अभिनेत्री ऋचा चड्ढा से जानें उनकी प्रेग्नेंसी और जर्नी के बारें में, पढ़े पूरी इंटरव्यू

अभिनेत्री ऋचा चड्ढा इन दिनो वेब सीरीज हीरामंडी में अपने किरदार लज्‍जो की भूमिका को लेकर सुर्खियों में हैं. उनके इस किरदार को दर्शकों ने काफी पसंद किया है और उनके अभिनय की खूब तारीफ भी हो रही है, जिससे ऋचा बहुत खुश है.अभिनेत्री मनीषा कोइराला के साथ अभिनय के अनुभव को शेयर करती हुई ऋचा कहती है कि मनीषा कोइराला अपने जमाने की प्रसिध्द हिरोइन है, उनके साथ काम करना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है, उनका काम बहुत अच्छा है. मैँ उनके हर दृश्य को देखकर चौक जाती थी. सेट पर हर किसी को बहुत ही शांत और फोकस्ड रहना पड़ता था, क्योंकि संजय लीला भंसाली एक स्ट्रिक्ट डायरेक्टर है और मुझे उनके साथ काम करने में बहुत मजा आया.

उनके निजी जीवन की बात करें तो 4 अक्टूबर 2022 को ऋचा चड्ढा ने अभिनेता अली फजल से शादी की है. ऋचा और अली लंबे समय से रिलेशनशिप में थे, लेकिन बाद में दोनों ने शादी की. इसी साल फरवरी में ऋचा ने अपनी प्रेग्नेंसी की अनाउंसमेंट सोशल मीडिया पर किया है. अब एक्ट्रेस काम से दूर होकर सिर्फ अपनी प्रेग्नेंसी के दौर को एन्जॉय कर रही है.

फिल्म ‘ओये लकी, लकी ओय’ से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली स्पष्टभाषी और साहसी ऋचा ने बहुत कम समय में अपनी एक अलग पहचान बनायी है.पंजाब के अमृतसर में जन्मी और दिल्ली में पली बड़ी हुई ऋचा के कैरियर की टर्निंग पॉइंट गैंग्स ऑफ़ वासेपुर रही, जिसमें उन्होंने एक अधेड़ उम्र की महिला की भूमिका निभाई थी. इस फिल्म से उसे बहुत तारीफे मिली और उनकी जर्नी चल पड़ी.

ऋचा को बचपन से ही अभिनय की इच्छा थी और उसने इसकी शुरुआत मॉडलिंग से की. जिसे उसने मुंबई आने के बाद शुरू कर दिया था. बाद में वह अभिनय की ट्रेनिंग लेने के लिए थियेटर की ओर मुड़ी और कई नाटकों में अभिनय किया. उन्होंने अपनी जर्नी और प्रेग्नेंसी के बारें में बात की, पेश है कुछ खास अंश.

सहयोग जरूरी

ऋचा और अली काफी दिनों से एक दूसरे को जानते थे, इसलिए उनको शादी के बाद भी सामंजस्य बिठाना मुश्किल नहीं था. वह कहती है कि हम दोनों पहले अच्छे दोस्त है बाद में पति – पत्नी बने है, एक दूसरे को हम बहुत सहयोग देते है, इससे सामंजस्य बिठाने में कोई समस्या नहीं होती. इसके अलावा हम दोनों साथ -साथ काम कर सकते है, ग्रो कर सकते है और एक दूसरे की मदद भी कर सकते है, ऐसा एक ही फील्ड से होने और दोस्त होने की वजह से ही हो सकता है. इतना ही नहीं अली मेरे लिए ड्रेसेज की शॉपिंग भी करते है और मेरी पसंद को समझते है. अभी तो मैँ प्रेग्नेंट हूँ तो और अधिक मेरा ध्यान रख रहे है, उनकी कोशिश रहती है कि मेरे आसपास शांति रहे. वे हाउस हेल्प से लेकर परिवार सभी के लिए बहुत ही केयरिंग स्वभाव के है. सभी को सम्मान करते है.

अलग कहानी है पसंद

ऋचा और अली के प्रोडक्शन हाउस में भी कई अच्छी और अलग तरीके की फिल्में बनाने के बारें में दोनों ने सोचा है. ऋचा का कहना है कि मैँ एक म्यूजिकल कमर्शियल फिल्मइस साल रिलीज करनेवाली हूँ, जिसमें कई अच्छे – अच्छे गाने है. हम दोनों को अलग तरह की कहानी कहने में अच्छा लगता है.

