समलैंगिकता पर जागरूकता फैलाएगी ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’- मानवी गगरू

डिजिटल सनसनी के तौर पर मशहूर मानवी गगरू (Maanvi Gagroo) ने बतैार हीरोईन फिल्म‘‘अमावस’’से कैरियर की शुरूआत की थी. पर बाद में वह ‘नो वन किल्ड जेसिका’ और‘पी के’ सहित कई फिल्मों में छोटे किरदार निभाते हुए नजर आयी. कुछ समय पहले मानवी गगरू फिल्म ‘‘उजड़ा चमन’’ में मेनलीड में नजर आयी थीं तो अब वह फिल्म ‘‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’’ में नजर आ रही हैं. आइए पेश है उनसे खास बातचीत…

बौलीवुड की खास परंपरा है कि आपने पहली फिल्म में जिस तरह के किरदार निभाते हैं,उसी तरह के किरदार बार बार दिए जाते हैं.जब आपने छोटे किरदार स्वीकार किए,तो आपको नहीं लगा था कि आगे भविष्य में आपके साथ ऐसा ही होगा?

-ऐसा ही हुआ मेरे साथ.‘नो वन किल्ड जेसिका’ और ‘पीके’ के बाद मुझे हीरोइन की बेस्ट फ्रेंड या हीरो की बहन जैसे ही किरदार मिले.इतना ही नही मुझे हर बार उसी तरह से अभिनय करने के लिए कहा गया.कुछ भी नया करने को नही मिल रहा था.तब कुछ दिन के लिए मैने औडीशन देना बंद कर दिया. कुछ दिन आराम किया.उसके बाद जब टीवीएस की वेंब फिल्म‘‘पिच्चर’में मुझे श्रेया का किरदार निभाने को मिला,तब सारे समीकरण बदले. इसकी एक वजह यह भी है कि  वेब की वजह से फिल्में बदली.अब कंटेंट आधारित फिल्में बन रही हैं. जहां रीयल किरदार चाहिए.मतलब अब वह स्टीरियोटाइप होने का डर नहीं है. उसके बाद मैने वेब की दुनिया में काफी बेहतर काम किया.इसके अलावा फिल्म‘‘उजड़ा चमन’’में मुझे अप्सरा का मेन लीड किरदार निभाने का अवसर मिला. अब फिल्म‘‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’’में गॉगल त्रिपाठी का किरदार निभाया है,जो कि बहुत ही अलग तरह का है.

पर आपने ‘‘नो वन किल्ड जेसिका’’ में छोटा किरदार न निभाया होता,तो आज आपका कैरियर किसी अन्य पड़ाव पर होता?

-लेकिन उस वक्त मेरे पास इसी तरह के आफर आ रहे थे.मैं अपनी तरफ से दीपिका पादुकोण बनने के लिए पूरी कोषिष कर रही थी.लोगों ने मुझे सलाह दी कि घर पर बैठने की बनिस्बत कुछ काम करते हुए अपनी प्रतिभा से लोगों को परिचित कराते रहना चाहिए.लोग चाहते थे कि मैं एक हीरोईन की तरह दुबली पतली व जीरो फिगर में नजर आउं.जिसमें मैं कभी भी फिट नहीं हुई. मेरा षरीर ‘बिकनी बॉडी’का नही रहा.लोग ऐसी हीरोईन चाहते थे जो कि बिकनी और साड़ी दोनो में हॉट लगे.मैं तो अपना फेमेनिज्म का झंडा उठाकर चल रही थी.

तो क्या फेमीनिज्म का झंडा उठाना नुकसान कर गया आपको?

-जी हां! मैं तो बॉलीवुड में काम करते हुए स्विटजरलैंड में शिफॉन की साड़ी पहनकर हीरो के साथ डांस करना चाहती थी.पर किसी ने मुझे ऐसे किरदार नहीं दिए. पर मैंने कुछ सषक्त किरदार जरुर निभाए.

सिनेमा के बदलाव और डिजिटल मीडिया से आपको फायदा मिल रहा है?

