स्लिमिंग पिल्स से रहें दूर

आजकल लोगों का स्लिम दिखने का शौक दिनप्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पतला दिखना ही जैसे खूबसूरती और स्मार्टनैस की पहचान है. कम समय में बिना मेहनत के पतला दिखने की चाह जोर पकड़ती जा रही है, दुष्परिणामों से अवगत होते हुए भी लोग वैसी ही गलती कर रहे हैं जैसीकि ठाणे की 22 साल की मेघना ने की. मेघना ने हाल ही में एक जिम में ट्रेनर का काम शुरू किया था. जिम में वर्कआउट से पहले उस ने डिनिट्रोफेनोल ली और अचानक उस की तबीयत खराब होने लगी. उसे तुरंत हौस्पिटल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया.

डाक्टरों के अनुसार उस के शरीर का तापमान सामान्य से कहीं ज्यादा था. उसे सांस लेने में समस्या थी, दिल की धड़कन बहुत तेज थी और ब्लड प्रैशर बहुत हाई था. फिर हार्ट फेल से उस की मृत्यु हो गई.

यह दवा औनलाइन मिलती है और इस में मौजूद आइनोफोरिक मैटाबोलिक रेट बढ़ा कर वजन कम करता है. यह उन कैमिकल कंपाउंड्स में से एक है, जो इंसान की जान ले सकता है. इस की ओवरडोज से सांस लेने में दिक्कत, बहुत गरमी लगना, दिल की धड़कन असामान्य होना आदि कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.

अब पता लगाया जा रहा है कि मेघना यह बैन्ड ड्रग कैसे ले पाई. पुलिस ने जिम जा कर उस के साथ के लोगों से पूछताछ की.

मेघना के बड़े भाई का कहना है कि मेघना ने 2 महीने पहले ही ट्रेनर के रूप में जिम जौइन किया था. मैं जानना चाहता हूं कि यह दवा उसे कहां से मिली. मार्केट में यह बैन्ड दवा कैसे उपलब्ध है?

‘‘एफडीए कमिशनर पल्लवी मानती हैं कि औनलाइन ऐसे बैन्ड ड्रग की सहज उपलब्धता बड़ी चिंता का विषय है. अकसर ऐसी ड्रग औनलाइन किसी और नाम से मिल जाती हैं. हम ने ऐसी बैन्ड ड्रग्स को बेचने और प्रमोट करने वाली 62 जगहों के खिलाफ ऐक्शन लिया है. हम पुलिस से संपर्क में हैं और यह जानने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि मेघना को यह दवा कैसे मिली.’’

जानलेवा बनती स्लिमिंग पिल्स

आज लोग अपनी हैल्थ और लुक के प्रति बहुत सजग होते जा रहे हैं. होना भी चाहिए, वजन कम करने के लिए स्लिमिंग पिल्स बहुत लोकप्रिय होती जा रही हैं. लोग इन के दुष्परिणाम की चिंता किए बिना इन्हें खाना शुरू कर देते हैं, संतुलित आहार, ऐक्सरसाइज, हैल्दी लाइफस्टाइल पर ध्यान देने से आसान लगने लगा है, स्लिमिंग पिल्स लेना.

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रीमा का वजन बचपन से ही ज्यादा था. एक ब्रेक अप और एक औपरेशन के बाद बहुत सारे कारणों से वजन और बढ़ गया, वे बताती हैं, ‘‘मेरी एक फ्रैंड ने डेक्साप्रिन पिल्स लेने की सलाह दी. मु झे ये इंटरनैट पर मिल गईं, मैं ने इन्हें ट्राई करने के लिए मन बना लिया. मु झे इन के साइड इफैक्ट्स तुरंत शुरू हुए, मैं बैठेबैठे पसीनापसीना हो जाती, फिर अचानक बहुत ठंड लगने लगती, दिल तेजी से धड़कता. काम पर जाती तो हाथ कांपते रहते, साइड इफैक्ट्स के साथ वजन भी कम होता दिखा, मु झे लगा इसी चमत्कार की तो मु झे इच्छा थी, फिर छठे दिन ही मेरे सीने में दर्द होने लगा, मु झे लगा मु झे हार्टअटैक होने वाला है. मैं ने उसी समय गले में हाथ डाल कर टैबलेट बाहर निकाली. डेक्साप्रिन यूके और नीदरलैंड्स में बैन हो चुकी है.’’

इस में वे तत्त्व हैं, जिन में मानसिक असंतुलन, हार्टअटैक, स्ट्रोक्स हो सकता है. 2012 में 30 वर्षीय लंदन मैराथन रनर क्लेयर्स स्क्वायर्स की मृत्यु उस समय हुई जब वे फिनिशिंग लाइंस से सिर्फ 1 मील दूर थे. 2014 में डच वैज्ञानिकों ने घोषणा की कि उन के सप्लिमैंट्स में सिंथेटिक तत्त्व मिले थे.

