जानें रैफ्रिजरेटर ऐटिकेट्स से जुड़ी बातें

मिसेज कपूर डाक्टर हैं इसलिए जानती हैं कि घर की सफाई का मतलब सुबहसवेरे केवल झाड़ूपोंछा कर देना भर नहीं होता. सफाई के साथसाथ स्वास्थ्य की दृष्टि से उस का हाइजीनिक होना भी जरूरी होता है. बीमार बच्चों के साथ अपने पास आने वाली सभी मांओं को तो वे यही सलाह देती हैं कि घर साफ होने से ज्यादा जरूरी है घर का हाइजीनिक होना. हाइजीनिक होम यानी वह घर जहां घर की खूबसूरती के साथसाथ उस के बैक्टीरियाफ्री होने की जरूरत को भी उतना ही महत्त्व दिया जाता हो. जहां साजोसामान को करीने से रखा जाता हो, तो खानेपीने की चीजों का भी खासतौर से ध्यान रखा जाता हो. खाने की चीजों की खरीदारी से ले कर उन के पकने और खाने तक, हर स्तर पर उन्हें साफ और ताजा रखने के इंतजाम किए जाते हों. यही नहीं, खानेपीने की चीजों को सहेज कर रखने वाले रैफ्रिजरेटर की सफाई और हाइजीन का भी पूरापूरा खयाल रखा जाता हो.

यों तो आज ज्यादातर घरों में फ्रौस्टफ्री रैफ्रिजरेटर ही रखे जाते हैं, लेकिन फ्रिज के कई नएपुराने मौडल्स आज भी ऐसे हैं, जिन्हें समयसमय पर डीफ्रौस्ट करने की जरूरत महसूस की जाती है. फ्रिज के इन मौडल्स के डीफ्रौस्ट के सही तरीके की जानकारी सहित यह समझना भी जरूरी है कि रैफ्रिजरेटर को डीफ्रौस्ट करने की जरूरत क्या है.

डीफ्रौस्ट क्यों है जरूरी

कई नौन फ्रौस्टफ्री रैफ्रिजरेटर्स ऐसे हैं, जिन्हें कुछ दिनों तक औन रखने के बाद फ्रीजर एरिया में बर्फ का ढेर लग जाता है. ऐसे रैफ्रिजरेटर्स को यदि समय रहते डीफ्रौस्ट न कर लिया जाए, तो फ्रीजर में जमी बर्फ जल्दी ही रैफ्रिजरेटर एरिया में भी बर्फ का ढेर लगा देती है, जिस से रैफ्रिजरेटर को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे रैफ्रिजरेटर्स को हफ्ते में कम से कम 1 बार डीफ्रौस्ट अवश्य करना चाहिए. समय पर यदि इसे डीफ्रौस्ट न किया जाए, तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जैसे: द्य यदि पूरे फ्रिज में बर्फ जम गई तो उस के प्लास्टिक या अन्य पार्ट्स क्रैक हो सकते हैं.

बाहर तक बर्फ जम जाने की वजह से फ्रिज का दरवाजा बंद करने में भी परेशानी हो सकती है.

फ्रीजर का टूटा दरवाजा रैफ्रिजरेटर व फ्रीजर की कूलिंग ऐबिलिटी यानी ठंडा करने की क्षमता को भी नुकसान पहुंचा सकता है.

इस से बिजली की खपत भी बढ़ जाती है.

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जब जल्दी करना हो डीफ्रौस्ट

समय कम हो और फ्रिज की जल्दी सफाई करनी हो तो पहले उस में रखी खानेपीने की चीजें और ट्रे, आइसक्यूब टे्र, बौक्स व शैल्फ वगैरह पार्ट्स निकाल कर सुरक्षित रख दें. बर्फ जल्दी पिघलाने के लिए फ्रिज का दरवाजा खुला छोड़ सकते हैं. इस से बाहर की गरम हवा अंदर पहुंच कर उसे जल्दी डीफ्रौस्ट करने में मदद करेगी. बर्फ को जल्दी पिघलाने के लिए आप फ्रिज के खुले दरवाजों की ओर टेबलफैन भी चला सकते हैं. इस के लिए आप फ्रीजर में गरम पानी का बाउल भी रख सकते हैं. इस से बर्फ जल्दी पिघल जाएगी. फ्रिज में कहींकहीं जमी बर्फ को जल्दी हटाने के लिए गरम पानी में डुबोया हुआ कपड़ा रख सकते हैं.

