दीपिका से शादी के बाद मेरा टाइम और अच्छा चल रहा है-रणवीर सिंह

फिल्म ‘बैंड बाजा बरात’ में मुख्य भूमिका निभा कर चर्चित हुए अभिनेता रणवीर सिंह ने बहुत कम समय में यह साबित कर दिया कि वे किसी भी किरदार को निभाने में सक्षम हैं. उन्होंने रोमांटिक, एक्शन, कौमेडी, ऐतिहासिक आदि हर तरह की फिल्मों में काम किया है. रणवीर ने जितनी भी फिल्में कीं, लगभग सभी सफल रहीं, लेकिन कई बार उन की अधिक एनर्जी से उन की मुश्किलें भी बढ़ी हैं.

एक फैशन शो में शो स्टापर बने रणवीर ने मंच पर रैप करते हुए छलांग लगा दी, जिस से पास बैठे कई दर्शकों को चोट लगी. बाद में उन्होंने अपनी मैच्योरिटी लैवल को कम कह कर आगे से ध्यान रखने की बात कही. पेश हैं, उन से हुए कुछ सवाल-जवाब:

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अब आप का समय कैसा चल रहा है?

शादी के बाद से समय और अधिक अच्छा चल रहा है. जो मेहनत की थी, वह रंग ला रही है. 2018 मेरे लिए बहुत अच्छा साल रहा है. मेरे जीवन की दार्शनिकता यह है कि कर्म करो, फल की इच्छा मत रखो. मेरे लिए सब से अच्छी बात यह है कि मेरे पास काम है और मैं रोज सुबह एक अभिनेता के तौर पर काम पर जाता हूं. मुझे अच्छे और मंझे हुए कलाकारों के साथ कलाकारी दिखाने का मौका मिल रहा है. फिल्म हिट हो या फ्लौप, मुझे अधिक फर्क नहीं पड़ता. मैं इस की प्रक्रिया को अधिक ऐंजौय करता हूं.

आप अपने स्टारडम को कैसे लेते हैं?

यह सही है कि मैं स्टार बन चुका हूं, पर मैं ने इस के बारे में अधिक सोचा नहीं था. मुझे शोहरत का अधिक लालच नहीं है. मुझे तो हमेशा लगता है कि मेरी जर्नी अभी शुरू हुई है. अभी बहुत काम करना बाकी है.

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खुद को किस बात में धनी मानते हैं?

मैं ने कभी खुद को धनी नहीं माना, पर मेरे जीवन में मेरा परिवार, पत्नी और फैंस का बहुत सारा प्यारा है. इस में मैं धनी हूं. अभिनेता बनना इत्तफाक है या बचपन से इच्छा थी? मैं बचपन में बहुत कुछ बनना चाहता था. कभी रैपर, कभी क्रिकेटर बनने की बात सोची थी पर अभिनेता बनूंगा, यह नहीं सोचा था, जबकि अभिनय मुझे बहुत पसंद था. अभी अभिनेता बनने के बाद सारी इच्छाएं पूरी हो रही हैं. मसलन अगर मैं ने रैपर की भूमिका निभाई, तो उसे लाइव किया. क्रिकेट अभिनय के लिए उस की प्रैक्टिस कई घंटे कर रहा हूं. मैं अपने किरदार को पूरी तरह से जी लेता हूं.

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फिल्मों से प्रभावित हो कर कई बच्चे अपना शहर छोड़ कर मुंबई अभिनय के लिए आ जाते हैं और बाद में वे कुछ नहीं बन पाते. आप के हिसाब से रिएलिटी क्या है?

बहुत मुश्किल है इंडस्ट्री में खुद को स्टैब्लिश करना. मुंबई एक ऐसी महानगरी है, जहां बाहर से लोग सपने ले कर आते हैं और कुछ करना चाहते हैं. बहुत संघर्ष होता है. मैं मुंबई में ही पला-बढ़ा हूं, फिर भी मुझे 3-4 साल संघर्ष करना पड़ा. जब कोई ब्रेक नजर नहीं आ रहा था, तो वह दौर मुश्किल था. अमेरिका से पढ़ कर आने पर भी कोई नौकरी नहीं थी. वित्तीय रूप से भी मैं बहुत स्ट्रौंग नहीं था, क्योंकि मंदी का दौर था. उस समय फिल्में भी कम बन रही थीं. नए चेहरे के साथ तो कोई भी फिल्म बनाना ही नहीं चाह रहा था. कभी-कभी मैं बहुत उदास भी रहता था, लेकिन मैं ने धीरज धरा और अंत में काम मिला.

आप कई बार फैंस के बीच जाते हैं और फिर कई बार समस्या आती है. क्या आगे से इस बारे में सावधानी बरतेंगे?

अवश्य, मैं ने हमेशा अपने फैंस को खुशी देनी चाही. इस में मुझे संभलने की भी जरूरत है. मेरी परिपक्वता ही इसे ठीक कर देगी, पर मैं हर फैन से हाथ मिलाना, गले मिलना, सैल्फी लेना चाहता हूं. मैं हमेशा दर्शकों तक अपना प्यार पहुंचाने की कोशिश करता रहता हूं.

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