Fake Profile : शादी डौट कौम से हो जाएं सावधान, फर्जी प्रोफाइल से खा सकते हैं धोखा

Fake Profile : शादी डौट कौम पर फर्जी प्रोफाइल बना देशभर में ठगी की अनेक घटनाएं घटित हो रही हैं जिस से आज बचने की आवश्यकता है. आज वह समय है कि अगर हम आंख बंद कर विश्वास करेंगे तो धोखा खा सकते हैं.

छत्तीसगढ़ के डोंगरगांव क्षेत्र की एक युवती से ₹15 लाख 72 हजार की औनलाइन ठगी के मामले में दिल्ली से एक टूरिस्ट बन कर आए नाइजीरियाई युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस ने फर्जी नाम से प्रोफाइल बनाया फिर शादी का झांसा दे कर युवती को कई बार ठगा.

पुलिस ने जौनसन सैमुअल नामक उक्त नाइजीरियाई नागरिक को 12 दिसंबर को दिल्ली में पकड़ा फिर तीस हजारी कोर्ट में पेश कर अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर छत्तीसगढ़ लाया गया है.

दरअसल, जुलाई में दर्ज शिकायत के बाद पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी. देश की राजधानी दाबी में अवैध तरीके से निवासरत आरोपी के पास से पुलिस ने एक लैपटौप 4 ऐंड्रौयड मोबाइल एवं पासपोर्ट जप्त किया है.

ठगी का पूरा मामला छत्तीसगढ़ के डोंगरगांव थाना क्षेत्र का है. 29 जुलाई को पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि अज्ञात आरोपी द्वारा शादी डौट कौम के फर्जी प्रोफाइल द्वारा धोखाधड़ी की गई है. आरोपी ने खुद को आलोक दशपांडे बताते हुए विवाह के संबंध में बातचीत की.

उस ने यह भी बताया कि वह यूनाइटेड किंगडम में कार्यरत है. उस ने जल्द ही भारत लौटकर पीड़िता से शादी करने की बात कही. इसी बीच 11 जुलाई को एक अन्य कौल के द्वारा किसी महिला ने बताया कि आलोक देशपांडे दिल्ली एअरपोर्ट में है. उस के पास विदेशी मुद्रा है, जिसे भारतीय मुद्रा में बदलना है. इस हेतु प्रक्रिया में लगने वाला शुल्क जमा करना होगा. इस के बाद लगातार फोन कर अलगअलग खातों में उस से कुल ₹15 लाख 72 हजार जमा करा लिए. इस के बाद आरोपी ने अपने मोबाइल को बंद कर दिया.

पुलिस ने धारा 318 (4) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया. पुलिस अधिकारियों के दिशानिर्देश पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी जौनसन विभिन्न भारतीय नामों से फेक प्रोफाइल बना कर अन्य महिलाओं को ठगने के प्रयास में था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर और लोगों को ठगी का शिकार होने से बचा लिया।

औनलाइन ठगी के बड़े मामले में पुलिस की सतर्कता एवं आरोपी के पकड़े जाने से जागरूकता का प्रचार हुआ है. साइबर सेल राजनांदगांव की सहायता से शादी डौट कौम प्रोफाइल की पतासाजी की गई. मोबाइलधारक का लोकेशन दिल्ली, तिलक नगर प्राप्त हुआ. थाना प्रभारी डोंगरगांव निरीक्षक उपेंद्र शाह एवं साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार के नेतृत्व में टीम दिल्ली पहुंची.

पुलिस ने दिल्ली के तिलक नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत चौखंडी संत नगर ऐक्सटेंशन में छापेमारी की. आरोपी किराए के मकान में रह रहा था. पुलिस ने आरोपों जौनसन सैमुअल पिता सैमुअल (40) वर्तमान निवासी डब्ल्यू जैड सी 81 संत नगर ऐक्सटेंशन, शाहपुरा थाना तिलक नगर नई दिवी, स्थाई पता एन- 18 ऐजिगबी स्टेट लागोस कंट्री, नाइजीरिया को हिरासत में ले कर पूछताछ शुरू की. साथ ही एक नग लैपटौप, 4 मोबाइल गवाहों के समक्ष जप्त किया.