-मिल रहा है.लोग मुझे वेब सेंषेषन मानते हैं.डिजिटल मीडिया के चलते हर कलाकार,लेखक,निर्देषक व तकनीषियन को भरपूर काम मिल रहा है. इस नए माध्यम में हर कोई नए नए प्रयोग कर रहा है. अब हर प्रोडक्शन हाउस व हर चैनल का एक डिजिटल विंग है.सभी भीड़ से अलग दिखने के प्रयास में लगे हुए हैं. परिणामतः बोल्ड चीजें वेब पर ज्यादा परोसी जा रही हैं. अब हम लोग आपस में मजाक करते हैं कि आज की तारीख में अगर आपके पास काम नहीं है,तो आप बहुत ही बुरे कलाकार हैं. अन्यथा इन दिनों सभी अति व्यस्त है.

किस वेब सीरीज ने आपको ज्यादा पापुलैरिटी दी?

-टीवीएस पिच्चर्स में श्रेया का किरदार निभाकर सबसे ज्यादा षोहरत पायी.यह किरदार सही तरीके सेे डिफाइन किया गया था.इस किरदार को निभाते हुए रचनात्मक इंसान के तौर पर मुझे बहुत मजा आया था. पापुलैरिटी के हिसाब से अगर देखे तो ‘फोर मोर शॉट्स’से मिली.इस वेब सीरीज को देखकर कई लड़कियां रोईं.कुछ ने मेरे पास आकर इसमें सिद्धि का किरदार निभाने के लिए मेरा धन्यवाद अदा किया.एक लड़की ने कहा कि उसकी पूरी जिंदगी सिद्धि की तरह गुजरी.उसको भी शायद कुछ स्किन का प्रॉब्लम था.

वेब /डिजिटल में आपको जो लोकप्रियता मिली,उससे फिल्मकारों की सोच बदली. आपके प्रति उनके नजरिए में बदलाव आया?

– ऐसा हुआ.वहीं अब मेरे पास भी च्वाॅइस है.अब मजबूरी में काम करने की मेरी जरुरत खत्म हो गयी. फिल्मेकर्स का नजरिया भी बदला है. अब यह अच्छा ट्रेंड है या बुरा ट्रेंड है.मुझे नहीं पता.पर अब फिल्मकार इस बात की जानकारी रखते है कि किस कलाकार के इंस्टाग्राम पर कितने फॉलोवर्स हैं. उसके आधार पर आपको काम मिलता है. मसलन-किसी किरदार के लिए दो कलाकार उपयुक्त है, दोनो का आडीशन भी बेहतर है,तब उनमे से किसी एक का चयन उनके इंस्टाग्राम फालोअवर्स के आधार पर किया जाता है.इंस्टाग्राम के फालोअवर्स की संख्या बढ़ने पर कलाकार को चर्चित माना जाता है.तो वहीं आप विश्वास नहीं करेंगे, बॉलीवुड में एक बहुत बड़ा सेक्शन है, जो वेब व डिजिटल को महत्व नही देता. यह ओल्ड स्कूल औफ बौलीवुड है. ऐसे लोग अपनी फिल्म के रिलीज के लिए अमेजौन और नेटफ्लिक्स नाम जानते हैं.

पर सवाल यह है कि इंस्टाग्राम के फालोवअर्स कितने जायज है और उनमें से कितने भारतीय हैं,जो कि आपकी फिल्म देखने जाएंगे?

– पहले की तरह आज भी टैलेंट के आधार पर बहुत कम लोगों को काम मिलता है.पहले बाक्स आफिस के आंकड़े देखकर स्टार माना जाता था. सुना है कि उसमें भी घपले हुआ करते थे.एक बार मैने एक निर्देषक से कह दिया था कि अच्छा आप अच्छी अदाकारा नही तलाश रहे हैं.
फिल्म के फ्लौप होने पर मत कहना कि यह बहुत बुरी कलाकार है. अच्छी षक्ल सूरत के साथ अभिनय प्रतिभा भी हो यह जरुरी नही है.
आप पहले टैलेंट को नजरअंदाज करते हैं,फिर रोते हो.

कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि कोई फिल्म आपके हाथ से सिर्फ इसलिए चली गई?

