नील भट्ट और आयशा सिंह स्टारर शो “गुम है किसी के प्यार में” मीडिया की सुर्खियों बना हुआ है. शो में आए नए मोड़ शो को दिन पर दिन एंटरटेनिंग बना रहे है.
इन दिनों शो में पत्रलेखा और विराट के बीच खूब प्यार के फूल खिल रहे हैं, तो वहीं सई की जिंदगी में परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. बीते दिन भी ‘गुम है किसी के प्यार में’ में दिखाया गया था कि सई अपनी शादी के दिन को विराट के सामने मनहूस बताती है. वहीं पत्रलेखा सई के सामने एक आदर्श बहू साबित होती है.लेकिन, आयशा सिंह के ‘गुम है किसी के प्यार में’ में आने वाले मोड़ यहीं खत्म नहीं होते हैं.
आपको बता दें कि शो में आगे दिखाया जाएगा कि एक गेम में जहां पत्रलेखा अपने पति विराट की सारी पसंद बता देती है लेकिन जब विराट की बारी आती है तो वह फेल हो जाते है. वह दो सवालों के सही जवाब दे पाता है, जिससे बाकी बच्चों के पैरेंट्स उसका मजाक बनाना शुरू कर देते हैं. इस बात से पत्रलेखा काफी नाराज हो जाती है.
फूट-फूट कर रोई पत्रलेखा
बता दें, ये गेम पिकनिक के दौरान खेला जाता है.प्रिंसिपल मैम के हाथ में सवि के मां-पापा की चिट आती है, जिससे पत्रलेखा घबरा जाती है. दूसरी तरफ सई भी गेम में जाने से मना कर देती है और तो और सवि को भी डांट देती है.लेकिन अपनी बेटी की खुशी की खातिर विराट खेलने के लिए तैयार हो जाते है.गेम में सई गलत जवाब देने की कोशिश करती है, लेकिन इसके बाद भी उसके सारे जवाब सही हो जाते हैं.दूसरी तरफ ये सब देखकर पत्रलेखा फूट-फूट कर रोती है.
शो यही खत्म नहीं होता है शो में आगे दिखाया जाता है कि हादसे में सई, विराट और पाखी की खातिर अपनी जान कुरबान कर देगी. दरअसल, बस में जहां एक तरफ पाखी लटकी होगी तो वहीं दूसरी तरफ सई लटकी होगी, जिससे विराट असमंजस में पड़ जाएगा कि वह पहले किसे बचाए. ऐसे में सई हैंडल का ग्रिप छोड़ देगी, जिससे विराट पाखी को बचा सकेंगे.
7 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक वेलेंटाइन वीक चल रहा है, जिसके सेलिब्रेशन में हर कोई मस्ती करता नजर आ रहा है. वहीं शादी के बंधन में कुछ ऐसे सेलेब्स भी हैं, जो इस साल अपना पहला वेलेंटाइन शादी के बाद मनाने वाले हैं, जिनमें कटरीना कैफ-विक्की कौशल से लेकर करिश्मा तन्ना जैसे सितारे मौजूद हैं. आइए आपको बताते हैं कौन हैं वो सितारे जो साल 2022 में सेलिब्रेट करेंगे शादी के बाद पहला वेलेंटाइन डे.
खतरों के खिलाड़ी की विनर रह चुकीं एक्ट्रेस करिश्मा तन्ना ने हाल ही में 5 फरवरी को अपने बिजनेसमैन बॉयफ्रेंड वरुण बंगेरा संग शादी की है, जिसकी फोटोज और वीडियोज इन दिनों सोशलमीडिया पर वायरल हो रही हैं. वहीं शादी के बाद दोनों का पहला वेलेंटाइन देखने को फैंस बेताब हैं.
टीवी की नागिन यानी एक्ट्रेस मौनी रॉय भी पिछले महीने यानी 27 जनवरी, 2022 को बौयफ्रैंड सूरज नांबियार संग शादी के बंधन में बंधी हैं. वहीं देखना होगा कि कश्मीर में हनीमून मनाने के लिए गए इस कपल का वेलेंटाइन कैसा होने वाला है.
कुंडली भाग्य एक्ट्रेस मानसी श्रीवास्तव ने कोरोना में 22 जनवरी 2022 को अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड कपिल तेजवानी से शादी की, जिसमें कम सेलेब्स देखने को मिले. वहीं दोनों का शादी के बाद पहला वेलेंटाइन का फैंस बेसब्री से इंतजार करते नजर आ रहे हैं.