किये संघर्ष

आउट्साइडर होने के बावजूद ऋचा ने अच्छा काम किया है और वह जानती है कि एक आउट्साइडर को काम मिलना बहुत मुश्किल होता है, अपने प्रोडक्शन हाउस में नए और आउट्साइडर को काम देने को लेकर सवाल पूछने परऋचा कहती है किस्टोरी की डिमांड के आधार पर मैँ फिल्में बनाना चाहती हूँ. निर्माता के रूप में मेरी पहली फिल्म में मैंने ऑडिशन के द्वारा ही आर्टिस्ट लिए है. कमर्शियल फिल्मों में आने के लिए मुझे खुद को बहुत ग्रूमिंग करनी पड़ी थी, क्योंकि मैं एक साधारण लड़की थी और थिएटर बैकग्राउंड से आई थी. मैं फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ को सबकुछ मानती हूँ जो मुझे यहाँ तक ले आयी. ओये लकी लकी ओय के बाद मैंने कुछ दिनों के लिए फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था और थिएटर करने चली गयी थी,लेकिन कभी वित्तीय रूप से उसपर ध्यान नहीं दिया था कि पैसे के लिए फिल्मों में सफल होना जरुरी है. मैंने उस समय कई विज्ञापनों में भी काम किया. ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ के बाद मैंने पूरी तरह से फिल्मों को अपनाया है.

दिए कई ऑडिशन्स

ऋचा आगे कहती है कि मैँ भी शुरू में ऑडिशन के द्वारा ही इंडस्ट्री में आई थी, मुझे इसकी वैल्यू पता है और लोग कैसे धीरे – धीरे ग्रो करते है, वह भी काफी निर्देशकों के साथ काम कर सीख चुकी हूँ. प्रतिभा तो मैँ हमेशा ही ढूँढूँगी, लेकिन अगर कोई प्रोजेक्ट बड़ा है और किसी बड़े आर्टिस्ट की जरूरत है, तो उन्हें भी मैँ अप्रोच अवश्य करूंगी. जैसा कि निर्देशक संजय लीला भंसाली ने हीरामंडी में अभिनेत्री मनीषा कोइराला को लिया, क्योंकि वह काफी दिनों तक काम न करने पर भी उस चरित्र में फिट थी और उन्होंने अच्छा काम किया. ऐसा सभी निर्माता, निर्देशक को करना पड़ता है.

जल्दी लौटना है काम पर

डिलीवरी के बाद आज की एक्ट्रेस आधिकतर जल्दी काम पर लौट आ रही है, आपकी इच्छा क्या है? मेरे लिए अभी ये बताना मुश्किल है, लेकिन अगर सबकुछ ठीक रहा तो मैँ अवश्य काम पर जल्दी लौटूँगी, क्योंकि इसमें सबसे जरूरी होता है, सपोर्ट सिस्टम का सही होना, जिसमें परिवार और आसपास के सभी के सहयोग होने पर जल्दी काम पर लौटना संभव होता है.

क्रियेटिविटी पर राजनीति ठीक नहीं

ऋचा कहती है कि आज हर चीज पर राजनीति हो रही है. गानों,फिल्मों,गीतों, नाम पर,पेड़ पक्षी आदि सभी पर किसी न किसी रूप में राजनीति किया जा रहा है. राजनीति ने किसी चीज को छोड़ा नहीं है. आजकल लोग बातचीत करने की कोई गुंजाईश नहीं रखते. हर कोई अपनी बात कहकर उसे ही सही प्रूव करने की कोशिश में लगा हुआ है,लेकिन इसे सुलझाने का एक तरीका भी है और इससे हमारे देश की नेताओं को समझना होगा,जिन्हें वोट देकर जनता अपनाप्रतिनिधि बनाती है. आप मालिक नहीं, ‘पब्लिक सर्वेंट’ है और किसी भी समस्या को सुलझाना ही आपका काम है.

मैं दिल्ली में पली बड़ी हूँ ,लेकिन मैंने दिल्ली में कभी ऐसी हवा नहीं देखी, जो आज है, इतना पोल्यूशन और गर्मी बढ़ी है कि लोगो को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है, पर इसे सुलझाया नहीं जाता. आजकल न्यूज़ भी उन चीजो को कवर करती है जिसका दैनिक जीवन से कोई सरोकार नहीं होता,जैसे किसने किसको चांटा मारा, किसने किसको क्या कहा आदि ये सारी न्यूज़ लोगों को सही मुद्दे से बहकाने के काम आती है.सब जानते है कि असलियत क्या है. माहौल ऐसा बनाया जा रहा है कि कोई कुछ बोले, तो उसे डराया और धमकाया जाता है.कुछ को तो जान से भी मार दिया जाता है.ये सभी के लिए सोचने वाली बात है.

 

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