ज्यादा प्यार न बन जाएं सिरदर्द

पति पत्नी का रिश्ता प्यार, विश्वास और समर्पण से जुड़ा होता है. जैसेजैसे समय बीतता जाता है यह रिश्ता और भी अधिक मजबूत होता जाता है. इस रिश्ते में किसी कारणवश आई खटास जहां रिश्ते में जहर घोल देती है, वहीं हद से ज्यादा प्यार भी दोनों के लिए नुकसानदाई साबित हो सकता है.

दरअसल, जब पार्टनर आप से ज्यादा प्यार करता है, तो वह भी आप से बेइंतहा प्यार की उम्मीद करता है. लेकिन समस्या उस वक्त आती है जब आप की बातों को आप का पार्टनर समझ नहीं पाता. ऐसे में आप का रिश्ता मुश्किल में पड़ जाता है.

ऐसी स्थिति में दोनों ही एकदूसरे के लिए गलत सोच रखने लगते हैं. एक को लगता है कि उस के प्यार की कोई अहमियत नहीं, तो दूसरा सोचता है कि उस का पार्टनर उस की पूरी आजादी छीन रहा है. ऐसे में दोनों के बीच दूरी आने लगती है. नौबत यहां तक आ जाती है कि एकदूसरे से अलग होना पड़ जाता है.

यह नौबत आप के सामने न आए, इस के लिए इन सुझावों पर गौर फरमाएं:

  1.  हमेशा नजर न रखें:

अकसर देखने में आता है कि जब हम किसी से प्यार करते हैं, तो हम सोचते हैं कि उस का हर तरह से ध्यान रखें. लेकिन हद तब होती है जब आप हद से ज्यादा अपने पार्टनर पर नजर रखने लगते हैं. बहुत ज्यादा प्यार की वजह से पार्टनर में खीज पैदा होती है, क्योंकि आप हर समय उस के खानेपीने, सोने, उठने, आनेजाने पर ध्यान रखने लगते हैं. ऐसे में उसे अपनी आजादी छिनती नजर आने लगती है. वह खुद को एक बंधन में बंधा सा महसूस करने लगता है.

2. स्पेस दें:

रिश्ता चाहे कोई भी हो, उस में स्पेस बेहद जरूरी है वरना उस रिश्ते का ज्यादा दिन टिक पाना मुश्किल है. स्पेस न देने से प्यार कम हो जाता है और लड़ाईझगड़े बढ़ते जाते हैं, जिस से नजदीकियों के बजाय रिश्ते में दूरियां पैदा होती जाती हैं.

3. हक न जताएं:

जब प्यार में स्पेस खत्म होती जाती है तो पार्टनर अपने व्यक्तित्व को खो देता है, साथ ही उस का मानसिक संतुलन भी बिगड़ता दिखता है. उसे बातबात पर गुस्सा आने लगता है, जिस की वजह से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है. छोटीछोटी बात पर बहस आम बात बन जाती है. साथी पर हर वक्त हक जताना उसे गुस्सैल बना देता है.

4. हमेशा पार्टनर के साथ रहना:

ज्यादा प्यार करने वालों की यही कोशिश रहती है कि उन का पार्टनर हर जगह उन के साथ रहे, लेकिन यह भी हो सकता है कि पार्टनर का कभी दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ जाने का मन हो. ऐसे में आप का प्यार उस के लिए सजा भी बन सकता है.

5. उम्मीद की हो सीमा:

कई बार हम अपने पार्टनर से हद से ज्यादा उम्मीद करने लगते हैं कि वह यदि मुझ से प्यार करता है तो मेरी हर उम्मीद पर खरा उतरेगा. जितना आप उस से प्यार करते हैं उतना ही वह भी आप से प्यार करे, यह आप के पार्टनर को बंधन में होने जैसा लगने लगता है. वह खुद को इस से निकालने की कोशिश में लग जाता है.

6. शक न करें:

जरूरी नहीं कि आप का पार्टनर हर छोटी से छोटी बात भी आप से पूछ कर करे. लेकिन आप उस से उम्मीद करने लगते हैं कि वह कोई भी कार्य आप से पूछ कर ही करे. आप के द्वारा हर समय फोन करते रहना कि आप का पार्टनर क्या कर रहा है, उस पर शक करते रहना, उस की हर छोटीबड़ी बात की खबर रखना आप के पार्टनर को चिड़चिड़ा बना देता है.

7. नजदीकियां हों सीमित:

हद से ज्यादा नजदीकी होने पर एकदूसरे के साथ तकरार होने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है, क्योंकि हक जताना कभीकभी आदेश देने में बदल जाता है. इसलिए अपने पार्टनर को प्यार दें न कि अधिक प्यार. उसे खुद समझने दें कि आप की और आप के रिश्ते की क्या अहमियत है.

यदि आप चाहते हैं कि आप का प्यार कहीं आप दोनों के लिए सिरदर्द न बन जाए, तो रखें इन बातों का खयाल:

– यदि आप अपने पार्टनर से हद से ज्यादा प्यार करते हैं, तो आप अपना प्यार उस पर थोपें नहीं न ही जबरदस्ती करने का प्रयास करें.

– आप को लगता है कि जितना प्यार और ध्यान आप अपने पार्टनर का रखते हैं उतना ही वह आप का रखे, तो हमेशा किसी से प्यार या उस का ध्यान हम इस उम्मीद से नहीं रखते कि वह भी वैसा ही करे.

– हमेशा अपने पार्टनर के साथ चिपके न रहें. अपने प्यार को हद तक सीमित रखें.

– जब आप को लगने लगता है कि आप का पार्टनर आप पर ज्यादा दबाव बना रहा है, तो उस से अलग होना ही इस का हल न निकालें. उसे थोड़ा समय दें. किसी दबाव तले दोनों का रिश्ता ज्यादा दिन नहीं ठहर सकता.

– अगर आप अपने पार्टनर से जितना प्यार करते हैं उतना प्यार वह नहीं कर पा रहा है या आप के मनमुताबिक प्रतिक्रिया नहीं दे पा रहा है, तो धैर्य रखें और पार्टनर से बात करें.

– रिश्ते में दिनप्रतिदिन बदलाव आते रहते हैं. वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है. लेकिन प्यार के लिए उम्मीदें पहले की तरह जिंदा रहती हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप रिश्ते में आ रहे बदलावों पर बात करते रहें.

– हमेशा रोकटोक और नोकझोंक से रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चलता. पार्टनर पर हमेशा नजर रखने में आप का प्यार नहीं है वरन अपने पार्टनर के प्रति अविश्वास नजर आता है.