सीरियल ‘गुम हैं किसी के प्यार में’ (Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) के लीड एक्टर नील भट्ट और एक्ट्रेस ऐश्वर्या शर्मा 30 नवंबर को शादी के बंधन में बंध गए थे, जिसकी फोटोज सोशलमीडिया पर छा गई थीं. रील लाइफ में देवर-भाभी की ये जोड़ी रियल लाइफ में पति पत्नी बन गए थे, जिसकी फोटोज सोशलमीडिया पर काफी वायरल हुई थीं. वहीं इस साल दोनों का पहला वेलेंटाइन होगा.
बॉलीवुड की पौपुलर जोड़ियों में से एक एक्ट्रेस कटरीना कैफ और विक्की कौशल की जोड़ी हमेंशा सुर्खियों में रहती है. वहीं 9 दिसंबर, 2021 को राजस्थान में रौयल वेडिंग रचाने के बाद दोनों फैंस की नजरों में छाए रहते हैं. हालांकि देखना होगा कि दोनों अपना पहला वेलेंटाइन कैसे सेलिब्रेट करने वाले हैं.
पवित्र रिश्ता एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे ने 14 दिसंबर 2021 को अपने बौयफ्रेंड विक्की जैन संग शादी की थी, जिसके चलते वह सुर्खियों में रही थीं. वहीं 2022 में ये दोनों का शादी के बाद पहला वेलेंटाइन होने वाला है.
करीब 8 साल से एक दूसरे को डेट कर रहे टीवी एक्ट्रेस सायंतनी घोष ने एक प्राइवेट फंक्शन में अपने बॉयफ्रेंड अनुग्रह तिवारी के साथ 5 दिसंबर, 2021 को शादी करके फैंस को चौंका दिया. इसी के चलते दोनों इस साल अपना पहले वेलेंटाइन सेलिब्रेट करते नजर आएंगे.
बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव और उनकी लौंगटाइम गर्लफ्रेंड एक्ट्रेस ने 15 नवंबर, 2021 को प्राइवेट फंक्शन में शादी की, जिसके बाद दोनों साल 2022 में वेलेंटाइन सेलिब्रेट करने वाले हैं.
अनिल कपूर की बेटी Rhea Kapoor ने 14 अगस्त, 2021 को बॉयफ्रेंड करण बूलानी के साथ शादी की. हालांकि कोरोना के चलते कुछ चुनिंदा लोगों ही शामिल हुए. वहीं दोनों इस साल अपना शादी के बाद पहला वेलेंटाइन मनाते नजरआएंगे.
‘कुंडली भाग्य’ एक्ट्रेस श्रद्धा आर्या के बाद पृथ्वी के रोल में नजर आ रहे एक्टर संजय गगनानी (Sanjay Gagnani) ने 28 नवंबर 2021 को अपनी गर्लफ्रैंड और टीवी एक्ट्रेस पूनम प्रीत (Poonam Preet) के साथ शादी की थी, जिसमें उनके सीरियल के सितारे शिरकत करते नजर आए थे.
बौलीवुड एक्ट्रेसेस अपने फैशन और पर्सनल लाइफ के चलते अक्सर सुर्खियां बटोरती नजर आती हैं हाल ही में हुए वोग ब्यूटी अवौर्ड में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. जहां एक तरफ मलाइका का जलवा देखने को मिला तो वहीं एक्ट्रेस पत्रलेखा भी अपने लुक में जलवे बिखेरती नजर आईं. खास बात ये है कि उनका लुक इतना खूबसूरत था कि बौयफ्रेंड राजकुमार राव भी सोशल मीडिया के जरिए अपना दिल दोबारा दे बैठे. आइए आपको बताते हैं क्या हुआ पत्रलेखा और राजकुमार राव के बीच….
हौट लुक में नजर आईं पत्रलेखा
हाल ही में पत्रलेखा वोग ब्यूटी अवौर्ड में पहुंचीं. इस दौरान पत्रलेखा काफी हौट लग रही थीं. उन्होंने ब्लैक कलर का गाउन पहना हुआ था जो जिसका बैक डिजाइन काफी अट्रैक्टिव था. पत्रलेखा इस दौरान काफी हौट लग रही थीं.
