परिवार से दूर दोस्त क्यों जरूरी है

दोस्ती एक ऐसा मीठा रिश्ता है जो जिंदगी में चाशनी सी घोल जाता है… जब हम अपने परिवार से दूर होते हैं तो वहां पर कोई हमारा अपना होता है तो वो दोस्त ही होते हैं जो हमारा परिवार बनते हैं.अक्सर ऐसा होता है जब पढ़ाई करने या जौब करने के लिए हम घर से बाहर चले जाते हैं और घर से कोसो दूर होते हैं तो उस वक्त वहां दोस्त मिलते हैं जो सुख में दुख में हमारा साथ देते हैं…..

कभी-कभी मन बहुत उदास होता है घर वालों की याद आती है हम उनके बारे में सोचते हैं और रो भी देते हैं ऐसे में दोस्त ही होतें हैं जो हमारा सहारा बनते हैं ,हमें हंसाते हैं,हमारा मूड अच्छा करते हैं.कुछ ऐसी बातें होती हैं जो हम अपने परिवार से नहीं कह सकते हैं लेकिन अपने दोस्तों से शेयर करते हैं और उनसे सलाह भी लेते हैं. अब अगर कौलेज की बात करें तो बहुत सी गॉसिप होती हैं भाई लड़कियों को तो चाहिए वही और वो ये गॉसिप्स अपने दोस्तों से ही शेयर करती हैं.लड़कों का तो लेवल पूछो ही मत भाई उनके तो अपने अलग-अलग कांड ही होते हैं.साथ में मिलकर पार्टी करना दोस्तों के सोथ मिलकर हंसी-मज़ाक करना,और अगर ब्रेकप हो गया तो उसका दुखड़ा भी रोना..कोई पसंद आ गया तो उसकी सेंटिंग करवाना …अब आपको हंसी तो आ ही रही होगी लेकिन आजकल की सच्चाई यही है और होता भी यही है.

जब आप किसी प्रौबलम में होते हैं तो दूसरे दोस्त ही हेल्प करते हैं चाहे पैसे की दिक्कत हो या फिर आप बिमार हैं तो आपका ध्यान भी रखते हैं.या फिर कॉलेज में दोस्त के लिए टीचर से झूठ बोलते हैं या फिर ऑफिस में बॉस…ये सब थोड़ा अजीब भले लगे लेकिन दोस्त होते ही ऐसे हैं और  ये सब खट्टी-मीठी सी यादें होती हैं जब आप अपने दोस्तों से अलग होते हैं तो यही सारी यादें आपके साथ रहती हैं जिन्हें आप अपने घर परिवार या कुछ दूसरे दोस्तों से शेयर करते हो कि अरे हम तो ऐसा किया करते थें..हमने साथ में बहुत मस्तियां की हैं…घर से दूर हमारा परिवार हमारे दोस्त ही होते हैं वरना दुनिया में अकेले रहना बहुत मुश्किल है.अकेले होने पर आपके अंदर चिड़चिड़ापन आ जाता है क्योंकि आप सबकुछ अपने अंदर ही दबा कर रखते हो कुछ भी किसी से शेयर नहीं करते.इसलिए लाइफ में एक ऐसा साथी होना जरूरी है जो हर कदम पर आपके साथ हो अगर बोलो हां तो वो भी बोले हां…मज़े की बात तो ये हैं कि दोस्त एक-दूसरे को छेड़ते भी बहुत है लेकिन उसी में उनका जीना है जिसमें वो बहुत खुश रहते हैं.एक-दूसरे को गाली बिना तो बुला ही नहीं सकते लेकिन उसी गाली में उनका प्यार होता है उनका अपनापन होता है….शायद इसलिए ही कहते हैं कि दोस्ती वो अनमोल तोहफा है जिसे जितनी शिद्दत से निभाओगे उतना ही खुश रहोगे और सभी की जिंदगी में एक ऐसा दोस्त होना जरूरी है…..वो कहते हैं न ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे…तोड़ेंगे हम मगर तेरा साथ न छोड़ेंगे.

