिजली कि बचत होगी.

7. एक कहावत प्रचलित है “सस्ता रोए वार वार मंहगा रोए एक वार” इसलिए नये उपकरण जैसे ट्यूब, फ्रीज, वाशिंग मशीन, एयर कँडीशनर, पानी के पम्प, गीजर, पंखे, कलर टी.वी. आदि स्टार रेटिंग देख कर ख़रीदे, जितने ज्यादा स्टार होंगे बिजली की बचत भी उतनी ही ज्यादा होगी. आज भले ही पैसा ज्यादा लगे , लेकिन आगे विजली की बचत के साथ पैसों की भी बचत होगी.

8.गर्मियों में घर हो या दफ्तर एयर कंडीशनर चलाने में बिजली का खर्च सबसे ज्यादा होता है. अगर इसे सही तरीके से मैनेज कर लिया जाए तो अच्छी बचत हो सकती है.एयर कँडीशनर के फिल्टर को समय समय पर साफ़ करते रहे इससे ये ठीक प्रकार से ठंडक देगा और बिजली की खपत भी कम करेगा.एयर कंडीशनर (A.C.) को आदर्श तापमान 24 डिग्री सेंटीग्रेड पर सेट करे.

9. पंखे और कूलर के सही चयन और इस्तेमाल के तौर तरीकों से भी विजली की बचत की जा सकती हैं.लाइट तो सिफ रात में जलाते हैं ,लेकिन गर्मियों में पूरे दिन पंखा चलाना पड़ता है. इससे बिजली के बिल पर बड़ा असर होता है. एक नॉर्मल पंखा 75 वॉट प्रति घंटे खपत करता है. अगर औसतन 8 घंटे रोज पंखा चलाएं तो एक पंखे का खर्च 1000 रुपये सालाना के करीब हो सकता है.

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अगर BEE-रेटेड पंखा इस्तेमाल करें तो यह खर्च 700 से 750 रुपये के बीच होगा.सुपर एफिसिएंट पंखा हो तो यह खर्च 500 रुपये के करीब हो सकता है.

बिजली बचाने के लिए इनवर्टर टेक्नोलॉजी पर आधारित अच्छी कंपनी के कूलर खरीदें. यह बाजार में सामान्य मिलने वाले कूलरों की तुलना में 50 फीसदी बिजली की कम खपत करेगा. जहां सामान्‍य 200 वॉट की मोटर वाले कूलर रोज 12 घंटे चलाया जाए तो महीने भर में करीब 100 यूनिट बिजली की खपत करता है. लेकिन अगर इसकी जगह आधुनिक तकनीक का कूलर इस्‍तेमाल हो तो मंथली करीब 60 यूनिट ही खपत होगा.

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