राजकुमार राव और पत्रलेखा की जोड़ी काफी क्यूट है. दोनों का रिलेशन किसी से छिपा नहीं है, हालांकि दोनों अपने रिलेशन को लेकर ज्यादा बात नहीं करते. वहीं पत्रलेखा ने अपने लुक की फोटोज जब इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं. पत्रलेखा की फोटो पर राजकुमार ने फायर इमोजी के साथ दिल का इमोजी कमेंट किया है.
पत्रलेखा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने पहली बार राजकुमार को फिल्म ‘लव सेक्स और धोखा’ में देखा था. राजकुमार को देखकर पत्रलेखा को लगा कि वो कितने अजीब हैं. वहीं राजकुमार ने जब पत्रलेखा को देखा था तो उन्होंने तभी तय कर लिया था कि वो शादी करेंगे तो बस पत्रलेखा से. इसके बाद दोनों की बातचीत शुरू हुई और फिर दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई. फिल्म ‘सिटी लाइट’ में दोनों ने साथ काम किया. पत्रलेखा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि राज जब भी उनसे मिलने आते थे तो लेट हो जाते थे. लेकिन एक बार तो वो ट्रैफिक में फंस गए थे तब उन्होंने कैब को एयरपोर्ट के पास रोक दी और वो जुहू तक पैदल गए.
पत्रलेखा ने ये भी बताया था कि जब राजकुमार के पास ज्यादा पैसे नहीं थे तब उन्होंने पत्रलेखा को एक महंगा गिफ्ट दिया था. लेकिन एक बार एक ट्रिप के दौरान वो बैग चोरी हो गया था जिसके बाद पत्रलेखा काफी दुखी हुईं और उन्होंने इस बारे में राजकुमार को बताया. इसके बाद जब पत्रलेखा घर पहुंचीं तो वो वैसा ही बैग राजकुमार ने घर पर रखा था. पत्रलेखा को ये मोमेंट आज तक याद है.
2014 में महेश भट्ट निर्मित और हंसल मेहता निर्देशित माइग्रेशन की समस्या पर बनी फिल्म ‘‘सिटी लाइट’’ में राजकुमार राव के साथ अभिनय कर अपने कैरियर की शुरूआत करने वाली एक्ट्रेस पत्रलेखा हमेशा राजकुमार के साथ अपने रिश्तों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं. जबकि उनका अभिनय कैरियर अभी तक सही दिशा में आगे नहीं बढ़ पाया है. ‘सिटी लाइट’ के बाद 2016 में उन्होने इरोटिक फिल्म ‘‘लव गेम्स’’ में सेक्स पैडलर महिला का किरदार निभाया. फिर 2018 में वह मल्टीस्टारर फिल्म ‘नानू की जानू’ में नजर आयीं. अब उन्होंने अपने कैरियर की चौथी फिल्म दिव्येंदू शर्मा के संग ‘‘बदनाम गली’’ की है, जिसे दस मई को थिएटर की बजाय डिजिटल प्लेटफार्म ‘‘जी 5’’पर रिलीज किया गया.
-एक सफल व चर्चित फिल्म करने के बावजूद मेरे कैरियर की गति धीमी होने की वजह मुझे नहीं पता. पर मेरी राय में हर किसी की अपनी एक डेस्टिनी होती है. मगर यह फिल्म मेरी जिंदगी और करियर का अहम हिस्सा है. मैं आज भी सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे लोगों से मिलती हूं, जो कि इस फिल्म को लेकर मुझसे चर्चा करते हैं. अक्सर ऐसे लोगों से मेरी मुलाकात होती रहती है, जो कि इस फिल्म को लेकर मेरी तारीफ करते हैं. मेरी राय में हर चीज का आपकी जिंदगी व कैरियर पर असर होना जरुरी नही है. मेरे लिए महत्वपूर्ण बात यह रही कि मुझे अपने अंदर की कला को प्रदर्शित करने का प्लेटफार्म मिला, जिसके लिए मैं अपने आपको भाग्यशाली मानती हूं. वरना यहां तो हर साल हजारों लड़कियां आती हैं,पर सभी को मौका नहीं मिल पाता. सभी को महेश भट्ट साहब के साथ बैठकर उनसे घंटों बातें करने और उनकी ज्ञान भरी बातें सुनने का मौका नहीं मिलता. यह सच है कि ‘सिटीलाइट’ के बाद मेरी जिंदगी एकदम से बदल गयी. इस तरह जो कुछ हुआ, मेरे लिए अच्छा ही हुआ. कैरियर के साथ-साथ जिंदगी में भी मैं एक कदम ऊपर बढ़ी. इस फिल्म के बाद लोगों ने मुझे प्रोफेशनल एक्टर मान लिया. लोगों ने मान लिया कि मैं अभिनय करके पैसे कमा सकती हूं. इसलिए आज बैठकर मैं कैलकुलेट नहीं करती कि मुझे क्या मिला क्या नहीं? या मेरे साथ क्या होना चाहिए था?
