कैंसर से बचने के लिए खाएं कच्चा लहसुन

आज के खान पान के कारण लोगों में कई तरह के रोग पैदा होने लगे हैं. फसलों में रसायन का अत्यधिक इस्तेमाल इन परेशानियों की जड़ है. ऐसे में बहुत ज्यादा दवाइयों पर निर्भर होना हमारे लिए काफी घातक हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि हम प्राकृतिक उपायों की ओर मुड़ें. इस खबर में हम आपको लहसुन की कैंसर से लड़ने की  खूबी के बारे में बताएंगे.

जानकारों का मानना है कि जो लोग लहसुन का सेवन करते हैं उनमें ना खाने वाले लोगों की अपेक्षा किसी भी तरह के रोग होने की संभावना 44 फीसदी कम हो जाती है.

कम होता है कैंसर का खतरा

सप्ताह में केवल दो बार कच्चा लहसुन खा लेने से फेफड़ों का कैंसर नहीं होता. इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर के संभावना को काफी कम करते हैं.

जो लोग स्‍मोकिंग करते हैं अगर वो लहसुन खाएं तो वो 80 प्रतिशत तक इस बीमारी से बच सकते हैं। इसके अलावा जिनकी फैमिली हिस्ट्री में कैंसर है उन्हें भी लहसुन खान की सलाह दी जाती है.

कब और कैसे खाएं लहसुन?

जानकरों का मानना है कि रोज सुबह में खाली पेट या रात के खाने के बाद कच्चा लहसुन खाने से कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है. इसे खाने के बाद कुछ देर तक पानी का सेवन ना करें. इसके कड़वे स्वाद के चलते इसे कच्चा चबाना काफी मुश्किल होता है पर खुद को स्वस्थ रखने के लिए आपको इसे ना चाहते हुए भी खाना होगा.

लहसुन को तकिए के नीचे रखना है कई परेशानियों का समाधान

एक पुरानी थेरेपी की माने तो लहसुन को तकिए के नीचे रख कर सोने के कई फायदे हैं. लहसुन में जींक की मात्रा होती है जिसके कारण दिमाग में सुरक्षा की भावना पैदा होती है.

शुरुआत में लोग इसकी तेज महक के कारण आपको नींद ना आए पर इसकी आदत हो जाने पर आपको अनिद्रा की  परेशानी में भी ये काफी फायदेमद होगा. आप इसे छोटे बच्‍चों के तकिये के नीचे भी रख सकते, इससे वे रात में चौंकेगे नहीं.

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इसके अलावा इसका पेय भी आपको कई तरह से फायदेमंद होता है. लहसुन का पेय भी नींद लाने में असरदार होता है. इसको तैयार करने के लिए आपको चाहिए दूध, कूंची हुई लहसुन की कली, शहद.

इसको तैयार करने के लिए आप पहले दूध गर्म करें, इसके बाद कूंचे हुए लहसुन को आप दूध में मिला लें. इसके बाद इसे 3 मिनट तक उबालें और फिर आंच से उतार लें.  अब इसमें शहद मिलाएं और पी जाएं. ये अनिद्रा में काफी लाभकारी है.

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