पुलों पर प्यार का ताला

अपने प्यार को पाने की खातिर लोग क्या कुछ नहीं करते. आसमान से तारे तोड़ कर लाने से ले कर कई बड़ेबड़े वादे करते हैं या कसमें खाते हैं. लेकिन फ्रांस में प्रेमीप्रेमिका यह सब नहीं करते, अपितु अपने प्यार पर ताला लगाते हैं ताकि वह अटूट रहे.

जी हां, प्यार को अटूट बनाने के लिए प्रेमी यूरोप में पुलों की रेलिंग पर ताला जड़ देते हैं और चाबी नदी में फेंक देते हैं. प्रेमीयुगलों के प्यार जताने के इस अनोखे तरीके की वजह से फ्रांसीसी राजधानी पेरिस के कई पुल लाखों तालों के बो झ से  झुकने लगे हैं. यही नहीं, कुछ तो टूटने के कगार पर पहुंच गए हैं.

एक अनुमान के अनुसार अकेले पेरिस के पुलों पर 7 लाख से अधिक ताले जड़े हैं. एक ताले का औसत वजन कम से कम 100 ग्राम होता है. इस लिहाज से पुलों पर हर वक्त 7,000 किलोग्राम का अतिरिक्त भार है. इस से पुलों का ढांचा खराब हो रहा है.

पेरिस के अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे प्यार का इजहार करने के लिए पुलों पर ताला न जड़ें. पर्यटकों को ताला लगाने के बुरे असर को सम झना चाहिए. लवलौक्स की वजह से पेरिस के पुलों पर बहुत ज्यादा बो झ पड़ गया है.

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वैसे यूरोप के रोमांटिक शहरों में प्रेमी जोड़े पुलों की रेलिंग पर बढि़या और मजबूत ताला जड़ देते हैं. ताले पर प्रेमीप्रेमिका का नाम लिखा होता है. ताला बंद करने के बाद प्रेमी जोड़े एकसाथ दौड़ते हुए चाबी को नदी में फेंक देते हैं. माना जाता है कि इस चलन की शुरुआत एक सर्बियाई लड़की की कहानी से हुई. वह अपने प्रेमी से जिस पुल पर मिलती, वहां एक ताला लगा देती. दोनों का प्यार अंजाम तक नहीं पहुंचा, लेकिन पुलों पर लगे ताले लोगों को उन की कहानी सुनाते रहे. हाल के समय में इस प्रथा को वापस लाने का आरोप इटली के लेखक फेडरिको मोशिया पर मढ़ा जाता है. उन की किताब ‘आई वांट यू’ में एक प्रेमी जोड़ा रोम के पोंटे मिलवियों पुल के लैम्पपोस्ट पर ताला लगाता है.

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में प्यार की निशानी के तौर पर प्रेमीप्रेमिका पेड़ पर ताले लगाते हैं. पेड़ों पर ताले लगाने की परंपरा कब और किस ने शुरू की, यह कोई नहीं जानता, लेकिन प्रेम जाहिर करने के लिए जोड़े यहां पेड़ों पर ताले जड़ते हैं. एकएक पेड़ पर हजारों ताले जड़े देखे जा सकते हैं.

प्रेम के इजहार करने के कई तरीके हो सकते हैं. लेकिन अपने प्यार को ताले में बंद करने का अंदाज निराला है. प्रेमी जोड़े ऐसा इसलिए करते हैं ताकि उन के प्रेम को कोई चुरा न सके. कुछ लोग लवलौक की चाबी अपने साथ ले जाते हैं. यदि पुल नदी, समुद्र पर बना हो तो ताला लगा कर चाबी उस में फेंक दी जाती है. प्रेम के इजहार का यह विदेशी तरीका धीरेधीरे भारत में भी लोकप्रिय हो रहा है.

राजस्थान के उदयपुर को  झीलों की नगरी के तौर पर जाना जाता है. यहां प्रेमी जोड़े भी खूब आते हैं. यहां पिछोला  झील है जो विश्वविख्यात है. इस  झील पर एक नया पुल बनाया गया है. इसे लोगों ने ‘लव ब्रिज’ का नाम दिया है. शहरी हो या सैलानी, प्रेमी युगल अपने प्रेमबंधन को चिरस्थायी बनाने की कथित मान्यता से पुल की रेलिंग पर ताला लगा कर चाबी  झील में फेंकने लगे हैं. हालात यह हैं कि पुल की रेलिंग पर तालों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है. अब इस पुल की पहचान ही ‘लवलौक ब्रिज’ के रूप में होने लगी है.

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स्थानीय युवाओं का कहना है कि उन्होंने ऐसी कहानी पढ़ और सुन रखी है कि फ्रांस में सैलानी अपने प्यार के नाम पर ताला लगाते हैं. बस, उसी परंपरा को यहां उदयपुर में अपनाया जा रहा है. वे यह भी कहते हैं कि जबकि ख्यात क्रिकेटर और फिल्म अभिनेत्रियां तक अपने प्यार के लिए पुलों पर ताले लगाते हैं, तो हम पीछे क्यों रहें.

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