आज के इतने व्यस्त और थका देने वाले शेड्यूल में हम एक चीज को सबसे हल्के में लेते हैं और वह है हमारी नींद. हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक भारतीय लोग दुनिया के स्लीप डेप्रिव्ड लोगों की श्रेणी में दूसरे नंबर पर आते हैं. इसमें पहले नंबर पर जापान है. मॉडर्न दुनिया में अब नींद को एक जरूरत ही नहीं माना जा रहा है. नींद पूरी करना काफी ज्यादा जरूरी होता है और इससे हमारा शरीर और दिमाग रिचार्ज होता है. नींद पूरी करने से आप पूरे दिन के लिए रिफ्रेश महसूस करते हैं.
चूंकि नींद शरीर का एक काफी जरूरी फंक्शन है, अगर इसे पूरा नहीं किया गया तो हमारे दिन की एनर्जी पर प्रभाव पड़ सकता है. इससे इमोशनल बैलेंस, प्रोडक्टिविटी और यहां तक कि हमारा वजन भी प्रभावित हो सकता है. एक व्यक्ति को रोजाना 7 से 9 घंटों की नींद जरूर पूरी करनी चाहिए.
कोरोना के साथ साथ अन्य चुनौतियों के साथ लोग अब अपने रूटीन को नॉर्मल बनाने की ओर जा रहे हैं. स्ट्रेस मुक्त रहने के लिए और चैन की नींद सोने के लिए आप काफी कुछ कर सकते हैं. स्लीपX न्यू एज मैट्रेस ब्रांड, शीला फोम के अनुसार इसके लिए आपको सोने का एक प्रॉपर वातावरण चाहिए होता है जो आपकी सारी आराम की जरूरतों को पूरा कर पाए. निम्न टिप्स की मदद से आप चैन की नींद सो सकते हैं.
1. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें :
अगर रोजाना ब्रिस्क वॉक करते हैं तो मसल्स टोन होने में मदद मिलती है और रात में थोड़ा शांत भी महसूस होता है. जो लोग रोजाना एक्सरसाइज करते हैं वह रात में शांति से सो पाते हैं और अगले दिन भी उन्हे एनर्जेटिक महसूस होता है. मेटाबॉलिक बेनिफिट्स के साथ साथ एक्सरसाइज इमसोमनिया के लक्षणों से राहत दिलाने में लाभदायक है और इससे आपके सोने का समय भी बढ़ सकता है. सोने से पहले 3 से 4 घंटे पहले ही एक्सरसाइज करें. इसके बाद एक्सरसाइज करने से रात में सोने में दिक्कत हो सकती है. एक्सरसाइज करने से स्लीप अपनिया जैसे डिसऑर्डर के लक्षणों से भी राहत पाई जा सकती है.
2. सही गद्दे को चुनें :
अगर गद्दा कंफर्टेबल होगा तो आपको सोने के समय जिस आराम की जरूरत होती है वह शरीर को मिल जाता है. यह शरीर को सोते समय सही पोस्चर में और सही स्पाइनल अलाइनमेंट रखने में मदद करता है. एक बढ़िया गद्दा वही होता है जो आपकी स्किन को सोते समय सही रख सके. इससे आपको अगले दिन भी पूरी एनर्जी महसूस होगी. गद्दा ज्यादा गर्म भी नहीं होना चाहिए और आपके बजट में भी फिट बैठना चाहिए. अगर गद्दा अच्छा नहीं होगा तो अगले दिन आपके पूरे शरीर में दर्द हो सकता है जिससे आप इरिटेट महसूस कर सकते हैं.
3. लाइट कम कर दें :
आपका शरीर एक प्राकृतिक क्लॉक का काम करता है. यह क्लॉक आपके दिमाग, शरीर और हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं. यह क्लॉक ही आपको दिन के दौरान जागते रहने और रात के समय सोने में मदद करती है. रात को सोने से एक से दो घंटे पहले आपको ब्लू स्क्रीन से दूरी बना लेनी चाहिए. फोन या टीवी से निकलने वाली रोशनी आपकी नींद को प्रभावित कर सकती है.
4. अपने सोने के वातावरण पर भी ध्यान दें :
सोने के वातावरण में आवाज, रूम का तापमान और आपके कमरे का ओवर ऑल वातावरण शामिल होता है. अगर यह माहौल अच्छा होगा तो आपका शरीर दिमाग तक यह संकेत भेजेगा कि अब सोने का समय हो गया है और अब चिंता मुक्त हो कर सो जाना चाहिए. इसलिए सोते समय यह जरूरी होता है कि सारी आवाज को बंद किया जाए और कमरे के तापमान को नॉर्मल रखा जाए. सोते समय कमरे की अधिकतर लाइट भी बंद कर देनी चाहिए.
5. पूरे दिन की डाइट का भी ध्यान रखें :
आपके खाने और पीने का ढंग भी आपकी नींद को प्रभावित करता है. अपने खाने पीने का ढंग पर ध्यान रखने के कारण आप खुद को हेल्दी रख सकते हैं और इससे आपको रात में सोने में भी मदद मिल सकती है. अपनी डाइट को फल और सब्जियों से भरपूर रखें. ड्रिंकिंग में शराब, निकोटिन और कैफ़ीन का सेवन ज्यादा मात्रा में न करें. अगर सोने से पहले कैफ़ीन का सेवन कर लिया जाए तो इसके बाद सोने में दिक्कत आती है और 12 घंटे तक सोया नहीं जाता है. अगर सोने के समय शराब पीते हैं तो इससे नींद आने में तो मदद मिल सकती है लेकिन बाद में नींद खराब हो सकती है.
6. शरीर के जागने और सोने के ढंग का ख्याल रखें :
अच्छी नींद आने का सबसे बढ़िया तरीका है अपने सोने और जागने के समय का ध्यान रखना. अगर आप अपने सोने और जागने के समय का एक शेड्यूल बना लेते हैं तो आपको काफी रिफ्रेश महसूस होता है और एनर्जी भी महसूस होती है. ऐसा तब होता है जब आप रोजाना एक ही समय पर सोते हैं और एक ही समय पर जागते हैं. इसलिए अपने जागने और सोने का खासकर वीकेंड के समय जरूर ध्यान रखें. अगर दिन में सोते हैं तो 15 से 20 मिनट के लिए ही झपकी ले. अगर इससे ज्यादा सोते हैं तो रात में नींद कम आ सकती है और सोते समय बीच में आंख भी खुल सकती हैं.