हार का जश्न मनाना भी है जरूरी, जानें क्यों

बचपन से ले कर बुढ़ापे तक हर इंसान को जिंदगी में कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है. वजह कुछ भी हो सकता है. कभी अच्छे स्कूल-कौलेज में दाखिला न मिलना, कभी परीक्षा में मनमाफिक नंबर न मिलना, कभी नौकरी में असफलता या फिर प्यार में दिल का टूटना. ये तरहतरह के रिजेक्शन है जो उम्र के विभिन्न पड़ावों पर इंसान को सहने पड़ सकते हैं.

जरा इन घटनाओं पर गौर करें;

प्रेमी के व्हाट्सअप स्टेटस पर अपनी फ्रैंड का फोटो देख कर छात्रा ने की आत्महत्या

नोएडा, 28 जनवरी 2019

डीयू में लौ की पढ़ाई करने वाली छात्रा ने सेक्टर 27 स्थित अपने पीजी में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.

मूलरुप से उत्तराखंड हरिद्वार निवासी 22 वर्षीय युवती दिल्ली यूनिवर्सिटी से लौ की पढ़ाई कर रही थी. वह फिलहाल एक पीजी में रहती थी. करीब 2 साल पहले उस की दोस्ती फेसबुक के माध्यम से गलगोटिया यूनिवर्सिटी के एक छात्र से हुई थी जिस से वह प्यार करने लगी. 2 दिन पहले प्रेमी की एक महिला सहपाठी का जन्मदिन था जिस के साथ खिंचवाई गई फोटो उस ने व्हाट्सअप स्टेटस पर लगा दी. इसे देखने के बाद लड़की आगबबूला हो गई. उस ने प्रेमी पर धोखा देने का आरोप लगाया. मामला बढ़ने के बाद प्रेमी ने उस से बात करना बंद कर दिया. इसी बात से आहत छात्रा ने कमरे में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली.

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प्यार में धोखा मिला तो युवती ने कर ली आत्महत्या

13 नवंबर, 2018

प्रेमी से धोखा मिलने पर सेक्टर-19 में रहने वाली एक युवती ने फांसी से लटक कर आत्महत्या कर ली. शव के पास से मिले स्यूसाइड नोट से मामले का खुलासा हुआ.

मूलरूप से पटना की रहने वाली पीड़ित युवती सेक्टर-19 के बी-ब्लॉक में रहती थी. वह पास के एक इंस्टिट्यूट में पढ़ाई करने के साथ ही एक कॉल सेंटर में जॉब भी कर रही थी. युवती पटना के ही एक युवक से प्रेम करती थी. उस से धोखा मिलने पर युवती ने खुद को ही ख़त्म कर दिया.

बीएड छात्र ने नौकरी न मिलने की वजह से आत्महत्या की.

7 अक्टूबर, 2019

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में किराए पर रह एक बीएड छात्र नागेंद्र सिंह (25) ने नौकरी न मिलने की वजह से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उस का शव कमरे की छत में लगे हुक से रस्सी के फंदे में लटका हुआ बरामद किया गया. कमरे की तलाशी लेने पर एक सुसाइड नोट बरामद हुआ जिस में मृतक ने नौकरी पाने में विफलता को आत्महत्या का कारण बताया.

प्यार में नाकामी से आहत प्रेमी ने प्रेमिका को दिखाया अपनी खुदकुशी का सीधा प्रसारण

जून 20, 2017

ठाणे के उल्हास नगर में एक 26 वर्षीय (हनी ) प्रेमी ने अपनी पूर्व प्रेमिका के साथ तकरार के बाद फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. उस ने प्रेमिका को वीडियो कॉल कर के अपने अंतिम क्षणों का सीधा प्रसारण भी दिखाया.

यह लड़का अपने कॉलेज की एक लड़की से प्यार करता था और पिछले 6 साल से उन का रिश्ता चल रहा था. हाल ही में दोनों के बीच चीजें बिगड़ने लगीं और उन्होंने अलग होने का फैसला किया . इस के बाद दोनों ने अलगअलग सगाई कर ली. 21 मई को दोनों प्रेमीप्रेमिका एक बार फिर मिले और दोनों में फिर से झगड़ा हुआ. इस के बाद पीड़ित ने घर पहुंच कर आत्महत्या कर ली. उस ने खुदकुशी से पहले अपनी प्रेमिका को वीडियो कॉल की और उसे बताया कि वह अपनी जिंदगी खत्म करने जा रहा है. इस के बाद उस ने अपनी मौत का सीधा प्रसारण उस लड़की को दिखाया.

एकतरफा प्रेम में पागल युवक का युवती पर हमला, फिर की खुदकुशी

जुलाई 04, 2019

पानीपत में एक युवक ने एकतरफा प्रेम में नाकाम रहने पर एक युवती को चाकू मार कर घायल कर दिया. बाद में आत्महत्या कर ली. युवक (राहुल) व युवती के बीच प्रेम संबंध थे और युवती ने अपने परिजनों की सलाह पर राहुल से अपने संबंध खत्म कर लिए थे. इस से नाराज हो कर राहुल ने युवती के साथ मारपीट की थी. 25 मई को युवती ने राहुल की शिकायत थाना महिला पुलिस से की थी. बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया था लेकिन राहुल अंदर ही अंदर रंजिश पाले हुए था.

