7 टिप्स: ऐसे करें कोरोनाकाल में मैट्रेस की देखभाल

हर कोई मैट्रेस बहुत सोचसमझ कर खरीदते हैं ताकि वह लंबे समय तक चले. मगर इस के लिए उस के रखरखाव की जानकारी होनी भी जरूरी है.

फ्लिप करना: अकसर यह मिथ्य है कि मैट्रेस फ्लिप (साइड पलटी) कर इस की लाइफ बढ़ सकती है मगर बहुत पहले ऐसा होता आजकल जितने मैट्रेस आते हैं सिंगल साइड इस्तेमाल योग्य होते हैं.

बाहर से साफ दिखने का अर्थ ही साफ नहीं: मैट्रेस का साफ दिखने का मतलब यह नहीं है कि वह स्वच्छ और हाइजीनिक है. इस की सतह पर धब्बों के अतिरिक्त उस के अंदर डस्ट माइट्स होते हैं. एक व्यक्ति के शरीर से प्रति वर्ष औसतन 454 ग्राम डैड स्किन सैल गिरते हैं और 285 एमएल पसीना.

होम मेड क्लीनर से साफ कर सकते हैं: कुछ लोग शैंपू पानी आदि से बने क्लीनर से मैट्रेस की सफाई करना उचित समझते हैं. मगर ऐसा करने से पानी मैट्रेस के अंदर आएगा जिस के चलते बैक्टीरिया और मोल्ड यानी फफूंदी का जन्म होता है.

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मैट्रेस केयर के कुछ टिप्स

1. मैट्रेस को सपोर्ट चाहिए: मैट्रेस को सौलिड बैड सपोर्ट पर ही रखें.

2. उछलकूद: इस पर बच्चों को कूदने से मना करें वरना अंदर की फोम लेयर और स्प्रिंग (अगर स्प्रिंग वाला मैट्रेस है) खराब हो जाते हैं.

3. रोटेट करें: 3 से 6 महीनों पर इसे 180 डिग्री से घुमा सकते हैं यानी सिरहाने को पायताने कर सकते हैं वरना एक ही तरफ ज्यादा वियर टियर होगा. अगर बैड पर बैठ कर रोजाना कोई काम करते हों, जैसे जूते बांधना आदि, तो एक ही पोजीशन पर हमेशा न बैठें वरना उसी जगह ज्यादा वियर टियर होगा.

4. मैट्रेस को ऐक्स्ट्रा बैडशीट से प्रोटैक्ट करें: मैट्रेस के ऊपर शुरू से ही एक अतिरिक्त बैडशीट डालें ताकि डस्ट माइट अंदर न जा सके और पसीने आदि के धब्बे न लगें.

5. रूटीन सफाई: मैट्रेस लंबे काल तक ठीक रहे इस के लिए उस की नियमित सफाई करें. समयसमय पर वैक्यूम करें. बैडशीट और ऐक्स्ट्रा कवर दोनों साफ रखें ताकि धूलकण, पसीना और डैडस्किन सैल अंदर न जाएं वरना बैक्टीरिया और मोल्ड की संभावना ज्यादा होगी. बेहतर क्लीनिंग के लिए प्रोफैशनल की सेवा ले सकते हैं.

6. मैट्रेस को धूप और हवा लगने दें: कुछ महीनों के अंतराल पर मैट्रेस को कुछ देर धूप में रखें. इस से डस्ट माइट और पसीने आदि की बदबू से छुटकारा मिलेगा. ध्यान रहे मौसम अनुकूल हो और हवा में मौइस्चर न हो. बदबू दूर करने के लिए कुछ देर के लिए मैट्रेस पर बेकिंग सोडा बुरक सकते हैं और बाद में इसे वैक्यूम कर लें. सफर से लौटने पर जहां दूसरों के बैड पर सोना होता है या होटल में रह कर आए हों तब ध्यान रहे कि आप के कपड़ों या सामान के साथ डस्ट माइट और बड़े बग न आए हों. अच्छे स्टार होटलों में भी इस की संभावना से इनकार नहीं कर सकते. ये बड़ी खामोशी से आप के साथ हो लेते हैं.

