मुझे एक लड़की ने रिजेक्ट कर दिया, मैं क्या करुं?

सवाल

मैं 17 साल का लड़का हूं और एक लड़की से प्यार करता हूं. मैं ने उसे आई लव यू कहा तो उस ने ना कर दी, लेकिन वह अब भी मेरे साथ बातचीत करती है. मैं उसे एक बार फिर से आई लव यू कहना चाहता हूं, तो बताइए उसे किस प्रकार आई लव यू बोलूं?

जवाब

पहले तो यह समझ लीजिए कि प्यार किया नहीं जाता हो जाता है, जो आप को उस से हो गया है लेकिन उसे आप से नहीं. आप के पत्र से लगता है कि वह आप की फ्रैंडशिप में तो है, लेकिन आप से प्यार नहीं करती. इस तरह आप का प्यार एकतरफा है. ऐसे में आई लव यू कहने से बात बनने वाली नहीं. उस के दिल में उतरना होगा आप को. उस की पसंदीदा हर बात कीजिए, फिर शायद उधर से ही आई लव यू कह दिया जाए, लेकिन जल्दबाजी न कीजिए. उस की भावनाओं का सम्मान करते हुए उचित मौका देख कर प्यार से एक बार फिर इश्क का इजहार कर दीजिए. यदि वह आंखें नीची कर मुसकरा दे तो प्यार का इकरार समझ लीजिए. हां, जोरजबरदस्ती कभी न कीजिएगा वरना दोस्ती से भी हाथ धो बैठेंगे.

किशोरावस्था में स्कूल व ट्यूशन में कब कोईर् किशोरी अच्छी लगने लगती है, इस का पता ही नहीं चलता लेकिन उसे देख कर हमें कुछकुछ होने लगता है. हम उस से बात करने का बहाना ढूंढ़ते हैं, फ्रैंडशिप की कोशिश करते हैं. यहां तक कि फेसबुक पर सर्च कर उसे फैंरड रिक्वैस्ट तक भेज देते हैं.

कभीकभी हम जल्दबाजी में कई ऐसी गलतियां कर देते हैं जिन से सब के बीच हम मजाक के पात्र बन जाते हैं. कई बार तो किशोरी हमें ठीक से जानती भी नहीं है, लेकिन हम अपने दिल की बात उसे बता देते हैं और वह इसे डिफ्यूज कर देती है, इस से सबकुछ गड़बड़ हो जाता है.

अगर आप को कोई किशोरी अच्छी लगने लगी है तो उसे तुरंत प्रपोज करने के बजाय पहले उस से दोस्ती करें. यदि दोस्ती के बाद भी आप को समझ नहीं आ रहा कि कैसे शुरुआत करें तो कुछ बातों का ध्यान रखें:

अच्छा व्यवहार करें

आप अपने क्रश से अच्छा व्यवहार करें. ऐसा न हो कि उस के आते ही आप की बौडी लैंग्वेज और आवाज बदल जाए. आप के लहजे से ऐसा लगे कि आप किसी राजकुमारी से बात कर रहे हैं. आप उस के साथ भी वैसे ही बरताव करें जैसा आप अपने बाकी दोस्तों के साथ करते हैं.

साफसुथरे नजर आएं

यदि आप किसी लड़की को पसंद कर रहे हैं तो आप का साफ और अच्छा दिखना बहुत जरूरी है, क्योंकि हमारा ध्यान किसी भी आकर्षक पर्सनैलिटी पर जाने से पहले कई चीजों पर जाता है जैसे मुंह की बदबू, पसीने की बदबू, इसलिए अच्छी हाइजिन हैबिट बनाएं ताकि किशोरी आप से बात करने में हिचकिचाए नहीं बल्कि खुद भी दोस्ती की पहल करे.

पौजिटिव नजरिया रखें

हमेशा लोग उन के साथ रहना पसंद करते हैं जो खुश रहते हैं और पौजिटिव नजरिया रखते हैं, इसलिए आप भी अच्छा बनने की कोशिश करें. दूसरों की बुराई करने के बजाय उन की अच्छाइयों को देखें.