तो समझिए कि वह आप से दूर हो रहे हैं

प्यार कितना भी गहरा हो पर कोई भी कपल हर समय एकदूसरे के प्यार में डूबे नहीं रहते. उन्हें अपनी जिम्मेदारियां भी निभानी होती है. कामकाज पर जाना पड़ता है. जिंदगी के उतारचढ़ाव सहने पड़ते हैं. मगर इन वजहों से प्यार का एहसास नहीं घटता. जब भी मिलते हैं उतनी ही शिद्दत से प्यार महसूस करते हैं.

मगर कभीकभी ऐसी परिस्थितियां भी आती हैं जब अपने प्रेमी या पति के करीब हो कर भी आप को प्यार महसूस न हो. करीब हो कर भी वे आप को दूर लगें. अगर ऐसा है तो समझ जाइए कि वह  वाकई आप से दूर जा रहे हैं यानी आप का ब्रेकअप होने वाला है.

पहले से इस बात का आभास रहे तो इस दर्द को सहना थोड़ा आसान हो जाता है. ध्यान दीजिए आप के करीब रहने पर उन की कुछ खास शारीरिक गतिविधियों पर.

बौडी लैंग्वेज में परिवर्तन

जब आप किसी के साथ रिलेशन में होते हैं या प्यार करते हैं तो रातदिन उसे ही देखना और महसूस करना चाहते हैं. मगर जब कोई आप का दिल तोड़ जाता है या उस के लिए आप के मन में प्यार नहीं रह जाता तो उस का सामना करने या उस की तरफ देखने से भी कतराने लगते हैं.

प्यार में इंसान करीब जाने और बातें करने के बहाने ढूंढता है मगर दूरी बढ़ने पर एकदूसरे से दूर जाने के बहाने ढूंढने लगता है. कपल्स जो इमोशनली जुड़े होते हैं उन की बौडी लैंग्वेज ही अलग होती है. जैसे कि अनजाने ही एकदूसरे की ओर सर झुकाना, गीत गुनगुनाना, केयर करना और एकदूसरे की बातें ध्यान दे कर सुनना आदि.

मगर जब रिश्ता बैकअप के कगार पर पहुंच चुका होता है तो वे बातें कम और बहस ज्यादा करने लगते हैं. एकदूसरे के बगल में बैठने के बजाय आमनेसामने बैठते हैं और केयर करने के बजाए इग्नोर करने लगते हैं.

आई कांटेक्ट का घट जाना

आप उन चीजों को देखना पसंद करते हैं जो आप को पसंद होती हैं. जाहिर है मोहब्बत में नजरों का मिलना और मिला रह जाना अक्सर होता है. मगर जब आप दोनों एकदूसरे की तरफ देखते ही नजरें हटा लें, आंखों में देख कर बातें करना छोड़ दें तो समझिए आप दोनों  ब्रेकअप की ओर बढ़ रहे हैं.

इस संदर्भ में 1970 में सोशल साइकोलौजिस्ट जिक रुबिन ने कपल्स के बीच आई कांटेक्ट के आधार पर उन के रिश्ते की गहराई नापने का प्रयास किया. कपल्स को कमरे में अकेले छोड़ दिया गया. वैसे कपल्स जिन के बीच गहरा प्यार था, अधिक समय तक अपने पार्टनर को देखते पाए गए. जब कि कम प्यार रखने वाले कपल्स में ऐसी बौन्डिंग नहीं देखी गई.

विश्वास की कमी

साइकोलौजिस्ट जौन गौटमैन ने करीब 4 दशकों तक किए गए अपने अध्ययन में पाया कि जो कपल्स लंबे समय तक रिश्ते में हैं वह करीब 86 प्रतिशत समय एकदूसरे की ओर मुड़े होते हैं. ऐसा न सिर्फ अफेक्शन  की वजह से वरन एकदूसरे पर विश्वास के कारण भी होता है. वे गंभीर मुद्दों पर एकदूसरे का ओपिनियन जानने और मदद लेने का प्रयास भी करते हैं. मगर रिश्ता कमजोर हो तो विश्वास भी टूटने लगता है.

आधा अधूरा मुस्कुराना

यदि आप लंबे समय तक एकदूसरे की ओर देख कर मुस्कुराना या चुहलबाजिया करना भूल चुके हैं तो समझिये रिश्ता टूटने वाला है. सरल और अपनत्व भरी मुस्कान रिश्ते की प्रगाढ़ता का सबूत होती है. एकदूसरे से बिना किसी शर्त मोहब्बत करने वालों के चेहरे पर मुस्कान स्वाभाविक रूप से खिली होती है.

मतभेद जब बहस का रूप लेने लगे

अपने पार्टनर के साथ किसी बात पर मतभेद का होना स्वभाविक है. पर यह बहस यदि  स्वस्थ न रह कर अक्सर लड़ाई झगड़े पर खत्म होने लगे और  दोनों में से कोई भी कप्रोमाइज करने को तैयार न हो तो समझिए रिश्ता ज्यादा टिक नहीं सकता.

संवाद की कमी

किसी भी रिश्ते की मजबूती के लिए सहज और ईमानदार संवाद जरूरी है. पर जब आप दोनों में से किसी एक या दोनों ने आपस में संवाद कायम करना छोड़ दिया है और बहुत मुश्किल से ही कभी बातचीत हो पाती है तो रिश्ता जल्द ही दम तोड़ने लगता है. क्यों कि ऐसे में गलतफहमियां दूर करना कठिन हो जाता है.

जब दोनों ने प्रयास करना छोड़ दिया हो

आप का रिश्ता कितना भी कंफर्टेबल क्यों न रहे आप को हमेशा इस में सुधार लाने का प्रयास करते रहना चाहिए. गलती करने पर तुरंत माफी मांगना, पार्टनर को सरप्राइज देना, अपने अच्छे पक्ष सामने लाना और छोटीछोटी बातों से पार्टनर का दिल जीतने का प्रयास करना जैसी बातें रिश्ते को टूटने से बचाती है.

तारीफ बंद कर देना

मजबूत रिश्ते के लिए समयसमय पर एकदूसरे की तारीफ करना अहम होता है. जब आप दोनों एकदूसरे को ग्रांटेड लेने लगते हैं, तारीफ करना छोड़ देते हैं तो धीरेधीरे दोनों के बीच शिकायतों का दौर बढ़ने लगता है जो आप को ब्रेकअप की ओर ले जाता है.