हाइजीन का रखें ध्यान

पूरी तरह से बर्फ के पिघल जाने के बाद आप रैफ्रिजरेटर की सफाई शुरू कर दें. रैफ्रिजरेटर के अंदर के भाग की सफाई के लिए आप किसी भी तरह का हार्ड या अमोनियाबेस्ड उत्पाद का इस्तेमाल न करें. 1 बालटी ठंडा पानी ले कर उस में बेकिंग सोडा और माइल्ड साबुन मिला लें. अब इस में स्पंज डाल कर उस से फ्रिज व उस के सभी पार्ट्स की अच्छी तरह सफाई कर लें. आप चाहें तो सिंक या किसी बड़े बरतन में गरम पानी भर कर उस में डिटर्जेंट पाउडर मिला लें और एक ही बार में सारे पार्ट्स साफ कर लें. अब पानी से फ्रिज साफ कर लें ताकि डिटर्जेंट अच्छी तरह से निकल जाए. इस के बाद साफ कपड़े या पेपर टौवल से फ्रिज साफ कर 1 घंटे के लिए उस का दरवाजा खुला छोड़ दें ताकि फ्रिज अच्छी तरह सूख जाए. 1 घंटे बाद फ्रिज में सारा सामान वापस रख कर टैंपरेचर रीसेट कर दें. लीजिए, फ्रिज डीफ्रौस्ट भी हो गया और क्लीन भी.

दुर्गंध रखें दूर

दुर्गंध को दूर करने के लिए आप बेकिंग सोडा के सहित डिटर्जेंट वाले पानी में वैनिला एक्सट्रैक्ट भी मिला सकती हैं.

आप चाहें तो कुछ समय के लिए फ्रिज में कौफी भी रख सकती हैं. इस से भी बदबू दूर हो जाएगी.

कौटन बौल या स्पंज में नीबू के रस की कुछ बूंदें डाल कर कुछ घंटों के लिए उसे फ्रिज में ही रहने दें. दुर्गंध गायब हो जाएगी.

इन दिनों बिजली की समस्या हर जगह बढ़ रही है. कई बार ऐसा होता है कि देर तक लाइट न आने की वजह से फ्रिज में रखे खाद्यपदार्थ से दुर्गंध आने लगती है. इस दुर्गंध को दूर करने के लिए आप टोमैटो जूस की मदद ले सकते हैं. बस, ध्यान रहे कि इस जूस को तैयार करते हुए पानी का इस्तेमाल बिलकुल भी न किया गया हो. साफ कपड़े या स्पंज को इस टोमैटो जूस में डाल कर फ्रिज के अंदर के भाग को अच्छी तरह से साफ कर दें. अब एक बार फिर से डिटर्जेंट मिले गरम पानी से फ्रिज साफ कर के उसे सुखा लें.

टोमैटो जूस की जगह यह बदबू दूर करने के लिए आप वेनेगर यानी सिरका भी इस्तेमाल कर सकती हैं.

फ्रैश मिंट यानी पुदीना का इस्तेमाल खाने से ले कर घर को खुशबू से महकाने तक के लिए किया जाता है. आप चाहें तो इसे फ्रिज महकाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकती हैं.

बैक्टीरियाफ्री खाना

कुछ ऐसे भी बैक्टीरिया हैं, जो खाने को दूषित तो करते हैं, लेकिन हमें बीमार नहीं बनाते. ऐसे बैक्टीरिया का प्रभाव सब से ज्यादा फलों और सब्जियों पर रहता है. सेब पर इस का असर होते ही सेब मुलायम होने और सिकुड़ने लगता है जबकि गाजर सूखी और रंगहीन होने लगती है. ऐसे सेब, गाजर व अन्य फल ज्यादा दिनों तक फ्रिज में रखने की वजह से देखने में बेशक अच्छे न लग रहे हों, लेकिन उन्हें खाने से नुकसान नहीं होता. खाने की चीजों पर बैक्टीरिया के प्रभावों को रोकने के लिए निम्न बातें जरूरी हैं:

खरीदारी के समय ध्यान रखें कि आप कीड़ेमकौड़े या दाग लगे हुए फल या सब्जियां तो नहीं खरीद रहे.

