Makeup Tips : अपने लुक को निखारने के लिए इस तरह लगाएं पाउडर फाउंडेशन

Makeup Tips : बाजार में पाउडर फाउंडेशन चार प्रकारों में उपलब्ध है. पहला, क्रीम से पाउडर फाउंडेशन, दूसरा, लिक्विड से पाउडर फाउंडेशन, तीसरा, मिनरल पाउडर फाउंडेशन और चौथा प्रेस्ड पाउडर बेस्ड फाउंडेशन. ये सभी प्रकार के त्वचा जैसे सामान्य, तैलीय और मिश्रित त्वचा के लिए उपयुक्त हैं. बस जब भी चेहरे पर फाउंडेशन लगाएं तब अपने स्किन टोन के हिसाब से सही कलर का चुनाव करें. वैसे अच्छा होगा कि ड्राई त्वचा वाले लोग क्रीम फाउंडेशन का, औयली त्वचा वाले लोग केक या पाउडर फाउंडेशन का व सामान्य त्वचा वाले लोग लिक्विड फाउंडेशन का उपयोग करें.

त्वचा की सफाई और टोनिंग

एक हल्के क्लींजर का उपयोग करके अपने चेहरे को अच्छी तरह से साफ करें. इससे सारी अशुद्धियां और तेल दूर हो जाता है. अपनी त्वचा को टोन करने के लिए टोनर का उपयोग करें. फाउंडेशन टोन और साफ त्वचा पर ही लगाना चाहिए.

मौस्चराइजर लगाना

उचित मौइस्चराइजर का उपयोग करके अपनी त्वचा को सुधारें. मौस्चराइजर आपकी त्वचा पर सुरक्षात्मक परत की तरह कार्य करेगा. अत: नमी खत्म नहीं होगी और अंदर ही बनी रहेगी. सूखे पैच (धब्बे) भी समाप्त हो जायेंगे और एकसमान सतह बन जायेगी. इसे अपने चेहरे पर 3 मिनिट सूखने दें.

कंसीलर लगाना

कंसीलर का उपयोग करके किसी भी धब्बे या दोष को छिपाया जा सकता है. गाढ़े कंसीलर का उपयोग करके मुहांसों या धब्बों को छुपाया जा सकता है. कंसीलर आपकी त्वचा के प्रकार से मिलता हुआ होना चाहिए. धब्बे पर कंसीलर लगाने के लिए छोटे मेकअप ब्रश का उपयोग करना चाहिए. उसकी बाद ब्लेंडिंग (मिश्रण) करना चाहिए.

फाउंडेशन लगाना

पाउडर फाउंडेशन अच्छी तरह से लगाने के लिए मेकअप स्पंज का उपयोग करना चाहिए. फाउंडेशन ब्रश का भी उपयोग किया जा सकता है. परंतु पाउडर फाउंडेशन लागाने के लिए उंगलियों के पोर का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए.

स्पंज का उपयोग:

एक स्पंज लें. इस पर फाउंडेशन लगाएं. इस स्पंज को पूरे चेहरे पर लगाएं. इसे विशिष्ट जगहों जैसे टी ज़ोन (जिसमें माथा, नाक और ठोडी शामिल हैं) पर भी लगाया जा सकता है.

ब्रश का उपयोग:

ब्रश को घुमाकर पाउडर फाउंडेशन को उठायें. अतिरिक्त पाउडर को निकाल दें. इसे चेहरे पर हल्के हल्के गोलाकार दिशा में घुमाएं. फाउंडेशन को नीचे की ओर घुमाते हुए अंग्रेजी के अक्षर “एस” के आकार में लगाएं.

ब्रश का उपयोग:

ब्रश को घुमाकर पाउडर फाउंडेशन को उठायें. अतिरिक्त पाउडर को निकाल दें. इसे चेहरे पर हल्के हल्के गोलाकार दिशा में घुमाएं. फाउंडेशन को नीचे की ओर घुमाते हुए अंग्रेजी के अक्षर “एस” के आकार में लगाएं.

फाउंडेशन को मिलाएं:

पाउडर फाउंडेशन को बहुत सावधानीपूर्वक मिलाना चाहिए. इसे माथे से प्रारंभ करके पूरे चेहरे पर लगाएं. उसके बाद मिलाते समय पुन: गोलाकार दिशा में घुमाएं. धब्बे और रेखाएं दिखनी नहीं चाहिए. फाउंडेशन आपकी त्वचा के अनुसार होना चाहिए. पाउडर का उपयोग न करें क्योंकि इससे चेहरा बनावटी और अप्राकृतिक दिखेगा.