ये 5 गलतियां करती हैं रिश्तों को कमजोर

रिश्ते बनाना तो बहुत आसान होता है लेकिन उन्हें संभालना मुश्किल होता है. एक अच्छे रिश्ते का मतलब केवल फूल देना और अच्छी जगह पर डिनर करना नहीं होता है. वैसे तो बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें करने से आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं लेकिन ऐसी कुछ गलतियां है जो आपको एक सीरियस रिलेशनशिप में भूल कर भी नहीं करनी चाहिए. अगर आप अपने रिश्ते के बौन्ड को और मजबूत बनाना चाहते हैं तो इन 5 गलतियों से जरूर बचे.

1. रोमांस में कमी

एक समय पर आप संतुष्ट हो जाते हैं और भूल जाते है कि रिश्ते में प्यार और रोमांस भी जरुरी है. ऐसा माना जाता है की प्यार दिखाया नहीं समझा जाता है. अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो वो इंसान खुद ही आपके प्यार को समझेगा मगर कभी-कभी अगर अपने प्यार को जाहिर कर देंगे तो इससे आपके साथी को एक अलग खुशी मिलेगी. आपके लिए जरुरी है कि रिश्ते में रोमांस को बनाएं रखें और इसे बरकरार रखने के लिये एफर्ट डालें. कभी-कभी प्यार जताकर अपने साथी को खास महसूस कराया जा सकता है.

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2. परफेक्ट पार्टनर की उम्मीद…

इस दुनिया में कोई इंसान बिल्कुल परफेक्ट नहीं होता है इसलिए इसकी उम्मीद करना बेवजह है. हर चीज में अपने साथी को टोकते रहना और उसकी गलतियां निकालना सही नहीं है. अगर उनसे कोई गलती हो जाए तो उन्हें डांटने के बजाय समझाये. बार-बार उनकी गलती को गिनवाने से उनका आत्म-विश्वास कम होगा. बेहतर होगा कि आप अपनी उम्मीदें जरुरत से ज्यादा ना रखें. अगर कोई गलती भी हो जाए तो उसे दूसरों के सामने ना गिनाएं बल्कि उन्हें आपस में निपटा लें, उन्हें सुधारने का तरीका बताएं ताकि दोबारा उनसे वही गलती न हो जाए.

3. आमना-सामना करने से बचना…

बहुत बार हम सोचते हैं कि किसी भी झगड़े को खत्म करने के लिए उसके बारे में बात ही ना की जाए. बिना बात किए आपके सारे झगड़े खत्म नहीं होंगे बल्कि और ज्यादा बढ़ जाएंगे. अगर आप-दोनों के बीच लड़ाई हो तो उसका सामना करें. आमना-सामना करने से आप अपने बीच की प्रॉब्लेम को दूर कर पाएंगे. इन झगड़ों को अपने साथी को बताने के बजाय दूसरों को बताने की गलती ना करें. ऐसा करने से लोगों के सामने आपका ही मजाक बनेगा. कोई आपके प्रोब्लेम का हल नहीं निकालेगा बल्कि आपको और निराश ही करेगा. कोशिश करें कि आप एक-दूसरे से आराम से बैठकर बात करें और अपने प्रोब्लम का हल खुद निकाले.

4. ज्यादा बांधकर न रखें…

अपने रिश्ते को थोड़ा स्पेस दें. ज्यादा दखल देना भी अच्छा नहीं होता है. जब आप प्यार में होते हैं तो आप चाहते हैं कि सभी चीजें साथ में करें लेकिन रिश्ते की शुरुआत में ही ऐसा ठीक लगता है. जैसे आप आगे बढ़ते हैं तो ज्यादा साथ रहना भी आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है. हर इंसान की अपनी एक लाइफ होती है और थोड़ा निजीं समय आपके रिश्ते को बेहतर बना सकता है.

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5. खुद को या साथी को बदलने की कोशिश…

कभी भी अपने पार्टनर को खुश करने के लिए खुद को नहीं बदले या फिर अपनी खुशी के लिये साथी को बदलने की कोशिश ना करें. अगर आप प्यार में हैं तो आप जैसे हैं उन्हें वैसे ही अच्छे लगेंगे और आपको भी उन्हें ऐसे ही पसंद करना चाहिए. अगर कोई आपको बदलना चाहता है तो उन्हें आपसे ज्यादा दिखावे से प्यार है. प्यार करने का मतलब एक-दूसरे की हर छोटी-बड़ी चीजों से प्यार करना होता है. हर तरह से एक-दूसरे को समझना होता है.

करियर और प्यार के बीच इस तरह बनाएं संतुलन

हम में से बहुत लोग नौकरी करते हैं और अपने करियर को लेकर संवेदनशील हैं. हम सभी जानते हैं कि अपने पार्टनर के साथ एक मजबूत और सुखी रिश्ता बनाना साथ ही अपने करियर को भी महत्व देना काफी मुश्किल होता है. खासतौर पर जब आप दोनों ही कामकाजी हैं.

व्यस्त दिनचर्या, बड़े लक्ष्य, अनगिनत प्रोजेक्ट्स और बहुत कुछ इन सभी के कारण आपका सम्बंध प्रभावित होने लगता है जिसके कारण आपके रिश्ते में तनाव बन सकता है. जब आप अपने करियर को काफी अहमियत देते हैं तो एक स्वस्थ रिश्ते को बनाएं रखने के लिए आपको अलग से प्रयास करने होते हैं.

पूरे दिन काम करने के बाद अपने साथी के साथ आराम करने और बात करने के लिए समय निकालना भी जरुरी है. अगर आप भी अपने कैरियर और प्यार के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं तो ये टिप्स काम आ सकते हैं.

छोटी-छोटी चीजें एक साथ करें

ऐसा जरुरी नहीं है कि आप अपने साथी के साथ समय बिताने के लिए लंच प्लान करें या फिल्म देखने ही जाएं. आप अपने साथी के साथ अपना सारा समय व्यतीत नहीं कर पा रहे हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि आप जिस समय में उनके साथ है वो बिल्कुल परियों की कहानी जैसा हो. छोटी चीजें भी आपको खुशी दे सकती है.

