इतने सालों तक आपने विभिन्न आहार नियम और क्या सही है व क्या नहीं, क्या खाना ठीक होता है क्या नहीं, इस पर बहुत कुछ पढ़ा है और बहुत सी बातें की है. पर आज भी आप या हम में से कोई भी यह नहीं कह सकता कि कौन सा डाइट रुटीन वाकई उचित और लाभकारी है. आज हम बात करेंगे आपकी डाइट को लेकर, भोजन संबंधी कुछ नए दिशा निर्देश और नियमों की जो वास्तव में आपको, आपके लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करेगा..
भोजन करने से पहले :
दोनों हाथ और पैरों को अच्छी तरह से धोकर ही खाना खाने बैठना चाहिए. वैसे ऐसा जरूरी नहीं पर प्रयास यही करना चाहिए कि भोजन, किचन में बैठकर परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर हो.
भोजन का समय :
ऐसा माना जाता है कि पाचनक्रिया सूर्योदय से 2 घंटे बाद तक एवं सूर्यास्त से 2.30 घंटे पहले तक अच्छी होती है, इसीलिए समयानुसार खाना खा लेना चाहिए.
ऐसे में न करें भोजन :
खड़े-खड़े और लेट कर कभी खाना नहीं खाना चाहिए. आराम से बैठकर भोजन करना, शरीर और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है. लैपटॉप, फोन आदि चलाते समय खाना नहीं खाना चाहिए.
ऐसा भोजन न करें :
बहुत तीखा, बहुत मीठा या तेज मिर्च मसाले वाला खाना नहीं खाना चाहिए. आधा खाया हुआ फल, मिठाइयां आदि फिर नहीं खाना चाहिए.
खाना खाते समय, खाना कभी भी बीच में छोड़कर नहीं उठना चाहिए.
खाना खाते वक्त क्या करें :
मौन रहें.
भोजन को अच्छे से चबा-चबाकर खाएं.
अगर आपक बोलना वाकई बहुत जरूरी हो तो, खाते वक्त सिर्फ सकारात्मक बातें ही करें. प्रसन्न मन से किया गया भोजन शरीर को जल्दी लगता है.
किसी भी प्रकार की समस्या पर चर्चा, खाना खाने वक्त नहीं करनी चाहिए.
भोजन के बाद :
खाने के तुरंत बाद पानी या चाय नहीं पीना चाहिए.
घुड़सवारी करना, दौड़ना आदि मेहनत के काम, खाना खाने के बाद करने से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है.
दिन में और रात में खाना खाने के बाद टहलना चाहिए. रात में भी टहलकर बाईं करवट लेट कर सोने से पाचन अच्छा होता है. खाने के एक घंटे बाद मीठा दूध एवं फल खाने से भी भोजन का पाचन अच्छा होता है .
क्या क्या है हानिकारक :
रात को दही, सत्तू, तिल जैसा भोजन नहीं करना चाहिए.
दूध के साथ नमक, दही, खट्टे पदार्थ, मछली, कटहल का सेवन नहीं करना चाहिए.
इसके अलावा शहद व घी को एक साथ, एक समान मात्रा में लेकर खाने के साथ नहीं खाना चाहिए.
दूध और खीर के साथ खिचड़ी नहीं खाना चाहिए.