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7. मैट्रेस शिफ्ट करते समय सावधान रहें: मैट्रेस को एक से दूसरे कमरे में ले जाते समय या कभी घर बदलते समय इसे सावधानी से हैंडल करना चाहिए. इसे कभी क्षैतिज यानी होरीजैंटल ट्रांसपोर्टन करें. इस से बीच में सैगिंग होता है. इसे साइड पर खड़ा कर ट्रांसपोर्ट करें और इस में भी ध्यान देना होगा कि बीच से मुड़े नहीं. जब मैट्रेस एक से दूसरे शहर ले जाना पड़े तो उसे कवर करें ताकि वह गंदा न हो और उस के टौप फैब्रिक को नुकसान न हो.

सही मैट्रेस का चुनाव है जरूरी

हो सकता है कि बहुतेरे लोगों की तरह आप भी आरामदायक नींद की बात को गंभीरता से न लें. हो सकता है कि आप के लिए भी अनिद्रा कोई छोटीमोटी ही बात हो. लेकिन ऐसा सोचना ठीक नहीं है.

विशेषज्ञों के अनुसार लगातार ठीक से नींद न लेने की वजह से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. खासतौर से युवाओं में यह परेशानी काफी देखी जा रही है. अनियमित जीवनशैली, असमय खानपान और ठीक से न सो पाने की वजह से अनिद्रा के दुष्प्रभाव बढ़ रहे हैं. और यह तथ्य भी सामने आया है कि ज्यादातर लोग अच्छा मैट्रैस न होने की वजह से ठीक से सो नहीं पाते. उन्हें कमर, पीठ, गरदन, कूल्हे आदि में दर्द की भी शिकायत रहने लगती है.

दरअसल, ज्यादातर लोग ठीक से नींद न आने की वजह के पीछे अच्छे मैट्रैस के न होने की बात को समझ नहीं पाते हैं. लोगों का ध्यान इस बात पर भी नहीं जाता कि अनिद्रा के चार पैटर्न होते हैं, जिस में से एक बिस्तर का ठीक न होना भी है. हमारे स्लीपिंग पैटर्न से ही हमारे शरीर की बाकी कई चीजें निर्धारित होती हैं.

स्लीपिंग पैटर्न सही करने के लिए सही मैट्रैस का चुनाव बेहद जरूरी है.

कैसे-कैसे मैट्रैस

क्या आप को पता है कि अपने जीवन का एकतिहाई हिस्सा हम मैट्रैस पर सो कर बिताते हैं? बाजार में विभिन्न प्रकार के मैट्रैस मौजूद हैं, जिन के बारे में हम आप को जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं.

मैमोरी फोम मैट्रैस: यह आधुनिक प्रकार के मैट्रैस फोम मैमोरी से बनाए जाते हैं जो मोल्डेबल मैटीरियल से बने होते हैं और जो तापमान और वजन के अनुसार प्रतिक्रिया करते हैं. इस का मतलब कि यह आप के वजन के आकार के अनुसार ढल जाएगा. आप के वजन को समाहित कर लेगा और जोड़ों के दबाव से मुक्ति देगा. यह ऐसे लोगों के बेहतरीन मैट्रैस है, जिन लोगों को कमर दर्द रहता है.

लैटेक्स मैट्रैस: जैसेकि इस के नाम से ही ज्ञात होता है कि यह मैट्रैस लैटेक्स फोम से बना होता है. यह लंबे समय तक चलने वाला मैट्रैस है. लैटेक्स मैट्रैस ऐलर्जी या अस्थमा से पीडि़त लोगों के लिए अच्छा विकल्प है.

इनरस्प्रिंग मैट्रैस: इस इनरस्प्रिंग मैट्रैस में स्टील कोइल सपोर्ट सिस्टम होता है. इनरस्प्रिंग मैट्रैस पैडिंग (गद्दी) और अप्होल्स्टरी से ढका होता है, साथ ही जिस में बहुत सारी फोम, फाइबर और छोटी स्टील स्प्रिंग लेयर भी जुड़ी होती है.

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हाइब्रिड मैट्रैस: हाइब्रिड मैट्रैस एक से अधिक फोम के प्रकारों जैसे पालीयुरथेन, मैमोरी और लैटेक्स के साथ स्टील कौइल सपोर्ट सिस्टम से जुड़ा होता है.

ऐअरबैड: ऐअरबैड, ऐयर चैंबर का समायोजन कर समर्थन प्रणाली के रूप में प्रयोग करते हैं. जैसे कि कैंपिंग (शिविरों) में गद्दों का प्रयोग किया जाता है. इन्हें ऐअरबैड मौडिंग और अप्होल्स्टरी मैटीरियल से ढका जाता है, जिस में विभिन्न फोम और फाइबर मौजूद होते हैं.