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जब आपके पास ऑफिस के ढ़ेर सारे काम होंगे तो आप कुछ विशेष योजना बना पाएं ये थोड़ा मुश्किल है. इसलिए जरुरी है कि जब भी आप साथ में हैं तो हर मिनट को महसूस करें. एक साथ भोजन करें, घर की सफाई करते वक्त या खाना बनाते वक्त आप एक-दूसरे को समय दें. ये छोटी चीजें आपको बेफिजूल लग सकती हैं लेकिन जब आपके पास समय कम हो तो है तो यह अपने साथी से जुड़ने का यह अच्छा तरीका है.

बिना शर्त के सपोर्ट करें

अपने ऑफिस में पूरे दिन काम करने के बाद अपने पति या पत्नी के करियर में रुचि दिखाना मुश्किल हो सकता है लेकिन यह जरुरी है कि आप अपने साथी के करियर से संबंधित बातचीत करें. इस बातचीत के जरिए आप उन्हें बता पाएंगे कि आप उनके काम और करियर को सपोर्ट करते हैं. उन्हें बताएं कि आप उनके लिए हमेशा मौजूद हैं और बिना शर्त उनके काम को अपना समर्थन देते हैं.

अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके साथी के मन में असंतोष की स्थिति पैदा हो सकती है. जिससे आपके रिश्ते और करियर के बीच संतुलन बनाना मुश्किल हो जाएगा.

हद से ज्यादा उम्मीदें ना करें

जब आप दोनों कामकाजी है तो आप समझ सकते हैं कि ऑफिस के बाद सम्बंध को संभालना कितना मुश्किल है. इसलिए जरुरी है कि आप अपने साथी से अधिक उम्मीदें ना बांधे क्योंकि समय के अभाव में अगर वो पूरा नहीं कर पाएंगे तो आपको बुरा लगेगा और आपका दिल टूट जाएगा.

आपके लिए बेहतर होगा ऐसा सोचना बंद करें कि आपका साथी आपके लिए कोई डेट, हॉलीडे या पार्टी प्लान करें. अगर वो ऐसा नहीं करेगा तो आपको दुख और निराशा होगी. ये सब मैनेज करने के लिए आपके साथी को समय की जरुरत होगी और वो उनके पास नहीं है. ऐसा नहीं है कि आप उम्मीदें ही ना करें. सोचने की बजाय उनसे बात कर लें कि आप क्या चाहते हैं.

कोई भी फैसला लेने से पहले साथी को बताएं

अगर आप कोई भी फैसला लेते हैं तो इसके लिए दो स्टेप जरुरी है. पहला आप इसके बारे में सोचे और फिर अपने साथी से बात करें. अब आप जीवन में स्वतंत्र रूप फैसले नहीं ले सकते हैं चाहे फिर आप कितने भी बुद्धिमान क्यों ना हों. आपका हर एक व्यक्तिगत फैसला आपके साथी पर भी असर डालेगा.

आपको जानने की जरुरत है कि आपका कोई भी फैसले के बारे में आपका पार्टनर क्या सोचता है. जैसे आप जॉब छोड़ने या बदलने की सोच रहे हैं तो इसके बारे में अपने साथी से बात कर लें. हो सकता ऐसे में आपको शहर बदलना पड़े या नई जगह जाना पड़े तो इसका प्रभाव आपके साथी पर भी होगा.

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खुद को फ्लेक्सिबल बनाएं

ऑफिस में पूरी तरह थक जाने के बाद अपने साथी के साथ प्यार से बात करना और उन्हें अच्छा महसूस कराने के बारे में सोचना मुश्किल होता है. लेकिन ऑफिस से आने के बाद अपने साथी के साथ आराम करना आपके रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू हो सकता है.

ऑफिस और वर्कप्लेस पर तनाव हो सकता है और आप अपने काम को लेकर परेशान हो सकते हैं लेकिन इसके बावजूद भी अपने साथी को वही प्यार और भाव देना ही रिश्ते को मजबूत बनाता. बेहतर है कि आप अपने वर्क स्ट्रेस को ऑफिस में ही छोड़कर आए. खुद को फ्लेक्सिबल बनाएं. ताकि आप अपने रिश्ते और काम दोनों को संभाल पाएं. आप एक समय में एक व्यक्ति ही बन सकते हैं. जब आप प्रेमी है तो खुद को ऑफिस वर्कर ना बनने दे.

जिम्मेदारियां बांट लें

एक रिश्ते में सामंजस्य बिठाना बहुत जरुरी है. अगर आपके रिश्ते में समझौते करने पड़ रहे हैं तो ध्यान रखें कि मिलकर समझौते करें. काम के साथ अपने रिश्ते की जिम्मेदारियों को समझें. खासकर तब जब आप शादीशुदा है, एक साथ रहते हैं, आपके बच्चे हैं.

ऑफिस जाने के साथ खाना पकाना, बच्चों को स्कूल ले जाना लेकर आना, घर के कामकाज आदि जिम्मेदारियां एक ही व्यक्ति पर ना डालें. आपके रिश्ते में कोई भी एक व्यक्ति सभी समझौते करने के लिए तैयार नहीं होगा. इसलिए सही ढंग से फैसला लें. अधिक कुशलता से काम करें और सबसे महत्वपूर्ण हैं कि हमेशा एक साथ काम करें.

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शादी का बंधन बना रहे अटूट, इसलिए इन बातों को रखें ध्यान

शादी बड़ी धूमधाम से की जाती है. सभी बड़ेबुजुर्ग, शुभचिंतक, रिश्तेदार नए जोड़े को आशीर्वाद देते हैं कि उन का वैवाहिक जीवन सफल हो. खुद पतिपत्नी भी इसी उम्मीद से अपने रिश्ते को आगे बढ़ाते हैं कि हाथों से हाथ न छूटे, यह साथ न छूटे. फिर क्यों कई बार नौबत तलाक तक पहुंच जाती है या क्यों ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर बनते हैं? आंकड़े बताते हैं कि आज के बदलते समाज में ये बातें कुछ आम सी होती जा रही हैं. लेकिन जो पतिपत्नी अपने रिश्ते को ले कर सजग हैं, वे छोटीछोटी बातों का भी ध्यान रखते हुए अपने दांपत्य जीवन को हंसतेखेलते बिताना जानते हैं.

न छूटे बातचीत का दामन

शादीशुदा जीवन के लिए आपसी बातचीत का होना अनिवार्य है. शादी चाहे नई हो या फिर उसे हुए कितने ही साल क्यों न बीत गए हों, पतिपत्नी को एकदूसरे से बात करनी और एकदूसरे की सुननी चाहिए.