नर्वस न हों

अकसर हम जब किसी को पसंद करते हैं तो उस के सामने आते ही हमारी धड़कन तेज हो जाती है और हम नर्वस हो जाते हैं. समझ नहीं पाते कि क्या करें. इसी वजह से छोटीछोटी गलतियां कर बैठते हैं, इसलिए यदि आप चाहते हैं कि कोई गलती न हो तो बजाय नर्वस होने के कौन्फिडैंट हो कर दिल जीतने की कोशिश करें.

प्रपोज करने के बजाय दोस्ती करें

जब आप को कोई किशोरी अच्छी लगने लगे तो उसे एकदो मुलाकातों के बाद ही प्रपोज न करें बल्कि दोस्ती करें. उसे जानने की कोशिश करें तथा उस की पसंदनापसंद को जानें. एकदम से प्रपोजल मिलने से लड़कियां थोड़ी घबरा जाती हैं और दोस्ती करने से मना कर देती हैं.

दिल की बात जानने की कोशिश करें

आप के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप सामने वाले के दिल की बात जानें. ऐसा भी हो सकता है कि आप जिसे लाइक कर रहे हैं वह किसी और को लाइक करती हो और आगे जा कर आप को तकलीफ हो इसलिए बातोंबातों में पहले ही दिल की बात जानने की कोशिश करें.

सरप्राइज दें

आप अपनी बौंडिग बढ़ाने के लिए सरप्राइज प्लान करें. उस के पसंदीदा काम करें जिसे देख वह खुश हो जाए, पर ध्यान रहे ऐसा सरप्राइज न प्लान करें कि वह सरप्राइज के बजाय शौक्ड हो जाए.

प्रोत्साहित करें

हर किसी को प्रोत्साहन अच्छा लगता है. ऐसा लगता है कि कोई है जिसे हमारा काम पसंद आता है. अगर वह किसी काम को नहीं कर पा रही है तो उस में विश्वास पैदा करें कि वह कर सकती है. यदि उसे किसी चीज से फोबिया है तो उस का फोबिया दूर करने की कोशिश करें. यकीन मानिए आप का केयरिंग नेचर देख कर किशोरी जरूर इंप्रैस होगी.

हौबी में दिखाएं रुचि

हर किसी की हौबी अलग होती है, लेकिन फिर भी आप किशोरी की हौबी में रुचि दिखाएं, इस से आप दोनों को बातचीत करने और एकदूसरे को जाननेसमझने का मौका तो मिलेगा ही, साथ ही आप कुछ नया भी सीख पाएंगे. लेकिन ऐसी बातें न करें जिन में आप को मजा न आता हो.

पढ़ाई को बनाएं प्यार का टूल

जब आप को क्लास की कोई लड़की अच्छी लगने लगती है तो आप अपने प्यार का एहसास कराने के लिए पढ़ाई को टूल बनाएं. पढ़ाई के बहाने उस के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं. एकदूसरे से नोट्स शेयर करें. इस से आप की पढ़ाई भी हो जाएगी और आप एकदूसरे के करीब भी आ जाएंगे.

तारीफ से मिटाएं दूरियां

अपनी तारीफ सुनना भला किसे अच्छा नहीं लगता. आप भी तारीफ से दिल में जगह बना सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे जब तारीफ करें तो ऐसा नहीं लगना चाहिए कि आप चापलूसी कर रहे हैं.

खास अवसरों को रखें याद

किशोरियों को बहुत अच्छा लगता है जब कोई उन्हें उन के स्पैशल डे पर सरप्राइज देता है, इसलिए अपने क्रश के खास दिन को याद रखें. आप चाहें तो फोन में रिमाइंडर लगा सकते हैं या डायरी में नोट कर के रख सकते हैं ताकि आप भूलें नहीं.

क्या न करें

चिपकू बनने की गलती न करें

जब कोई लड़की हमें अच्छी लगने लगती है तो हम उस के आसपास मंडराने का बहाना ढूंढ़ते हैं. वह जहां जाती है उस के पीछेपीछे चले जाते हैं. उस का बात करने का मन हो चाहे न हो, लेकिन फिर भी किसी न किसी बहाने उस से बात करते हैं. अगर आप ऐसा करते हैं तो अब मत करिए, क्योंकि ऐसा कर के आप खुद को चिपकू साबित करते हैं. अत: ऐसा माहौल बनाएं कि वह खुद आप के पास आने की कोशिश करे.