वाटर बैड: वाटर बैड में वाटर चैंबर को समर्थन प्रणाली के रूप में प्रयोग किया जाता है. वाटर बैड 2 प्रकार के होते हैं- हाई साइड और सौफ्ट साइड वाटर बैड.

समदारी से करें खरीदारी

दिनभर की भागदौड़ और थकान के बाद अच्छी नींद से अच्छा कुछ नहीं होता पर यह तभी संभव है जब आप के बैड के मैट्रैस अच्छे हों. बाजार में बहुत तरह के मैट्रैस उपलब्ध हैं. ऐसे में हम तय नहीं कर पाते कि अपने लिए कैसे मैट्रैस का चुनाव करें? हम आप को ऐसे आसान उपाय बता रहे हैं जिन की मदद से आप सही मैट्रैस खरीद सकते हैं.

सही मौडल चुनें: यह तो हम सभी जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए अच्छा मैट्रैस होना चाहिए. इसलिए बाजार में मैट्रैस खरीदने जा रहे हैं, तो मौडल के बारे में अच्छे से रिसर्च कर के ही जाएं.

डिजाइन और आराम पर भी दें ध्यान: मैट्रैस खरीदने जा रहे हैं, तो डिजाइन और आराम को ध्यान में अवश्य रखें. आज बाजार में विभिन्न डिजाइन के मैट्रैस मौजूद हैं. अपनी आवश्यकता को ध्यान में रख कर ही मैट्रैस का चुनाव करें.

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मैट्रैस की क्वालिटी: मैट्रैस पर आराम मैट्रैस के बेस पर निर्भर करता है. इसलिए सुकून भरी नींद सोना चाहते हैं, तो सही बेस वाले मैट्रैस का चुनाव काफी जरूरी है. फोम व जूट के बेस वाले मैट्रैस ज्यादा चलन में हैं. इस के अलावा आप को कमर दर्द की शिकायत है, तो इस से बचने के लिए बड़े साइज का मैट्रैस चुनें.

मैट्रैस खरीदते समय बजट पर ध्यान देना भी जरूरी है. मैट्रैस खरीदने से पहले औनलाइन या मार्केट में जा कर मैट्रैस के रेट के बारे में पता करें और साथ ही इस के उपकरण, मौडल आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें.  -प्रतिनिधि द्य

नींद बिगड़ी तो सेहत बिगड़ी

हो सकता है कि बहुतेरे लोगों की तरह आप भी आरामदायक नींद की बात को गंभीरता से न लें. हो सकता है कि आप के लिए भी अनिद्रा कोई छोटीमोटी ही बात हो. लेकिन ऐसा सोचना ठीक नहीं है. विशेषज्ञों के अनुसार लगातार ठीक से नींद न लेने की वजह से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. खासतौर से युवाओं में यह परेशानी काफी देखी जा रही है. अनियमित जीवनशैली, असमय खानपान और ठीक से न सो पाने की वजह से अनिद्रा के दुष्प्रभाव बढ़ रहे हैं. और यह तथ्य भी सामने आया है कि ज्यादातर लोग अच्छा मैट्रैस न होने की वजह से ठीक से सो नहीं पाते. उन्हें कमर, पीठ, गरदन, कूल्हे आदि में दर्द की भी शिकायत रहने लगती है.

दरअसल, ज्यादातर लोग ठीक से नींद न आने की वजह के पीछे अच्छे मैट्रैस के न होने की बात को समझ नहीं पाते हैं. लोगों का ध्यान इस बात पर भी नहीं जाता कि अनिद्रा के चार पैटर्न होते हैं, जिस में से एक बिस्तर का ठीक न होना भी है. हमारे स्लीपिंग पैटर्न से ही हमारे शरीर की बाकी कई चीजें निर्धारित होती हैं. स्लीपिंग पैटर्न सही करने के लिए सही मैट्रैस का चुनाव बेहद जरूरी है.

कैसे-कैसे मैट्रैस

क्या आप को पता है कि अपने जीवन का एकतिहाई हिस्सा हम मैट्रैस पर सो कर बिताते हैं? बाजार में विभिन्न प्रकार के मैट्रैस मौजूद हैं, जिन के बारे में हम आप को जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं.

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मैमोरी फोम मैट्रैस

यह आधुनिक प्रकार के मैट्रैस फोम मैमोरी से बनाए जाते हैं जो मोल्डेबल मैटीरियल से बने होते हैं और जो तापमान और वजन के अनुसार प्रतिक्रिया करते हैं. इस का मतलब कि यह आप के वजन के आकार के अनुसार ढल जाएगा. आप के वजन को समाहित कर लेगा और जोड़ों के दबाव से मुक्ति देगा. यह ऐसे लोगों के बेहतरीन मैट्रैस है, जिन लोगों को कमर दर्द रहता है.