देहरादून के एक विश्वविद्यालय में कार्यरत पवन कहते हैं, ‘‘हमारे दिल में जो आता है उसे हम एकदूसरे को बताने से कभी नहीं हिचकिचाते. हां, मगर ऐसा हम प्यार से करते हैं.’’

सालों से साथ रहने के कारण पतिपत्नी न सिर्फ कही गई बातें ही सुनते हैं, बल्कि अनकही बातों को भी भांप लेते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो शादी के बंधन से सुख पाने वाले पतिपत्नी अपने साथी के उन विचारों और भावनाओं को भी समझ लेते हैं, जिन्हें उन का साथी शायद जबान पर न ला पाए. बातचीत का तारतम्य टूटने से पतिपत्नी के रिश्ते में दरार आ जाना स्वाभाविक है, जबकि बातचीत से पतिपत्नी दोनों को फायदा होता है.

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माफी मांगने में शर्म कैसी

अपने रिश्ते में विश्वास की मजबूती बनाए रखने के लिए कई बार अपनी गलती के लिए अपने साथी से माफी मांगना आवश्यक हो जाता है. जब हम सच्चे मन से माफी मांगते हैं तो हमारे साथी के मन में हमारे लिए और भी प्यार व सम्मान जाग उठता है. इलिनोइस विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान की प्रोफैसर डा. जेनिफर रोबेनोल्ट के अनुसार, सच्चे मन से मांगी गई माफी से टूटे रिश्ते के भी जुड़ने के आसार बन जाते हैं. कई बार तो बिना गलती किए भी रिश्ते में आ गई खटास मिटाने के लिए अपने साथी से माफी मांगनी पड़ जाती है.

बड़प्पन इसी में है कि हम अपनी गलती को स्वीकारने में झिझकें नहीं. माफी की ताकत न केवल रिश्ते बचाती है, अपितु हमें बेहतर इंसान भी बनाती है.

दूसरों के समक्ष एकदूसरे के प्रति शालीनता

कई बार देखने में आता है कि दूसरों के समक्ष पतिपत्नी एकदूसरे को नीचा दिखाने की होड़ में लग जाते हैं. फिर चाहे बात पत्नी द्वारा बनाई चीजों या पकवानों में कमी निकालने की हो या फिर पति द्वारा लिए गए किसी गलत निर्णय को सब के सामने दोहराने की. इस से रिश्ते के विश्वास में तो दरार आएगी ही, साथ ही एकदूसरे के आत्मविश्वास को भी ठेस पहुंचेगी. होशियार पतिपत्नी वे होते हैं, जो अपने जीवनसाथी की तारीफ करने के लिए जाने जाएं न कि उस की नुक्ताचीनी करने के लिए. सब के सामने साथी का मजाक बना कर हम अपने साथी के साथसाथ अपने रिश्ते का भी अपमान कर बैठते हैं.

ध्यान दें

छोटीछोटी बातों से ही रिश्ते मजबूत होते हैं. इसलिए निम्नलिखित सुझावों पर ध्यान दे कर आप अपने दांपत्य जीवन को मजबूती दे सकते हैं:

एकदूसरे की प्रशंसा करने में झिझकें नहीं.

अपने साथी से अपनी दिनचर्या के बारे में बात करें.

यदि आप को अपना साथी कुछ चुपचुप सा या आप के प्रति उदासीन लगे तो कारण जानने का प्रयास करें.

जब भी कोई काम कहना हो तो बिना ताने मारे कहें जैसे ‘मैं चाय बना लाती हूं, तब तक आप बिस्तर ठीक कर लें.’

अपनी प्यारी सी इच्छा भी जरूर साझा करें जैसे हम दोनों फलां फिल्म देखने चलें.

लड़ाईझगड़े के उपरांत

नौर्थवैस्टर्न विश्वविद्यालय में हुए शोध से एक बहुत रोचक बात सामने आई है कि यदि लड़ाईझगड़े के उपरांत पतिपत्नी किसी तीसरे की नजर से झगड़े के कारण व वजहों को लिखें तो झगड़ा बहुत जल्दी सुलझ जाता है. इस का श्रेय जाता है लिखने से पनपे तटस्थ दृष्टिकोण को. अगली बार जब आप दोनों में झगड़ा हो तो आप भी कारणों को लिख कर पढि़एगा. आप पाएंगी कि गुस्से की वजह से आप से कहां चूक हो गई.

संग चलें

ब्लैखेम कहते हैं कि एक ही दिशा में संग चलने से आपसी तालमेल तथा एकजुट होने की भावना का विकास होता है. एकदूसरे के आमनेसामने होने से अधिक एकदूसरे के साथ होने से पतिपत्नी में एकरसता बढ़ती है. इसी तरह जब बाहर खाना खाने जाएं तो एकसाथ बैठें. आमनेसामने तो विरोधी बैठते हैं या फिर इंटरव्यू देने गया व्यक्ति.

अच्छा रिपोर्ट कार्ड

‘‘मैं ने कहीं पढ़ा था कि सुखद बातें पत्थर पर लिखो और दुखद बातें पानी पर. मुझे यह बात इतनी अच्छी लगी कि शादी के बाद मैं ने घर की एक दीवार पर रिपोर्ट कार्ड लिख दिया. जब कभी मेरे पति कुछ सुखद करते हैं, चाहे मेरे बिना मांगे मेरी पसंद की आइसक्रीम लाना या फिर मेरे पसंदीदा हीरो की फिल्म मुझे दिखाना अथवा मेरे मायके का टिकट बुक करवा देना, मैं उस दीवार पर उस के लिए एक सितारा बनाती हूं और जब 5 सितारे इकट्ठे हो जाते हैं तब मैं उन की पसंद का कोई गिफ्ट उन्हें उपहारस्वरूप देती हूं.’’

जब बाकी के सभी रिश्ते जीवन की आपाधापी या उम्र की मार के आगे बिछुड़ जाते हैं तब पतिपत्नी का रिश्ता ही साथ निभाता है. हरकोई इसी उम्मीद में एक जीवनसाथी को चुनता तथा अपनाता है. लेकिन जब यह रिश्ता गलतफहमी, ईगो या प्रयास की कमी के कारण टूटता है तो दुख केवल 2 लोगों को ही नहीं, अपितु इस का असर पूरे समाज पर दिखता है. तो क्यों न जरा सी समझदारी दिखाते हुए अपने इस सुनहरे रिश्ते में थोड़ी और चमक घोल दी जाए.