-जी हां! दो बार हुआ था.पहले षरत जी के साथ फिल्म‘‘दम लगा के हाइशा’’ के लिए मेरी बात हुई थी.उन्होंने मुझसे वजन बढ़ाने के लिए कहा.मैंने उसे कहा कि अगर आप पक्का करते हो,कि मुझे फिल्म मिलेगी,तो मैं अपना वजन बढ़ा लूंगी.पर मैं वजन बढ़ा लूं, उसके बाद आप सौरी मत कह देना. तो बात खत्म हो गयी. इसी तरह फिल्म ‘‘बैंड बाजा बारात’’ के तमिल रीमेक के लिए मुझसे बात की गयी. पर बाद में वजन को लेकर बात नही बनी थी.

फिल्म‘‘उजड़ा चमन’’में मेन लीड करने के बाद आपने फिल्म‘‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’’में दूसरे हीरो की बहन का किरदार क्या सोचकर स्वीकार किया?

-पहली बात तो इसमें न कोई हीरो है और न कोई हीरोईन. यह फिल्म दो समलैंगिक पुरूषों की प्रेम कहानी है. दूसरी बात मुझे इसकी स्क्रिप्ट व मेरा किरदार पसंद आया. मैने यह फिल्म ‘‘उजड़ा चमन’’ के प्रदर्शन से पहले ही साइन कर ली थी. मेरी राय में इस फिल्म के बाद लोग खुलकर ‘गे’ पर बात करेंगे.

फिल्म के अपने किरदार को कैसे परिभाषित करेंगी?

-मैने इसमें अमन की बहन गौगल त्रिपाठी का किरदार निभाया है, जो कि हमेशा चश्मा पहनकर रहती है. उसकी नजर में बिना शादी उसका कोई वजूद नही है.वह चाहती है कि किसी तरह उसकी शादी हो जाए. अब उसे इस बात से फर्क नही पड़ता कि किससे और कैसे शादी होती है. इस फिल्म में हर किरदार प्यार की बात कर रहा है.

फिल्म की कहानी होमोसेक्सुअलिटी को लेकर है.इसमें आपके कैरेक्टर की कितनी अहमियत है?

-गौगल अपने परिवार की इकलौती  सदस्य है, जो अपने समलैंगिक भाई अमन को उनको सपोर्ट करती है. बाकी किसी को भी होमोसेक्सुआलिटी समझ में नहीं आता. यह सभी अमन के खिलाफ हैं. पर वह भाई के साथ है. उसे लगता है कि मेरा भाई कुछ गलत तो नहीं कर रहा. प्यार ही तो कर रहा है.

अब होमोसेक्सुअलिटी को लेकर कानून बन गया है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे मंजूरी दे दी है. ऐसे मे अब इस फिल्म की कितनी अहमियत है?

-मेरी राय में कानून बदने के बाद बौलीवुड की यह पहली मेन स्ट्रीम फिल्म है, जिसकी आज ज्यादा जरुरत है. यह फिल्म लोगो के बीच जागरूकता पैदा करेगी. पर मैं यह दावा नही कर रही कि इस एक फिल्म से ही हर इंसान का माइंड सेट बदल जाएग.लेकिन लोगों के बीच इस पर बातचीत शुरू होगी. एक बेटा या बेटी अपने माता पिता से इस मुद्दे पर खुलकर बात कर सकेगा. दोस्तों व पड़ोसियों के बीच बात होगी. तो माता पिता को गे की स्वीकृति की लड़ाई है.

निजी जिंदगी में आपके लिए प्यार क्या है?

– मैंने लाइफ में प्यार तो बहुत सारा किया है. हर तरह का प्यार है. एक प्यार आपका आपके बेस्ट फ्रेंड के साथ होता है.एक प्यार मम्मी पापा के साथ. एक प्यार भाई व बहन के बीच होता है. मेरे लिए एक ही प्यार है.यही बात मुझे नीना गुप्ता जी ने भी सिखाया. यह सच है. पूरे संसार में एक ही प्यार है जो सच्चा है अनकंडीशनल है वह है माता पिता का बच्चों के प्रति या बच्चे को माता पिता के प्रति. क्योंकि अगर आप खून भी कर के अपने माता पिता से सच बयां करोगे तो भी वह स्वीकार कर लेंगे.उनका प्यार कम नहीं होगा. लेकिन बॉयफ्रेंड या बेस्ट फ्रेंड के साथ ऐसा नहीं होता हैं,वहां हमेशा एक षर्त रहती है.मसलन तुमने मुझे उपहार नहीं दिया? तुम उस लड़की से बात क्यों कर रहे हो? तुम ऐसा क्यों कर रहे हो ?तुम मुझे स्पेशल फील नहीं करवाते हो? वगैरह..वैसे सच यह है कि मेरा कोई ब्वौयफ्रेंड नही है.

