पोस्ट कोविड में स्किन की देखभाल करना है जरुरी 

सुमन और उसके पूरे परिवार को कोविड हुआ. सभी घर पर क्वारेंटीन रहकर डॉक्टर की सलाह से दवाइयां ली और कुछ दिनों बाद सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई, बच्चे से लेकर पति-पत्नी सभी कमजोरी महसूस करने लगे. थोड़े दिनों में वह भी ठीक हो गया, लेकिन सुमन के स्किन पर रैशेज होने लगे, जिसमें बहुत खुजली होने लगी. उन्होंने डॉक्टर से सलाह ली, तो पता चला कि ये पोस्ट कोविड का रिएक्शन है. डॉक्टर ने उन्हें कुछ दवाइयां और लोशन लगाने के लिए दिए, जिससे वह करीब एक महीने बाद में ठीक हो पायी. 

असल में कोविड महामारी की दूसरी लहर ने हर व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बना दिया है, लेकिन वे लोग जो कोविड से बाहर निकले है, जो निगेटिव हो चुके है,  उन्हें कुछ महीनो तक कोविड के बाद साइड इफेक्ट देखने को मिला, खासकर त्वचा और हेयर की समस्या उनमें अधिक रहती है. इस बारें में अमृतसर की आर एम एस्थेटिक्स की सेलेब्रिटी डर्मेटोलोजिस्ट & बोटॉक्स स्पेशलिस्ट डॉ. अमीषा महाजन कहती है कि ये समस्या कोविड के 1 से 3 महीने बाद शुरू होता है, जिसमें हेयर फॉल ख़ास होता है. कुछ लोगों को कोविड के तुरंत बाद केशों के गिरने की वजह कोविड के दौरान ली गई दवाइयां हो सकती है. लेकिन एक महीना या 3 महीने के बाद हेयर फॉल पोस्ट कोविड में ही होता है. इसके अलावा कोविड के बाद त्वचा पर खुजली या रैशेज भी आने की संभावना रहती है, इसकी दो वजह है,

  • कोविड के वायरस की वजह से खुजली का होना,
  • पोस्ट कोविड में त्वचा ड्राई होने की वजह से खुजली होना. 

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ये भी सही है कि ड्राईनेस स्किन को अधिक प्रभावित करती है उसे कंट्रोल करना जरुरी है, कई लोगों को इससे बाद में एक्जिमा भी हो जाया करती है. अगर स्किन सम्बन्धी कोई बीमारी है, तो एंटीबेक्टेरियल साबुन का प्रयोग न करें, ये त्वचा के लिए बहुत ही कठोर होते है, अगर त्वचा में अधिक रैशेज हो, तो मुलायम साबुन या पुराने ज़माने के जैसे दूध या दही से भी नहा सकते है. कुछ गाइडलाइन्स पोस्ट कोविड से बचने के निम्न है,

हेयरफॉल 

जब शरीर कोविड या किसी घातक बीमारी का शिकार होता है, तो व्यक्ति बहुत तनावग्रस्त हो जाता है, जिसका प्रभाव बालों पर अधिक रहता है. वैज्ञानिक रूप से इसे टेलोगेन एफ्फ्लुवियम अर्थात शरीर में शॉक बीमारी की वजह से है, इससे सिर के बाल आसानी से झड़ने लगते है.ये केश अधिकतर गुच्छों में नहाने या बाल झाड़ने के वक्त गिरते है. ये लक्षण कोविड के 2 से 3 महीने बाद दिखती है. ये किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत चिंता का विषय होता है, क्योंकि केशों का झड़ना, 6 से 9 महीने तक चलता रहता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि बालों का फिर से उगना भी जारी रहता है. मेरे हिसाब से ऐसे समय में केशों पर तेल न लगायें, क्योंकि इससे कमजोर जड़ों से हेयर फिर से गिरने लगते है. बालों के लिए सप्लीमेंट्स और हेयर सीरम बहुत अच्छा होता है, जो मजबूत बाल ग्रो करने में सहायता करती है.   