-सबसे पहला बदलाव यह रहा कि मैं पब्लिक प्लेटफार्म पर आ गयी. लोगों ने मुझे कलाकार के तौर पर पहचानना शुरू किया. अब कुछ लोग ऐसे हैं, जो मुझे पसंद करते हैं और कुछ लोग ऐसे हैं, जो पसंद नही करते हैं. मैं भट्ट साहब के साथ बैठी, उनसे बातें की. वह मेरी जिंदगी में बहुत ही इज्जतदार इंसान हैं. मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं. उसके बाद मैं काम करती गयी. एकदम खाली नहीं बैठी. ‘लव गेम्स’ व ‘नानू की जानू’ जैसी फिल्में की. अब मैंने ‘बदनाम गली’ की है.
फिल्म‘बदनामगली’कोलेकरक्याकहेंगी?
-सरोगेटेड मदर की कहानी पर दोस्ती की बात करने वाली यह एक फनी फिल्म है. वास्तव में हम समाज को लेकर बहुत ही ज्यादा जजमेंटल हैं. यह फिल्म कहती है कि इंसान को किसी के भी प्रति जजमेंटल नहीं होना चाहिए. इसमें मैंने सरोगेटेड मदर का किरदार निभया है, जिसे मैं बुरा नही मानती. फिल्मकार ने इस फिल्म में हमारे समाज के सबसे बड़े टैबू सरोगसी यानी कि सरोगेटे मदर पर कौमेडी के साथ बात की है.
-मैंने ऐसा तो नहीं कहा. लेकिन कलाकार का काम महज यह नही होता है कि उसके पास चाहे जिस तरह की फिल्म का आफर आए और वह उसे स्वीकार कर ले. कलाकार की अपनी पसंद-नापसंद भी होती है. कलाकार के तौर पर हम वह किरदार निभाना चाहते हैं या उन फिल्मों में अभिनय करना चाहते हैं, जिनसे हमें संतुष्टि मिले, काम करने में मजा आए .मैं आप के सामने ईमानदारी से कबूल करती हूं कि मेरे पास इस तरह की फिल्में नही आ रही है, जिन्हें करके कलाकार के तौर पर मुझे संतुष्टि मिल सके.
देखिए,किसी भी फिल्म को स्वीकार करते समय हमें कई चीजों पर सोचना पड़ता है. फिल्म की स्क्रिप्ट कैसी है? मेरा किरदार किस तरह का है? फिल्म के निर्माता निर्देशक कौन हैं? क्या इस फिल्म का विषय समय के अनुरूप है? इन सारी चीजों पर सोच कर अंतिम निर्णय लेने में समय भी लगता है. यह एक लंबा प्रोसेस हैं, जिसे मैं खुद के लिए महत्वपूर्ण मानती हूं. इससे भी मेरी जिंदगी में काफी बदलाव आते. देखिए, हम जिस फिल्म में अभिनय करते हैं, उससे हम कुछ न कुछ सीखते हैं और उससे हमारी जिंदगी बदलती है. आप मानकर चलें कि जब हम किसी एक फिल्म में काम करना स्वीकार करते हैं, तो शूटिंग के लिए कम से कम 45 दिन देने पड़ते हैं. उसके बाद उसकी डबिंग और प्रमोशन करना है. उसके बाद डेस्टिनी सामने आ जाती है कि फिल्म चली या नही. लोगों ने फिल्म को पसंद किया या नही. तो आपकी जिंदगी का बहुत बड़ा हिस्सा इस तरह से गुजरता है. मैं फिल्म के औफर आने के बाद फिल्म की रिलीज तक के प्रोसेस का स्तर बनाए रखना चाहती हूं. हर फिल्म को करने का निर्णय लेते समय मेरी कोशिश होती है कि हम दो कदम आगे बढे़ं.
-बिलकुल नहीं.. मैं इसे सही कदम नही कह सकती. पर महेश भट्ट साहब ने ही मुझे एक नए अवतार में आने का मौका दिया, जिसके लिए मैं उनकी शुक्रगुजार हूं. उस वक्त मेरी उम्र 26-27 साल की रही होगी. तब मुझे नहीं पता था कि इस फिल्म को करने का क्या असर होगा? मुझे इस बात का बिलकुल अहसास नहीं था कि यह फिल्म इरोटिक जौनर की कही जाएगी. मुझे उस वक्त यह सारी बातें समझ नहीं आती थी. लेकिन महेश भट्ट साहब ने मुझे इस फिल्म को करने के लिए कहा, मैंने किया. लोगों ने मुझसे नफरत की. लोगों ने मुझे पसंद नही किया. मुझे भी पता चला कि यह मेरा अपना जानर नहीं है. मुझे इस तरह कि फिल्में नहीं करनी चाहिए. यदि आपने फिल्म देखी होगी तो आपको अहसास हुआ होगा कि उन सीन्स में मैं भी बहुत असहज नजर आती हूं. पर वह एक मसला था, जो वहीं खत्म हो गया. उसके बाद से मैं कुछ और अधिक सोच समझ कर फिल्में चयन करने लगी.
जबआपशूटिंगनहींकररहीहोतीहैं,उसवक्तकुछऔरकामकरतीहैं?
-मुझे यात्राएं करने और किताबें पढ़ने का बहुत शौक है. फिल्में देखती हूं. साल में कुछ माह काम भी करती हूं और फिर मैं इतने पैसे कमा लेती हूं कि मेरी जिंदगी अच्छे ढंग से गुजर जाती है. मुझे किसी से कोई शिकायत करने की जरूरत नहीं पड़ती.
-सर मैं हर जगह जाना चाहती हूं. मुझे नई नई जगहों पर जाना और लोगों से बातें करना बहुत पसंद है. मुझे दूसरो के कल्चर उनके खान-पान को जानने की इच्छा ज्यादा होती है. लोगों का रहन सहन मुझे बहुत प्रभावित करता है.
किसतरहकीकिताबेंपढ़तीहैं?
-अभी मैंने दो किताबें पढ़ी हैं.एक है एम रेन फाउटेन हेड और दूसरी ‘औटोबायोग्राफी औफ योगी’. इन दोनों फिल्मों ने बहुत बड़े स्तर पर मेरी जिंदगी को बदला था. जब आप किसी किताब को पढ़ते हैं, तो वह कहीं न कहीं आपके दिमाग पर असर करती हैं और आप एक अलग दुनिया में चले जाते हैं.
मैंने पहले ही कहा कि स्टार, सुपरस्टार या स्टारडम सबकी परिभाषा खत्म हो गयी. मेरी नजरों में तो खान के बाद किसी भी कलाकार को सुपर स्टार नहीं कहा गया. आप वरूण धवन को देखिए. उसे लोग सुपर स्टार नहीं कहते. लेकिन इसकी हर फिल्म में अपनी उपस्थिति होती है. हर जगह नजर आता है. लोगों का मनोरंजन करता है. आप इंस्टाग्राम पर जाएं, तो भी मिल जाएगा. मुझे तो इंस्टाग्राम पर उसके पोस्ट, उसकी फोटोग्राफ देखना बहुत अच्छा लगता है. मुझे खुशी होती है कि यह तो मेरा दोस्त है, जिसे मैं रोज देखती हूं. तो सोशल मीडिया से कलाकार प्रशंसकों के बीच अपनापन पा जाता है. पर सोशल मीडिया से दर्शक नही मिलते? समाज के साथ साथ और भी बहुत कुछ बदला है. अब यह जरूरी है कि आप लोगों की नजर में आते रहें और लोग आपको पहचाने. यह काम सोशल मीडिया से पूरा होता है. धीरे-धीरे और भी बदलाव आता जाएगा.
इनदिनोंकोईदूसरीफिल्मकररहीहैं?
-जी हां! एक कन्नड़ भाषा की फिल्म कर रही हूं, जिसके लिए फिलहाल कन्नड़ भाषा की मेरी ट्रेनिंग जारी है. एक हिंदी फिल्म है, जिसकी चर्चा नहीं कर सकती.