जानिए कितना सुखमय है आप का दांपत्य

क्लीनिकल सैक्सोलौजिस्ट वैन वर्क, जो पुस्तक ‘द मैरिड सैक्स सौल्यूशन’ के लेखक भी हैं, कहते हैं, ‘‘एक जोड़े को आपसी प्यार बढ़ाने के लिए बढि़या सैक्स से अधिक ज्यादा सैक्स पर ध्यान देना चाहिए. यदि रोज सैक्स करना मुमकिन नहीं है, तो कम से कम रोज 10 मिनट आलिंगन, चुंबन या संग नहाने भर से अच्छा सैक्स होने के चांस बढ़ जाते हैं.’’

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इस क्विज से जानिए अपने शादीशुदा रिश्ते की मजबूती. उत्तर सही या गलत में दें:

प्र. 1: हम दोनों की यौनक्रिया लाइफ आज भी नई जैसी है

-सही या गलत

प्र. 2: हमारी सैक्स जल्दबाजी भरी होती है, जिस में फोरप्ले की गुंजाइश बहुत कम होती है.

-सही या गलत

प्र. 3: हम दोनों के रिश्ते में सैक्स का महत्त्व कम है.

  • सही या गलत

प्र. 4: जब भी हम में लड़ाई होती है तो हम कईकई दिनों तक एकदूसरे से मुंह फुलाए रहते हैं.

-सही या गलत

प्र. 5: हमारे बीच हाथ पकड़ना, गले मिलना, सट कर बैठना काफी कम होता जा रहा है.

-सही या गलत

प्र. 6: हम दोनों कभी फिल्म देखने या खाना खाने बाहर नहीं जाते हैं. जब भी जाते हैं परिवार साथ होता है

-सही या गलत

प्र. 7: सैक्स की शुरुआत करने से मुझे डर लगता है कि कहीं मेरा साथी मुझे दुत्कार न दे.

-सही या गलत

प्र. 8: अपनी कोई भी समस्या अपने साथी से बांटने में मुझे कोई संकोच नहीं होता है.

-सही या गलत

प्र. 9: मेरा अपने साथी से भावनात्मक रूप से जुड़ाव है.

-सही या गलत

प्र. 10: मैं/मेरा साथी आजकल काम के कारण परेशान है.

-सही या गलत

यदि आप के अधिकतर उत्तर ‘सही’ में हैं तो आप को अपने रिश्ते की मजबूती की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है.

जानिए अपनी प्रेमिका को धोखा क्यों देते हैं पुरुष

एक रिलेशनशिप में एक-दूसरे के प्रति ईमानदार होना जरुरी होता है, तभी एक रिश्ता सही रहता है. एक-दूसरे की भावनाओं को समझना रिश्ते को मजबूत बनाता है. लेकिन आज के समय में बहुत से पुरुष अपने रिश्ते के प्रति वफादार नहीं रहते हैं और अपने पार्टनर को धोखा देते हैं. जो पुरुष अपनी साथी को धोखा देने के बारे में सोचते हैं उन्हें इस बात का बिल्कुल आभास नहीं होता है कि वे कुछ गलत कर रहें हैं. पुरूषों की अपेक्षा महिलाएं अपने साथी को कम धोखा देती हैं.

1. अपने साथी के प्रति वफादार नहीं होते हैं:

कुछ ऐसे पुरुष होते हैं जो अपने साथी के लिए वफादार होते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जिन्हें किसी की भावनाओं की कद्र नहीं होती. इस तरह के पुरुष सिर्फ अपनी महिला साथी का इस्तेमाल करते हैं. वे उन्हें स्पेशल महसूस कराते हैं. लेकिन वास्तव में वह अपनी साथी के लिए बिल्कुल भी ईमानदार नहीं होते हैं.

2. अपने साथी को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं

हर व्यक्ति धोखा दे ऐसा जरुरी नहीं होता है. लेकिन कुछ ऐसे पुरुष होते हैं जो अपने रिश्ते को लेकर थोड़े असुरक्षित होते हैं. जिसके कारण ना चाहते हुए भी वह अपने पार्टनर के साथ गलत कर बैठते हैं. उन्हें इस बात का डर होता है कि कहीं वे अपने साथी को खो तो नहीं देंगे. इस डर की वजह से वे अपने रिश्ते के प्रति ईमानदार नहीं रह पाते हैं और अपने पार्टनर को धोखा दे बैठते हैं.

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3. वह नहीं समझते हैं कि उनके पास जो है कितना अनमोल है:

हमेशा लोगों को जितना मिलता है उससे अधिक पाने कि इच्छा होती है. और इनके पास जो होता है वह उसकी कद्र नहीं करते हैं. ऐसा पुरूषों के साथ भी होता है कि उन्हें जैसी पार्टर मिली होती है वह उन्हें कम ही लगता है. उनके दिमाग में हमेशा यह बात होती है कि जो मिला है उन्हें उससे और बेहतर मिल सकता है. ऐसे पुरूषों में अपने पार्टनर को धोखा देने की प्रवृत्ति अधिक होती है क्योंकि इन्हें जितना मिलता है उसमें उन्हें संतुष्टि नहीं मिलती है.

4. पुरुष भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं:

पुरुष भावनात्मक और मानसिक रूप से कमजोर होते हैं इसलिए उन्हें उन्हें बेवकूफ बनाना आसान होता है. मानसिक रूप से कमजोर होने के कारण उनमें सेल्फ कंट्रोल की कमी होती है इस वजह से उनके लिए अपने पार्टनर को धोखा देना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है. ऐसे लोग बहुत जल्दी लोगों से प्रभावित हो जाते हैं और कभी-कभी दूसरे की बातें सुनकर अपने पार्टनर की भावनाओं को नजरअंदाज कर देते हैं.

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गर्लफ्रेंड को सरप्राइज देने के ये हैं 5 शानदार तरीके

एक रिश्ते में अपने साथी से प्यार करना काफी नहीं होता है जब तक आप अपने साथी को इसका एहसास नहीं कराते हैं. रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्यार, भरोसा, और सरप्राइज देना बहुत जरूरी होता है.

अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड को हमेशा सरप्राइज देते हैं तो इससे आपके रिश्ते में नयापन और गहराई बनी रहती है. आप अपनी गर्लफ्रेंड को कभी भी सरप्राइज दे सकते हैं और सरप्राइज का मतलब बस किसी उपहार से ही नहीं है. बहुत से चीजों से आप उन्हें सरप्राइज दे सकते हैं. तो आइए आपको अपनी गर्लफ्रेंड को किन तरीकों से सरप्राइज देना चाहिए बताते हैं.

