7 Tips: कहीं यह वजह इमोशनल Immaturity तो नहीं

रिश्ता कोई भी हो, जब तक उसमें इमोशनली मेच्योरिटी नहीं होगी तब तक रिश्ते का लम्बे समय तक टिक पाना मुश्किल होता है. ऐसे कई रिश्ते होते हैं, जो कुछ महीने में ही खत्म हो जाते हैं. रिश्ते में इमोशनली मेच्योरिटी काफी महत्व रखती है, जो बाद में घर बसाने के साथ प्रतिबद्धता को अच्छे से समझ सके. रिश्ते का आधार विश्वास होता है इस बारे में आपने सुना ही होगा. लेकिन रिश्ते में जो सबसे महत्वपूर्ण बात होती है, उसे हम सब अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं और वो है इमोशनली मेच्योरिटी. जो लम्बे और मजबूत रिश्ते के लिए बेहद जरूरी है. अगर आपको भी लगता है कि आपके और आपके पार्टनर के बीच में इमोशनली मेच्योरिटी नहीं है तो ये लेख आपके बहुत काम आने वाला है.

1. कहीं आपको भी तो नहीं होती जलन-

जब भी आपका पार्टनर किसी हॉट लड़की या लड़के से बात करता है तो आपके मन में जलन होना जायज है. लेकिन असल मायनों में जलन की भावना तब पनपती है, जब आपका पार्टनर आपसे ज्यादा दूसरों को प्राथमिकता देता है और आपसे ज्यादा अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ समय बिताता है.

2. अगर मतभेद ज्यादा है-

हर पार्टनर में लड़ाई झगड़े होने आम बात है. हर रिश्ते में कभी न कभी उतार चढ़ाव आता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप आपसी मतभेद को पनपने दें. अगर आपका पार्टनर अपनी गलती के लिए आपसे माफ़ी मांगता है तो सब कुछ भुलाकर आगे बढ़ें और गिले शिकवे भुला दें. अगर आप मतभेद रखेंगे तो इससे आपका रिश्ता बर्बाद हो जाएगा.

3. अगर नहीं मांगते माफ़ी

अगर आपको अपनी गलती का एहसास नहीं है और आप माफ़ी भी नहीं मांगना चाहतीं तो ये रिश्ते में सबसे बड़ी इमोशनली इमेच्योरिटी होती है. अगर आपको लगता है कि माफ़ी ना मांगने से रिश्ता मजबूत होगा तो आप गलत हैं. इससे रिश्ता खराब होगा.

4. अगर नहीं है पेशेंस-

रिश्ता कोई भी हो उसमें पेशेंस यानि की धैर्य बनाए रखने की भी जरूरत होती है. अपने रिश्ते की हर छोटी बात पर बेचैन होना इस बात को दर्शाता है कि, आप उस रिश्ते के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं हैं. आप इस बात का ख्याल रखें कि जितना आप चीजों को लेकर पेशेंस रखेंगी आपका रिश्ता उतना ही अच्छा रहेगा. क्योंकि हर रिश्ते को समझने और उसे निभाने के लिए खुद को तैयार रखने में समय लगता है.

5. पार्टनर को करें बदलने की कोशिश-

अपने पार्टनर की पर्सनैलिटी को बदलना आसान नहीं है और ये मेच्योरिटी भी नहीं है. क्योंकि उनकी इसी पर्सनैलिटी की वजह से ही आप उनके साथ रिश्ते में बंधे हैं. आप बात करने का तरीका जरुर बदल सकते हैं. लेकिन उन्हें बदलने की कोशिश न करें.

6. अगर आप सेल्फिश हैं-

आप जब भी किसी से प्यार के रिश्ते में बंधते हैं जो आप अपने पार्टनर की जरूरतों को लेकर कभी कोई ओब्जेक्शन नहीं करते. लेकिन रिश्ते में अपरिपक्वता तब दिखती है जब आप उनकी जरूरतों से पहले खुद की जरूरतों को ऊपर रखते हैं. आप सेल्फिश होने से पीछे नहीं हटते. आप का रिश्ता इस मुकाम में आकर खराब हो सकता है. बेहतर होगा कि, आप अपनी जरूरतों से पहले उनके बारे में भी सोचें.

7. अगर नहीं करते भविष्य की बात-

आपका रिश्ता कैसा चल रह है, सिर्फ इतना ही काफी नहीं है. आपका रिश्ता किस तरफ जा रहा है आपको इसका अंदाजा भी होना चाहिए. जब आप ही अपने रिश्ते को लेकर गम्भीर नहीं होंगे तो आपके पार्टनर से भी गम्भीर होने की उम्मीद ना करें. ऐसे में आपको अपने भावनात्मक अपरिपक्व बिहेवियर पर कंट्रोल करने की जरूरत है.

अगर आप भी अपने रिश्ते में कुछ ऐसे संकेतों को देखते हैं तो आपके रिश्ते में बिलकुल भी इमोशनली मेच्योरिटी नहीं है. आप कोशिश करें कि इसे कम करें, क्योंकि इमोशनल मेच्योरिटी किसी भी रिश्ते का आधार होती है.

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