आरोपी जौनसन सैमुअल के संबंध में पुलिस ने बताया कि वह साल 2018 के सितंबर माह में टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था. उस की वीजा की अवधि 2022 में समाप्त हो गई थी. इस के बावजूद वह दिल्ली में अवैध रूप से निवासरत था. पुलिस ने बताया कि आरोपी को इस गतिविधि की सूचनापत्र के माध्यम से नाइजीरिया गणराज्य के दूतावास को दी गई.

आरोपी ने दिल्ली में रहते हुए भारतीय महिला सहयोगी के साथ मिल कर ठगी करना स्वीकार किया है. उक्त महिला द्वारा ही फर्जी बैंक खाता तथा सिम उपलब्ध कराया जाता था इसके बदले में 50% कमीशन लिया करती थी. पुलिस ने धोखाधड़ी के सुबूत पाए जाने पर धारा 3 (5) भारतीय न्याय संहिता एवं 66 डी आई टी एक्ट और जोड़ी.

साइबर सेल तथा डोंगरगांव पुलिस उस महिला की तलाश कर रही है, जो आरोपी जौनसन को बैंक खाते तथा सिम उपलब्ध कराया करती थी. उस के द्वारा एटीएम के माध्यम से अपने कमीशन की राशि निकाली जाती थी. पुलिस का मानना है कि जल्द ही उस की महिला सहयोगी भी पकड़ी जाएगी.

लालच से बचना और समझदारी

आजकल, औनलाइन ठगी एक बड़ा खतरा बन गया है. लोग अपने पैसे और व्यक्तिगत जानकारी को औनलाइन साझा करते हैं, जिस से ठगों के लिए आसान हो जाता है कि वे लोगों को ठग सकें. औनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं और यह एक बड़ा चिंता का विषय बन गया है.

औनलाइन ठगी के कारण

औनलाइन ठगी के कई कारण हो सकते हैं। कुछ मुख्य कारण हैं :

लोगों की अज्ञानता : कई लोग औनलाइन सुरक्षा के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं, जिस से वे औनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं.

ठगों की चतुराई : ठग बहुत चतुर होते हैं और वे लोगों को ठगने के लिए नएनए तरीके ढूंढ़ते हैं.

औनलाइन सुरक्षा की कमी : कई वैबसाइट्स और ऐप्स में सुरक्षा की कमी होती है, जिस से ठगों के लिए आसान हो जाता है कि वे लोगों को ठग सकें.

औनलाइन ठगी से बचने के लिए कुछ तरीके हैं :

सुरक्षित वैबसाइट्स का उपयोग करें : केवल सुरक्षित वेबसाइट्स का उपयोग करें जो https प्रोटोकौल का उपयोग करती हैं.

मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें : मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें जो कम से कम 8 अक्षरों का हो और इस में अक्षर, संख्याएं और विशेष प्रतीक शामिल हों.

अपने पैसे और व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें : अपने पैसे और व्यक्तिगत जानकारी को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें.

संदिग्ध ईमेल और मैसेज का जवाब न दें : संदिग्ध ईमेल और मैसेज का जवाब न दें जो आप को अज्ञात लिंक पर क्लिक करने या अपने पैसे और व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने के लिए कहते हैं.

औनलाइन ठगी के मामलों में पुलिस और अन्य अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण और चुनौतीभरी है.

औनलाइन ठगी के मामलों में पुलिस और अन्य अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्त्वपूर्ण है. पुलिस और अन्य अधिकारी औनलाइन ठगी के मामलों की जांच करते हैं और ठगों को पकड़ने के लिए काम करते हैं.
औनलाइन ठगी के मामलों में सजा और दंड के प्रावधान भी बहुत महत्त्वपूर्ण हैं. औनलाइन ठगी के मामलों में ठगों को सजा और दंड दिया जाता है जो उन के अपराध के अनुसार होता है.

औनलाइन ठगी एक बड़ा खतरा बन गया है. लोगों को औनलाइन सुरक्षा के बारे में जानकारी रखनी चाहिए और औनलाइन ठगी से बचने के लिए सावधानियां बरतनी चाहिए. पुलिस और अन्य अधिकारी औनलाइन ठगी के मामलों की जांच करते हैं और ठगों को पकड़ते हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें