घर पर कैसे करें हैल्दी कुकिंग ?

कई बार हम अपने व अपने बच्चों की बाहर का खाने की इच्छा को पूरा करने  के लिए घर पर ही कुछ नया  ट्राई करते हैं! और हम इस में सफल भी हो जाते हैं. लेकिन आप को कुछ बातें हैं जिन का कुकिंग करते समय ध्यान रखना पड़ता है. जिस से खाना अत्यंत स्वादिष्ट बन सकता है. तो कौन सी हैं वे टिप्स जो आप को एक हैल्दी कुकिंग के लिए अपनानी चाहिए, आइए जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से.

1. रेसिपी का पालन करें :

स्वादिष्ट खाना बनाने के लिए आप को उस की विधि व कौन कौन सी सामग्री का प्रयोग होगा ,यह अच्छे से पता होना चाहिए. ऐसा करने के लिए आप किसी भी कुकिंग बुक का प्रयोग कर सकती हैं या फिर यू+ट्यूब विडियोज को देख सकती हैं.

2. हेल्दी खाने का प्रयोग करें :

आप खाना बनाते समय ध्यान रखें कि जिन सामग्रियों का आप प्रयोग कर रहीं हों वह हेल्दी हों .जैसे यदि आप चाऊमिन, पिज्जा या बर्गर बना रही हैं तो उन में सब्जियां जैसे टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च आदि का प्रयोग करें जिस से आप के स्वाद में भी कोई कमी नहीं आएगी व यह हेल्दी भी रहेगा.

3. हानिकारक मसालों का कम प्रयोग करें :

मसालों व नमक से उच्च रक्त चाप जैसी समस्या हो सकती है. तो कोशिश करें कि आप जितना हो सके उतना नमक व मसालों का कम से कम प्रयोग करें. ताकि यह आप के लिए हेल्दी हो. जैसे आप नमक के बजाए सैंधे नमक का प्रयोग कर सकती हैं.

4. खाने के साथ सलाद भी लें :

आप खाने के साथ साथ सलाद को भी जरूर अपनी डाइट में एड करें. आप टमाटर, प्याज, गाजर आदि सब्जियों का सलाद में प्रयोग कर सकते हैं. आप जितना हो सके उतने कलरफूल सलाद को अपनी प्लेट में सजाइए ताकि यह देखने में भी सुंदर लगे व खाने में भी लजीज और सब्जियां तो आप की सेहत के लिए हेल्दी होती ही हैं.

5. अपनी कुकिंग स्कील्स को अपग्रेड करें :

आप के घर वाले भी आप के हाथ का एक जैसा खाना , रोज रोज खा कर बोर हो गए होंगे. आप अपनी कुकिंग स्कील्स को अपग्रेड करें. ऐसा करने के लिए आप कूकिंग क्लासेस या यू ट्यूब विडियोज़ की सहायता ले सकती हैं. खाने को नई तकनीकों का प्रयोग कर के पकाएं. जिस से आप के घर वाले भी उंगलियां चाटते रह जाएं.

बचे तेल को बार-बार इस्तेमाल करना यानी सेहत को खतरा

भारतीय खाने में पकौड़े तलने से लेकर तड़का लगाने तक, तेल को कई तरीकों से और कई चीजों में इस्तेमाल किया जाता है. कई घरों में एक बार इस्तेमाल किए गए तेल को बार-बार इस्तेमाल किया जाता है ताकि तेल को बर्बाद होने से बचाया जा सके, लेकिन क्या आप जानती हैं कि तेल के पुनर्प्रयोग से काफी सारी बीमारियां हो जाती हैं? जी हां बचे हुए तेल का बार-बार इस्तेमाल करना आपके सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.

बचे तेल के इस्तेमाल से हो सकता है कैंसर

अगर तेल में एक बार कोई चीज फ्राइ कर दी गई है और बार-बार उसी तेल में बाकी चीजें भी बनाई जा रही हैं, तो इससे फ्री रैडिकल्स जन्म ले लेते हैं, इससे सूजन और जलन के अलावा बीमारियां हो जाती हैं. ये फ्री रैडिकल्स बौडी की स्वस्थ कोशिकाओं (सेल्स) से खुद को जोड़ लेते हैं. फ्री रैडिकल्स कई बार कैंसर को जन्म दे सकते हैं. इसके अलावा तेल को बार-बार इस्तेमाल करने से अथरोस्कालरोसिस (atherosclerosis) हो सकता है, जिसमें शरीर में बैड कलेस्ट्राल बढ़ जाता है और धमनियां ब्लौक हो जाती हैं.

ये भी होते हैं प्रभाव

एक ही तेल को बार-बार इस्तेमाल करने से असिडिटी, दिल संबंधी बीमारियां, ऐल्टशाइमर्ज डिजीज, पार्किंसन्स डिजीज और गले में जलन हो सकती है.

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कितनी बार करें तेल का इस्तेमाल

डीप फ्राइ के लिए एक बार इस्तेमाल किए गए तेल को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन कुछ मामलों में ऐसा किया जा सकता है. हालांकि उन मामलों में यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस प्रकार का तेल इस्तेमाल किया जा रहा है. मसलन, क्या इसे हल्का फ्राइ करने के लिए इस्तेमाल किया गया या फिर डीप फ्राइ के लिए? इस तेल में खाने के किस आइटम को फ्राइ किया गया?

इस तरह के तेल खाने में करें इस्तेमाल

सभी तेल एक दूसरे से काफी अलग होते हैं. कुछ में स्मोकिंग पाइंट ज्यादा होता है. यानी डीप फ्राइंग के दौरान कुछ में धुंआ ज्यादा निकलता है तो कुछ में कम. कुछ तेल ऐसे होते हैं जिन्हें गरम करने पर बिल्कुल भी धुंआ नहीं निकलता, जैसे कि सनफ्लार ऑइल, सोयाबीन का तेल, मूंगफली का तेल आदि. ऐसे तेल जिनका स्मोकिंग पाइंट ज्यादा न हो उन्हें फ्राइ करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.

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बचे तेल के दुष्प्रभाव से बचने के तरीके

कुकिंग के बाद बचे तेल को ठंडा होने देना चाहिए और उसके बाद उसे एक एयरटाइट डब्बे में छानकर भर दें. इससे उस तेल में रहे फूड पार्टिकल्स भी निकल जाएंगे. जब भी आप तेल को दोबारा इस्तेमाल करें तो देख लें कि उसका कलर और थिकनेस कैसी है. अगर तेल डार्क कलर और पहले से अधिक गाढ़ा व ग्रीस जैसा है तो उसे फेंक दें. इसके अलावा अगर तेल गरम करने पर पहले के मुकाबले अधिक धुंआ छोड़े तो उसे फेंक देना ही बेहतर है.

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