कोविड-19 हमारे बीच लगभग एक साल से अधिक समय से है और समय के साथ साथ इसके लक्षण और भी गंभीर होते जा रहे हैं. हालांकि आपको डरना नहीं है बल्कि आपको सावधानियां बरतनी हैं. ताकि आप स्वयं को खतरे से बचा सकें. पहले इस वायरस के केवल गला दुखना, बुखार हो जाना, खांसी होना और थकान जैसे लक्षण ही शामिल थे. परन्तु अब इसमें कुछ अन्य लक्षण भी देखने को मिलते हैं जिनमें से गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्याएं मुख्य हैं. जोकि लंबे समय तक आपको तंग कर सकती है. रिपोर्ट्स के अनुसार 5 में से एक मरीज को यह लक्षण देखने को मिलते हैं जिसमें जी घबराना, उल्टियां आना व डायरिया शामिल है.
कोविड-19 के बहुत मुख्य लक्षण
जैसे जैसे यह वायरस अधिक फैला है वैसे ही लोगों में अलग अलग लक्षण भी देखने को मिले हैं. यह लक्षण सभी में अलग अलग भी थे और कुछ ऐसे लक्षण थे जो सभी में कॉमन थे. हालांकि यह लक्षण अब भी बदलते रहते हैं परंतु कुछ लक्षण ऐसे है जो एक समान ही रहेंगे. तो आइए जानते हैं उन मुख्य लक्षणों के बारे में.
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- बुखार होना
- सूखी खांसी होना
- गले में दर्द होना.
- नाक बहना.
- छाती में दर्द होना और सांस लेने में दिक्कत महसूस होना.
- थकान होना.
गैस्ट्रोइंटेस्टिनल लक्षण जोकि कोविड 19 से जुड़े हुए हैं
एक स्टडी के मुताबिक जो लगभग 36 बार की गई है, 18 प्रतिशत मरीजों को गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्याएं होती हैं. जिनमें से केवल 16 प्रतिशत लोगों को ही इसके लक्षण देखने को मिलते हैं. हालांकि यह लक्षण हर इंसान में अलग अलग होते हैं. परन्तु कुछ लक्षण सभी में समान और बहुत गम्भीर होते हैं. निम्नलिखित कुछ ऐसी पाचन समस्याएं हैं जो वायरस से संक्रमित लोगों में बहुत आम है.
भूख न लगना : यदि आपको भी कोरोना वायरस हो जाता है तो यह आपकी जिंदगी पर गहरा प्रभाव डाल सकता है जिसमें आपकी खाने की आदते भी शामिल हैं. यदि आप सूंघने व टेस्ट करने की क्षमता को खो देते हैं तो भी आपको भूख बहुत कम लगेगी. चाइना में हुई एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग वायरस से संक्रमित हैं उनमें से लगभग 80 प्रतिशत मरीजों को यह समस्या देखने को मिलती है अर्थात उन्हें भूख बिल्कुल नहीं लगती है जिनसे उनके शरीर में कमजोरी आती है और कमजोरी आने की वजह से उन्हें थकान जैसे लक्षण और अधिक समय के लिए देखने को मिलेंगे जिससे उनकी सेहत और ज्यादा प्रभावित होती है.
जी मिचलाना : वुहान में होने वाली एक स्टडी के मुताबिक लगभग 10 प्रतिशत मरीजों में डायरिया व जी मिचलाने जैसी समस्या देखने को मिली हैं. यह दोनों ही लक्षण बुखार आने के लगभग 2 दिन पहले देखने को मिल रहे हैं.
डायरिया या पेट में दर्द होना : कोरोना वायरस में हमारे पेट मे मौजूद माइक्रोब्स को प्रभावित करने की भी क्षमता है जोकि हमारी गैस्ट्रोइंटेस्टिनल सेहत को प्रभावित कर सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग 5 में से एक मरीज को पेट दर्द की समस्या झेलनी पड़ती है चाहे उसके पीछे का कारण डायरिया हो या एब्डॉमिनल पेन. स्टडीज के मुताबिक जिन लोगों को यह लक्षण देखने को मिलते हैं उन्हें ठीक होने में भी दूसरे मरीजों के मुकाबले अधिक समय लगता है.
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इसलिए आपको स्वयं को वायरस से बचाने के लिए हर प्रकार की सावधानी गाइडलाइन्स का पालन अवश्य करना चाहिए. इससे आप स्वयं को इतने बड़े खतरे से टाल पाएंगे. आपको बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. और यदि आपको कोई लक्षण देखने को मिलता भी है तो डर के मारे केवल घर पर ही न बैठें. तुरन्त डॉक्टर को दिखा कर उसका इलाज भी कराएं.