सोशल मीडिया पर क्या लिखना पसंद करती है?

-जो भी अच्छे ख्याल आते हैं,वह सब लिख देती हूं. हमेशा पौजीटिव बातें ही करती हूं.निजी जीवन में मैं बहुत ज्यादा पौजीटिव हूं .

आयुष्मान की gay लव स्टोरी पर बनीं फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ का ट्रेलर रिलीज, देखें यहां

‘बधाई हो’ ‘अंधाधुन’ और ‘ड्रीम गर्ल’ जैसी फिल्मों से बौलीवुड में छाने वाले टौप एक्टर आयुष्मान खुराना की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ का ट्रेलर रिलीज हो गया है. फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान का ट्रेलर रिलीज होते ही यूट्यूब पर छा गया है. जिसमें आयुष्मान एक बार फिर नए अवतार में नजर आ रहे हैं.

आपको बता दे आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ सामाजिक मुद्दे पर आधारित कॉमेडी फिल्म है. जो ‘गे’ लव स्टोरी पर आधारित है. बच्चे के गे होने का पता चलने पर फैमिली के साथ जो स्ट्रगल होता है. वह इसमें दिलचस्प तरीके से दिखाया गया है. इस फिल्म में आपको कुछ डबल मीनिंग वर्ड्स भी सुनाई देंगे.

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फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ का ट्रेलर रिलीज होते ही बस कुछ ही मिनटों में 15 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. फिल्म के ट्रेलर में आयुष्मान खुराना नाक में रिंग पहने नजर आ रहे हैं. नीना गुप्ता और गजराज एक बार फिर अपनी कॉमेडी से दर्शकों के दिल में खास जगह बना रहे हैं और जितेंद्र भी खास अंदाज में नजर आ रहे है.

‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ फिल्म के डायलॉग्स खास है. नीना गुप्ता और गजराज का ‘मां के पास दिल होता है’ डायलॉग सोशल मीडिया पर चर्चा में है. इसके अलावा ‘हमें परिवार के साथ जो लड़ाई लड़नी पड़ती है. वो सबसे बड़ी और खतरनाक होती है’ जैसे डायलॉग्स भी प्रभावित करते है.

आयुष्मान खुराना ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इस बारे में ट्वीट भी किया था. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर इसके पोस्टर्स भी शेयर करने के साथ कैप्शन भी दिया है, कार्तिक का प्यार होकर रहेगा अमन! इस नए पोस्टर में इसकी कास्ट दिखाई दे रही है जिसमें नीना गुप्ता, गजराज राव, जितेंद्र कुमार, मनुऋषि चड्ढा, सुनीता रजवार, मानवी शामिल हैं.

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उन्होंने फिल्म के दो पोस्टर रिलीज किए हैं. पहले पोस्टर में हम आयुष्मान खुराना और उनके फिल्म में पार्टनर जितेंद्र कुमार वेडिंग चेयर पर बैठे दिख रहे हैं और पूरा परिवार उनकी ओर देख रहा है. वहीं दूसरे पोस्टर में वह दिलवाले दुलहनिया ले जाएं का क्लाइमैक्स सीन इनऐक्ट करते दिखाई दे रहे हैं.

हितेश केवल्य ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ फिल्म के लेखक और निर्देशक हैं। डायरेक्शन के फील्ड में हितेश की यह डेब्यू फिल्म है. आनंद एल राय और भूषण कुमार इस फिल्म के निर्माता हैं. यह फिल्म 21 फरवरी को रिलीज होगी. इससे पहले आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ को लोगो ने काफी पसंद किया था.

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