जानिए क्यों प्रेग्नेंसी के दौरान लात मारता है बच्चा

प्रेग्नेंसी के दौरान प्रैग्नेंट महिलाओं को खुद में अनेक प्रकार के बदलाव देखने को मिलते हैं. जैसे-जैसे समय बीतता है यह बदलाव बढ़ता चला जाता है इस बदलाव के साथ प्रैग्नेंट महिलाओं को पेट में पल रही नन्हीं सी जान यानी की बच्चा और उसकी हरकतों में भी बदलाव महसूस होने लगता है. जैसे की बच्चे का पेट में पैर मारना हालांकि यह एहसास मां और परिवार वालों के लिए बहुत ही खास होता है. इसको महसूस करने का मजा तो सभी लेते है, लेकिन इस के पीछे का कारण क्या है इस से सभी अंजान है. प्रैग्नेंट महिलाएं भी समझ नहीं पाती आखिर बच्चा पैर क्यों मारता है. अगर आप भी इस के बारे में नहीं जानते तो आप नीचे दिए गए पौइंट्स को जरूर पढे. इसमें हम आपको बताएंगे ऐसे 6 कारण जिस वजह से प्रेंग्नेसी के दौरान बच्चें पैर मारते हैं.

प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे के पैर मारने से जुड़े 6 कारण

1. बच्चा है हेल्दी

अगर महिला की प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चा पेट में लात मारता है या ऐसी कुछ हरकत करता है, तो इसका मतलब है कि बच्चा अंदर बिल्कुल स्वस्थ है. यह एक प्रकार से बच्चे का स्वस्थ होने का संकेत है.

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2. सही पोषण भरपूर एनर्जी

प्रैग्नेंट महिला जब कुछ खाती है तब बच्चा अधिक लात मारता है. दरअसल, मां के खाना खाने के बाद शिशु को उस भोजन से एनर्जी और पोषक तत्व मिलते है, जिससे बच्चा पेट में हलचल या लात मरने लगता है.

3. जब प्रैग्नेंट महिला लेटती है बाईं तरफ

बाईं तरह लेटने या सोने से शिशु के तरफ रक्त की आपूर्ति में वृद्धि हो जाती है. जब प्रैग्नेंट महिलाएं बाईं तरफ सोती है तब बच्चा पेट में हलचल या लात मरने लगता है.

4. जब बच्चा बाहरी परिवर्तन महसूस करने लगें

गर्भ में पल रहा बच्चा जब बाहरी परिवर्तन को महसूस करने लगता है तब वह भी अपनी प्रतिक्रिया देने की कोशिश करता है. ऐसे में बच्चा पेट में लात मारना शुरू कर देता है.

5. औक्सीजन में जब न हो रुकावट

सही रूप से औक्सीजन मिलने पर बच्चा अंदर स्वस्थ और एक्टिव रहता है. अगर गर्भ में पल रहा बच्चा लात नहीं मारता इसका मतलब है उसे औक्सीजन लेने में  दिक्कत है या फिर उसे पर्याप्त रूप से औक्सीजन नहीं मिल रहा है.

6. नौवें हफ्ते के बाद शुरू होती है शिशु का लात मारने का प्रतिक्रिया

प्रैग्नेंट महिला के पेट में पल रहा बच्चा 9 सप्ताह बाद पेट में लात मारना शुरू करता है. अगर महिला दूसरी बार प्रैग्नेंट होती है तो शिशु 13 सप्ताह बाद यह प्रक्रिया शुरू करता है.

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Edited by Rosy

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