माइक्रोवेव में पका खाना हेल्दी है या नहीं?

आज के इस आधुनिक दौर में समय बचाने के चक्कर में हम चूल्हे की जगह गैस और माइक्रोवेव  ओवन जैसे आधुनिक कुकिंग उपकरणों का इस्तेमाल करने लगे हैं .इन उपकरणों के इस्तेमाल से समय वह मेहनत तो कम लगती है. लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं.

1. प्रैग्नैंट महिला के लिए नुकसानदायक

गर्भवती महिलाओं के लिए माइक्रो वेव का प्रयोग  नुकसानदायक है क्योंकि इससे खतरनाक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन निकलते हैं. जो गर्भ में पल रहे शिशु के ब्रेन ,हार्ट और लिंग को नुकसान पहुंचाते हैं . इसके प्रयोग से मिसकैरेज भी हो सकता है.

2. खाने की पौष्टिकता में कमी

इसमें खाना पकने वाले खाने की पौष्टिकता  60 से 90 परसेंट तक नष्ट हो जाती है और भोजन का संरचनात्मक विघटन तेज हो जाता है .इसी कारण भोजन शरीर को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान पहुंचाने लगता है.

ये भी पढ़ें- कोलेस्ट्रौल से बचने के लिए खाने में इन चीजों का करें इस्तेमाल

3. इम्यूनिटी पर खराब असर

जितना ज्यादा माइक्रोवेव में पका हुआ खाना खाया जाएगा उतना ही हमारी इम्यूनिटी कमजोर होगी .क्योंकि इसमें पके हुए खाना खाने से बैक्टीरिया और विषाणुओं से लड़ने की रोग प्रतिशोधक शक्ति पर असर पड़ता है.

4. लिंफेटिक सिस्टम पर असर

ओवन और माइक्रोवेव में पके हुए खाने में इन से निकलने वाली किरणें कैंसर कारकों को  की रचना करती हैं और  भोजन ग्रहण करने से खून में कैंसर कोशिकाओं की संख्या बढ़ जाती है. असल में माइक्रोवेव में पकाए गए भोजन में हुए रासायनिक परिवर्तनों से मानव शरीर के लिंफेटिक सिस्टम का कार्य कमजोर पड़ जाता है.

5. पाचन तंत्र प्रभावित होता है

माइक्रोवेव से निकलने वाली  किरणे खाद्य पदार्थों में कुछ ऐसे परिवर्तन कर देती है, जिससे व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्या हो सकती है.

6. स्किन पर असर पड़ता है

बहुत ही कम समय में  खाद्य पदार्थों के पक कर तैयार होने से  खाद्य पदार्थों के पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं. जिससे  झुर्रियां पड़ने लगती हैं और समय से पहले बुढ़ापा आने लगता है .साथ ही त्वचा के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

7. मस्तिष्क पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है

माइक्रोवेव में बना खाना खाने से मस्तिष्क पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है .ऐसा भोजन मस्तिष्क के उतको उसमें दीर्घ अवधि और स्थाई नुकसान पहुंचाता है.

8. हारमोंस के निर्माण पर असर

माइक्रोवेव में बना हुआ खाना खाने से हारमोंस क निर्माण प्रक्रिया पर भी असर पड़ता है. इस तरह का भोजन स्त्री और पुरुष दोनों के हारमोंस को प्रभावित करता है.

ये भी पढ़ें- हैल्दी ईटिंग हैबिट के लिए अपनाएं ये 9 टिप्स

9. स्मरण शक्ति की कमी

हर रोज इस में बना हुआ भोजन करने से स्मरण शक्ति, बौद्धिक क्षमता, एकाग्रता में कमी और भावनात्मक अस्थिरता में वृद्धि हो जाती हैं.

10. आसान टिप्स

1-महत्वपूर्ण है कि  जरूरत ना हो तो माइक्रोवेव का इस्तेमाल ना करें .

2- खाना पकाने की जगह , गरम करने के लिए इसका इस्तेमाल करें.और  गर्म करते समय से बार-बार खोलने से बचें. वरना इसकी हानिकारक किरणें शरीर को प्रभावित करती हैं.

3-इसका इस्तेमाल करते समय 12-14 सेंटीमीटर  दूरी बनाकर रखें.

4-पुराना हो गया है, तो रेडिएशन मीटर से इसकी नियमित जांच करवाएं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें