सवाल-
मेरी उम्र 16 साल है. मेरे चेहरे पर फुंसियां निकली थीं तो मैं ने घर पर ही फोड़ दी थी. अब उन के मार्क्स रह गए हैं जो काले हो गए हैं और देखने में भद्दे लगते हैं. कोई घरेलू उपाय बताएं ताकि मार्क्स खत्म हो जाए तथा चेहरे का ग्लो लौट आएं.
जवाब
कई बार दानों को छील देने से त्वचा पर भद्दे निशान पड़ जाते हैं. आप घर पर रोज सुबहशाम चेहरे को धो कर एएचए सीरम से फेस की मसाज कर सकती हैं. ऐसा करने से मार्क्स काफी हद तक कम हो जाएंगे. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो आप माइक्रोडर्मा ऐब्रेजर व लेजर थेरैपी की सिटिंग्स ले सकती हैं. इस थैरेपी में लेजर की किरणों से त्वचा को रिजनरेट कर के नया रूप दिया जाता है. उस के बाद यंग स्किन मास्क से त्वचा को निखारा जाता है.
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आप अपने चेहरे की खूबसूरती और उसके निखार को बनाए रखने के लिए क्या कुछ नहीं करतीं, लेकिन जब सवाल आता है बौडी की त्वचा का, तब आप उसका खयाल नहीं रखतीं, आप भूल जाती हैं कि चेहरे के नीचे की त्वचा का निखार बरकरार रखना भी जरूरी है…
भ्रम और तथ्य
भ्रम: बौडी लोशन केवल ड्राई स्किन वालों के लिए होते हैं.
तथ्य: उम्र और प्रदूषण का फर्क त्वचा पर भी पड़ता है जिससे त्वचा की नमी और पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है. इसलिए ऐसे बौडी लोशन का चुनाव करें जो वर्ष भर आपकी त्वचा की सुरक्षा करे.
भ्रम: सारे मौइश्चराइजर एक जैसे होते हैं.
तथ्य: मौइश्चराइजर कई प्रकार के होते हैं जिन्हें आप अपनी त्वचा के अनुसार चुन सकती हैं. सही मिश्रण वाला मौइश्चराइजर वह होता है जिसमें ग्लिसरीन, डाईमैथिकन और जैली जैसे बहुमूल्य पदार्थों की सही मात्रा हो. ऐसे बौडी मौइश्चराइजर का चुनाव करें जो आपकी त्वचा को गहराई से मौइश्चराइज कर उसे डैमेज होने से बचाए.
भ्रम: बौडी लोशन की आवश्यकता केवल सर्दियों में ही पड़ती है.
तथ्य: सर्दी हो या गरमी, मौइश्चराइजर की जरूरत त्वचा को हर मौसम में पड़ती है. कई महिलाएं गरमी के मौसम में सिर्फ इस डर से मौइश्चराइजर का इस्तेमाल नहीं करतीं, क्योंकि उनकी यह मान्यता है कि मौइश्चराइजर लगाने से उन्हें अधिक पसीना आएगा और त्वचा चिपचिपी हो जाएगी. लेकिन यह गलत सोच है. वास्तव में कड़ी धूप आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है और उसे रूखी व बेजान बना देती है. आप ऐसे बौडी लोशन का चुनाव करें जो नौनस्टिकी होने के साथसाथ आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड और मुलायम रखे.
पूरी खबर पढ़ने के लिए- बौडी स्किनकेयर भी है जरूरी!