अधिक ड्राईनेस 

कोविड के बाद स्किन का ड्राई होना बहुत ही कॉमन है. त्वचा रुखी होने के साथ-साथ उससे पपड़ी भी निकल सकती है, ऐसे में हमेशा मुलायम साबुन या क्लींजर के प्रयोग के साथ-साथ थिक मोयस्चराईजिंग क्रीम कम से कम दिन में 2 से 3 बार लगाने की जरुरत होती है, ताकि खुजली और रैशेज से जल्दी छुटकारा मिले. ड्राई स्किन में हमेशा खुजली अधिक होती है, लेकिन इसका सबसे बढ़िया इलाज गाढ़ा क्रीम और ओलिव आयल लगाना ही है, जो मोयास्चराईजर को अंदर से सील कर देती है. एंटी बेक्टेरियल साबुन, क्लींजर से दूर रहे, क्योंकि ये स्किन के लिए कठोर होती है. 

एक्ने का बढ़ना 

कोविड के बाद कील-मुहांसे और रोजेसिया बढ़ जाती है, इसके लिए डॉक्टर की सलाह लेकर एंटी-एक्ने मेडिसिन लें और क्रीम लगाते रहे, ताकि आपके कील-मुहांसे और रोजेसिया यानि गुलाबी पैच जो त्वचा पर होती है, वह पूरी तरह से ठीक हो सकें.

त्वचा का डार्क हो जाना 

यह एक कॉमन साइड इफ़ेक्ट है, जो कोविड वायरस के संक्रमण के बाद होती है और धीरे-धीरे अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन इसे जल्दी ठीक करने के लिए मोयस्चराईजर और माइल्ड डीपिगमेंटेशन क्रीम का प्रयोग करना अच्छा होता है. वैसे भी स्किन की डार्कनेस कम होने में महीनो लगते है. अधिक से अधिक रिच एंटी ऑक्सीडेंटस भोजन और स्किन सप्लीमेंट्स भी त्वचा के रंग को ठीक करने में मदद करती है. बहुत अधिक पिगमेंटेशन कोविड के दौरान दी गयी दवाइयों से भी हो सकती है. अगर आपकी पिगमेंटेशन ठीक नहीं हो रही है, तो किसी स्किन स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह लेकर मेडिसिन लेने की कोशिश करें.

इसके आगे डॉ.अमीषा कहती है कि कोविड के निगेटिव होने बाद कुछ न कुछ समस्या हमारे शरीर में आएगी और सबको ये समझना पड़ेगा, ऐसे में अगर कुछ विटामिन्स की जरुरत हो तो उसे भी लेना पड़ेगा. कोविड के दौरान विटामिन सी और जिंक के टेबलेट लोग लेते है. कोविड के बाद भी उसे कुछ समय लेने की सलाह दी जाती है. पोस्ट कोविड में मैंने सबसे अधिक हेयर फॉल देखा है. इसमें बाल गुच्छों में उतरते है. नहाते समय पूरी जाली हेयर से भर जाती है. कई बार लोग समझ भी नहीं पाते है कि कोविड की वजह से बाल झड़ रहे है. कई बार तीन महीने के बाद भी बाल झड़ने लगते है. ये समस्या पोस्ट कोविड के बाद अधिक देखा है. इसके अलावा  अगर किसी को स्किन की कोई बीमारी पहले थी, कोविड के बाद फिर से दिखाई पड़ सकती है. हेयर फाल को कंट्रोल करने में दो से तीन महीने लगते है. अच्छी बात यह है कि झड़ने वाले सारे बाल फिर से अच्छी तरह उग आते है. घबराने की जरुरत नहीं होती. ये बॉडी की एक रिएक्शन है, जो थोड़े दिनों में ठीक हो जाता है. केवल धैर्य की जरुरत होती है.

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 इसके अलावा कोविड के बाद चिल्ब्लैन्स यानि हाथ या पांव की उँगलियों में सूजन और लाली की वजह से खुजली होना, ये अधिकतर ठंडी के मौसम में अधिक ठण्ड से होता है. इसकी कोई दूसरी वजह न दिखने से समझ में आया कि ये पोस्ट कोविड का रिएक्शन है. ये समस्या बहुत कम लोगों में देखा गया है. अब इसका इलाज़ हो रहा है और चिंता की कोई वजह नहीं है. हेयर फॉल की समस्या 30 प्रतिशत लोगों में देखी  गयी. इस समय प्रोटीन रिच डाइट जिसमें कार्बोहाइड्रेट, नट्स, फ्रूट्स और फैट सब लेना जरुरी होता है.

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