फल व सब्जियां अच्छी क्वालिटी की ही खरीदें ताकि फ्रिज में उन्हें सहेजना आसान रहे.

यदि अच्छी क्वालिटी की चीजें न मिल पा रही हों तो बेहतर होगा कि आप फ्रोजन फल व सब्जियां खरीद लें.

 ध्यान रखें कि फ्रिज में रखा गया कोई सामान खराब तो नहीं हो रहा. यदि ऐसा है तो तुरंत उसे निकाल फेंकें.

हफ्ते में 1 बार फ्रिज की सफाई अवश्य करें.

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फ्रिज में भी फल व सब्जियों को हफ्ते भर से ज्यादा न रखें.

फ्रिज को कीड़ेमकोड़ों से सुरक्षित रखने के लिए फलों, सब्जियों और मीट के लिए अलगअलग जगह तय कर दें और उन्हें वहीं रखें.

मीट और सब्जियां काटने के लिए अलगअलग कटिंग बोर्ड्स व बरतन रखें. हर बार इस्तेमाल करने के बाद उन्हें साफ करना न भूलें.

लकड़ी के बोर्ड्स का प्रयोग न करें.

छिलकों को खाने में यूज करें या न करें, लेकिन स्क्रब ब्रश से फलों व सब्जियों की अच्छी तरह सफाई जरूर कर लें.

घर से बाहर यदि आप सलाद ले रहे हैं तो बेहतर होगा कि उन्हें पानी से साफ कर लें, चाहे उस पर धुला हुआ ही क्यों न लिखा हो.

खाने की कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं, जिन्हें जब हम खरीद कर लाते हैं और तभी से उन में बैक्टीरिया के कुछ अंश होते हैं. इन में रौ मीट, फै्रश फिश, सी फूड सहित कुछ सब्जियां भी हैं. ऐसी चीजों को अधिक से अधिक तापमान पर अच्छी तरह पकाने के बाद ही उन के बैक्टीरिया को नष्ट किया जा सकता है.

जल्दी खराब होने वाली खाने की कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जिन्हें फ्रिज में रखने के बाद भी खाना नुकसानदेह हो सकता है. खासकर नौनवेज को. जहां तक संभव हो नौनवेज खरीदने के बाद जल्द से जल्द फ्रीजर में रख दें, क्योंकि खुली हवा में मीट रखना नुकसानदेह हो सकता है.

गरम भोजन को सीधे फ्रिज में न रखें, बल्कि पहले उसे सामान्य हो जाने दें, फिर फ्रिज में रखें तो बेहतर होगा. जल्दबाजी में हों तो ऐसे भोजन को एअरटाइट बरतन में रखने के बाद फ्रिज में रख सकती हैं.

पके नौनवेज भोजन को फ्रिज में रखने से पहले उसे एल्युमीनियम फौयल में अवश्य लपेट लें.

फ्रिज में रखे तैयार भोजन को दोबारा खाना है तो उसे तेज आंच पर गरम करें ताकि उस में बैक्टीरिया न रह जाए.

इन दिनों बाजार में उपलब्ध वैक्यूम पाउच या गिफ्ट पाउच हर तरह के वैक्यूम चैंबर मशीनों के लिए योग्य हैं. खानेपीने की चीजों, खासकर मीट और पनीर को सील्ड वातावरण में सुरक्षित रखने के लिए ऐसे पाउच इस्तेमाल किए जाते हैं. ये पैक्ड डिश की गंध को बाहर फैलने नहीं देते. यही वजह है कि इन दिनों इन का इस्तेमाल भी खूब किया जाने लगा है.

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