शब्बीर अहलूवालिया ने “आदर्श पति” की भूमिका से अलग हटकर “उफ्फ़… ये लव है मुश्किल” में खास किरदार निभाया

Shabbir Ahluwalia : रोमांस, हल्के-फुल्के पलों और पारिवारिक गतिशीलता के शानदार मिश्रण के साथ, सोनी सब ने दर्शकों के लिए नई, मनोरंजक और अच्छी कहानियां लाने का सिलसिला जारी रखा हैं! इसका अपकमिंग शो “उफ्फ़… ये लव है मुश्किल” इसी दिशा में एक कदम है. यह शो अपने संबंधित किरदारों और मनोरंजक कहानी के ज़रिए दिल जीतने का वादा करता है.

आदर्श पति की छवि से हट कर

अपनी लोकप्रिय “आदर्श पति” छवि से हटकर शब्बीर अहलूवालिया ने युग की भूमिका निभाई है, जो एक अप्रत्याशित और भावनात्मक रूप से सुरक्षित व्यक्ति है, जो अतीत में हुए विश्वासघात से प्रभावित है. एक ऐसा व्यक्ति जो खुलेआम महिलाओं से नफरत करने का दावा करता है, युग की दुनिया तब अस्त-व्यस्त हो जाती है जब उसकी मुलाकात आशी सिंह द्वारा अभिनीत कैरी से होती है, वो एक खुशमिजाज, आशावादी युवती हैं! जो प्यार में दृढ़ विश्वास रखती है.

Shabbir Ahluwalia
शब्बीर अहलूवालिया

स्क्रीन पर धमाकेदार प्रदर्शन

शब्बीर और आशी की जोड़ी स्क्रीन पर धमाकेदार प्रदर्शन का वादा करती है! क्योंकि उनके विपरीत व्यक्तित्व आपस में टकराते हैं. कैरी जहां खुले दिल से जीवन को गले लगाती है, वहीं युग सावधान और चिंतित होकर पीछे हट जाता है. शो में उनके बीच रस्साकशी की कहानी दिखाई गई है, जहां प्यार और विश्वास केंद्र में हैं.

युग की भूमिका निभाना एक रोमांचक चुनौती-

अपनी स्ट्रांग स्क्रीन प्रेजेन्स और अभिनय कौशल के साथ, शब्बीर अहलूवालिया इस ताजा जटिल भूमिका में दर्शकों को आश्चर्यचकित करने के लिए तैयार हैं और अपने चरित्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “युग की भूमिका निभाना एक रोमांचक चुनौती है, वह स्तरहीन, अप्रत्याशित और मेरे द्वारा पहले किए गए किसी भी काम से बहुत अलग है.

आदर्श पति के किरदारों से अलग भूमिका

आदर्श पति के किरदारों से अलग इस भूमिका के बारे में जो बात मुझे सबसे ज़्यादा पसंद आई, वह यह है कि यह मुझे उन ‘आदर्श’ या आदर्श पति के किरदारों से अलग करती है, जिनसे मैं अक्सर जुड़ा रहा हूँ! मुझे हमेशा ऐसी प्रेम कहानियाँ देखने में मज़ा आता है, जो विपरीत दुनियाओं और टकराते व्यक्तित्वों के ज़रिए जीवंत होती हैं, और मैं इस शो में स्क्रीन पर उस तरह की शानदार केमिस्ट्री बनाने के लिए वाकई उत्सुक हूं.”

“उफ्फ़… ये लव है मुश्किल”जल्द ही सोनी सब पर आ रहा है – ये एक ऐसी कहानी हैं, जहां प्यार अपना रास्ता खोज लेता है, तब भी जब दिल विरोध करता है.

जी टीवी का नया फिक्शन शो ‘सरू’, ”एक गांव की लड़की के बड़े शहर के सपनों और संघर्ष की कहानी”

ज़ी टीवी का नया फिक्शन शो ‘सरू’ एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी लेकर आ रहा है, जिसमें एक युवा लड़की अपने सपनों को सच करने के लिए हिम्मत दिखाती है. इस दिल छू लेने वाली कहानी में मोहक मटकर निभा रही हैं सरू का किरदार, उनके साथ हैं शगुन पांडे और अनुष्का मर्चंडे, जो इस जज़्बे और जिद की कहानी में नजर आएंगे.