4 जुलाई की सुबह युवती अपनी दो सहेलियों के साथ पार्क में घूमने गई हुई थी. राहुल भी वहां आ गया और उस ने सर्जिकल ब्लेड से युवती की गर्दन पर हमला किया. युवती सडक पर गिर गई. पार्क में आए लोगों ने जब लड़के को पकड़ने का प्रयास किया तो उस ने ब्लेड से अपनी गर्दन पर प्रहार कर आत्महत्या कर ली.

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जेईई मेन की परीक्षा में फेल होने पर छात्र ने आत्महत्या की

अप्रैल 30, 2019 ,नई दिल्ली

जेईई मेन 2019 की परीक्षा में असफलता पाने के बाद तेलंगाना के एक 17 वर्षीय लड़के ने आत्महत्या कर ली है. उस ने खुद को गोली मार ली. इस परीक्षा में करीब 12 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे.

रिपोर्ट के मुताबिक मृतक लड़के का नाम सोहेल था. वह जेईई मेन की परीक्षा के साथ ही तेलंगाना स्टेट इंटरमीडिएट की परीक्षा में भी फेल हो गया था. सोहेल ने अपने पिता की पिस्तौल का इस्तेमाल किया और खुद को अपने घर पर गोली मारी. सोहेल के पिता सेना के सेनानिवृत्त जवान हैं. सोहेल ने इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए आकाश कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी लेकिन परीक्षा में सफल नहीं हो पाया. इस के बाद उस के पिता ने असफलता के लिए उसे डांटा भी था. हताशा और डांट के कारण सोहेल ने खुद को गोली मार ली.

गौरतलब है कि तेलंगाना में पिछले एक सप्ताह में कई छात्रों के आत्महत्या के मामले दर्ज किए जा चुके हैं. जिस में तेलंगाना इंटरमीडिएट परीक्षा में असफल होने के बाद 19 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी.

कई दफा रिजेक्शन की वजह से व्यक्ति इतने अधिक मानसिक तनाव और अवसाद की स्थिति में पहुंच जाता है कि वह खुदकुशी तक का रास्ता चुन लेता है.

सच तो यह है कि हम सब कही न कही किसी न किसी मोड़ पर रिजेक्शन का शिकार हुए है या हो भी रहे हैं. आज जिन्हे हम ऊंचे मुकाम पर देखते हैं उन्होंने भी किसी समय में रिजेक्शन का सामना किया है. कौन ऐसा सफल व्यक्ति है जिस ने कभी भी असफलता और तिरस्कार नहीं झेला? मशहूर अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को ही लीजिये. अभिनय जगत में आने के लिए उन्हें बहुत परिश्रम करना पड़ा था. अच्छी सूरत न होने की बात पर उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. सदी के महान नायक, अमिताभ बच्चन की आवाज रेडियो के लिए उपयुक्त नहीं पाई गई थी. उन्हें रेडियो स्टेशन में रिजेक्ट कर दिया गया था. ऐसे ही प्रतिभावान गायक कैलाश खेर की आवाज शुरुआत के दिनों में फिल्मों में गाने के लायक नहीं समझी गई थी. मोहमद रफ़ी को भी स्टेशन पर रातें गुज़ारनी पड़ी थीं. अब्राहम लिंकन से ले कर डौ. अम्बेडकर, लोहिया जी तक ने रिजेक्शन का सामना किया है और संघर्ष जारी रखा.

जोहान्स हौसोफोर, प्रिंसटोन यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान और पब्लिक अफेयर्स के प्रोफेसर हैं. उन्होंने अपनी कुछ असफलताओं का जिक्र अपनी उपलब्धियों के साथ किया. उन का ‘सी वी ऑफ़ फेलियर’ काफी चर्चा में आया. उन्होंने अपने सीवी में एक क्रम से असफलताओं और रिजेक्शन को दर्ज़ किया ताकि लोग समझ सकें कि उन को भी आसानी से कोई सफलता नहीं मिली है.

जिया जियांग एक मोटिवेशनल स्पीकर है और रिजेक्शन थेरेपी वेबसाइट के मालिक भी है. उन्होंने अपने रिजेक्शन में बिताये गए 100 दिन और दुसरे अनुभवों के आधार पर एक किताब लिखी. किताब का नाम है ‘ हाउ टू बीट फियर एंड बिकम इन्विंसिबल’ .

जियांग कहते हैं कि हर इंसान को किसी महत्वपूर्ण चीज के लिए रिजेक्शन का अभ्यास करना चाहिए. यह ऐसा तरीका है जो रिजेक्शन से खुद को संभालने में सक्षम बनाता है और नहीं को हां में बदलने में मदद करता है. उन के मुताबिक जब रिजेक्शन बहुत गंभीर होता है तो यह आप को सफलता के लिए प्रेरित करता है. अगर आप सफल होना चाहते हैं और दुनिया पर अपना प्रभाव डालना चाहते हैं तो आप को रिजेक्शन का सामना करना होगा. अगर आप रिजेक्शन के डर से भागते हैं तो आप जीवन में कभी सफल नहीं हो पाएंगे.

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