इन 4 टिप्स से करें बालों की नैचुरल केयर

खूबसूरती निखारने में खूबसूरत बालों का अहम रोल होता है. ऐसे में जरूरत है बालों की नैचुरल ब्यूटी को बरकरार रखने के लिए पौष्टिकता से भरपूर डाइट लेने के साथ-साथ नैचुरल चीजों के इस्तेमाल. तो जानते हैं कि आपके शैंपू में कौनकौन से इंग्रीडिएंट्स हों, जो आपके बालों की हैल्थ का ध्यान रखें.

1. आंवला दे बालों को स्ट्रैंथ

आंवला विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के साथ एंटीऔक्सीडैंट्स से?भरपूर होता है. जिससे न सिर्फ पाचनतंत्र, लिवर की हैल्थ दुरुस्त होती है बल्कि यह बालों की ग्रोथ व उनकी हैल्थ के लिए भी बहुत जरूरी माना जाता है क्योंकि आंवला में मौजूद फैटी एसिड्स फॉलिकल्स तक पहुंच कर बालों को सॉफ्ट, शाइनिंग व उन्हें वौल्यूम देने का काम करते हैं. साथ ही इसमें आयरन व कैरोटीन कंटैंट बालों की ग्रोथ के लिए लाभकारी माना जाता है. इससे बालों को स्ट्रैंथ मिलती है.

2. शिकाकाई दे पोषण

सालों से शिकाकाई का इस्तेमाल हेयर केयर के लिए हो रहा है क्योंकि इसमें विटामिंस, ऐंटीऔक्सीडैंट्स, ऐंटीफंगल, ऐंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टीज होने के कारण ये इंफैक्शन को हील करने, डैंड्रफ से निजात दिलवाने, हेयर फॉलिकल्स को नरिश करने के साथ बालों को सॉफ्ट व शाइनी बनाने का काम करती है. साथ ही इससे बाला ज्यादा मजबूत भी बनते हैं.

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3. ग्रीन ऐप्पल रोके हेयर फॉल

ग्रीन ऐप्पल में विटामिंस व न्यूट्रिएंट्स होने के कारण ये जड़ों को मजबूत कर बालों को झड़ने से रोकता है. साथ ही जब बालों को प्रॉपर न्यूट्रिशन मिलता रहता है, तो इससे बाल घने, लंबे व चमकदार भी बनते हैं. इसमें हाई फाइबर कंटैंट होने के कारण इससे बालों की क्वालिटी भी इंप्रूव होती है. जिससे बालों की धीरे-धीरे खोई हुई रंगत वापस लौटने लगती है.

3. व्हीट प्रोटीन दे मॉइस्चर

शैंपू में व्हीट प्रोटीन इंग्रीडिएंट बालों के मॉइस्चर को रिटेन करने का काम करता है. जिससे बाल ज्यादा चमकदार दिखते हैं व उन्हें वौल्यूम मिलता है. अगर आपके बाल भी डल, बेजान व ज्यादा हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने के कारण अपनी नैचुरल कोमलता खो चुके हैं तो आप व्हीट प्रोटीन युक्त शैंपू का इस्तेमाल करें क्योंकि ये बालों को सॉफ्ट बनाने के साथ बालों में फ्रिजीनेस को भी रोकने का काम करता है. खूबसूरत बालों के लिए इन इंग्रीडिएंट्स से युक्त रोजा हर्बल शैंपू का चुनाव कर सकती हैं.

4. हर्बल शैंपू जो बालों को बनाए स्ट्रौंग

बात करें शैंपू की और रोजा हर्बल केयर शैंपू का जिक्र न हो, ऐसा हो नहीं सकता. क्योंकि हर्बल शैंपू प्योर और आर्गेनिक इंग्रीडिएंट्स से बने होने के कारण ये बालों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. साथ ही स्किन फ्रैंडली भी होते हैं. ये शैंपू नेचुरल ऑयल्स, मिनरल्स और हर्बल एक्सट्रेक्ट तत्वों से बने होने के कारण ये जड़ों को हैल्दी बनाने के साथ हेयर ग्रोथ को प्रमोट करने का काम करते हैं. इससे स्कैल्प का ऑयल व पीएच लेवल बैलेंस में रहने के कारण बाल खूबसूरत, हैल्दी व स्ट्रौंग बनते हैं. तो फिर अपने बालों की हर्बल शैंपू से करें खास केयर.

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सतरीठा और शिकाकाई से बालों की देखभाल

आज बाजार में हेयर केयर से जुड़े तमाम तरह के औयल और शैंपू मौजूद है. बहुत सारे प्रोडक्ट्स ऐसे होते  हैं जो बालों की ऊपर से देखभाल करते हैं. उनको कुछ समय  के लिए काले और चमकदार बना देते हैं. जिससे वह हेल्दी नजर आने लगते हैं. इनमें से जो प्रोडक्ट्स केमिकल बेस्ड बने होते हैं उनका खराब प्रभाव कुछ दिनों के बाद बालों और स्कैल्प को नुकसान पहुंचाने लगते हैं. बाल रूखे और बेजान नजर आने लगते हैं. बहुत सारे लोग अब हेयर केयर के लिए घरेलू उपाय करना लोग बेहतर समझने लगे हैं. इसके साथ ही साथ सतरीठा ओर शिकाकाई से बने प्रोडक्ट्स शैंपू और हेयर औयल ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं. इनके उपयोग को समझना जरूरी है.