क्लास में न पीटें ढिंढोरा

अगर आप को क्लास की कोई लड़की अच्छी लगती है तो सब को इस बारे में न बताएं, क्योंकि जब किशोरी को क्लास के किसी स्टूडैंट से पता चलेगा तो वह सब के सामने आप को भलाबुरा कह देगी, इसलिए अपने दिल की बात अपने तक ही सीमित रखें. यदि आप किसी को बताना भी चाहते हैं तो अपने किसी ऐसे दोस्त को बताएं जिस पर आप को भरोसा हो कि वह यह बात किसी से नहीं कहेगा.

पढ़ाई के समय न करें चैटिंग से डिस्टर्ब

आप को कोई लड़की अच्छी लगती है तो इस का यह मतलब नहीं कि आप हर समय मैसेज करते रहें, खासकर पढ़ाई के समय. ऐसा कर के आप न केवल सामने वाले को डिस्टर्ब करते हैं बल्कि इस से आप की पढ़ाई पर भी असर पड़ता है इसलिए हर वक्त मैसेज करने के बजाय एक समय तय करें.

महंगे गिफ्ट्स में न करें पैसे बरबाद

किशोर सोचते हैं कि गिफ्ट दे कर ही दिल जीता जा सकता है और इस के लिए वे अपने दोस्तों से पैसे उधार लेते हैं. आप ऐसा कुछ न करें, अगर गिफ्ट देना ही चाहते हैं तो हैंडमेड चीजें दें, ताकि सामने वाले को आप की मेहनत व प्यार दिखे.

रिजैक्शन खुद पर हावी न करें

अगर किसी लड़की ने आप के प्रपोजल को ठुकरा दिया है तो इस रिजैक्शन को खुद पर हावी न होने दें, न ही उलटीसीधी हरकतें करें. कईर् बार ऐसा होता है कि किशोर रिजैक्शन से डिप्रैशन में चले जाते हैं, दोस्तों से मिलना छोड़ देते हैं, ऐसा न करें बल्कि अपने दिल का दरवाजा खोल कर रखें, क्या पता कब कौन दस्तक दे दे.

कुछ जरूरी बातें

– करीब आने के लिए कभी भी बौडी टचिंग का सहारा न लें.

– ईमानदार बनें. इंप्रैस करने के लिए झूठ का सहारा न लें.

– अपने बारे में वास्तविक बातें बताएं. ऐसा न सोचें कि आप अगर अपनी या पेरैंट्स की सचाई बता देंगे तो वह आप से दोस्ती नहीं करेगी.

रिजेक्शन से डरे नहीं इस तरह से करें सामना

हमें सब से ज़्यादा दर्द तब होता है जब हमारा कोई अपना हमें रिजेक्ट करता है. हम कितनी उम्मीदें लगाए बैठे होते हैं कि यह कभी भी हमारी उम्मीद नहीं तोड़ेगा. लेकिन होता क्या है ? हमारी उम्मीद टूटती है और हम पूरी तरह से बिखर जाते हैं . लेकिन ध्यान रहे उम्मीद की किरणों का कभी पीछा नहीं छोडना चाहिए. आप के पास हमेशा 2 औप्शन होते हैं. पहला, जब कोई हमें नाउम्मीद करता है तो हम उस की 10 कमियां निकाल देते हैं या फिर उस की फ़्रस्टेशन किसी दूसरे पर निकाल कर अपना पूरा दिन खराब कर लेते हैं. दूसरा औप्शन यह है कि हम यह सोचें कि जो हुआ सो हुआ और अपने काम में आगे बढ़ जाये. इस सन्दर्भ में क्वीन ब्रिगेड की फाउंडर हिना एस खेरा के मुताबिक अपने मन को कुछ यों समझाएं;

1. खुद से सवाल करें

सब से पहले खुद से पूछें कि आप यह चीज क्यों पाना चाहते थे. नौकरी, रिश्ता, प्यार, अच्छे नंबर आदि. कहीं न कहीं आप को अपने अंदर से जवाब यही मिलेगा कि इस से समाज में आप की स्थिति बेहतर होती. आप खुद को साबित कर पाते. जवाब मिलने के बाद सोचिये कि क्या बेहतर साबित न हो पाने की वजह से आप खुद को खत्म कर लेंगे? यह तो महज बेवकूफी ही होगी न. तो बस तनाव लेना बंद करें और सफलता के लिए ज्यादा बेहतर तैयारी में जुट जाएं.