क्या होता है जब एक गांव की लड़की समाज की बनाई हदों से आगे जाकर बड़े सपने देखने की हिम्मत करती है? जब उसकी जड़ें उसे रोकने की कोशिश करती हैं, लेकिन उसका जुनून उसे उड़ने पर मजबूर कर देता है. ज़ी टीवी, जो हमेशा दिल को छूने वाली कहानियां दिखाता आया है, अब एक नया फिक्शन शो ‘सरू’ लेकर आ रहा है, जो आपको अंदर तक प्रेरित कर देगा.यह कहानी सरू नाम की एक जिद्दी लड़की की है, जो राजस्थान के खारेस गांव से है. इस शो में दर्शक सरू के साथ उसकी उस जद्दोजहद का हिस्सा बनेंगे, जिसमें वो आगे की पढ़ाई करने का सपना लिए उस समाज से टकराती है, जहां ऐसे ख्वाबों को अक्सर दबा दिया जाता है.उसके गांव में मौके कम हैं, और उसकी मां उसे बाहर भेजने को लेकर हिचकिचा रही है. ऐसे में सरू का मुंबई जाकर कॉलेज में एडमिशन लेना उसकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा मोड़ बन जाता है — जहां वो जज़्बातों के उतार-चढ़ाव, नई चुनौतियों और अपने आत्मविकास के दौर से गुजरती है. शशि सुमीत प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित नया शो ‘सरू’ 12 मई 2025 से रोज शाम 7:30 बजे ज़ी टीवी पर प्रसारित होगा और दर्शकों को ग्रामीण राजस्थान से मुंबई की रफ्तार भरी ज़िंदगी तक का सफर दिखाएगा.

मोहक मटकर इस शो में लीड रोल में डेब्यू कर रही हैं. वह सरू का किरदार निभा रही हैं, जो समझदार, आत्मविश्वासी और अपने सिद्धांतों पर चलने वाली एक आज़ाद सोच की लड़की है.वो सही बात पर हमेशा डटी रहती है, बेझिझक आगे बढ़ती है और हर मुश्किल से लड़ने का हौसला रखती है. लेकिन उसके दिल में एक नरमी भी है और कभी-कभी वो भी टूट जाती है. सरू कबड्डी की चैंपियन है और उसका सपना है एक दिन जिला कमिश्नर बनकर अपने और अपने परिवार का भविष्य संवारना.

सरू की राह में अड़चनें लाने वाली है अनिका, जिसका रोल अनुष्का मर्चंडे निभा रही हैं.अनिका को हमेशा सबका ध्यान चाहिए और अगर चीजें उसकी मनमानी के हिसाब से न हों, तो वो रूखा बर्ताव करने लगती है.उसे सरू से सख्त चिढ़ है और वो उसे हर हाल में नीचा दिखाना चाहती है.

सरू में मुख्य भूमिका निभाने वाले हीरो शगुन पांडे इस शो में वेद बिड़ला का रोल निभा रहे हैं. वेद एक ऐसा नौजवान है जो सीधा-सादा, विनम्र और अपने उसूलों पर चलता है. वो कॉलेज में लेक्चरर है और अपने ज्ञान और सादगी से सभी का सम्मान पाता है. वो अपने घर का जिम्मेदार बेटा है और अपनी भाभी का सबसे बड़ा सहारा भी.दोनों के बीच गहरी दोस्ती और भरोसे का रिश्ता है. वेद हमेशा सही के लिए खड़ा रहता है, चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों. जैसे-जैसे सरू अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाती है, दर्शकों को मुंबई की उसकी यह नई कहानी वेद और अनिका के साथ देखने को मिलेगी, जिसमें होगा ड्रामा, जज़्बा और ढेर सारे जज़्बात.

ज़ी टीवी के चीफ चैनल ऑफिसर, मंगेश कुलकर्णी ने कहा, “ज़ी टीवी में हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि हम ऐसी कहानियां पेश करें जो सिर्फ दर्शकों का ध्यान न खींचें, बल्कि उनके सपनों और जज़्बातों से भी गहराई से जुड़ें.‘सरू’ एक नई और प्रेरणादायक कहानी लेकर आया है. एक गांव की लड़की जो समाज की रुकावटों के बावजूद अपने सपनों के पीछे डटकर खड़ी रहती है.ये शो उस एहसास को छूता है, जब कोई अपनी जानी-पहचानी दुनिया से बाहर निकलकर कुछ बड़ा करने का फैसला करता है.इसमें रिश्तों की उलझनें भी हैं और इमोशनल उतार-चढ़ाव भी. शशि और सुमीत मित्तल जैसे दूरदर्शी क्रिएटर्स के साथ मिलकर हम एक ऐसी कहानी लाना चाहते हैं, जो हमारे कंटेंट की विविधता को दिखाए और हर पीढ़ी के दर्शकों से जुड़ सके.