लैटेक्स मैट्रैस

जैसे कि इस के नाम से ही ज्ञात होता है कि यह मैट्रैस लैटेक्स फोम से बना होता है. यह लंबे समय तक चलने वाला मैट्रैस है. लैटेक्स मैट्रैस ऐलर्जी या अस्थमा से पीडि़त लोगों के लिए अच्छा विकल्प है.

इनरस्प्रिंग मैट्रैस

इस इनरस्प्रिंग मैट्रैस में स्टील कोइल सपोर्ट सिस्टम होता है. इनरस्प्रिंग मैट्रैस पैडिंग (गद्दी) और अप्होल्स्टरी से ढका होता है, साथ ही जिस में बहुत सारी फोम, फाइबर और छोटी स्टील स्प्रिंग लेयर भी जुड़ी होती है.

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हाइब्रिड मैट्रैस

हाइब्रिड मैट्रैस एक से अधिक फोम के प्रकारों जैसे पालीयुरथेन, मैमोरी और लैटेक्स के साथ स्टील कौइल सपोर्ट सिस्टम से जुड़ा होता है.

ऐअरबैड

ऐअरबैड, ऐयर चैंबर का समायोजन कर समर्थन प्रणाली के रूप में प्रयोग करते हैं. जैसे कि कैंपिंग (शिविरों) में गद्दों का प्रयोग किया जाता है. इन्हें ऐअरबैड मौडिंग और अप्होल्स्टरी मैटीरियल से ढका जाता है, जिस में विभिन्न फोम और फाइबर मौजूद होते हैं.

वाटर बैड

वाटर बैड में वाटर चैंबर को समर्थन प्रणाली के रूप में प्रयोग किया जाता है. वाटर बैड 2 प्रकार के होते हैं- हाई साइड और सौफ्ट साइड वाटर बैड.

समझदारी से करें खरीदारी

दिनभर की भागदौड़ और थकान के बाद अच्छी नींद से अच्छा कुछ नहीं होता पर यह तभी संभव है जब आप के बैड के मैट्रैस अच्छे हों. बाजार में बहुत तरह के मैट्रैस उपलब्ध हैं. ऐसे में हम तय नहीं कर पाते कि अपने लिए कैसे मैट्रैस का चुनाव करें? हम आप को ऐसे आसान उपाय बता रहे हैं जिन की मदद से आप सही मैट्रैस खरीद सकते हैं.

सही मौडल चुनें

यह तो हम सभी जानते हैं कि अच्छी नींद के लिए अच्छा मैट्रैस होना चाहिए. इसलिए बाजार में मैट्रैस खरीदने जा रहे हैं, तो मौडल के बारे में अच्छे से रिसर्च कर के ही जाएं.

डिजाइन और आराम पर भी दें ध्यान

मैट्रैस खरीदने जा रहे हैं, तो डिजाइन और आराम को ध्यान में अवश्य रखें. आज बाजार में विभिन्न डिजाइन के मैट्रैस मौजूद हैं. अपनी आवश्यकता को ध्यान में रख कर ही मैट्रैस का चुनाव करें.

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मैट्रैस की क्वालिटी

मैट्रैस पर आराम मैट्रैस के बेस पर निर्भर करता है. इसलिए सुकून भरी नींद सोना चाहते हैं, तो सही बेस वाले मैट्रैस का चुनाव काफी जरूरी है. फोम व जूट के बेस वाले मैट्रैस ज्यादा चलन में हैं. इस के अलावा आप को कमर दर्द की शिकायत है, तो इस से बचने के लिए बड़े साइज का मैट्रैस चुनें.

स्वास्थ्य या एलर्जी का भी रखें ध्यान

कई लोगों को धूल से एलर्जी होती है. ऐसे लोगों के लिए अलग प्रकार के मैट्रैस डिजाइन किए जाते हैं, जिन्हें आप अपने लिए खरीद सकते हैं.

मैट्रैस खरीदते समय बजट पर ध्यान देना भी जरूरी है. मैट्रैस खरीदने से पहले औनलाइन या मार्केट में जा कर मैट्रैस के रेट के बारे में पता करें और साथ ही इस के उपकरण, मौडल आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें.

-पूजा भारद्वाज

 

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