2. खुद को तकलीफ न पहुंचाएं

जीवन में हमेशा उतारचढाव आते रहते हैं. जीवन में हमें किसी मोड़ पर रिजैक्ट किया जाता है तो इस का हमारे जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए. हमे यह समझना चाहिए की वह चीज हमारे लिए थी ही नहीं. अपनेआप को नकारात्मक सोच और हीनभावना से ग्रस्त न होने दें. इस से आप उदासी और अवसाद की स्थिति में जा सकते हैं.

3. नए दृष्टिकोण से स्थिति को देखने का प्रयास करें

आप यह देखने का प्रयास करें कि आप जो चाह रहे थे उस के द्वारा रिजैक्ट कर दिया जाना आप के लिए एक अच्छी बात भी हो सकती है. शायद आप को यह नौकरी नहीं मिली या आप का रिश्ता टूट गया क्यों कि आप वास्तव में कुछ अलग और बेहतर चीज के काबिल हैं.

4. नियंत्रण में रहें

आमतौर पर जब हम जो चाहते हैं उसे प्राप्त नहीं कर पाते तो हम उस चीज़ को पाने के लिए कोई और गलत रास्ता अपनाने की कोशिश करते हैं. हम नई योजनायें बनाने में लग जाते हैं या फिर साजिश करने की कोशिश करते हैं. हमारा दिमाग बस यह सोचता है कि कैसे भी कर के उसे हासिल कर लिया जाये. यह गलत है. खुद पर काबू रखें.

5. सच को स्वीकारना

सब से पहले जब हमारा सिलैक्शन और रिजेक्शन का टाइम आता है और उस मे हमें अगर यस और नो में से नो सुनना पड़े तो इसे पर्सनली न लें. इस से प्रॉब्लम बढ़ती है. खुद से पूछे कि इस रिजेक्शन के पीछे वजह क्या हो सकती है. क्या रिजैक्ट होना हमारे लिए सही हो सकता है? ऐसे सवालों के जवाब खुद से पूछें और फिर देखें आप किस तरह सच को अपनाते हैं .

6. आप का खुद का सवाल होगा खुद का जवाब

जब आप खुद से सवाल करोगे तो आप को अपनी अच्छाईयों और बुराईयों का पता चल जाएगा . बस थोड़ा सी हिम्मत के साथ खुद को तराशना होगा और समझना होगा. प्रयास कर के पत्थर से हीरा बनना होगा. कुछ सवाल ऐसे हैं जिस के जवाब सिर्फ आप के पास ही होते है. बातचीत बंद कर दी

4. खुद से प्यार करना सीखें

ज़िन्दगीं में किसी भी मुकाम को पाने के लिए सब से ज़्यादा ज़रूरी है कि पहले खुद से प्यार किया जाये. खुद को समझा जाये. किसी के ज़रा से कह देने से खुद के लिए नकारात्मक सोच न रखें. अपनेआप को माफ़ करें. अगर आप ईमानदारी से खुद से प्यार करेंगे और कभी भी धैर्य न खोते हुए अपने मंज़िल की तरफ़ कदम बढ़ाएंगे तो दुनिया की कोई भी ताकत, कोई भी अड़चन आप को सफ़ल होने से नहीं रोक सकती.

8. खुद को हारा हुआ न समझे

कभी भी खुद को कम मत समझिये. आप उस से भी बढ़ कर है जितना आप सोचते हैं . ज़िन्दगी की दौड़ में हारनाजीतना तो लगा ही रहता है. खुद को कभी भी हारा हुआ न समझे . रिजेक्ट होने पर अक्सर हम खुद ही अपने जज बन जाते हैं. हम अपनी कमियां गिनने लगते हैं जैसे कि हम मोटे हैं, सावले हैं, कमातें नहीं हैं, हमारी हाइट कम है, हम सुंदर नहीं हैं आदि. जिंदगी में सुकून चाहते हैं तो लोगो की बातों को दिल से लगाना छोड कर खुद के लिए प्यार जताना सीखें.