वर्क फ्रॉम होम में कपल्स ऐसे बिठाएं तालमेल, रिलेशनशिप रहेगा ठीक

कोविड-19 ने सभी वर्क करने वाले लोगों को घर पर रहने और घर से ही काम करने को मजबूर कर दिया है. वैसे तो ज्यादातर घर के पुरुष ही वर्क करते हैं और पैसे कमाते हैं अपने परिवार के लिए लेकिन अब चूंकि जमाना बदल चुका है और लड़के- लड़कियां सभी नौकरी करते हैं.इस दौर में ज्यादातर परिवारों में पति-पत्नी दोनों ही वर्किंग हैं. वर्क फ्रॉम होम में पति-पत्नियों को कई तरहों की समस्याओं को झेलना पड़ रहा है, जिस वजह से पति- पत्नी के आपसी रिश्ते में दूरियां बढ़ने लगी हैं.

जैसे कि उनकी क्या टाइमिंग है ऑफिस की उसके कारण आमतौर पर पति-पत्नी जब बाहर काम करते थें तो वो अपने ऑफिस की सारी टेंशन सारी थकान सब बाहर ही छोड़ कर आते थें और घर में अपना फैमिली टाइम बिताते थे. लेकिन अब चूंकि कोरोना काल चल रहा है तो ऐसे में पति-पत्नी दोनों ही वर्क फ्रॉम होम कर रहे है.लेकिन इसका उनकी नीजि जिंदगी पर कोई असर ना पड़े और वो दोनों बेहतर तरीके से एक-दूसरे को समय दे पाएं ये बहुत ही जरूरी है.जिसके लिए उन्हें खुद भी इन बातों का खयाल एक-दूसरे के बारे में सोच कर रखना होगा.

1. काम के बीच- बीच में ब्रेक लेकर अपने पाटर्नर से बात करते रहें,उनके साथ थोड़ी सी मस्ती करें. ऐसा करने से मानसिक तनाव भी नहीं होगा और आपका रिश्ता भी मजबूत होगा। अपने जीवनसाथी को खुश रखने के लिए आप चाय या कॅाफी ब्रेक ले सकते हैं आप अपने वाइफ के साथ वक्त निकाल कर थोड़ा सा किचन में भी हेल्प कर सकते हैं.इससे आप दोनों का ही मूड फ्रेश होगा और खाना भी जल्दी बन जाएगा और फिर से अपना काम जल्दी कर सकते हैं.

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2. पति-पत्नी को साथ मिलकर घर के काम करने चाहिए.वर्किंग कपल्स को इस बात को समझना होगा कि इस कोरोना काल में काम का दबाव दोनों पर है क्योंकि उन्हें घर और ऑफिस दोनों संभालना है इसलिए घर के सभी काम मिलकर किए जाएं। ऐसा करने से किसी एक व्यक्ति पर दबाव भी नहीं पड़ेगा और घर के काम भी जल्दी हो जाएंगे। एक साथ घर के काम करने से आप दोनों का रिलेशनशिप भी मजबूत होगा।

3. घर से काम कर रही महिलाएं को भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें जयादातर घरों में जो वर्किंग वुमन हैं उन्हें ऑफिस के साथ घर का और यदि वो फैमिली में हैं तो पूरी फैमिली का भी ध्यान रखना होता है.घर के हर सदस्य को यह समझाएं कि आपके लिए जितना जरूरी घर का काम है, उतना ही जरूरी ऑफिस के काम भी है। छोटे-छोटे कामों का तनाव लेने के बजाय काम को घर के हर सदस्य के साथ शेयर करें और ऐसी और ऐसी सिचुएशन में पुरुषों को भी अपनी पार्टनर का पूरा ध्यान रखना चाहिए और साथ ही उनकी मदद भी करनी चाहिए.

4. पति-पत्नी को इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि उन्हें अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को अलग रखना है। अपने ऑफिस के काम के समय सिर्फ काम करें और घर के काम करते वक्त सिर्फ घर की बातें और घर के काम हों. पर्सनल और प्रोफेशन को कभी भी आपस में ना मिलाएं. अगर इस बात खयाल दोनों रखें तो रिश्ते बने रहने के साथ ही मजबूत भी होते हैं.

5. कभी-कभी काम के प्रेशर में आप इरिटेट होने लगते हैं लेकिन इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप पर काम का दबाव अधिक और अचानक से आपको गुस्सा आ जाए तो आप वो गुस्सा किसी पर भी या अपनी पत्नी पर निकाल दें.ऐसा कभी ना करें. बल्कि आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण में रखना है और अपने पाटर्नर से प्यार से बातें करनी हैं. इस समय आपका पाटर्नर आपसे गुस्से में कुछ बोल दे तो उस ओर ध्यान न दें.

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