अपने पापा को लेकर श्रद्धा कपूर का बयान, जानें क्या कहा

फिल्म ‘आशिकी 2’ से चर्चा में आने वाली एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था, जिसमें साथ दिया उनकी मां शिवांगी कपूर और पिता शक्ति कपूर ने. श्रद्धा ने हर तरह की फिल्में की, जिसमें कुछ सफल तो कुछ असफल रही. वह असफल फिल्म को अधिक याद करना पसंद करती है, क्योंकि इससे उसे अपनी कमी को सुधारने का मौका मिलता है और ग्राउंडेड रहती है. शांत और सौम्य स्वभाव की श्रद्धा को पेड़-पौधे और जानवरों से बहुत लगाव है और उसके कमरे की बालकनी में उसने कई प्रकार के प्लांट्स लगाए है और जब वह घर पर रहती है तो पंक्षियों की चहचहाहट का आनंद लेती है. उसकी फिल्म ‘साहो’ रिलीज पर है, उससे बात करना रोचक था, आइये जाने क्या कहती है वह अपनी जर्नी के बारें में.

सवाल- ये तकनीक की दिशा से बड़ी फिल्म है, कितना प्रेशर महसूस कर रही है?

मैं बहुत प्रेशर में हूं, क्योंकि ये बड़ी बजट की भी फिल्म है. इसमें मैंने थोड़े बहुत एक्शन किये हैं. इसके लिए थोड़ा प्रशिक्षण लिया है और उम्मीद है कि दर्शकों को मेरा काम पसंद आएगा.

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सवाल- एक्शन की प्रशिक्षण कैसे लिया?

एक इंटरनेशनल टीम हैदराबाद में आई थी और उन्होंने बहुत अच्छी तरीके से प्रशिक्षण दिया था. उनके डायरेक्टर के सिखाने का तरीका बहुत ही अच्छा था. इसके अलावा पिछला पूरा साल मेरे लिए मेहनत भरा था, क्योंकि मुझे डेंगू हो गया था, जिससे मैं काफी समय तक कमजोर रही. वैसी हालत में मुझे एक्शन दृश्य करना पड़ा, जो मुश्किल था. अभी भी मेरे गर्दन और कंधे पर दर्द है. मैं अभी भी रिकवरी की स्टेज में हूं.

सवाल- एक्शन करते वक़्त कभी डर लगा?

डर कई बार लगा, क्योंकि मुझे रियल गन से शूट करना था, जो भारी होने के साथ-साथ उसमें से एक आवाज भी निकलती है. एक्शन के पहले दिन पूरी रात मेरे कानों में उसकी आवाज गूंजती रही. मुझे पूरी रात नींद नहीं आई. धीरे-धीरे मैं उससे परिचित हुई हूं.

सवाल- प्रभास के साथ काम करना कैसा था?

वे बहुत ही सरल और उत्साही स्वभाव के है और उनके साथ काम करने में बहुत अच्छा लगा. उन्होंने हर दृश्य को मेरे लिए करना आसान बनाया.

सवाल- अभी आप अधिकतर एक्शन फिल्में कर रही है, एक्शन को लेकर ख़ास लगाव की वजह क्या है?

ऐसा कुछ नहीं है. मुझे ऐसी चरित्र करना है, जिसे मैंने अभी तक किया नहीं है. वही मुझे आकर्षित करती है. मेरे आगे आने वाली सभी फिल्में एक दूसरे से अलग है.

सवाल- आपके काम में पिता का कितना योगदान रहता है?

उन्होंने बहुत सारी फिल्में की है और हमेशा कुछ न कुछ सलाह देते रहते है. कई बार मैं अधिक काम की वजह से व्यस्त होती हूं, तो वे मुझे आराम करने और काम को आराम से करने की सलाह देते है. डेंगू के समय में तो उन्होंने मेरा घर से निकलना भी बंद कर दिया था. वे काम को हमेशा सामंजस्य के साथ करने की सलाह देते है.

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सवाल- क्या फिल्म ‘सायना’ को छोड़ने का रिग्रेट है?

मैं उस फिल्म के साथ काफी समय से जुड़ चुकी थी और बहुत सारा समय भी मैंने उसमें लगाया था, लेकिन रेमो फर्नांन्डीज ने मुझे ‘स्ट्रीट डांसर’ का औफर दिया. उन्हें मैं गुरु मानती हूं, क्योंकि उन्होंने मुझे अच्छा मौका आगे बढ़ने के लिए दिया है. इसके अलावा उस दौरान मुझे डेंगू भी हुआ था, ऐसे में दोनों फिल्मों को मैं एक साथ नहीं कर पाती थी. इसलिए छोड़ना पड़ा, क्योंकि दोनों के डेट्स क्लैश कर रहे थे. रिग्रेट तो नहीं हुई, पर ऐसा जरुर लगा कि काश मैं दोनों को कर पाती, तो बहुत अच्छा होता. मैं खुश हूं कि फिल्म सायना बन रही है और मैं जानती हूं कि परिणीति चोपड़ा उसमें अच्छा काम करेंगी.

सवाल- खाली समय में आप क्या करती है?

मुझे परिवार के साथ घूमने में मजा आता है, क्योंकि थोडा सुकून काम से मिलता है. अभी समय का अभाव है, इसलिए कही कुछ जाने का नहीं बन पा रहा है. मेरे पिता सबसे बड़े कार्टून है और छुट्टियों को हमारे साथ खूब एन्जौय करते है. खूब मौज-मस्ती करते है. इसके अलावा मुझे अपनी बालकनी बहुत पसंद है, जिसमें मैंने कई तरह की पौधे उगाये है, जिसे मैं देखती और एन्जौय करती हूं.

सवाल- रियल लाइफ में आप दोस्त और दोस्ती को कितना पसंद करती है?

मैं अपने दोस्तों के समूह को सबसे अधिक मिस करती हूं. जहां हमें उनकी जरुरत होती है. मेरे स्कूल के दोस्त है, जो अभी तक मेरे साथ है. मैं बहुत अधिक दोस्ती किसी के साथ नहीं करती. मेरे सबसे अधिक आलोचक मेरे पुराने दोस्त ही हैं. किसी काम को सही या गलत, वे आसानी से बता देते हैं. एक मेरे फैशन की भी अच्छी दोस्त है, जो मेरे फैशन की आलोचक हैं.

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सवाल- आप फैशन को लेकर कितनी अधिक जागरूक है?

मैं बहुत सिंपल हूं और आरामदायक ड्रेस पहनना पसंद करती हूं, लेकिन जहां सजने सवरने की जरुरत होती है, मैं वहां तैयार होती हूं.

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