Summer Special: नेचुरल मॉइश्चराइजर से दें Skin को ताजगी

नैचुरल चीजों में आपकी त्वचा को सुंदर और जवां बना रखने के ढेर सारे तत्व मौजूद होते हैं. त्वचा की नमी को बनाए रखने के लिए आप कई तरह के मॉइश्चराइजर  का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आपके किचन में ऐसी बहुत सी चीज़ें मौजूद होती हैं जो नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करती हैं. इन चीजों का इस्तेमाल करके आप बिना किसी खर्च के अपनी त्वचा की प्राकृतिक नमी को बनाए रख सकते हैं.

1. शहद

शहद एक बहुत अच्छा क्लींजर होता है और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके इस्तेमाल से त्वचा कोमल और ग्लोइंग होती है. शहद का पैक लगाने से चेहरे और हाथ-पैरों की चमक बनी रहती है.

2. बटरमिल्क

बटरमिल्क आपकी त्वचा से डेड स्किन सेल्स को निकालता है जिससे आपकी त्वचा जवां दिखती है. मॉइश्चराइजर के रूप में इसे इस्तेमाल करने के लिए ठंडे बटरमिल्क में मलमल या सूती कपड़ा डुबोएं. इस कपड़े से अपना चेहरा 5 से 10 मिनट तक के लिए ढकें और फिर पानी से धो लें.

3. ऑलिव ऑयल

ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल पुराने समय से नेचुरल मॉइश्चराइजर के रूप में किया जाता रहा है. ऑलिव ऑयल और लेवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदों को नहाने के पानी में मिलाएं और इस पानी से नहाने से आपकी त्वचा एकदम मुलायम हो जाएगी.

4. नारियल तेल

नारियल का तेल बहुत अच्छा मॉइश्चराइजर होता है. यह हर प्रकार की त्वचा के लिए अच्छा होता है. रूखी त्वचा के लिए तो यह बहुत लाभकारी है. नारियल का तेल लगाने से असमय झुर्रियां नहीं आती हैं. 2 चम्मच नारियल का तेल, एक चम्मच शहद और 1 चम्मच संतरे का रस मिलाकर त्वचा पर लगाएं और सूखने पर गुनगुने पानी से धो लें.

5. खीरा

खीरे में पानी की 95 प्रतिशत मौजूदगी के कारण इसके इस्तेमाल से त्‍वचा मॉइश्‍चराइज रहती है. खीरे के रस को अच्‍छी तरह गर्दन और चेहरे पर लगाकर 30 मिनट के लिए छोड़ दें और इसके बाद सामान्‍य पानी से धो लें. त्वचा में ताजगी आएगी और यह मुलायम भी हो जाएगी.

6. ऐलोवेरा

बहुत सारे स्किन केयर प्रॉडक्ट्स में ऐलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि ये त्वचा को चिपचिपा बनाए बिना ही मॉइश्चराइज करता है. इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी व ई त्वचा को स्वस्थ बनाए रखते हैं. ऐलोवेरा जेल को त्वचा पर लगाएं और कुछ देर बाद इसे धो लें. चेहरे पर चमक आ जाएगी.

स्किन मौइस्चराइज न करें ये गलतियां

सर्दियां हों या गरमियां, स्किन को अच्छी तरह मौइस्चराइज करते रहना बहुत जरूरी होता है ताकि स्किन अंदर से हाइड्रैट हो कर आप को ड्राइनैस की समस्या से तो छुटकारा मिले ही, साथ ही स्किन ग्लोइंग भी नजर आए क्योंकि हाइड्रेशन के अभाव में स्किन ड्राई होने के साथसाथ एक्ने, टैनिंग, रैश इत्यादि की भी समस्या हो सकती है जबकि मौइस्चराइज करने से हैल्दी स्किन सैल्स भी प्रमोट होते हैं.

लेकिन कई बार हम स्किन को ज्यादा हाइड्रेट करने के चक्कर में स्किन को ओवर मौइस्चराइज करना शुरू कर देते हैं, जिस का परिणाम यह होता है कि स्किन खुद से कम मौइस्चर प्रोडूयस करना शुरू कर देती है. ऐसे में स्किन पर क्रीम्स की लेयर के नीचे की स्किन ड्राई हो जाती है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखने की जरूरत होती है कि स्किन को मौइस्चराइज जरूर करें, लेकिन जरूरत से ज्यादा नहीं.