  1. लव लेटर दें: ई-मेल और मैसेज करने के बजाय हाथ से लिखे लेटर अधिक भावुक होते हैं. लव लेटर हमेशा से रोमांटिक और विचारशील होते हैं. अगर आप अपने दिल की बात बताने में घबराते हैं या संकोच करते हैं तो उसे लेटर के जरिए बताएं. आपकी गर्लफ्रेंड को यह बात बहुत आकर्षित करेगी. अक्सर ऐसा होता है कि हम कुछ बात मौखिक रूप से नहीं बता सकते हैं इसलिए उन बातों को लिखकर बताना ज्यादा आसान होता है और गर्लफ्रेंड को स्पेशल भी महसूस होता है.
  2. बाहर घुमाने लें जाएं: हमेशा कोशिश करें कि आप अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कुछ ऐसा करें जिससे उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाएं. उदाहरण के लिए, आप अपनी प्रेमिका को शॉपिंग के लिए ले जा सकते हैं.

अगर उसे शौपिंग करना कुछ खास पसंद ना हो तो आप उसे किसी नाटक या कॉन्सर्ट में ले जा सकते हैं जो उसे पसंद हो. आप उसे लॉग ड्राइव पर भी ले सकते हैं, इससे आपको एक-दूसरे के लिए समय भी मिल जाता है और अपनी बात एक-दूसरे से शेयर भी कर पाएंगें.

  1. एक फोटो या मेमोरी एल्बम बनाएं: एक ऐसी एल्बम बनाएं जिसमें आप दोनों के खास पल मौजूद हो, जिसे देखकर आपकी गर्लफेंड भावुक हो जाए. सबसे आसान तरीका यह है कि आप उसे एक साधारण फोटो एलबम दें जिसमें आप दोनों के साथ बिताए हुए पल कैद हों. इसके अलावा आप मेमोरी एल्बम में फोटो के साथ-साथ आपके विचारों और भावनाओं के बारे में भी लिख सकते हैं.
  2. कुछ अच्छा बनाकर खिलाएं: अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कुछ अच्छा सा बनाकर खिलाना बहुत रोमांटिक होता है,खासकर तब जब आपको बहुत अच्छी कुकिंग आती हो. ऐसा जरूरी नहीं है कि कुछ ऐसा बनाकर खिलाएं जिसमें बहुत मेहनत लगे. अगर प्यार से आप अपनी गर्लफ्रेंड को कुछ सिंपल सा भी बनाकर खिलाएंगें तो वह उसके लिए काफी खास होगा क्योंकि आपने प्यार से उसके लिए ऐसा किया है. अगर आपको उसके पसंदीदा खाने के बारे में पता है तो आप वह भी बना सकते हैं.
  3. उन्हें काम्प्लीमेंट दें: किसी भी इंसान को अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद होता है और लड़कियों को तो अपनी तारीफ सुनने में बहुत आनंद आता है. इसलिए अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड की तारीफ करेंगे तो उसे अच्छा लगेगा और आपके रिश्ते तो और गहरा करने में आपकी मदद करेगा.

ये 4 टिप्स आजमाएंगी तो आप का रिश्ता हमेशा रहेगा मजबूत

हर रिश्ते में प्यार के साथ धैर्य होना बहुत जरुरी होता है. जिससे आपका रिश्ता मजबूत बना रहेगा. अगर आप छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा अपने साथी पर उतारेंगे तो यह आपके रिश्ते में दूरी बढ़ा देगा. इसलिए आपको अपने रिश्ते को बचाने के लिए अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए. सब्र रखने से आपका रिश्ता मजबूत होता है.

इसके साथ ही ऐसा करने से आपका साथी आपकी बातों को भी समझने की कोशिश करेगा और आपका साथ भी देगा. इसलिए कोशिश करें कि अपने साथी से बात करते वक्त आप अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें. [

  1. अपने साथी की भावनाओं को समझें: जब आप गुस्से में होते हैं तो कभी भी आपको अपने साथी पर अपना गुस्सा दिखाने की जरूरत नहीं होती है. अगर गुस्से के बजाय आप अपने साथी के प्रति प्यार की भावना व्यक्त करेंगे तो उनका प्यार आपके लिए और बढ़ जाएगा. साथ ही साथ आप उनसे अच्छी तरह जुड़ पाएंगे. आपको इस बात को समझने की जरूरत है कि आपके साथी के मन में क्या है, वह आपसे क्या चाहते हैं. उनकी चीजों को सराहने की कोशिश करें.
  2. अपने साथी से वास्तविक उम्मीदें रखें: आपको इस बात को समझने की जरूरत है कि आपका साथी परफेक्ट नहीं है इसलिए अगर उनसे कोई गलती हो जाए तो आपको उन्हें नीचा दिखाने के बजाय उनका साथ दें. इससे आपके रिश्ते में प्यार और सम्मान बना रहेगा. कभी भी कोई फैसला गुस्से में नहीं लेना चाहिए, बल्कि हमेशा धैर्य रखना चाहिए क्योंकि गुस्सा आपके रिश्ते को तोड़ सकता है और धैर्य आपके रिश्ते को बचा कर रख सकता है.
  3. सकारात्मक सोच रखने की कोशिश करें: जब इंसान अपना धैर्य खो देता है तो उनमें सिर्फ नकारात्मक भावनाएं उत्पन्न हो जाती है जिसका सीधा असर उनके रिश्ते पर पड़ता है. चाहे कैसी भी परिस्थिति हो आपको हमेशा अपने मन में सकारात्मक विचार ही रखने चाहिए ताकि आप अपने रिश्ते के प्रति भी सकारात्मक सोच रख सकें. अगर आपके मन में किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावनाएं आए तो आपको उसे अपने साथी से बांटने की जरूरत है. इससे आपके रिश्ते में मजबूती आएगी.
  4. अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें: जब इंसान किसी मानसिक विकार से गुजर रहा होता है तो उनके लिए चीजें समझनी मुश्किल हो जाती है. इसलिए अगर आपको कभी भी ऐसा लगे कि आपके साथ कोई मानसिक समस्या है तो आपको उसका इलाज कराने की जरूरत है क्योंकि ऐसे में आप अपने धैर्य को खो देते हैं जिसके कारण आपके रिश्ते में दूरी आने लगती है.

