बालों की एक बड़ी समस्या उन पर धूप पड़ना है. धूप से बालों का रंग हलका पड़ता है. धूप में लंबे समय तक रहने के कारण बालों की हाईलाइट्स औक्सीडाइज हो सकती है जिससे अनचाहे शेड पैदा हो सकते हैं. अत: हाईलाइटेड बालों की देखभाल के लिए इन बातों का जरूर खयाल रखें:
केवल सोडियम लौरिल सल्फेट मुक्त शैंपू का ही प्रयोग करें, जो कलर्ड या हाईलाइटेड बालों को ट्रीट करने के लिए होता है. बालों का रंग लंबे समय तक बनाए रखने के लिए यह अवश्य करना चाहिए. इसके साथ कलर स्पैसिफिक शैंपू का अल्टरनेट प्रयोग करें, जो खासकर बालों का सटीक रंग बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया होता है.
बालों के रंग को बनाए रखने के लिए सल्फेट मुक्त हेयर कंडीशनर का प्रयोग करें. इस से बालों को लंबे समय तक पोषणयुक्त रखने में मदद मिलेगी.
जिनके बाल गहरे रंग के हों, उन्हें शाइन इन्हैंसिंग स्टाइलिंग उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए.
यह जानना भी जरूरी है कि यह चमक कितने समय तक रहेगी और बाल कितने स्वस्थ बनेंगे, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप बालों का कितना खयाल रखती हैं.
हाईलाइटेड बालों के लिए किस तरह की देखभाल की जरूरत होती है, यह समझने के लिए 3 बातों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है:
आप के बाल कितनी तेजी से बढ़ते हैं?
ज्यादातर मामलों में स्वस्थ सिर में बालों की प्रतिमाह औसत वृद्धि 5 मिमी. से 10 मिमी. के बीच होती है. बालों की वृद्धि आप की मैटाबोलिज्म, आहार तथा सिर पर आप क्या उत्पाद लगाती हैं, उस पर निर्भर होती है.
कलर्ड बाल प्राकृतिक शेड से अलग किस प्रकार होते हैं?
अपने बालों के लिए कौन सा रंग चुनती हैं, इस आधार पर कुछ विशेष जरूरतें हो सकती हैं:
डीप कंडीशनिंग
बालों को हाईलाइटेड कराने के बाद सब से जरूरी है उनकी डीप कंडीशनिंग. ऐसा इसलिए, क्योंकि हाईलाइटेड बाल काफी छिद्रयुक्त हो जाते हैं, इसलिए सप्ताह में कम से कम एक बार इस दिनचर्या का पालन करना जरूरी हो जाता है. बालों की कंडीशनिंग करने का मुख्य उद्देश्य है कि उन्हें हाईड्रेट कर के उन की नमी बनाई जा सके, जिस से वे अधिक चमकदार और खूबसूरत दिखेंगे.
जोजोबा आयल युक्त कंडीशनर डीप कंडीशनिंग हेयर मास्क का निर्माण करता है. यह सप्ताह में 2 बार बालों को धोने के बाद लगाया जा सकता है.
बेबी ट्रिम्स
कैमिकल्स के अत्यधिक प्रयोग के कारण हाईलाइट करते वक्त बाल अत्यधिक रूखे हो जाते हैं, जिस से उनके सिरे कमजोर हो जाते हैं. वे टूटने लगते हैं. बालों के सिरों को टूटने से बचाने के लिए 8 से 10 सप्ताह में एक बार बालों को ट्रिम कराएं ताकि बाल स्वस्थ व सेहतमंद बने रहें. टूटे सिरों को रिपेयर करने के लिए कैस्टर आयल के साथ लैवेंडर ऐसैंशियल आयल मिला कर लगाएं.
रोकथाम
बालों पर धूप, गरमी, धूल, पानी आदि का प्रभाव पड़ता है, जिस के चलते हाईलाइट्स के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है. इस तरह के बाहरी तत्त्व रंग को हलका कर देते हैं तथा बालों में मौजूद नमी उन्हें रूखा और बेजान बना देती है. अत: बालों को पानी से धो लें और फिर उन्हें डीहाईड्रेशन से बचाने के लिए बाहर जाने से पहले उन में जोजोबा आयल लगाएं.
सुरक्षा
हीटेड स्टाइलिंग टूल्स जैसे स्ट्रेटनर, ब्लो ड्रायर, कर्लिंग आयरन के प्रयोग से हाईलाइटेड हेयर क्षतिग्रस्त हो सकते हैं. उन की सेहत व शक्ति बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें ज्यादा तापमान से सुरक्षा प्रदान की जाए.
बालों में और्गन आयल लगाएं. इससे बालों को ज्यादा तापमान से सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी.
आफ्टरकेयर टिप्स
आयल हाईलाइटिंग ट्रीटमैंट के बाद 2 काम करने होंगे- पहला लंबे समय तक बालों का रंग नया सा बनाए रखने के लिए इन की सुरक्षा करनी होगी और दूसरा उन्हें मजबूत, चमकदार, सेहतमंद बनाए रखने के लिए उनका पोषण करना होगा.
गीले बालों पर कैस्टर आयल मलें, बालों पर टौवेल बांध लें. 10 मिनट बाद बालों को धो लें. इस प्रक्रिया से बाल ज्यादा सेहतमंद और चमकदार बन जाएंगे, क्योंकि कैस्टर औयल बालों को नमी प्रदान करता है.
स्टाइलिंग टिप्स
हीट स्टाइलिंग टूल्स का प्रयोग कम कर दें. यदि ऐसे उपकरणों का प्रयोग करना बहुत जरूरी है, तो बालों के सिरों पर पहले हीट प्रोटैक्टैंट स्प्रे कर लें.
वाशिंग टिप्स
क्लोरीन: यदि अकसर स्विमिंग पूल में जाती हैं, तो स्विमिंग पूल में जाने से पहले यह जरूरी है कि बालों में कंडीशनर या जोजोबा आयल लगाएं. इस से स्विमिंग पूल में क्लोरीनयुक्त पानी बालों को क्षति नहीं
पहुंचा पाता.
पानी का तापमान
बालों को ठंडे या फिर गुनगुने पानी से धोएं, क्योंकि गरम पानी बालों में रंग को अलग कर सकता है.
शैंपू की फ्रीक्वैंसी
बालों को रोज शैंपू करने से नुकसान होता है, इसलिए शैंपू तभी करें जब बहुत जरूरी हो और शैंपू एसएलएस मुक्त हो. बाल हाईलाइट कराए गए हों या फिर नहीं, दोनों स्थितियों में प्राकृतिक शैंपू सब से अच्छा है.