6 Tips: गर्मियों में AC चलाते समय रखें इन 6 बातों का ध्यान

हाल ही में भोपाल की एक सोसाइटी के फ्लेट में ए सी से लगी आग के कारण पूरा फ्लेट जलकर तबाह हो गया. गनीमत यह थी कि आग दिन में लगी जिससे फ्लेट मालकिन की जान बच गयी. आग इतनी भयंकर थी कि आग पर फायर ब्रिगेड भी 2 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पा सकी.

गत वर्ष 31 जुलाई को चेन्नई के फ्लेट में रात में एसी ब्लास्ट हो गया और एक युवक अपनी जान गंवा बैठा, नोयडा के एक फ्लेट में भी ए.सी फटने से पूरा फ्लेट तबाह हो गया. गर्मियां प्रारम्भ हो चुकीं हैं और गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए सभी अपने घरों में ए. सी चलाते ही हैं. आजकल शहरों में बहुमंजिला सोसाइटी के फ्लेटों में अनगिनत संख्या में ए.सी लगे होते हैं. एक फ्लेट की आग पूरी सोसाइटी को तबाही का कारण बन सकती है. अपने घरों के ए.सी चलाते हैं तो निम्न बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है–

1. नियमित साफ़ सफाई और सर्विसिंग

सीजन प्रारम्भ होने से पहले ए.सी के इंडोर और आउटडोर यूनिट की किसी प्रोफेशनल से सर्विसिंग और डीप क्लीनिंग अवश्य करवाएं ताकि ए.सी की कमियों को सही किया जा सके ध्यान दें कि ए.सी के पानी और आउटडोर यूनिट से हवा के निकलने की व्यवस्था सही होनी चाहिए.

2. वायरिंग की नियमित चेकिंग

अपने घर की वायरिंग की नियमित चेकिंग करवाएं क्योंकि ए.सी. में आग केवल 2 कारणों से ही लगती है, लाइन में होने वाले शार्ट सर्किट और ए.सी की साफ़ सफाई के अभाव में ए.सी से हवा का आवागमन सुगमता से न हो पाने के कारण.

3. एम सी बी बॉक्स को रखें दुरुस्त

घर के किसी भी कोने में लोड अधिक होने या फिर बिजली की कोई गडबड़ी होने पर सम्बन्धित एम् सी बी का डाउन होना अत्यंत आवश्यक है यदि ऐसा नहीं हो पा रहा है तो एम सी बी बॉक्स की जांच करवाना अत्यंत आवश्यक है. एम् सी बी के ट्रिप हो जाने की बाद घर में इलेक्ट्रिक का प्रवाह रुक जाता है जिससे आग पर काबू पाने में काफी आसानी हो जाती है.

4. लोड चेक करवाएं

आजकल एक घर में 3 से 4 तक ए. सी होते हैं कई बार घर में एक ही फेस की वायरिंग होती है जो इतने ए. सी का भार झेलने में सक्षम नहीं होती जिससे अधिक लोड पड़ने पर किसी भी समय दुर्घटना की आशंका रहती है. यदि आपने रेडी टू पजेशन वाला घर या फ्लेट खरीदा है तो भी इलेक्ट्रिशियन से मीटर की लोड क्षमता को चेक करवाएं.

5. ए.सी को ब्रेक दें

ए.सी को 5-6 घंटे के अंतराल पर ब्रेक देना जरूरी होता है ताकि ए. सी का कंडेंसर और मोटर बहुत अधिक गर्म न हो सके.

6. इंस्टालेशन प्रोफेशनल से करवाएं

आमतौर पर खरीदते समय कम्पनी अपने प्रोफेशनल को भेजकर ए. सी का इंस्टालेशन करवाती है परन्तु कई बार ट्रांसफर होने या फिर ए. सी को शिफ्ट करने पर इंस्टालेशन करवाना पड़ता है ऐसे में छोटे मोटे मेकेनिक के स्थान पर कम्पनी के प्रोफेशनल की ही मदद लें क्योंकि अक्सर गलत इंस्टालेशन या अनुचित गैस का भरा जाना भी दुर्घटना का कारण बन जाता है.

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