लिव इन रिलेशनशिप में रहने से पहले जान लें ये नियम

लिव इन में रहना एक बहुत ही अलग अनुभव होता है. जिसमें आप एक-दूसरे के साथ समय बिताकर अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं. यह एक बड़ा निर्णय होता है जिसमें आपको कमिटमेंट, प्यार, प्लानिंग करनी पड़ती है.

लिव इन में रहने के लिए आपको कुछ चीजों को ध्यान में रखने की जरुरत होती है इसलिए आपको बहुत से नियमों को पालन करना होता है. आइए आपको उन चीजों के बारे में बताते हैं जिनके बारे में आपको ध्यान रखना चाहिए.

घर के कामों को बांट लें

जब आप और आपका पार्टनर साथ रहना शुरू कर देते हैं तो सबसे पहले आप दोनों को अपने कामों को बांटने की जरूरत होती है ताकि आपके बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर नोक-झोक ना हो. क्योंकि छोटी-छोटी चीजें ही आपके रिश्ते को खराब कर सकती है. जब आप काम को बांट लेंगे तो एक-दूसरे को अधिक समय दे पाएंगे और साथ ही खुश भी रहेंगे.

खर्चे बांट लें

अगर आप दोनों वर्किंग हैं तो आपके लिए सबसे जरूरी है कि आप दोनों अपने हर खर्चे को बांट लें ताकि आगे चलकर आपके बीच पैसों को लेकर कोई समस्या या गलतफहमी ना आए. चाहे खर्चे छोटे हों या बडे़ं आप दोनों को मिल-बांटकर करने चाहिए. इससे आप दोनों के बीच पैसे को लेकर कभी कोई लड़ाई नहीं होगी और ना हीं पैसे की कमी का आभास होगा. कोशिश करें कि बिना मतलब के खर्चे ना करें और भविष्य के लिए पैसे बचाएं.

घर को साफ-सुथरा रखें

ऐसा हो सकता है कि आप दोनों में किसी एक को साफ-सफाई करना नहीं पसंद हो लेकिन फिर भी आप कोशिश करें कि घर की चीजों को व्यवस्थित रखें. हर इंसान की पसंद अलग-अलग होता है इसलिए आपको ऐसी चीजें खरीदनी चाहिए जो आप दोनों को पसंद हो ताकि आपका घर अच्छा भी दिखें और इन बातों कि वजह से आपके बीच लड़ाई भी ना हो.

एक-दूसरे को समय दें

एक साथ रह रहें हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक-दूसरे को अपना प्यार दिखाना या समय देना छोड़ दें. अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे आपके रिश्ते में दूरी बढ़ जाएगी और एक समय के बाद आप दोनों को साथ रहने के फैसले पर अफसोस होने लगेगा. इसलिए कोशिश करें कि कहीं बाहर चले जाएं ताकि कुछ समय साथ बिताने को मिल जाए. अपने रिश्ते में प्यार बनाएं रखने के लिए एक-दूसरे की तारीफ करें या एक-दूसरे की भावनाओं को अच्छी तरह समझें और ऐसा तब होता जब आप कुछ समय एक-दूसरे के साथ बिताएं.

बौयफ्रैंड के आने से इस तरह बदल जाती है जिंदगी

आज के समय में एक भरोसेमंद पार्टनर का साथ होने का मतलब है कि आप बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि बहुत मुश्किल से ऐसे साथी मिलता है जिस पर आप भरोसा कर सकते हैं. अगर आपको भरोसेमंद बौयफ्रैंड मिला है तो कोशिश करें कि आप उसके भरोसे को बनाकर रखें. ताकि वह हमेशा आपके साथ रहे.

एक सच्चे साथी या बौयफ्रैंड का मतलब है कि वह आपका ख्याल रखे, छोटी-छोटी बातों पर आपके साथ खड़ा रहे और आपसे प्यार करें. अगर आपका साथी ऐसा है तो आपकी पूरी जिंदगी बहुत खुशनुमा रहेगी. आइए जानते हैं कि किसी विशेष साथी के होने से कैसे आपकी जिंदगी संवर जाती है.

  1. जो आपका ख्याल रखें: अगर आपका बौयफ्रैंड अच्छा और भरोसेमंद हो तो वह आपके बारे में जरूर सोचेगा और आपका ख्याल भी रखेगा. जब आप प्रेम सम्बंध में होते हैं तो आपका साथी आपको स्पेशल फील कराता है. वह आपकी भावनाओं और जज्बातों का ख्याल रखता है. आपके माता-पिता के अलावा आपका पार्टनर ही आपको यह एहसास कराता है कि आप सबसे अलग हैं. पार्टनर के साथ होने से आपको लगता है कि आपके पास कोई है जिसके होते आपको किसी बात के लिए चिंता करने कि जरूरत नहीं होती है.
  2. वह आपको हमेशा कुछ खास महसूस कराता है: एक अच्छा साथी आपको हमेशा खुश रखने या अच्छा महसूस कराने की कोशिश करता है. हर छोटे-बड़ें मौकों पर आपको सरप्राइड देकर आपको खुश करता है. चाहें आप दूर हो या पास हमेशा कोशिश करता है कि आपके लिए कुछ ऐसा करे जिससे आपको कुछ खास महसूस हो और आपके चेहरे पर मुस्कुराहत आ जाए.
  3. आपके हर दुख में आपके साथ रहे: एक सच्चा साथी हमेशा कोशिश करता है कि वह आपके हर तनाव, दुख और चिंताओं को दूर कर सके और आपको बहुत सारी खुशियां दे सकें. आपको दुख में भी खुश रखने की कोशिश करता है जिससे आप अपने दुख को भूल जाएं चाहे वह आपको कोई जोक सुनाए या आपको गले लगा ले. जब भी आपको कोई परेशानी हो तो हमेशा आपका सहारा बनकर आपके साथ खड़ा रहता है. उसके साथ आप हर दर्द या चिंता भूल जाते हैं.
  4. आपको हमेशा कुछ विशेष पल देगा: एक अच्छा साथी आपको हमेशा कुछ ऐसे पल देने कि कोशिश करता है जो आपके लिए यादगार हो. हमेशा आपको अच्छी-अच्छी जगहों पर ले जाकर आपको कुछ खास महसूस कराता है.
  5. साथ में भविष्य के बारे में सोचेगा: एक अच्छा और भरोसेमंद साथी हमेशा आपके साथ आने वाले भविष्य के बारे में योजनाएं बनाएगा. हर उस चीज से लड़ेगा जो उसे आपसे अलग करने कि कोशिश करती है. आपके साथ-साथ आपके माता-पिता के बारे में भी सोचेगा.
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