चैटिंग के जरिए चीटिंग के 12 संकेत

 अगर आप का साथी लगातार फोन पर है, कभी कोने में, कभी दूसरे कमरे में जा कर चैटिंग करने लगता है, भले आप को उस पर कितना ही विश्वास हो, आप को उस की कुछ हरकतें तो खटक ही जाती हैं, आप को अलर्ट हो भी जाना चाहिए अगर इन में से कुछ बातों पर आप का ध्यान जाए.

वह अपने फोन से कौल्स और मैसेज डिलीट तो नहीं करता रहता? उस का फोन नए जैसा तो नहीं, न कोई मैसेज, न कौल की डिटेल्स, ये सब डिलीट करना चीटिंग का पावरफुल साइन है.

1. अकसर चीटिंग करने वाले पुरुष अपने अफेयर्स के नाम या नंबर को अलग तरह से रखते हैं.

2. क्या आप का साथी फोन पर बात करते हुए या चैटिंग करते हुए आप से एक दूरी तो नहीं रख रहा होता, आप उस की पार्टनर हैं, फैमिली या काम, किसी की भी बात आप से छिपाने की उसे जरूरत नहीं होने चाहिए.

3. आप से छिपाने का एक अच्छा रीजन भी हो सकता है, हो सकता है आप का साथी आप के लिए ही कोई सरप्राइज प्लान कर रहा हो, उस पर शक करने से पहले यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि सच में क्या चल रहा है.

4. मौडर्न टैक्नोलौजी के दौर में किसी अफेयर में रुचि रखने वाले इंसान को घर से बाहर जाने की भी जरूरत नहीं, चैटिंग, औनलाइन डेटिंग लिंक्स, सीक्रैट एड्रैसेस ने इमोशनल अफेयर्स में बढ़ावा किया है. यदि आप का साथी बहुत ज्यादा औनलाइन रहता है, थोड़ा अलर्ट हो जाएं.

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5. यदि आप का साथी औफिस से आ कर आप के साथ एक कप चाय पीने का भी टाइम न निकाले और फौरन चैटिंग में बिजी हो जाए, आप को इस पर बात जरूर करनी चाहिए.

6. सरप्राइजिंग सीक्रैसी एक चिंता का विषय हो सकती है, अगर इस से पहले रिश्ता ईमानदार और खुला रहा हो.

7. यदि आप का पार्टनर फोन बजते ही या कोई मैसेज आते ही अलर्ट हो कर दूसरे रूम में जाए, आप के न होने पर ही फोन चैक करे, तो कुछ तो है जो ठीक नहीं है. किसी भी रिश्ते की सफलता के लिए ईमानदारी सब से महत्वपूर्ण है, उस से सच पता करने से पहले सारे पौइंट्स पर गौर कर लें.

8. जब उस का फोन आप के हाथ में है, देखें, वह नर्वस तो नहीं. यह नर्वस होना दिखाता है कि कुछ ठीक नहीं है. किसी के पास अगर कुछ छिपाने के लिए नहीं होगा, तो वह नर्वस नहीं होगा.

9.  यदि आप स्वभाव से जेलस नहीं हैं, पर आप को उस का कोने में जा कर चैटिंग करना खटक रहा है, ता उस से खुल कर बात करें, सब को प्राइवेसी का हक है पर कुछ छिपाना नजर आ रहा हो तो जरूर पूछें.

10. आजकल सभी अपनेआप फोन को अलगअलग तरीकों से पासवर्ड डाल कर प्रोटैक्ट करते हैं, अपने फोन में, औनलाइन नेटवर्क में, ईमेल्स में पासवर्ड रखना नार्मल है, एकदूसरे को पासवर्ड न बताना भी ओके है, पर यदि अगर आप उस के और वह आप के सब कोड्स अब तक जानते थे और अचानक वह सब बदल दे और आप को बताना न चाहे तो यह चीटिंग का साइन हो सकता है.

11. यदि आप का पति अपना फोन हमेशा अपने साथ रखे, यहां तक कि वाशरूम में भी साथ ले कर जाए, जहां इस की बिलकुल भी जरूरत नहीं, अलर्ट हो जाएं.

12. मोबाइल की ऐक्टिविटीज पर ध्यान देना ज्यादा आसान है, ध्यान दें कि जब वह फोन पर है तो क्या उस का स्वभाव बदल जाता है, क्या वह आप के सोने के बाद भी बहुत देर तक मैसेज या चैटिंग में व्यस्त रहता है, याद रखें, हर अफेयर शारीरिक नहीं होता, कभीकभी औनलाइन बातचीत या फोन की ऐक्टिविटीज इमोशनल चीटिंग हो सकती है.

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न्यू यौर्क के क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक जैसन व्हीलर का कहना है, ‘‘दूसरे ऐडिक्शंन की तरह फोन का ज्यादा यूज होते किसी को दोषी न मानें, फोन का ज्यादा प्रयोग आप के रिश्तों की बड़ी प्रौब्लम्स से बचने के लिए भी हो सकता है, इस तरह का व्यवहार और बड़ी प्रौब्लम्स से बचने के लिए भी हो सकता है, पर यह एक बुरी आदत है, इस से बचने के लिए और उपाय किए जा सकते हैं,’’ आप इस बात को अपने पार्टनर से बिना उस की इंसल्ट किए भी बता सकते हैं जैसे ‘‘मुझे बहुत बुरा लगता है, जब तुम्हारा ध्यान मुझ पर नहीं जाता, फोन पर ही रहता है.’’ यह ट्रिक काम करती है. आप उस पर कोई आरोप भी नहीं लगा रहे हैं, अपनी फीलिंग्स शेयर कर रहे हैं, तो प्रौब्लम फोन पर रहने से ज्यादा बड़ी है.

हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां फोन होना हमारे जीवन की एक बहुत बड़ी जरूरत हो गई है, हमारी काम की चीजें, पासवर्ड्स और भी बहुत कुछ इस छोटी सी चीज में समाया है, हम जहां चाहें, यह जानकारी भरा साधन अपने साथ ले जा सकते हैं, अपने पार्टनर को फोन फ्री होने में हैल्प करें.

शिष्टाचार विशेषज्ञ डेन्ना होम्स के अनुसार एक ऐडिक्ट को यह समझने में कुछ टाइम लग सकता है कि लाइफ हर समय वाईफाई के बिना भी जी जा सकती है. व्हीलर की सलाह है कि अपने पार्टनर को रात को फोन पहुंच से बाहर रखने के लिए कहें, टाइम सैट कर लें कि किस टाइम आप दोनों फोन से दूर रहेंगे, कुछ नियम बनाएं, खाना खाते हुए फोन न देखे जाएं, होम्स के अनुसार बैडरूम में फोन होना रिलेशनशिप किलर का काम करता है, हमें तुरंत रिजल्ट्स की आशा भी नहीं रखनी चाहिए. धीरेधीरे अपने पार्टनर की इस आदत को छोड़ने में हैल्प करें, यदि आप के कहने पर हर बार लड़ाई होने लगे तो मामला गंभीर है, सफल रिश्ते के लिए फिजिकल कौंटैक्ट, आई कौंटैक्ट, बातचीत और समझने जरूरी होते हैं, यदि पार्टनर इन सब में से किसी चीज की कोशिश नहीं कर रहा है तो इसे चिंता की बात समझें.

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