यह एक ऐसी लड़की का सफर दिखाता है जो राजस्थान के एक छोटे-से गांव से निकलकर समाज की सीमाओं को पार करने का सपना देखती है.

सारू का किरदार निभाने वाली मोहक मटकर के अनुसार, ‘सरू’ मेरे दिल में एक खास जगह रखती है क्योंकि यह मेरी पहली लीड भूमिका है. जब मैंने शो की स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मुझे पता था कि यह वो कहानी है, जिसका हिस्सा मैं बनना चाहती थी.’सरू’ सिर्फ एक शो या किरदार नहीं है वह सहनशीलता और अटूट हौसले का प्रतीक है. मैं ज़ी टीवी की तहे दिल से शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे इतनी दमदार भूमिका दी और मैं गर्व महसूस करती हूं कि मैं उसकी कहानी को जीवन्त कर रही हूं. अब मुझे उम्मीद है कि मैं ‘सरू’ और उसके मुश्किल सफर के जरिए दूसरों को भी अपनी आवाज़ खोजने के लिए प्रेरित कर सकूं.

शगुन पांडे ने कहा, “’सरू’ एक ऐसा शो है जो सपनों को पूरा करने की कहानी बताता है, भले ही इसके रास्ते में कितनी ही रुकावट क्यों ना हो. मुझे उम्मीद है कि दर्शक इसे उतना ही पसंद करेंगे जितना हम सभी करते हैं। यह शो वाकई मुझे एक इंसान के रूप में भी परिभाषित करता है, और मुझे इसका हिस्सा बनकर खुशी है। मेरा किरदार ‘वेद’ दर्शकों के लिए एक ताज़गी भरा सरप्राइज होगा, क्योंकि यह अब तक निभाए गए मेरे किसी भी किरदार से अलग है और यह मुझे अपनी एक्टिंग स्किल्स को नए तरीके से दिखाने का मौका देता है.मैं इसके दृढ़ निश्चय और सही काम करने की प्रतिबद्धता से बहुत प्रभावित हुआ था, और मैं उसकी कहानी को दर्शकों के साथ साझा करने के लिए उत्सुक हूँ.

‘सरू’ एक नई राह पर निकलने वाली है, जहां उसे कई चुनौतियों, अजीब परिस्थितियों और बड़े शहर में अपनी पहचान बनाने की कठिनाई का सामना करना पड़ेगा.क्या वो इन सभी अड़चनों को पार कर अपने सपनों को पूरा कर पाएगी?जानने के लिए देखना होगा ‘सरू’. जिसका 12 मई 2025 को ज़ी टीवी पर प्रीमियर होगा और रोज शाम 7:30 बजे प्रसारित किया जाएगा.

टीवी की ये बोल्ड बहुएं अपने किरदार से लोगों की बोलती करती हैं बंद

टीवी ऐक्ट्रैस अपनी ऐक्टिंग और फैशन सेंस के लिए काफी लाइमलाइट में रहती हैं। छोटे परदे पर ये यंग ऐक्ट्रैस बोल्ड बहुओं का किरदार निभा कर फैंस के दिल पर राज करती हैं. टीवी की ये बहुएं किसी बौलीवुड ऐक्ट्रैसेस से कम नहीं हैं. सोशल मीडिया पर इन की जबरदस्त फैन फौलोइंग हैं.

ये टीवी ऐक्ट्रैसेस सीरियल्स में बोल्डनैस का तड़का लगाती हैं. इन यंग ऐक्ट्रैसेस के किरदार को इतने बेहतरीन अंदाज में दिखाया गया है जो बड़े उम्र के लोगों को भी जीवन का पाठ पढ़ाती हैं.

शादी के बाद क्यों लड़कियां सुनती हैं ताने

जब कोई लड़की किसी के घर की बहू बनती है, तो बिना किसी गलती के भी उसे ताने सुनाए जाते हैं, ऐसा लगता है कि उस की शादी सिर्फ खरीखोटी बातें सुनने के लिए ही की जाती हैं. समाज में ऐसे कई लोग होते हैं, जो अपनी बहुओं को दबा कर रखते हैं। कई बार इसी वजह से पतिपत्नी का रिश्ता भी टूट जाता है. वहीं जो महिलाएं अपने हक के लिए आवाज उठाती हैं, फिर भी उन्हें भलाबुरा कहा जाता है.