सतरीठा का प्रयोग बालों को धोने में किया जाता  है. इस कारण इसको शैंपू के रूप में ज्यादा प्रयोग किया जाता है. सतरीठा का एक पेड़ होता है. सतरीठा के पेड़ पर गर्मियों में फूल आते हैं. जोकि आकार में बहुत छोटे हैं. इनका रंग हल्का हरा होता है. सतरीठा का फल जुलाई और अगस्त तक आ जाता है जोकि नवंबर और दिसंबर तक पकता है. इस फल को लोग मार्केट में बेच देते हैं. सुखाया गया फल शैंपू, डिटर्जैंट या फिर हाथ धोने वाले साबुन के रूप में प्रयोग किया जाता है. इसके प्रयोग से बालों को मजबूत बनाने, चमकदार और घना बनाने में किया जाता है.

सतरीठा से औयल भी निकलता है. इसका प्रयोग को शैंपू में एक खास तत्व के रूप में किया जाता है. यह बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है. अगर बालों में जुंएं हैं तो सतरीठा के प्रयोग से जुंएं एक दम खत्म हो जाएंगे. सूखे सतरीठा को पेस्ट के रूप में प्रयोग करने के लिए उसमें 1 अंडा, 1 चम्मच आमला पाउडर, सूखा रीठा और शिकाकाई पाउडर मिलाइए. इसे सिर की त्वचा पर मसाज करें और 30 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर किसी हलके शैंपू से सिर को धोएं. 2 माह तक सप्ताह में 2 बार ऐसा करने से बाल झड़ना कम हो जाएंगे. सतरीठा का प्रयोग करते समय ध्यान रखें कि यह आंखों से दूर रहे.

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बालों के लिए बड़े काम का शिकाकाई

सतरीठा की ही तरह से शिकाकाई का प्रयोग भी बालों की केयर के लिए किया जाता है. कई बार दोनों आपस में मिलाकर भी प्रयोग किया जाता है. शिकाकाई एक जड़ी-बूटी है. शिकाकाई का वैज्ञानिक नाम एकेशिया कॉनसिना है. इसका पेड़ जल्दी बढ़ने वाला और छोटे-छोटे कांटों से भरा होता है. यह भारत के गर्म मैदानों में पाया जाता है. शिकाकाई में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन जैसे पोषक तत्व होते हैं जो बालों के स्वास्थ्य और मजबूत करने का काम करते हैं. शिकाकाई का प्रयोग बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट बालों और स्कैल्प को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में  मदद करते हैं.

हेल्दी स्कैल्प बालों की ग्रोथ को बढ़ाता है. शिकाकाई में एंटी-बैक्टीरियल और एंटिफंगल गुण होते हैं. यह स्कैल्प में इंफ्लेमेशन को  कम करता है और इस के स्वास्थ्य को बेहतर करता है साथ ही स्कैल्प के पीएच स्तर को बनाए रखने में भी मदद करता है जिससे बाल भी हेल्दी रहते हैं. रूसी यानि डैंड्रफ का खतरा भी नहीं रहता है. बालों का झड़ना कम हो जाता  है. शिकाकाई से बने शैंपू या हेयर मास्क में शिकाकाई पाउडर का इस्तेमाल करने से बाल को कोमल और मुलायम हो जाते हैं. बाल घने और मजबूत हो जाते हैं. यह बालों को जड़ों को मजबूत करके टूटने से रोकता है.

दो मुंहे बालों की परेशानी

दो मुंहे बालों की परेशानी से बचने में भी शिकाकाई मदद करती है. केमिकल हेयर ट्रीटमेंट, स्ट्रेटनिंग और फ्री-रेडिकल के कारण बालों में स्प्लिट एंड्स यानि दो मुंहे बाल हो जाते हैं. एक बार जब स्प्लिट एंड्स हो जाते हैं, तो इन्हें ठीक करने के लिए बालों को काटने के अलावा और कोई उपाय नहीं है. उसके बाद भी, जब आपके बाल बढ़ते हैं तो ये फिर से आ सकते हैं. शिकाकाई के प्रयोग से यह परेशानी काफी कम  जाती है. शिककाई में भरपूर सैपोनिन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आपके बालों को शाइनी बनाते हैं. शिकाकाई आपके स्कैल्प में सीबम को रिलीज करने में भी मदद करता है जिससे बाल मॉइस्चराइज होते हैं और स्प्लिट एंड्स को रोकने में मदद मिलती है.

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शिकाकाई का हेयर मास्क बनाने के लिए शिकाकाई पाउडर, आंवला पाउडर और सतरीठा पाउडर को 2 अंडे, 2-3 चम्मच नीबू का रस और थोड़ा गुनगुने पानी के साथ मिला लें. इस मास्क को बालों और उसकी जड़ों तक आधे घंटे के लिए लगाएं. जब यह सूख जाए तो इसे धो लें और बालों की कंडीशनिंग कर लें. इस तरह से शिकाकाई और सतरीठा से बने प्रोडक्ट्स भी हेयर केयर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं.

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