9. अच्छी सोच का अच्छा नतीजा

यदि आप को लगता है की इस दुनिया में आप को सुनने वाला कोई नहीं है तो यह गलत है. आप को सब से पहले अपना सपोर्ट सिस्टम मज़बूत बनाना होगा. अपने अंदर से रिजेक्शन के क्वेश्चन मार्क को मिटाना होगा . हमारा मेंटर कोई भी हो सकता है जैसे हमारे माँबाप, टीचर, भाईबहन, रिश्तेदार या कोई करीबी दोस्त. वे हमारी बात बिना किसी जजमेंट के सुनते हैं . इसलिए सकारात्मक सोच रखें. सपोर्ट जरूर मिलेगा.

10. लिखना भी अच्छा औप्शन है

यदि आप अपनी बात को किसी के सामने बोलने से झिझकते हो, डरते हो या फिर आप को लगता है कि बात कहने से स्थिति बिगड़ सकती है तो आप लिखने का ऑप्शन अपना सकते हो . अपनी बात को किसी तक पहुंचाने के लिए यह बेस्ट थेरेपी होती है . आप जो भी बोलना चाहते हो, ज़ाहिर करना चाहते हो उसे लिखो और अपनी बात उस तक शेयर करो .

11. अपने इमोशंस पर काबू पाएं

रिजेक्शन महसूस करना आम है. उस से डील सिर्फ मानसिक रूप से मजबूत लोग ही कर सकतें है . हम सब में शक्ति है खुद की भावनाओं को नियंत्रित करने की . रिजेक्शन को पर्सनली न ले, अगर आप को लगता है की इस ने मुझे रिजैक्ट किया शायद मेरे अंदर ही कमी होगी तो यह गलत होगा .आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हो बस एक हिम्मत की देरी है. अपने इमोशंस पर काबू पाओ. बोल कर नहीं तो लिख कर जताओ लेकिन अपनी बात को आगे बढ़ाओ .

12. रिजेक्शन को अपनाएं और खुद से खुद के लिए प्यार जताएं

अंत में बस यही कह सकते हैं की रिजेक्शन को ख़ुशीख़ुशी अपनाइये और अपनी जिंदगी में इस से कुछ सीख कर आगे बढ़ जाओ . किसी के ‘न’ कह देने भर से किसी की जिंदगी नहीं रूकती. ज़िन्दगी चलने का नाम है इसलिए जहाँ से जैसे भी हो खुशियां बटोर लो. अपनेआप से प्यार करो क्यों कि हर दर्द की दवा है प्यार . जिंदगी में प्यार है,ख़ुशी है, तो सबकुछ है . उदासी है तो कुछ नहीं है.

13. प्रेरणा देती है असफलता

सफलता के साथसाथ असफलता भी जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है. हमें जब भी कोई बड़ी निराशा होती है तो हम सोचते हैं कि ऐसा हमारे साथ ही हुआ है. जब कि ऐसी बात नहीं है. आप लोगों के जीवन में झांक कर देखें. जो लोग आप को ज़्यादा खुश दिखते हैं उन से बात कर के पता चलेगा कि उन्होंने कितने पापड़ बेले हैं.

ये रिजेक्शन हमें और भी रचनात्मक, ऊर्जावान और बड़े कैनवास पर काम करने के लिए प्रेरित करता है. जिस ने असफलता को महूसस किया है और जो रिजेक्शन को याद रखता है वह अक्सर दूसरों की इज्जत और मदद करता है. दूसरों को अपना दुःख बताने की बजाए, उन की बातें सुनता है, हौसला देता है कि सब ठीक हो जायेगा. हर चीज में कुछ सकारात्मक ढूंढने से नकारत्मकता से बचा जा सकता है

तो चलिए अपनी कुछ असफलताओं को भी याद करें और दूसरों को अपने रिजेक्शन की कहानी सुना कर प्रेरित करें. लेट्स सेलिब्रेट योर फेल्योर.

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