‘औरत होना मतलब कमजोर होना’ भारतीय समाज में अकसर लोगों की यही सोच होती है. महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं. हर क्षेत्र में महिलाएं कंधे से कंधा मिला कर काम कर रही हैं.

किसी बहू को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उसे अपने हक के लिए कैसे लड़ना चाहिए या किसी दूसरे के साथ गलत हो रहा है, तो उस के लिए भी आवाज बुलंद करनी चाहिए. सीरियल्स में ये यंग ऐक्ट्रैसेस ने काफी बोल्ड किरदार निभाया है जो अपनी हक की लड़ाई खुद लड़ रही हैं. आइए, जानते हैं इन मशहूर किरदारों के बारे में :

झनक

टीआरपी लिस्ट में शामिल झनक दर्शकों का फेवरिट शो बना है. झनक के किरदार में हीबा नवाब फैंस का दिल जीत रही है. इस सीरियल के पहले भी हीबा ने कई शोज में काम किया है, लेकिन झनक के किरदार से ऐक्ट्रैस ज्यादा पौपुलर हो रही है.

इस शो में झनक अपने हक की लड़ाई खुद लड़ रही है. लोगों के दबाव में आ कर झनक और अनि की शादी होती है, लेकिन दोनों इस शादी को नहीं मानते हैं. अनि की फैमिली झनक को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती है. हालांकि झनक का पति उस का सपोर्ट करता है, लेकिन अपने परिवार के सामने वह खुल कर सामने नहीं आता.

इसी बीच झनक और अनि दोनों एकदूसरे से प्यार करने लगते हैं और वे इंटिमेट भी होते हैं. शो में दिखाया जा रहा है कि झनक अनिरूद्ध के बच्चे की मां बनने वाली है, लेकिन अनि इनकार कर देता है कि वह उस का बच्चा नहीं है.

इन दिनों शो में हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है, झनक अपने बच्चे के हक के लिए लड़ाई लड़ रही है. उस का बोल्ड अंदाज देखने को मिल रहा है. वह बोस परिवार की बोलती बंद करते नजर आ रही है.

सई

धारावाहिक ‘गुम है किसी के प्यार में’ सई का करिदार निभाने वाली भाविका शर्मा का बेबाक अंदाज घरघर में मशहूर है. कैसे वह बिना डरे अपनी बात रखती है, जो सही होता है, उसे साबित करने के लिए जीजान लगा देती है. वह अपनी हक के लिए किसी से भी लड़ सकती है, चाहे वह शख्स उस का पति ही क्यों न हो.

इस शो के दूसरे सीजन में दिखाया गया था कि वह आईएएस बनना चाहती थी. ईशान से शादी करने के बाद उस के ससुरालवालों ने कालेज जाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन उस ने अपने लिए खुद आवाज उठाई और यहां तक कि कालेज की फीस देने के लिए भी सई ने किसी से भी मदद नहीं ली. पार्ट टाइम जौब कर के वह अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाना चाहती थी. फैंस ने इस सीजन में भाविका शर्मा के बेबाक अंदाज को काफी पसंद किया था.

अनुपमा

टीवी का सब से पौपुलर सीरियल अनुपमा टीआरपी के टौप लिस्ट में शामिल है. ऐक्ट्रैस रुपाली गांगुली ने अनुपमा के किरदार को बखूबी निभाया है. उन्होंने इस शो में 4 बच्चों की मां के रोल में गजब की ऐक्टिंग की है. 4 बच्चों की मां होने के बाद भी अपने सपने को कैसे पूरा किया जाता है, यह अनुपमा काफी बोल्ड अंदाज में बता रही है.

डरीसहमी रहने वाली अनुपमा एक बोल्ड महिला बनती है, अपने सपने और अपनी हक की लड़ाई खुद लड़ती है. यहां तक कि वह दूसरों के लिए भी आवाज उठाती है। अपनी ही सौतन काव्या का साथ देती है और उस का हक भी दिलवाती है.

इन टीवी सीरियल्स में ये ऐक्ट्रैसेस बहुओं के किरदार में आज की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं.

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