आइए, जानते हैं इस संबंध में ब्यूटी ऐक्सपर्ट नमिता से कि स्किन को ज्यादा मौइस्चराइज करने के क्या नुकसान हो सकते हैं:

क्लोग पोर्स की समस्या

जब भी हम स्किन पर ड्राइनैस को खत्म करने के लिए ओवर मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करते हैं तो यह पोर्स को क्लोग कर देता है क्योंकि ज्यादा मौइस्चराइजर स्किन पर जम जाता है, साथ ही इस का हैवी टैक्सचर स्किन को ब्रीथ करने में जब मदद नहीं करता है तो पोर्स क्लोग हो जाते हैं और क्लोग पोर्स से औयल और डैड स्किन सैल बाहर नहीं निकल पाते हैं जो एक्ने, ब्रेकआउट्स का कारण बनने के साथसाथ आप की खूबसूरती को कम करने का काम करता है. इसलिए स्किन पर बैस्ट मौइस्चराइजर लगाने के साथसाथ उस की क्वांटिटी का भी खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत होती है.

स्किन ड्राइनैस की समस्या

भले ही यह आप को सुनने में थोड़ा अजीब लगे, लेकिन यही सच है कि स्किन पर ओवर मौइस्चराइजर का इस्तेमाल करने से स्किन पर ड्राइनैस की समस्या हो जाती है, साथ ही स्किन डल व सैंसिटिव भी हो जाती है.

इस का कारण यह है कि चेहरे पर ज्यादा मौइस्चराइजर अप्लाई करने से आप की त्वचा का तेल उत्पादन कम होने लगता है, जो नैचुरली स्किन को ड्राई बनाने का काम करता है, जिस से स्किन तब तक तो सौफ्ट रहती है, जब तक उस पर मौइस्चराइजर की लेयर होती है, लेकिन जैसे ही वह हटती है तो स्किन ड्राई लगने लगती है क्योंकि स्किन का नैचुरल औयल जो खत्म हो जाता है. यह ड्राइनैस स्किन की रौनक को गायब करने के साथसाथ स्किन को सैंसिटिव बनाने का भी काम करती है जो और भी ढेरों स्किन प्रौब्लम्स का कारण बन सकती है.

एक्ने की प्रौब्लम

हेयर फौलिकल्स जब औयल व डैड स्किन सैल्स से भर जाते हैं, तो स्किन की स्थिति गंभीर हो जाती है, जो एक्ने के साथसाथ उन में जलन, इचिंग का भी कारण बनता है. ये एक्ने आप के पूरे चेहरे के नूर को चुराने का काम करते हैं. इसलिए स्किन को हाइड्रेट करने के लिए जरूरत से ज्यादा मौइस्चराइजर अप्लाई करने से बचें.

बंपी स्किन

हर महिला चाहती है कि उस की स्किन सौफ्ट हो. लेकिन जानेअनजाने में हमारी स्किन केयर गलतियों की वजह से स्किन पर डैड स्किन सैल्स जमा होने के साथसाथ स्किन रूखी भी होने लगती है जो न तो छूने पर अच्छी लगती है और न ही दिखने में. इस का एक कारण स्किन पर ओवर मौइस्चराइजर अप्लाई करना भी होता है. इस के कारण स्किन रिन्यूअल प्रोसेस भी स्लो हो जाता है, जो समय से पहले बूढ़ा बनाने का काम करता है, साथ ही बंपी स्किन पर इचिंग पैदा करने का काम करता है, जिसे समय रहते कंट्रोल करना जरूरी होता है.

रिड्यू नैचुरल ब्यूटी

जो बात नैचुरल ब्यूटी में होती है वह बात मेकअप में नहीं. ऐसे में जब हम स्किन को उस की जरूरत से ज्यादा मौइस्चराइज करना शुरू कर देते हैं तो वह अंदर से ड्राई होने के कारण अपनी नैचुरल ब्यूटी खोने लगती है.

इस से स्किन में मेकअप प्रोडक्ट्स भी आसानी से ऐब्जौर्ब नहीं हो पाते हैं जो स्किन को भद्दा दिखाने का काम करते हैं. ऐसे में स्किन की नैचुरल खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए अच्छा व कम मात्रा में ही मौइस्चराइजर लगाने की जरूरत होती है ताकि वह स्किन में अपना असर दिखा सके.

चिपचिपे मौइस्चराइजर से बचें

स्किन को मौइस्चराइज करने का यह मतलब नहीं कि आप स्किन पर ग्रीसी, स्टिकी स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें क्योंकि ऐसे प्रोडक्ट्स स्किन में आसानी से ऐब्सौर्ब होने के बजाय स्किन की सतह पर जमा होने के साथसाथ पोर्स को क्लोग करने का काम करते हैं, साथ ही स्टिकी स्किन पर आसानी से धूलमिट्टी जमा होने के साथ ये स्किन पर एक्ने, ऐलर्जी का कारण भी बनते हैं. इसलिए जब भी मौइस्चराइजर का चुनाव करें तो देखें कि वह आप की स्किन टाइप पर सूट करने के साथसाथ उस में स्किन को इरिटेट करने वाले इनग्रीडिएंट्स न हों.

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