भ्रामक विज्ञापनों का जाल

हम सभी जानते हैं कि वजन उचित आहार, ऐक्सरसाइज, मेहनत और धैर्य से कम किया जा सकता है, पर हर साल हजारों लोग तेजी से वजन कम करने के चमत्कार की उम्मीद में इंटरनैट पर गैरकानूनी स्लिमिंग पिल्स खरीद रहे हैं. लेट नाइट टैली मार्केटिंग पर अकसर एक स्लिम लड़की अपनी कमर और एक लड़का अपने टोंड ऐब्स दिखा रहा होता है और ये सब पाने के लिए उन स्लिमिंग पिल्स का लालच दे रहे होते हैं, जिन्हें वे खा रहे होते हैं पर स्लिमिंग पिल्स का एक कड़वा सच यह है कि वे हाइड्रोक्सिल पिल्स हैं, ये वेट लौस के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं, इन से भूख कम हो जाती है और फैट बर्न होने लगता है, जिस से वजन अपनेआप ही कम होने लगता है, पर इन के साइड इफैक्ट्स बहुत खतरनाक हैं.

डाइट ऐक्सपर्ट डाक्टर मानसी के अनुसार इस से लिवर और पैंक्रियाज डैमेज हो सकते हैं. इन से चिंता, नींद में कमी, मासिकधर्म से संबंधित समस्याएं, दिल की धड़कनें तेज होने लगती हैं. भले ही ये आयुर्वेदिक या हर्बल होने का दावा करें, इन के दुष्परिणाम की अवहेलना नहीं करनी चाहिए.

52 वर्षीय सुनीता काफी ओवरवेट हो गई थीं. वे बताती हैं, ‘‘मैं टीवी पर हर जगह यही देख रही थी कि मोटापे से कैंसर भी हो सकता है. मैं डर गई, लगा कि कुछ करना ही पड़ेगा. मैं डाक्टर के पास गई तो उन्होंने सम झाया कि मु झे ज्यादा ऐक्सरसाइज करनी है, खाना कम है. पर मु झे इस से तसल्ली नहीं हुई. मैं तुरंत पतली होना चाहती थी. अत: मैं ने गूगल पर स्लिमिंग पिल्स सर्च कीं कई साइट्स दिखने लगीं. एक जगह एक डाक्टर अपने गले में स्टेथिस्कोप लगाए हुए सम झा रहा था.

‘‘मु झे लगा ये ठीक होंगी. मु झे नहीं पता था कि लोग ये सब फेक वैबसाइट में सैट कर सकते हैं. तुरंत और्डर कर ये पिल्स मंगवा ली. 3 हफ्ते ही ली थीं कि अचानक एक दिन मेरी तबीयत बहुत खराब होने लगी. मैं अकेली थी, बच्चे स्कूल थे. मेरी टांगें कांपने लगीं, जबरदस्त चक्कर आया. मु झे लगा कि मैं मरने वाली हूं. सब स्लिमिंग पिल्स का साइड इफैक्ट था.’’

फिगर बनाने का खतरनाक तरीका

महिलाओं पर परफैक्ट फिगर पाने का प्रैशर रहता है, पर अब पुरुष भी इस शौक से अछूते नहीं. कपड़ों के एक बड़े ब्रैंड के स्टोर पर अंजलि और रवि दोनों काम करते थे, रवि को भी अंजलि की तरह स्लिम और फिट दिखने का शौक था. वहां आने वाले किसी मौडल के कहने पर दोनों ने इंटरनैट से डाइट पिल्स खरीद लीं.

कुछ ही दिनों में मैटाबोलिज्म के खतरनाक स्तर तक बढ़ने पर रवि की तबीयत एक दिन इतनी खराब हुई कि उसे बचाया न जा सका.

फरवरी 2020 में एफडीए ने यूएस की मार्केट से निर्माताओं और स्टौकिट्स से बेल्विक हटाने के लिए रिक्वैस्ट की कि बेल्विक लेने से कैंसर के केसेज बढ़ रहे हैं.

स्लिमिंग पिल्स कोई मैजिक बुलेट नहीं है. किसी भी तरह की स्लिमिंग पिल्स लेने से पहले डाक्टर से जरूर बात करें.

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स्लिमिंग पिल्स ले कर अपने जीवन को खतरे में न डालें, पतला रहना या होना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है. जरूरत है संतुलित आहार लेने की, ऐक्सरसाइज करने की.

याद रखें, यह जरूरी नहीं कि स्लिम रह कर ही आप दुनिया में सफल और सुखी माने जाएंगे या फिर सुंदर दिखें. अगर वजन ज्यादा भी है तो धैर्य से उसे रोज ऐक्सरसाइज करते हुए कम करने की कोशिश करें. मेहनत कभी बेकार नहीं जाती. स्लिम रहने का सब से अच्छा तरीका है कम मात्रा में खाना, प्रोटीन लेना, सब्जियां खाना और नियमित व्यायाम करना है. स्लिमिंग पिल्स से दूर ही रहें.

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